आसानबनी कलाडुंरी में झारखंडी देश करम अखाड़ा धूमधाम से हुआ समापन , कार्यक्रम में सभी ने लिया अपनी भाषा संस्कृति के संरक्षण का संकल्प
सरायकेला: गम्हरिया प्रखंड में रविवार को झारखण्डी देश करम अखाड़ा के द्वारा से देश करम अखाड़ा 28 -09-2025 को धूमधाम के साथ मनाया गया। सर्व प्रथम करम डाल के लिए 101कन्याओं द्वारा गाजे बाजे के साथ पारंपरिक नृत्य करते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचे ,और पारंपरिक विधि विधान के साथ करम डाल को आखड़ा में स्थापित कर पूजा अर्चना की गई साथ ही बहनों ने उपवास रखकर भाइयों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। पूजा के बाद पुजारी ने करम पूजा के बारे में कहानी सुनाई। इस मौके पर कई अतिथियों आगमन हुआ । वही मांदर की थाप व झूमर की स्वर पर लोग खूब झूमे। झारखंडी देश करम अखाड़ा पर आसपास के सभी गांवों के करम दलों द्वारा एक से एक बढ़कर झूमर गीत से लोगों को झुमाया। करम पर्व देखने के लिए उड़ीसा , बिहार , बंगाल, झारखंड , आसपास दूरदराज के हजारों की संख्या में दर्शकगण पहुंचे थे। कार्यक्रम में सभी समाजसेवी उपस्थित हुए , वहीं सभी ने अपनी भाषा संस्कृति को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया , इस मौके पर समाजसेवी एवं कोई गणमान्य अतिथि उपस्थित हुए, झारखंडी देश करम अखाड़ा के सदस्यों ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
विजय प्रताप महतो ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की झारखंड के समस्त कुड़मी एवं आदिवासी करम त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाते हैं ,करम राजा हमें धन संपत्ति एवं सुख शांति प्रदान करती है। करम राजा का हम पर सदैव कृपा रहती है। आज झारखंड की जनजातियों के समक्ष अपनी संस्कृति विरासत को बचाए रखने की चुनौती है,इस तरह के आयोजन से हम अपने विलुप्त होती संस्कृत को बचा सकते हैं और आने वाले पीढ़ी के लिए इन्हें सुरक्षित रख सकते हैं आज कुड़मी समाज बिखरे पड़े हुए हैं जिससे हम अपने अधिकारों से वंचित हैं। हमें इसी तरह की एकता अपने समाज के उत्थान के लिए दिखाना होगा।अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर आगे बढ़ना होगा , जिससे हमारा समाज आगे बढ़े। कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची करना होगा।
समाजसेवी प्रभात रंजन ने कहा कि करम पर्व झारखंड की सभ्यता और संस्कृति का परिचायक है। यह पर्व प्रकृति के पर्व रूप मानते हैं।करम पर्व की पहचान ही हमारा झारखंड की सभ्यता है।
एवं सभी अतिथियों ने भी संबोधित किया। सभी ने सामाजिक उत्थान के लिए एकजुट रहने की अपील की। लोगों से नशा से दूर रहकर समाज को आगे बढ़ाने में अपने भागीदारी निभाने की अपील की गई।
देश करम अखाड़ा को सफल आयोजन के लिए देश करम अखाड़ा के हीरालाल महतो , प्रभात रंजन महतो , आदित्य प्रताप महतो , शंकर महतो , हराधन महतो , विजय प्रताप महतो, रघुनाथ महतो , रामधन महतो , करण महतो , लक्ष्मण महतो , प्रकाश महतो , आकाश महतो , नरेश महतो, मनोज महतो, रतनलाल महतो , टंकधर महतो ,महेश्वर महतो , रंगलाल महतो, जयचंद महतो, कनिष्ठ कुमार महतो , शिवचरण महतो , अनू महतो, हीरालाल महतो , लव किशोर महतो , दिनेश महतो, जीवन स्वर महतो, महेश्वर महतो, सुखदेव महतो , प्रकाश महतो, अखाड़ा के सभी सदस्यों , ग्रामवासीयों एवं सरायकेला प्रशासन का पुख्ता व्यवस्था किया गया। सुरक्षा के लिए पूरा देश करम मैदान परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए।