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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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सोमवार, 18 अगस्त 2025

सरायकेला में पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में मासिक अपराध गोष्ठी

सरायकेला। सरायकेला-खरसावां जिले में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं अपराध नियंत्रण की रणनीति तय करने के लिए पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। बैठक में सरायकेला एवं चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी थाना प्रभारी, अंचल निरीक्षक तथा शाखा प्रभारी शामिल हुए।

बैठक में आगामी पर्व-त्योहारों के दौरान विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर विशेष विमर्श किया गया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। साथ ही जुलाई माह में घटित अपराधों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा अधिकाधिक मामलों के शीघ्र निष्पादन पर बल दिया गया। जून माह में बेहतर कार्य करने वाले अनुसंधानकर्ताओं को सुसेवांक से सम्मानित भी किया गया।

गोष्ठी में संपत्तिमूलक अपराधों की समीक्षा, प्रहरी पहल को और प्रभावी बनाने, सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने, मादक पदार्थों व अवैध शराब के खिलाफ अभियान तेज करने, बलात्कार व पोक्सो मामलों का 60 दिनों में निष्पादन, साइबर अपराध की रोकथाम, लंबित वारंट-कुर्की का निपटारा और CCTNS व ई-साक्ष्य ऐप के बेहतर उपयोग पर विशेष जोर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अपराध नियंत्रण और विधि-व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिले में पुलिस की दृश्यता बढ़ाने तथा जनता के विश्वास को और मजबूत करने पर बल दिया।



नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रमों के साथ एंटी रैगिंग सप्ताह का आयोजन

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय के एंटी रैंगिंग कमिटी द्वारा 12-18 अगस्त 2025 तक एंटी रैगिंग सप्ताह का आयोजन किया गया। शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी किये गए दिशानिर्देशों के अनुसार सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित, समावेशी और सम्मानजनक वातावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह पहल यूजीसी के दिशानिर्देशों और रैगिंग के प्रति शून्य-सहिष्णुता नीति के प्रति विश्वविद्यालय की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सप्ताह की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ. प्रभात कुमार पाणि के उद्घाटन भाषण से हुई, जिन्होंने सहानुभूति, एकता और परिसर में एक पोषणकारी वातावरण बनाने के महत्व पर ज़ोर दिया। कुलपति ने कहा *रैगिंग मानवीय गरिमा का उल्लंघन है और एनएसयू में, हम शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए एकजुट हैं।*

सप्ताह की मुख्य विशेषताएँ:

जागरूकता रैली: छात्रों और शिक्षकों ने रैगिंग के खिलाफ नारे लगाते हुए और हाथों में तख्तियाँ लेकर परिसर-व्यापी रैली में भाग लिया।

शपथ समारोह: सैकड़ों छात्रों ने रैगिंग विरोधी शपथ ली और छात्र-छात्राओं के आपसी व्यवहार में सम्मान और निष्ठा बनाए रखने का संकल्प लिया।

कार्यशालाएँ और सेमिनार: रैगिंग के कानूनी, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक प्रभावों पर विशेषज्ञ वार्ताएँ और संवादात्मक सत्र आयोजित किए गए। अतिथियों में कानूनी विशेषज्ञ, मनोवैज्ञानिक और पूर्व छात्र शामिल थे।

पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिताएँ: छात्रों ने रचनात्मक प्रतियोगिताओं के आयोजन के माध्यम से रैगिंग के हानिकारक प्रभावों और रैगिंग मुक्त कैंपस के फायदों को बताया।

लघु फिल्म प्रदर्शन: रैगिंग के प्रभाव पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया जिससे पीड़ितों के अनुभव से छात्रों के बीच रैगिंग संबंधित समझ को गहरा करने में सहायता मिल सके।

*पारस्परिक सम्मान और सौहार्द एक प्रगतिशील शैक्षणिक संस्थान के आधार स्तंभ हैं- प्रो. नाज़िम खान*


विश्वविद्यालय की रैगिंग विरोधी समिति और छात्र कल्याण प्रकोष्ठ ने सप्ताह भर चलने वाली गतिविधियों के आयोजन और देखरेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये कार्यक्रम न केवल जानकारीपूर्ण थे, बल्कि छात्रों और कर्मचारियों के बीच खुले संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए एक मंच के रूप में भारत इसका उपयोग किया गया।

इस आयोजन के विषय में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिष्ठाता प्रो. नाज़िम खान ने है कहा *प्रत्येक विद्यार्थी को भय से मुक्त वातावरण में अध्ययन करने का अधिकार है। विश्वविद्यालय की इसी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने के लिए ही विश्वविद्यालय में रैगिंग विरोधी सप्ताह का आयोजन एक सशक्त जागरूकता कार्यक्रम के रूप में किया जा रहा है। हमें यह याद रखना चाहिए कि पारस्परिक सम्मान और सौहार्द एक प्रगतिशील शैक्षणिक संस्थान के आधार स्तंभ हैं।*

