नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग की 2022-2024 सत्र की छात्रा रिशु रंजन का चयन देश की प्रतिष्ठित पंजाब नैशनल बैंक में बतौर मार्केटिंग ऑफिसर के पद पर हुआ है। नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय से शिक्षण प्राप्त और प्रतिभा की धनी रिशु रंजन जमशेदपुर के गोलपहाड़ी क्षेत्र निवासी सुमंत कुमार भारती की पुत्री हैं। विगत वर्ष इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनेल सेलेक्शन द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित जूनियर मैनेजमेंट ग्रेड स्केल-1 की श्रेणी में मार्केटिंग ऑफिसर के पद पर चयन के लिए प्रतियोगी परिक्षाओं का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में लिखित और व्यक्तिगत साक्षात्कार की प्रक्रिया को पूर्ण करने के पश्चात अंतिम रूप से रिशु का चयन इस पद के लिए गया है। आरंभ में 10 लाख के वार्षिक वेतनमान के साथ रिशु को पीएनबी के देशभर में संचालित जोनल कार्यालयों में पदस्थापित किया जाएगा। वर्त्तमान में उन्हें किस ज़ोन में अपनी सेवाएं देनी हैं, इसकी जानकारी उन्हें अभी नहीं दी गई है। फिलहाल उन्हें तीन महीनों के प्रशिक्षण के लिए पीएनबी के लुधियाना स्थित संस्थान में भेजा जाएगा।
रिशु की इस उपलब्धि के कारण उनके परिवार में उत्सव का वातावरण है। रिशु के पिता ने अपनी बेटी की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा *मैं बेटी की सफलता का श्रेय अपनी बेटी के दृढ़ संकल्प, उसके कठोर परिश्रम और नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के शिक्षण वर्ग द्वारा दिये गये मार्गदर्शन को देता हूँ। एनएसयू में बेटी एमबीए की विद्यार्थी रही है। पढ़ने में रिशु हमेशा से होशियार थी। मुझे यकीन था कि एक दिन उसे सफलता अवश्य मिलेगी। मैं विश्वविद्यालय प्रशासन को भी धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने बेटी की प्रतिभा और उसके शिक्षण कौशल को निखारने में यथासंभव प्रयत्न किया।*
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में मंगलवार को रिशु सहित उसके पूरे परिवार को आमंत्रित किया गया था। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि और अकादमिक प्रकोष्ठ के डीन प्रो. दिलीप शोम ने स्मृति चिन्ह देकर रिशु सहित पूरे परिवार को सम्मानित किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि ने कहा *रिशु की यह सफलता निश्चित ही पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव और प्रसन्नता का कारण है। इससे विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी भी प्रेरणा प्राप्त करेंगे और अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में और अधिक दृढ़ संकल्पित होकर परिश्रम करेंगे। मैं विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, संकाय सदस्यों, अकादमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव पदाधिकारियों से यह कहना चाहूंगा कि विद्यार्थियों के कौशल संवर्धन के लिए वह हर संभव प्रयास करने के लिए तत्पर रहें। विद्यार्थियों की सफलता ही विश्वविद्यालय की सफलता है।*
वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने कहा *मैं विद्यार्थियों से यह कहना चाहता हूँ कि विद्यार्थी उन्हें प्राप्त अवसरों का समूचित लाभ उठाये और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करें। यदि विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय से किसी तरह की कोई सहायता की अपेक्षा है तो वह निश्चित ही हमसे संपर्क करें। हम उन्हें हर सभंव सहायता देने का प्रयास करते रहें हैं और आगे भी करते रहेंगे। मैं विश्वविद्यालय प्रशासन और संकाय सदस्यों का भी आभारी हूँ कि वो विद्यार्थियों के मार्गदर्शन में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। विश्वविद्यालय एक परिवार की तरह है और इसके विकास के लिए इसके हर एक सदस्य को इसी तरह प्रयास करते रहना चाहिए।*
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