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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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बुधवार, 26 नवंबर 2025

नयी दिल्ली: सावधान! 24 घंटे अहम; 65KM स्पीड से आ रहा चक्रवाती तूफान; इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि मलेशिया और उससे सटे मलक्का स्ट्रेट के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र लगातार मजबूत होता जा रहा है और धीरे-धीरे बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है।

IMD ने कहा है कि कोमोरिन और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के आस-पास के इलाकों में 25 नवंबर के आसपास इसकी वजह से एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों में इसके दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर एक अवदाब में बदलने की बहुत संभावना है। इसके बाद यह सिस्टम 26 नवंबर के आसपास 'चक्रवात सेन्यार' (Cyclone Senyar) का रूप ले सकता है। इसकी वजह से अंडमान से लेकर ओडिशा के तटीय इलाकों तक 25 से 29 नवंबर के बीच भारी बारिश होने की संभावना है।



IMD ने कहा है कि यह निम्न दबाव का क्षेत्र लगातार पश्चिम-उत्तर और उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिसके अगले 48 घंटों में दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, इसकी वजह से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 25-29 नवंबर के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है, जबकि तमिलनाडु में 25-27 के दौरान, केरल और माहे में 24-26, लक्षद्वीप में 24, तटीय आंध्र प्रदेश में 29 नवंबर को भारी वर्षा होने की बहुत संभावना है और तमिलनाडु में 24 और 28-30 नवंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 30 नवंबर को बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान हवाएं 65 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल सकती हैं और मूसलाधार बारिश हो सकती है।

*24 घंटों में चक्रवाती तूफान बन जाएगा*

मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से रविवार को कावेरी डेल्टा, तमिलनाडु के दक्षिणी और दक्षिणी तटीय जिलों में भारी बारिश हुई है और अगले 24 घंटों में यह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा। IMD ने यह भी कहा है कि मंगलवार से एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की भी संभावना है, जिससे उत्तरी-पूर्वी मानसून की सक्रियता और बढ़ जाएगी। IMD के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व अरब सागर में निचले क्षोभमंडल में भी एक ऊपरी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसकी वजह से दक्षिण के राज्यों में अगले कुछ दिनों में तेज बारिश होने की उम्मीद है।

*अभी मुख्य भूमि से लगभग 1,000 KM दूर*

आईएमडी की तरफ से जारी ताजा अपडेट के मुताबिक, फिलहाल यह सिस्टम मलक्का जलडमरूमध्य और दक्षिण अंडमान सागर के आसपास सक्रिय है और धीरे-धीरे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रही है। यह सिस्टम अभी मुख्य भूमि से लगभग 1,000 किलोमीटर दूर है, इसलिए इसके सटीक रूट और असर के बारे में साफ जानकारी आज शाम तक मिल सकेगी। चक्रवात से निपटने के लिए भी IMD ने चेतावनी जारी की है और कहा है कि दक्षिण अंडमान सागर में में 27 नवंबर तक मछुआरे न जाएं। वहीं दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 25 से 28 नवंबर तक मछुआरों के जाने पर चेतावनी जारी करते हुए प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है। मन्नार की खाड़ी, तमिलनाडु, पुदुचेरी, और श्रीलंका के तटीय इलाकों में 29 नवंबर तक और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों के लिए यह चेतावनी 30 नवंबर तक जारी की गई है।

*Cyclone Senyar नाम का क्या अर्थ*

मौसम वैज्ञानिकों का आंकलन है कि 26 नवंबर के बाद यह तूफान तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ेगा या उत्तर की ओर मुड़कर ओडिशा-बांग्लादेश की तरफ मुड़ सकता है। इसीलिए IMD ने कहा है कि अगला 48 घंटा काफी अहम है। चक्रवात का नाम सेन्यार (Cyclone Senyar) संयुक्त अरब अमीरात ने दिया है, जिसका अर्थ 'शेर' होता है।

रविवार, 23 नवंबर 2025

नयी दिल्ली: पति और उसकी शादीशुदा प्रेमिका को मनाकर ले जा रही थी पत्नी, चलती ट्रेन से कूद गए दोनों

नयी दिल्ली :दिल्ली -मथुरा रेल ट्रैक पर कोसीकलां क्षेत्र में कोटवन स्थित पंचवटी हनुमान मंदिर के पास शनिवार तड़के दौड़ती ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन से प्रेमी युगल कूद गए। घटना में युवक की मौत हो गई, जबकि युवती गंभीर है।

उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। दोनों पहले से शादीशुदा थे और गुरुग्राम में रहे थे। जहां से युवक की पत्नी ने परिजनों के साथ पहुंचकर उन्हें पकड़ लिया और परिजन दोनों को बिहार ले जा रहे थे।



शुक्रवार, 21 नवंबर 2025

नयी दिल्ली: नकली ORS पर कसा शिकंजा, FSSAI ने दिया दुकानों से सभी भ्रामक उत्पादों से हटाने का आदेश

नयी दिल्ली :देशभर में खाद्य सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच FSSAI ने एक बड़ा कदम उठाते हुए ऐसे सभी पेय उत्पादों को तत्काल बाजार से हटाने का आदेश जारी किया है, जो ORS नाम का उपयोग तो करते हैं, लेकिन WHO द्वारा निर्धारित मानकों का पालन नहीं करते.


ये उत्पाद दुकानों, सुपरमार्केट, मेडिकल शॉप और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तक पर बेचे जा रहे थे. इस भ्रामक मार्केटिंग को गंभीर उल्लंघन मानते हुए FSSAI ने सभी राज्यों को तत्काल सख्त कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं.

यह निर्देशों का उल्लंघन: FSSAI ने स्पष्ट किया कि किसी भी फल-आधारित पेय, एनर्जी ड्रिंक या इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक को 'ORS' नाम से बेचना, जबकि वे WHO-मानक पूरे नहीं करते, खाद्य सुरक्षा अधिनियम का सीधा उल्लंघन है. अक्टूबर में जारी निर्देशों के बावजूद कई ब्रांड इस शब्द का गलत इस्तेमाल कर रहे थे, जिसके बाद यह सख्त आदेश जारी किया गया.

तत्काल प्रभाव से लागू हो आदेश: सभी राज्यों और जिलों के अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि तुरंत निरीक्षण तेज किए जाएं. बाजार में ऐसे सभी उत्पाद चिह्नित किए जाएं जो ORS नाम या लेबल का दुरुपयोग कर रहे हैं. ऐसे उत्पादों को तुरंत बिक्री से हटाकर संबंधित कंपनियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए.

पहचान कर तुरंत हटाए जाएं भ्रामक उत्पाद: FSSAI ने निर्देश दिया है कि फील्ड ऑफिसर दुकानों, गोदामों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिक रहे पेय पदार्थों की निगरानी बढ़ाएं. हर गैर-अनुपालन उत्पाद को चिन्हित कर बाजार से हटाया जाएगा. साथ ही, उठाए गए कदमों और की गई कार्रवाई का विस्तृत रिपोर्ट तुरंत मुख्यालय को भेजा जाना अनिवार्य है.

असली ओआरएस को बचाने की मुहीम: FSSAI ने साफ किया है कि यह कार्रवाई केवल फूड प्रोडक्ट्स पर लागू होगी, असली ORS दवाओं पर नहीं. दवाओं के रूप में नोटिफाइड ORS उत्पाद ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के अंतर्गत आते हैं और इनकी बिक्री, वितरण या भंडारण पर कोई रोक नहीं होगी. फील्ड ऑफिसर को सख्त निर्देश हैं कि किसी भी WHO-रिकमेंडेड ORS दवा पर न तो सैंपलिंग की जाएगी, न सीजर.