एंटी रैगिंग सप्ताह में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि, प्रशासनिक और अनुशासन प्रकोष्ठ के अधिष्ठाता प्रो. नाजिम खान, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोईज़ अशरफ, आईक्यूएसी निर्देशक डॉ. श्रद्धा वर्मा, मुख्य वित्त अधिकारी वाई ज्योति, विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टी मेंबर्स के साथ बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के विद्यार्थी सम्मिलित हुए।




जिला फुटबॉल सुपर लीग 20 से छह चैंपियंस टीमों के मध्य महा मुकाबला

 

झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन के निर्देशानुसार सरायकेला - खरसावां जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित जिला फुटबॉल सुपर लीग अर्जुना कप 20 अगस्त से 30 अगस्त के मध्य खेला जाएगा। इस प्रतियोगिता में 24 टीमों के मध्य संपन्न लीग प्रतियोगिता में अपने-अपने ग्रुप में प्रथम स्थान पर रहने वाली होने वाली 6 चैम्पियंस टीमें भाग लेगी । खरसावां के अर्जुना स्टेडियम में प्रतिदिन 2:30 बजे से

जिले के प्रसिद्ध छह टीमों के मध्य खेली जाने वाली इस प्रतियोगिता का पहला मैच 20 अगस्त को रेजिडेंशियल फुटबॉल ट्रेंनिंग सेंटर खरसावां एवं अर्जुना अकादमी के एफ सी,खरसावां के मध्य खेला जाएगा । 21 अगस्त को सरना तारूब कांड्रा का मुकाबला तुडीयान एफ सी खरसावां से, 22 अगस्त को रेजिडेंशियल फुटबॉल ट्रेंनिंग सेंटर का मुकाबला माहिर एफ सी सीनी से, 25 को तुडीयान एफ सी का मुकाबला एस एम सी प्रधानगोडा से, 26 को माहिर एफ सी सीनी का मुकाबला अर्जुना अकादमी के एफ सी से, 27 को एस एम सी प्रधानगोडा का मुकाबला सरना तारूब कांड्रा से होगा। 

30 अगस्त को ग्रुप ए के चैंपियन का महामुकाबला ग्रुप बी के चैंपियन से संपन्न होगा। इस मैच से वर्ष 2025 का लीग चैंपियन का फैसला होगा।

जिला फुटबॉल सुपर लीग को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए आज जिले के रेफरियों की एक बैठक सचिव मो0 दिलदार की अध्यक्षता में अर्जुना स्टेडियम में संपन्न हुई जिसमें प्रमुख रूप से पिनाकी रंजन, बलराम महतो, संजय सुंडी, संतोष महतो, रघुनाथ महतो, अनुराग सोय, विशाल गोप, सुखदेव गौड़, धनंजय कालिंदी,संजय सरदार, सहित कई लोग उपस्थित थे।







उपायुक्त ने वज्रपात सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, बोले... वज्रपात से बचाव हेतु जागरूकता अहम

जिलेवासियों को वज्रपात से बचाव के प्रति जागरूक करने हेतु उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने समाहरणालय परिसर से वज्रपात सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रथ के माध्यम से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लोगों को वज्रपात के दौरान अपनाए जाने वाले एहतियाती उपायों की जानकारी दी जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा उपाय है। इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक वज्रपात सुरक्षा से संबंधित संदेश पहुंचाना है ताकि जनहानि की संभावना को न्यूनतम किया जा सके।

*वज्रपात के दौरान अपनाए जाने वाले प्रमुख सावधानियां*  

- आंधी-तूफान या बारिश के दौरान खुले मैदान, ऊँचे पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे न खड़े हों।

- मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।

- खेतों में काम कर रहे किसान तत्काल सुरक्षित स्थान पर चले जाएँ।

- घर में रहते हुए बिजली के उपकरण, टीवी, फ्रिज आदि बंद कर दें।

- खुले स्थान में अचानक फँस जाने पर दोनों कानों को बंद कर झुककर बैठें, लेटें नहीं।

- सड़क पर होने पर तुरंत किसी भवन के अंदर शरण लें। बिजली के गर्जन सुनाई देने के बाद कम से कम 30 मिनट तक सुरक्षित स्थान पर बने रहें।

जनसाधारण से अपील है कि सभी नागरिक वज्रपात के समय उक्त निर्देशों का पालन कर स्वयं एवं अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें ।