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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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सोमवार, 8 दिसंबर 2025

BHU में 55 टीचिंग पदों पर वैकेंसी, सैलरी 78,800 रुपये तक

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने स्कूल टीचिंग पदों पर भर्ती की अधिसूचना 2025 जारी कर दी है। विश्वविद्यालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार प्रिंसिपल, पीजीटी, टीजीटी और पीआरटी के कुल 55 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार BHU की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।



महत्वपूर्ण तिथियां

ऑनलाइन आवेदन और शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 5 जनवरी 2026

हार्ड कॉपी जमा करने की अंतिम तिथि: 10 जनवरी 2026

रिक्तियों का विवरण

प्रिंसिपल: 3 पद

पीजीटी (स्नातकोत्तर शिक्षक): 9 पद

टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक): 36 पद

पीआरटी (प्राथमिक शिक्षक): 7 पद

योग्यता

प्रिंसिपल:

मास्टर डिग्री में 50% अंक

बी.एड डिग्री

सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल/वाइस-प्रिंसिपल/पीजीटी का अनुभव

पीजीटी:

संबंधित विषय में 50% अंकों के साथ मास्टर डिग्री

या

आरसीई से एकीकृत M.Sc.-B.Ed

टीजीटी:

संबंधित विषय में स्नातक (50%) या आरसीई

बी.एड अनिवार्य

सीटीईटी उत्तीर्ण

पीआरटी:

12वीं में न्यूनतम 50% अंक

D.El.Ed/B.El.Ed/विशेष शिक्षा में डिप्लोमा

सीटीईटी पास

आयु सीमा

प्रिंसिपल: 35 से 55 वर्ष

पीजीटी: अधिकतम 40 वर्ष

टीजीटी: अधिकतम 35 वर्ष

पीआरटी: अधिकतम 30 वर्ष

आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को भारत सरकार के नियमों के अनुसार आयु में छूट मिलेगी।

चयन प्रक्रिया

योग्यता और आवेदन की समीक्षा

आवश्यकता होने पर लिखित परीक्षा (सिलेबस बाद में जारी होगा)

प्रस्तुति और साक्षात्कार


दस्तावेज सत्यापन के बाद अंतिम चयन


वेतनमान

चयनित उम्मीदवारों को 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन दिया जाएगा।


प्रिंसिपल: ₹78,800 (स्तर-12)


पीजीटी: ₹47,600 (स्तर-8)


टीजीटी: ₹44,900 (स्तर-7)


पीआरटी: ₹35,400 (स्तर-6)

साथ ही नियमों के अनुसार भत्ते भी प्रदान किए जाएंगे।


आवेदन कैसे करें?

आधिकारिक वेबसाइट bhu.ac.in/rac पर जाएं।


पहले पंजीकरण करें और फिर लॉग इन कर आवेदन फॉर्म भरें।


फोटो, हस्ताक्षर और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।


UR/EWS/OBC उम्मीदवार आवेदन शुल्क ऑनलाइन जमा करें।


फॉर्म सबमिट कर उसकी प्रिंट कॉपी निकालें।


आवेदन की हार्ड कॉपी और स्व-सत्यापित दस्तावेज निम्न पते पर भेजें:


Registrar, Recruitment & Assessment Cell,

Holkar House, BHU, Varanasi – 221005

गुरुवार, 4 दिसंबर 2025

वाराणसी: कालभैरव से विश्वनाथ तक… सीएम योगी और मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने टेका मत्था

वाराणसी: काशी के मंगलवार शाम नमोघाट पर आयोजित काशी तमिल संगमम के चौथे संस्करण के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने काशी के प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन किया।

सबसे पहले पहुंचे बाबा कालभैरव मंदिर: दोनों नेता सबसे पहले काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा कालभैरव के मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने विधिवत पूजा की और देश-प्रदेश में सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर में मौजूद तीव्र आध्यात्मिक वातावरण को मंत्री प्रधान ने बेहद दिव्य और प्रेरणादायक बताया।




इसके बाद किया श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन: कालभैरव मंदिर के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। गर्भगृह में उन्होंने बाबा विश्वनाथ के ज्योर्तिलिंग का अभिषेक किया। इस दौरान दोनों ने देशवासियों के कल्याण और शांति की प्रार्थना की।

सोशल मीडिया पर साझा किए फोटो और अनुभव: दर्शन के बाद धर्मेन्द्र प्रधान ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा कि काशी की आध्यात्मिक ऊर्जा और मंदिर परिसर की शांति मन को विशेष दृढ़ता और संतोष प्रदान करती है। साथ ही उन्होंने बाबा विश्वनाथ और बाबा कालभैरव से देश के मंगल की कामना की।

गुरुवार, 13 नवंबर 2025

वाराणसी: एयर इंडिया के विमान को बम से उड़ाने की धमकी, इमरजेंसी लैंडिंग

वाराणसी : मुंबई से वाराणसी जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब बीच उड़ान के दौरान बम से उड़ाने की धमकी की सूचना मिली। सूचना मिलते ही एयरलाइन प्रबंधन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। तुरंत वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को हाई अलर्ट पर रखा गया।

एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट मोड

सूचना मिलते ही विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। लैंडिंग के बाद विमान को आइसोलेशन एरिया में ले जाया गया। सभी 182 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद बम निरोधक दस्ते (BDS) और CISF की टीमों ने विमान की गहन जांच शुरू की।

एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि जांच में किसी तरह की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। उन्होंने कहा, “विमान को अब सुरक्षित घोषित कर दिया गया है और एयरपोर्ट का संचालन सामान्य रूप से जारी है।”


धमकी के स्रोत की जांच शुरू

अधिकारियों ने धमकी के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया,

“वाराणसी जाने वाली हमारी उड़ान को सुरक्षा संबंधी धमकी मिली थी। प्रोटोकॉल के अनुसार, सरकार द्वारा नियुक्त बम खतरा आकलन समिति को सूचित किया गया और सभी सुरक्षा उपाय लागू किए गए। सभी यात्री सुरक्षित हैं और सभी जांचें पूरी होने के बाद उड़ान को परिचालन के लिए छोड़ा जाएगा।”

फिलहाल यात्रियों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता की परीक्षा जरूर ले ली है।

मंगलवार, 9 सितंबर 2025

वाराणसी में गंगा का उफान, नमो घाट भी बाढ़ की चपेट में, प्रशासन अलर्ट

वाराणसी। उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में गंगा नदी ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाया है। लगातार हो रही पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं।

इसका सबसे ज्यादा असर वाराणसी में देखा जा रहा है, जहां गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु (70.26 मीटर) को पार कर चुका है और खतरे के निशान (71.26 मीटर) के करीब पहुंच गया है।

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, मंगलवार सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 70.98 मीटर दर्ज किया गया, जो प्रतिघंटे लगभग 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में यह और ऊपर चढ़ सकता है।

शहर के कुल 85 घाटों में से अधिकांश पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। अस्सी घाट से लेकर दशाश्वमेध, मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट तक सभी पर गंगा का पानी है। घाटों के बीच का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है, जिससे एक घाट से दूसरे पर जाना असंभव हो गया है।

घाट पर 'नमस्कार' आकृति वाली विशाल प्रतिमा भी डूब चुकी है। घाट का प्लेटफॉर्म, सीढ़ियां और आसपास के क्षेत्र सब पानी में समा गए हैं। नमो घाट पर नीचे जाने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। यहां सेल्फी पॉइंट और अन्य सुविधाएं बंद हैं।

बाढ़ का असर केवल घाटों तक सीमित नहीं है। गंगा के बढ़ते जलस्तर से वरूणा नदी में भी पलट प्रवाह हो गया है, जिसके कारण शहर के निचले इलाकों नगवा, संगमपुरी कॉलोनी और बस्ती में पानी घुस आया है। करीब 24 मोहल्ले और 44 गांव प्रभावित हो चुके हैं। हजारों लोग अपने घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं।

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