गुरुवार, 20 नवंबर 2025

नई दिल्ली: गवर्नर की शक्तियों पर सुप्रीम फैसला आज

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को राष्ट्रपति के रेफरेंस पर अपनी राय जारी करेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कोर्ट से पूछा है कि क्या राज्य विधानसभाओं द्वारा पास किए गए बिलों पर कार्रवाई के लिए गवर्नर पर कोई समय सीमा तय की जा सकती है, जब संविधान में ऐसी कोई निश्चित टाइमलाइन न हो।



चीफ जस्टिस बी.आर. गवई की अगुवाई वाली बेंच ने 11 सितंबर को केंद्र और विपक्ष शासित राज्यों की ओर से 10 दिन तक सुनवाई की और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।

यह मामला तमिलनाडु बिल विवाद से शुरू हुआ था। अप्रैल 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 142 के तहत तमिलनाडु में 10 बिलों को मंजूरी देने में गवर्नर की देरी को गैर-कानूनी ठहराया था। कोर्ट ने विधानसभा द्वारा पास किए गए बिलों को राष्ट्रपति और गवर्नर के सामने मंजूरी के लिए तीन महीने की डेडलाइन तय की थी।

अब राष्ट्रपति ने आर्टिकल 143 के तहत कोर्ट से यह भी पूछा है कि गवर्नर को बिल पर अपने विकल्प इस्तेमाल करते समय मंत्रिमंडल की सलाह लेना जरूरी है या नहीं। साथ ही यह सवाल भी उठाया गया है कि क्या गवर्नर संवैधानिक विवेक का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि आर्टिकल 361 के तहत उनके निर्णयों पर ज्यूडिशियल रिव्यू नहीं हो सकता।

सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला संविधान, गवर्नर के अधिकार और राष्ट्रपति की एडवाइजरी शक्तियों के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

नई दिल्ली: SS राजामौली पर हिंदू सेना ने किया FIR, वीडियो वायरल, बोले थे- राम नहीं पसंद

नई दिल्ली: SS राजमौली के खिलाफ हाल ही में हिंदू सेना द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसके पीछे एक पुराने वीडियो और ट्वीट की वजह से विवाद हुआ है। इस खबर का पूरा विवरण और SEO पैक नीचे दिया गया है। सभी जानकारियां पूरी तरह तथ्यों पर आधारित हैं और किसी भी प्रकार से गलत नहीं हैं.​



हैदराबाद इवेंट में क्या हुआ: 17 नवंबर को हैदराबाद में निर्देशक SS Rajamouli की फिल्म ‘वाराणसी’ के ट्रेलर लॉन्च इवेंट के दौरान तकनीकी खराबी हुई थी। इस दौरान राजामौली ने मंच पर मजाकिया अंदाज में कहा, "मैं भगवान को नहीं मानता, लेकिन मेरे पिता कहते थे, जब परेशानी आए तो भगवान हनुमान तुम्हारी मदद करेंगे। अब देखना है कि इस बार मेरी पत्नी, जो हनुमान की भक्त हैं, उनके हनुमान मेरी मदद करते हैं या नहीं।" इस बयान को कई सोशल मीडिया यूजर्स ने गलत तरीके से लिया और कुछ ने इसे आस्था के अपमान के तौर पर देखा.​

SS राजामौली पर हिंदू सेना ने किया FIR: वीडियो वायरल, बोले थे- राम नहीं पसंद

SS राजामौली का पुराना ट्वीट

वीडियो और पुराने ट्वीट ने क्यों बढ़ाया विवाद

इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसी के साथ SS Rajamouli का 2011 का ट्वीट भी चर्चा में आया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि उन्होंने कभी भगवान राम को पसंद नहीं किया, बल्कि भगवान कृष्ण उनके सबसे पसंदीदा अवतार हैं। इस पुराने ट्वीट को नए विवाद से जोड़कर वायरल किया गया और आलोचनाओं की बाढ़ आ गई.​

हिंदू सेना की शिकायत और मांग: हिंदू सेना के अध्यक्ष ने तुरंत इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि राजामौली जानबूझकर हिंदू भावनाओं का अपमान कर रहे हैं। संगठन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और जल्द से जल्द राजामौली पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.​

सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाएँ: सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर दो तरह की प्रतिक्रियाएँ सामने आईं कुछ यूजर्स ने राजामौली के बयान को मजाक के तौर पर लिया, जबकि कई लोगों ने इसे हिंदू आस्था का अनादर बताया। ट्विटर पर पुराने ट्वीट को साझा करते हुए राजामौली को ट्रोल किया गया और ‘राम का अपमान’ कहकर आलोचना हुई.

मंगलवार, 18 नवंबर 2025

नई दिल्ली: यूं ही भारत नहीं आ रहे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, अमेरिका से चीन तक की बढ़ गई है धड़कन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अगले महीने होने वाली भारत यात्रा मौजूदा जियोपॉलिटिक्स के लिए सामान्य से कहीं बढ़कर है। भारत-रूस 23वें वार्षिक सम्मेलन से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर मॉस्को में हैं, तो पुतिन के खास सलाहकार पूर्व रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा कलाकार निकोलाई पेत्रुशेव दिल्ली में मुलाकातों के दौर में लगे हैं। जयशंकर जहां अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव से मिल चुके हैं, वहीं निकोलाई ने एनएसए अजीत डोभाल, मैरीटाइम सिक्योरिटी कोऑर्डिनेटर वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल से मुलाकात की है। ये मुलाकात पुतिन की भारत यात्रा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत से पहले आपसी रिश्तों को नए आयाम देने के लिए मजबूत आधार तैयार करने के लिए हुई हैं।



पुतिन की भारत यात्रा, दुनिया को बड़ा संदेश: अभी वैश्विक राजनीति जिस मोड़ पर है, इसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा यह संदेश देने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है कि भारत सामरिक, आर्थिक और कूटनीतिक स्तर पर अपनी स्वतंत्र भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत और रूस की ओर से यह साफ संदेश देने का प्रयास है कि अमेरिका या पश्चिमी देशों के साथ रिश्ते अलग हैं, लेकिन भारत के लिए अपने लंबे समय के सहयोगी रूस का साथ छोड़ना कतई मुमकिन नहीं है। वहीं, रूस के लिए यह पश्चिम से अलग एक बड़ी आर्थिक और लोकतांत्रिक शक्ति के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने का एक बेहतरीन मौका है। भारत उसके लिए ऐसा मुल्क है, जो भरोसेमंद है और जहां से एक बड़ा रास्ता ग्लोबल साउथ की ओर भी जाता है, जो पश्चिम के अलगाव से निपटने का बड़ा माध्यम साबित हो सकता है।

रक्षा, क्रिटिकल मिनरल्स क्षेत्र में भी बिग डील: तेल के अस्थिर बाजार में रूस से किफायती दरों पर लंबे समय तक यह हासिल करते रहना भारत के लिए एक बहुत बड़ी वित्तीय जीत है। यह भारत के लिए एक व्यावसायिक जीत तो है ही, दोनों मुल्कों की ओर से दूरगामी भू-राजनीतिक संदेश भी। दोनों देश क्रिटिकल मिनरल्स को लेकर भी सहयोग कर रहे हैं, यह भारत के स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्य के अनुसार भी है और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और अत्याधुनिक उद्योगों के लिए आवश्यक भी। पुतिन की इस यात्रा के दौरान इसके अलावा रक्षा क्षेत्र में जिस बात को लेकर सबसे बड़ी संभावना जताई जा रही है, वह है पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट एसयू-57 को लेकर कोई बड़ा समझौता होने की उम्मीद। भारत, रूस के साथ मिलकर एसयू-57 भी तैयार करना चाहेगा तो उसके मौजूदा उपकरणों के भारत में निर्माण का रास्ता भी निकालने की कोशिश करेगा, ताकि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को भी बूस्टर डोज मिल सके।

आर्कटिक क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग भी बड़ा मुद्दा: भारत और रूस उन देशों में शामिल हैं, जो आपसी कारोबार के लिए अमेरिकी डॉलर के प्रभुत्व के विकल्प पर विचार करने का भी संकेत देते रहे हैं। कई अन्य देश भी इस तरह की चिंताओं में शामिल हैं। पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी राष्ट्रपति ने जिस तरह से भारत समेत अन्य देशों के खिलाफ टैरिफ को हथियार बनाकर इस्तेमाल किया है, उसके पीछे भी अमेरिकी डॉलर के विकल्प पर विचार का खुन्नस भी है। इसी तरह से आर्कटिक क्षेत्र में सहयोग भी भारत और रूस के लिए विचार का एक अहम विषय हो सकता है।

