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शनिवार, 28 जून 2025

श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन में मिनी फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन


28 जून, 2025. श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन में मिनी फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया।

टूर्नामेंट में बी.एड. और डी.एल.एड. के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लड़कियों की टीम में 'पेले' विजेता रही और लड़कों की टीम में 'सीआर 6' विजेता रही।

पूरा टूर्नामेंट श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के खेल प्रशिक्षक सूर्यजीत सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों ने बहुत अच्छा खेला और इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों में टीम भावना का विकास होता है। पुरस्कार वितरण श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या डॉ भाव्या भूषण के हाथो सम्पन्न हुआ।




श्रीनाथ विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन छात्रों ने बीएजेएमसी और एमएजेएमसी के सीनियर बैच को दी फेयरवेल

 


श्रीनाथ विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन विभाग के छात्रों ने आज बीएजेएमसी और एमएजेएमसी के सीनियर छात्रों के लिए एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर छात्रों ने अपने सीनियर्स के लिए कई मनोरंजक गतिविधियों और खेलों का आयोजन किया, जिससे कार्यक्रम में खुशनुमा माहौल बना रहा।

कार्यक्रम के दौरान जूनियर्स के द्वारा अंतिम वर्ष के छात्रों को भावनात्मक उपहार भेंट दिया गया, जिनसे विदाई का पल और भी भावुक हो गया। अंत में कई सीनियर्स की आंखें नम हो गईं और अंत में  उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किया।

विभागाध्यक्ष प्रभारी श्री संजय कुमार भारती ने सभी सीनियर छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उनके आगे के जीवन के लिए सफलता और खुशहाली की कामना की। सहायक प्राध्यापक श्री अमित मिश्रा और श्री नर्मदेश चंद्र पाठक ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें आशीर्वाद और भविष्य की चुनौतियों के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर फेयरवेल में शामिल सीनियर बैच के चंदन महतो, प्रिया हंसदा, सौभिक मंडल और राहुल हो को शिक्षकों की तरफ से सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम का आयोजन चौथे सेमेस्टर की छात्राओं अन्नू, रिया, दीक्षित और सृष्टि ने बहुत ही कुशलता और उत्साह के साथ किया। उनकी मेहनत और टीमवर्क से यह विदाई समारोह यादगार बन गया। विदाई समारोह के अंत में सभी ने मिलकर फोटो सेशन किया और भविष्य में फिर मिलने की उम्मीदों के साथ एक-दूसरे को विदा कहा। यह आयोजन मास कम्युनिकेशन विभाग के लिए यादगार पल बन गया।

प्रेषक 

संजय भारती

मीडिया इंचार्ज 

श्रीनाथ विश्वविद्यालय जमशेदपुर



नहीं रहीं ‘कांटा लगा’ फेम एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला

 बॉलीवुड की इंडस्ट्री से आज एक नाम हमेशा हमेशा के लिए जेहन में यादें बन गई। जिनके एक से बढ़कर एक मशहूर गाने पर डांस और अंदाज को कभी भुलाया नहीं जा सकता।साथ ही फिल्मी जगत को एक नई पहचान दिलाई और खुद ‘ कांटा गर्ल ‘ के नाम से मशहूर हो गई। दुनिया भर के लोग भले जाता से नाम से जानते हों पर उसका असली नाम शेफाली जरीवाल था जो दुनिया को अलविदा कह गई।

ऐसी थी शेफाली जरीवाल

2002 में  आशा पारेख के गाने ‘कांटा लगा’ का मॉडर्न वर्जन लाया गया था। इस रीमिक्स गाने में 20 साल की शेफाली जरीवाला नजर आई थीं। उस समय आई इस नई लड़की ने म्यूजिक वीडियो इंडस्ट्री में जैसे तूफान ला दिया था।बोल्ड डांस मूव्स, अलग अंदाज वाली शेफाली का ये गाना ब्लॉकबस्टर हो गया। अभिनेत्री शेफाली जरीवाला ने दुनिया को कम ही उम्र में अलविदा कह दिया है. 42 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया. आइकॉनिक म्यूज़िक वीडियो ‘कांटा लगा’ ने उन्हें रातों-रात फेमस बनाया था. शेफाली बिग बॉस के सीजन 13 का भी हिस्सा रह चुकी हैं. प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, अभिनेत्री को शुक्रवार देर रात कार्डियक अरेस्ट हुआ और मुंबई के बेलेव्यू मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के असली वजह का पता चल पाएगा।

कौन थी शेफाली जरीवाला

शेफाली जरीवाला, एक ऐसा नाम है, जिसने साल 2002 में अपने वीडियो सॉन्ग से सभी को अपना दिवाना बना दिया था. ‘कांटा लगा’ फेम शेफाली को रातोंरात एक गाने से सुपरस्टार बना दिया था. अब वह हमारे बीच नहीं रही. शुक्रवार को देर रात उनकी कार्डियक अरेस्त से मौत हो गई। शेफाली जरीवाला ने अपने शानदार अभिनय और अपनी खूबसूरती से दर्शकों का दिल जीत लिया था. 2002 में आई आइकॉनिक म्यूज़िक वीडियो ‘कांटा लगा’ में उनके डांस ने उन्हें रातों-रात फेमस बना दिया. शेफाली का ग्लैर्मर्स लूक, कई जगह टैटू, कमर में बेली बटन, पियर्सिंग और मॉर्डन आउटफिट ने उन्हें ‘कांटा लगा गर्ल’ के नाम से मशहूर बना दिया. इस म्यूज़िक वीडियो के फेमस हो जाने के बाद देश में रीमिक्स म्यूजिक के नए युग की शुरुआत हुई. अभिनेत्री के अचानक निधन से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों को झटका लगा है, जिनमें से कई लोग उन्हें 2000 के दशक की शुरुआत के पॉप संस्कृति आइकन के रूप में याद करते हैं। ‘कांटा लगा’ एक क्लासिक हिंदी गीत का रीमिक्स है जिसने शेफाली को इंस्टेंट फेम दिलाई और उन्हें एक घरेलू नाम बना दिया।







गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा वर्ल्ड रैंकिंग में फिर नंबर वन

न्यू दिल्ली : भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर विश्व रैंकिंग में नंबर-1 स्थान हासिल कर लिया है। इस सप्ताह वर्ल्ड एथलेटिक्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी ताजा रैंकिंग में नीरज ने ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान दोबारा प्राप्त किया। पिछले साल 17 सितंबर को ब्रुसेल्स में डायमंड लीग फाइनल जीतने के बाद पीटर्स ने नीरज से नंबर-1 स्थान छीना था। लेकिन लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए नीरज ने फिर से बाज़ी मार ली। ताजा रैंकिंग के अनुसार, नीरज के 1445 अंक हैं जबकि पीटर्स 1431 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। जर्मनी के जूलियन वेबर 1407 अंकों के साथ तीसरे और पाकिस्तान के मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम 1370 अंकों के साथ चौथे स्थान पर हैं।

27 वर्षीय नीरज चोपड़ा इस साल सितंबर में टोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में अपने खिताब का बचाव करेंगे। उन्होंने इस सीजन की शुरुआत अप्रैल में दक्षिण अफ्रीका के पॉटचेफस्ट्रूम में हुई एक इनविटेशनल मीट से की थी, जहां उन्होंने 84.52 मीटर की थ्रो के साथ जीत दर्ज की। इसके बाद मई में दोहा डायमंड लीग में उन्होंने पहली बार 90 मीटर की दूरी पार करते हुए 90.23 मीटर की थ्रो फेंकी, जो उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो रही। हालांकि वे इस प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहे, क्योंकि जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर की थ्रो कर पहला स्थान हासिल किया।

इसके बाद पोलैंड के चोरज़ो में जनुश कुसोचिंस्की मेमोरियल में भी नीरज (84.14 मीटर) वेबर (86.12 मीटर) से पीछे रहे। लेकिन पेरिस डायमंड लीग में नीरज ने वापसी करते हुए 88.16 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। मंगलवार को उन्होंने अपने सीजन की तीसरी जीत चेक गणराज्य के ओस्ट्रावा में गोल्डन स्पाइक मीट में दर्ज की, जहां उन्होंने एक बार फिर 88.16 मीटर की दूरी तय की। नीरज चोपड़ा का अगला मुकाबला 5 जुलाई को बेंगलुरु के श्री कांतिरवा स्टेडियम में होने जा रहे पहले ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक’ में होगा।






पटना जा रहे इंडिगो विमान का टायर रांची एयरपोर्ट पर हुआ पंक्चर, यात्रियों में मचा हड़कंप

 

रांची : प्राप्त जानकारी के अनुसार यह विमान दोपहर करीब सवा तीन बजे कोलकाता से रांची में लैंड हुआ था। इसके बाद जब एप्रन पर विमान की नियमित जांच की गई तो अगले पहिए में तकनीकी खराबी पाई गई और वह पंक्चर निकला।

पटना जा रहे इंडिगो विमान का टायर रांची एयरपोर्ट पर हुआ पंक्चर, यात्रियों में मचा हड़कंप

झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर शुक्रवार की दोपहर उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई, जब पटना जा रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान का टायर पंक्चर हो गया। जिसके बाद इस विमान को रांची में ही ग्राउंडेड करना पड़ा। इसी विमान में लखनऊ जाने वाले यात्री भी सवार थे। घटना का पता चलते ही सभी यात्रियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद इस उड़ान को रद्द कर दिया गया, जिसके चलते इसमें सवार लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह विमान दोपहर 3:15 बजे कोलकाता से रांची में लैंड हुआ था। लैडिंग के बाद जब एप्रन पर विमान की नियमित जांच की गई तो अगले पहिए में तकनीकी खराबी पाई गई। ऐसे में इस उड़ान को रद्द कर दिया गया और पटना जाने वाले सभी यात्रियों को टैक्सी से पटना के लिए रवाना किया गया, जबकि पटना से लखनऊ जान वाले यात्रियों को कनेक्टिव फ्लाइट से दिल्ली भेजा गया। इंडिगो एयरलाइंस के मुताबिक विमान देर रात को रांची से उड़ान भरा।








बोकारो के प्रवासी मजदूर की गुजरात में मौत, शव लाने के लिए ग्रामीणों ने श्रमदान कर बनायी सड़क

बोकारो :बोकारो के गोमिया प्रखंड के चुटे पंचायत में शुक्रवार को एक प्रवासी मजदूर का शव घर पहुंचा. इससे गांव में मातम पसर गया. मृतक गुजरात की एक कंपनी में काम करता था. महज 3 दिन के अंतराल पर दो प्रवासी मजदूरों का शव चुटे पंचायत पहुंचा है. इससे पूर्व कनार्टक से एक प्रवासी मजदूर का शव यहां पहुंचा था.

बोकारो के एक प्रवासी मजदूर की गुजरात में मौत हो गयी थी. मृतक के घर तक सड़क नहीं होने के कारण एंबुलेंस से उसका शव घर तक नहीं आ पा रहा था. ऐसे में ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क बनाई, जिसके बाद एंबुलेंस से प्रवासी मजदूर का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा. हालांकि, यह चुटे पंचायत में प्रवासी मजदूर का शव पहुंचने का दूसरा मामला है.

गुजरात में हुई मौत

जानकारी के अनुसार, बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत चुटे पंचायत के जमुवा बेड़ा गांव के रहने वाले प्रवासी मजदूर करमा बासके का 35 साल की उम्र में निधन हो गया. दो दिन पहले गुजरात में एक नदी में नहाते वक्त बासके की मौत हो गयी. मृतक गुजरात की एक कंपनी में मजदूरी का काम करता था. शुक्रवार को सुबह करीब 10:00 बजे करमा बासके का शव गांव के पास तो पहुंचा. लेकिन सड़क नहीं होने की वजह से घर तक नहीं पहुंच सका.

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श्रमदान कर बनायी सड़क

इस पर गांव वालों ने श्रमदान कर सड़क बनवाई और एंबुलेंस को मृतक बासके के आवास तक ले जाया गया. मृतक का शव घर पहुंचते ही परिवार और गांव में मातम पसर गया. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. प्रवासी मजदूर के साथ इस प्रकार की घटना होने से इलाके के लोगों में काफी. लोगों का कहना है की उनके इलाके में अगर रोजगार मिलता, तो इस तरह विभिन्न प्रदेशों में प्रवासी मजदूरों की मौत नहीं होती.

कंपनी ने अंतिम संस्कार के लिए दिये 50 हजार

वहीं, बासके का शव आने की सूचना मिलने पर पंचायत के मुखिया मोहम्मद रियाज ,पंचायत समिति सदस्य अजय रविदास एवं बाबू चंदू आदि ग्रामीण पहुंचे. इन्होंने शोकाकुल परिवार से मिलकर उन्हें धैर्य और ढाढस बंधाया. मुखिया रियाज ने कहा की शव लेकर आए एंबुलेंस के चालक ने बताया की कंपनी के द्वारा मृतक का संस्कार के लिए 50 हजार रुपये कैश दिये गये हैं.

इंश्योरेंस का मिलेगा लाभ

इधर, करमा बासके जिस कंपनी में काम करता था, उसके अधिकारियों ने बताया कि मृतक को श्रम विभाग के कानून के तहत किए गए इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा. जबकि, झारखंड में मिलने वाला लाभ परिवार के सदस्यों को मिलेगा. मालूम हो कि दो दिन पहले भी चुटे पंचायत में कर्नाटक से एक प्रवासी मजदूर का शव आया था.








30 साल बाद कर्मफल दाता शनि चलने जा रहे हैं सीधी चाल, इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, करियर में तरक्की के साथ कमाएंगे खूब सारा धन

धनबाद :वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव मीन राशि में मार्गी होने जा रहे हैं। शनि देव का मार्गी होना 3 राशि वालों को लाभप्रद साबित हो सकता है।

वैदिक पंचांग के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। साथ ही ग्रह समय- समय पर वक्री और मार्गी भी होकर संचरण करते हैं। आपको बता दें कि न्यायाधीश शनि देव अक्टूबर में मीन राशि में मार्गी होने जा रहे हैं। मतलब वह अब सीधी चाल से संचरण करेंगे।  जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं, जिनको शनि का मार्गी होना लाभकारी साबित हो सकता है। साथ ही इन राशियों को आकस्मिक धनलाभ के साथ भाग्योदय के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये 3 राशियां कौन सीं हैं।

मिथुन राशि :

 शनि ग्रह के मार्गी होने से आप लोगों को व्यापार और करियर में अच्छी तरक्की मिल सकती  है। क्योंकि शनि देव आपकी गोचर कुंडली से कर्म भाव में मार्गी होने जा रहे हैं, जिसे व्यापार और नौकरी का भाव माना जाता है। इसलिए इस दौरान आपको स्टॉक मार्केट और सट्टा में निवेश से अच्छा धन लाभ हो सकता है। साथ ही इस समय आपको नई नौकरी का प्रस्ताव भी आ सकता है या फिर आपकी पदोन्नती भी हो सकती है।

व्यापार में आपको अच्छे ऑर्डर मिलने से इस दौरान अच्छा लाभ होने की संभावना है। वहीं इस समय आपके पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे। साथ ही इस समय आपके कार्य करने की शैली में निखार आएगा।

जुलाई में गुरु और शनि समेत 6 ग्रहों की चाल में होगा बदलाव

 इन राशियों का चमक सकता है करियर और कारोबार, धन- संपत्ति में होगी अपार बढ़ोतरी

वृष राशि :

शनि ग्रह के सीधी चाल चलना आप लोगों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि से शनि ग्रह 11वें भाव में सीधी चाल चलेंगे। जिसे इनकम और लाभ का भाव गया है। इसलिए इस समय आपकी इनकम में अच्छी वृद्धि के योग बने हुए हैं। साथ ही इस दौरान आय के नए- नए स्त्रोत बनने से अच्छा धनलाभ होने की संभावना है। वहीं इस दौरान आपके नए व्यापारिक संबंध बन सकते हैं। वहीं आप व्यापार में कोई महत्वपूर्ण डील फाइनल हो सकती है। जिससे आपको भविष्य में अच्छा धनलाभ होने के प्रबल योग हैं। वहीं इस समय आपकी इच्छाओं पूर्ति होगी। वहीं धन की सेविंग कर सकते हैं। 

18 महीने बाद ग्रहों के सेनापति मंगल करेंगे शुक्र के घर में प्रवेश, इन राशियों की पलटेगी किस्मत, नई नौकरी के साथ अपार धनलाभ के योग

कुंभ राशि :

शनि ग्रह का मार्गी होना कुंभ राशि के लोगों को सकारात्मक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि एक शनि देव आपकी राशि के स्वामी हैं। साथ ही वह आपकी राशि से दूसरे भाव पर मार्गी होने जा रहे हैं।। जिसे ज्योतिष में धन और वाणी का स्थान माना जाता है। इसलिए इस समय आपको आकस्मिक धनलाभ होने के प्रबल योग हैं। साथ ही आपको इस समय अटका हुआ धन भी प्राप्त हो सकता है। वहीं कारोबार में धनलाभ होने की संभावना हैं। ॉवहीं जिन लोगों का करियर का फील्ड वाणी और मार्केटिंग से संबंधित है। उन लोगों के लिए समय अनुकूल साबित हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन या नया प्रोजेक्ट मिल सकता है। अगर आप व्यापार करते हैं तो नए एग्रीमेंट्स और मुनाफे के अवसर बनेंगे। आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी और लोग आपके काम की तारीफ करेंगे







जिले में संचालित कृषि योजनाओं की उपायुक्त ने की गहन समीक्षा, लाभुक किसानों तक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के दिए गए निर्देश.

आज समाहरणालय सभागार में उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में कृषि विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना,राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन,जैविक खेती प्रोत्साहन योजना एवं किसान क्रेडिट कार्ड योजना सहित अन्य लाभकारी योजनाओं की प्रगति की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई।

उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले के सभी पात्र किसानों को समयबद्ध एवं पारदर्शी ढंग से योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इसके सशक्तिकरण के लिए योजनाओं का जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीसीओ, बीएओ, किसान मित्र, एटीएम, बीटीएम, लैम्प्स सदस्य, एफपीओ तथा जेएसएलपीएस के सीएलएफ और मार्केटिंग मैनेजर आपसी समन्वय स्थापित करते हुए ग्राम स्तर पर योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें, ताकि किसान उपजाऊ और लाभकारी खेती की ओर अग्रसर हो सकें।

उपायुक्त ने किसानों को उन्नत बीज, कृषि यंत्र, उर्वरक, कीटनाशक आदि अनुदानित दर पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को उनके खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर उन्नत फसलों के चयन हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया जाए, जिससे उत्पादन क्षमता और आय में वृद्धि सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के प्रयोग से होने वाले लाभों की जानकारी देकर उन्हें वैज्ञानिक तरीके से खेती करने हेतु प्रेरित करने पर भी बल दिया।

समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि जलवायु अनुकूल खेती, जैविक खेती तथा मिट्टी परीक्षण से संबंधित जानकारियों को लेकर प्रत्येक पंचायत में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि किसानों में आधुनिक एवं टिकाऊ कृषि प्रणाली के प्रति रुचि विकसित हो सके। बैठक के अंत में उपायुक्त श्री सिंह ने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करना हम सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे किसान तक पहुंचे, इसके लिए जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी एवं जबावदेही सुनिश्चित करें।

इस बैठक में उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, JSLPS के जिला परियोजना प्रबंधक, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, तकनीकी प्रबंधक एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।



पुरी के जगन्नाथ यात्रा में पहुंचे 10 लाख श्रद्धालु, 600 से ज्यादा की तबीयत बिगड़ी, 9 की हालत गंभीर, आज फिर होगी यात्रा


ओडिशा : के पुरी में जगन्नाथ यात्रा शुक्रवार को शुरू हुई। हर साल के मुकाबले डेढ़ गुना यानी 10 लाख श्रद्धालु के पहुंचने से रथ मार्ग पर इतनी भीड़ हो गई कि तीनों रथों को आगे बढ़ाने में मशक्कत करनी पड़ी। देर शाम देवी सुभद्रा के रथ के आसपास भीड़ का दवाब बढ़ने से 600 से ज्यादा श्रद्धालु की तबीयत बिगड़ गई। कई बेहोश हुए तो कुछ को मामूली चोटें आई। एंबुलेंस से इन्हे अस्पताल पहुंचाया गया।प्रशासन के अनुसार, 70 जिला अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें 9 की हालत गंभीर है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सबसे आगे रहा बलभद्र रथ आधे रास्ते पहुंच चुका है। देवी सुभद्रा का रथ 750 मीटर ही पहुंच पाया। भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ मुख्य मंदिर के बाहर ही खड़ा है। वह एक मीटर ही खिसक पाया। तीनों रथों को रात आठ बजे रोकने की घोषणा की गई। अब शनिवार को फिर रथयात्रा शुरू होगी।

रथ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाले एक मोड़ पर रथ को खींचने में काफी कठिनाई हुई, जिसके कारण जुलूस की गति धीमी हो गई। रथ के रुकने से मौके पर काफी ज्यादा तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई।बड़ी संख्या में लोग प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गए, जिससे रथों की सुचारू आवाजाही में और बाधा उत्पन्न हुई। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, उम्मीद से कहीं ज्यादा भीड़ उमड़ी, जिसको मैनेज करने में काफी चुनौतियां आईं। इस अव्यवस्था के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ी, जिनमें से 600 से ज्यादा लोगों का पुरी मेडिकल कॉलेज में इलाज किया गया। रथ खींचने के दौरान ये घटनाएं पूरे रथ यात्रा मार्ग पर हुईं।