चीन और ग्लोबल साउथ के देशों को भी संदेश: अमेरिका ने भारत पर रूस से दूर होने के लिए दबाव डालने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाकर देख ली। ऐसे समय में पुतिन की भारत यात्रा से यह सीधा संदेश निकलता है कि जब बात भारत के संप्रभुत्व सोच और राष्ट्रहित की बात आती है तो दुनिया की कोई ताकत या आलोचना उसे प्रभावित नहीं कर सकता। पुतिन की यह यात्रा चीन के लिए भी सीधे संदेश की तरह है। उसे भी मालूम होगा कि भारत के लिए अमेरिकी साझेदारी ही सिर्फ मायने नहीं रखती, अन्य वैश्विक शक्तियों के साथ भी यह स्वतंत्र सामरिक संबंध कायम रखने में सक्षम है। इसी तरह ग्लोबल साउथ के देशों के लिए भी यह स्पष्ट संदेश है कि भारत की रणनीतिक साझेदारी आर्थिक, रक्षा और तकनीकी हितों पर आधारित ठोस और दीर्घकालिक सोच पर आधारित है।

कुल मिलाकर व्लादिमीर पुतिन की यह भारत यात्रा प्रतीकात्मक से कहीं ज्यादा होने वाली है। इस दौरान दोनों मित्र राष्ट्रों के बीच बड़े रक्षा, ऊर्जा और व्यापारिक समझौते होने के आसार हैं। जहां इसके जरिए भारत अपनी कूटनीतिक स्वायत्तता को और मजबूती से रख रहा है, वहीं रूस भी अपने मित्र राष्ट्र के साथ संबंधों को और मजबूती देने के लिए उत्साहित है।

सोमवार, 17 नवंबर 2025

नयी दिल्ली: मक्का से मदीना जा रही बस का एक्सीडेंट, हैदराबाद के 42 उमरा तीर्थ यात्रियों की दर्दनाक मौत!

नयी दिल्ली :सऊदी अरब में सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें हैदराबाद के कम से कम 42 उमरा तीर्थयात्रियों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। यह हादसा भारतीय समयानुसार रात 1:30 बजे मक्का से मदीना जा रही एक यात्री बस और डीजल टैंकर की भीषण टक्कर के बाद हुआ।



शुरुआती जानकारी के मुताबिक दुर्घटना मुफरिहत इलाके में हुई। बताया जा रहा है कि बस में करीब 20 महिलाएं और 11 बच्चे सवार थे। हालांकि, अभी मौत का आधिकारिक आंकड़ा कंफर्म नहीं किया गया है। इमरजेंसी टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

रविवार, 16 नवंबर 2025

IND vs SA : ICU में एडमिट हुए कप्तान Shubman Gill, गर्दन में दर्द के बाद कोलकाता टेस्ट से बाहर

नई दिल्ली : भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल की तबीयत शनिवार यानी 15 नवंबर की रात अचानक बिगड़ गई। गर्दन के तेज दर्द की शिकायत बढ़ने पर उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।




शनिवार, 4 अक्टूबर 2025

अब छठ पूजा में यमुना में नहीं दिखेगा झाग! दिल्ली सरकार का खास प्लान तैयार

दिल्ली सरकार ने यमुना नदी में जमी गाद और अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक से सर्वे कराने का फैसला किया है।


इस सर्वे के द्वारा 48 किलोमीटर क्षेत्र में गाद की स्थिति का आकलन किया जाएगा। इसके साथ ही नजफगढ़ ड्रेन का भी सर्वे होगा।


सोमवार, 22 सितंबर 2025

पीएम मोदी का 19 मिनट का राष्ट्र के नाम संबोधन, बोले- GST रिफॉर्म्स से सबका मुंह मीठा होगा

दिल्ली: हर दुकान को स्‍वदेशी से सजाना है, वो सामान खरीदें मेड इन इंडिया हो

दिल्ली :-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST 2.0 की नई दरों के लागू होने से पहले देश को संबोधित किया. पीएम मोदी का 19 मिनट का ये 'एड्रेस टू द नेशन' 22 सितबंर से देश में जीएसटी 2.0 की नई दरें लागू होने से पहले हुआ.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन के जरिए लोगों से स्वदेशी अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि गर्व से कहो कि मैं स्वदेशी खरीदता हूं. उन्होंने कहा कि स्वदेशी अपनाने से देश का विकास होगा और दुनिया के सामने हमारा सीना गर्व से चौड़ा होगा. पीएम मोदी ने इस संबोधन में GST रिफॉर्म्स को बचत उत्सव करार दिया.

पीएम मोदी बोले - हमें ‘नागरिक देवो भव’ के मंत्र पर चलना होगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, …हम ‘नागरिक देवो भव’ के मंत्र पर चलते हुए आगे बढ़ रहे हैं और इसका असर हमें अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों में भी दिख रहा है. अगर हम आयकर में दी गई छूट और जीएसटी में दी गई छूट को जोड़ दें, तो सिर्फ एक साल में लिए गए फैसलों से देश की जनता को 2.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत होगी। और इसी वजह से मैं कहता हूँ, यह एक बचत महोत्सव है.

देश दर्जनों टैक्स से मुक्त हुआ: देश के नाम संबोधन में बोले पीएम मोदी: पीएम मोदी ने कहा, जब आपने हमें 2014 में सेवा का अवसर दिया तो हमने जनहित में, देशहित में जीएसटी को अपनी प्राथमिकता बनाया. हमने हर स्टेक होल्डर से चर्चा की, हमने हर राज्यों की हर शंका का निवारण किया. हर सवाल का समाधान खोजा. सभी राज्यों को, सबको साथ लेकर आजाद भारत का इतना बड़ा टैक्स रिफॉर्म्स संभव हो पाया. यह केंद्र और राज्यों के प्रयासों का नतीजा था कि आज देश दर्जनों टैक्स से मुक्त हुआ.

ज्‍यादा टैक्‍स का बोझ गरीबों को उठाना पड़ता था: पीएम मोदी: GST लागू होने से पहले लाखों कंपनियों और देश के करोड़ों लोगों को विभिन्न करों के जटिल जाल से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. एक शहर से दूसरे शहर सामान भेजने की लागत में जो वृद्धि होती थी, उसका बोझ अंततः गरीबों को उठाना पड़ता था यह लागत ग्राहकों से वसूली जाती थी. देश को इस स्थिति से बाहर निकालना अत्यंत आवश्यक था. इसलिए जब आपने हमें वर्ष 2014 में सेवा का अवसर दिया, तो हमने जनहित और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए जीएसटी को अपनी प्राथमिकता बनाया. हमने प्रत्येक हितधारक से संवाद किया और राज्यों को भी इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनाया. सभी को साथ लेकर ही आज़ाद भारत में इतना व्यापक कर सुधार संभव हो सका.

अलग अलग जाल में उलझे थे व्‍यापारी, पीएम मोदी ने सुनाया क‍िस्‍सा: पीएम मोदी ने कहा, देश के व्‍यापारी अलग अलग टैक्‍स के जाल में उलझे हुए थे. एंट्री टैक्‍स, सेल्‍स टैक्‍स, एक्‍साइज, सर्विस टैक्‍स, वैट… न जाने दर्जनों टैक्‍स हमारे व्‍यापार‍ियों पर थे. एक जगह से दूसरे जगह माल भेजना हो तो न जाने क‍ितने फार्म भरने होते थे. क‍ितनी रुकवाटें थीं, जब 2014 में देश ने मुझे ज‍िम्‍मेदारी सौंपी तो उसी वक्‍त एक विदशी अखबार में एक खबर छपी. लिखा था क‍ि अगर एक कंपनी को बेंगलुरु से हैदराबाद अपना सामान भेजना हो तो इतना कठ‍िन था क‍ि वह कंपनी अपना सामान बेंगलुरु से यूरोप भेजे और फ‍िर वही सामान यूरोप से हैदराबाद भेजे. यह तब के हालात थे. यह सिर्फ एक पुराना उदाहरण है. तब ऐसी लाखों कंपन‍ियों को झेलना होता है.






इस फेस्टिव सीजन हर देशवासी का मुंह मीठा होगा...', PM मोदी ने गिनाए GST 2.0 के फायदे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम पांच बजे राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने गरीबी को हराने, न्यू मिडिल क्लास, लघु, सूक्ष्म और कुटीर उद्योग, स्वदेशी, आत्मनिर्भर भारत और नवरात्रि उत्सव पर चर्चा की. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में नवरात्रि के शुभारंभ की घोषणा करते हुए देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं. उन्होंने बताया कि 22 सितंबर से नवरात्रि का प्रथम दिवस है और इसी दिन से नया नेक्स्ट जेनेरेशन जीएटी लागू किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने इस अवसर को विशेष बताते हुए कहा कि यह केवल एक त्योहार का समय नहीं, बल्कि आर्थिक विकास और कर प्रणाली में सुधार का भी महत्वपूर्ण फेज है.

उन्होंने कहा कि पिछले 11 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले और न्यू मिडिल क्लास में शामिल हुए.  नई जीएसटी दरों से गरीब और मध्यम वर्ग दोनों को लाभ मिलेगा. जीएसटी कम होने से MSMEs को डबल फायदा होगा. 

उन्होंने नागरिकों से मेड इन इंडिया उत्पाद खरीदने और स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया है. कल से नवरात्रि के पहले दिन से देश में नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म लागू होने जा रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि इस बचत उत्सव से घर बनाना, इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना, स्कूटर या कार लेना और यात्रा करना सब आसान और सस्ता हो जाएगा. जीएसटी कम होने से माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) को भी डबल फायदा होगा. उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स की बोझ कम होगा. यही देश की समृद्धि का आधार हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जैसे देश की स्वतंत्रता को स्वदेशी के मंत्र ने ताकत दी, वैसे ही आज देश की समृद्धि को भी स्वदेशी से ही शक्ति मिलेगी. आज हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी में कई विदेशी चीजें जुड़ गई हैं. हमें पता तक नहीं है कि हमारे जेब में कंघी विदेशी है या देसी. हमें इनसे मुक्ति पाना होगी और वही सामान खरीदना होगा जो मेड इन इंडिया हो, जिसमें हमारे देश के नौजवानों की मेहनत और हमारे बेटों-बेटियों का पसीना लगा हो.

पीएम मोदी ने नागरिकों से अपील की कि हर घर और हर दुकान को स्वदेशी का प्रतीक बनाना चाहिए. गर्व से कहो – मैं स्वदेशी खरीदता हूं. मैं स्वदेशी सामान बेचता हूं. यह हर भारतीय का मिजाज़ बनना चाहिए. जब ऐसा होगा, भारत तेजी से विकसित होगा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि रिफॉर्म एक निरंतर प्रक्रिया है. समय और जरूरत बदलती है. इसलिए देश की वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म लागू किए जा रहे हैं. ये बदलाव सभी के लिए राहत और अवसर लेकर आएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों को गर्व से कहना चाहिए की मैं स्वदेशी खरीदता हूं. हमें मेड इन इंडिया सामान खरीदना चाहिए. इससे छोटे व्यापारियों को लाभ मिलेगा. हमें आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलना ही होगा. जिन चीजों का निर्माण भारत में किया जा सकता है, उसे यहीं करें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी में किए गए सुधारों से 99 फीसदी चीजें अब 5 फीसदी जीएसटी के दायरे में आ गई है. मध्यम वर्ग के जीवनी में इससे बदलाव आया है. अब ग़रीब को डबल बोनांजा मिल रहा है. पूरे देश के लिए एक जैसी टैक्स व्यवस्था होगी. जीएसटी कम होने से सपने पूरे करने में आसानी होगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बचत उत्सव से हर देशवासी का पैसा बचेगा. कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत हो रही है. कल से हर घर में खुशियां बढ़ेंगी. केंद्र और राज्यों की वजह से ये संभव हो सका है. हर राज्य की शंका समाधान किया गया है. वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार होगा. टैक्स के जाल से परेशानी होती थी, लेकिन जीएसटी रिफॉर्म से सब कुछ आसान बन गया.









नवरात्रि में बाल कटवा सकते हैं, लहसुन-प्याज खा सकते हैं? जानिए क्या नहीं करना चाहिए और क्यों

दिल्ली : पूरा देश माता रानी के आगमन की तैयारियों में व्यस्त है। शक्ति आराधना के महापर्व की शुरुआत 22 सितंबर से होने जा रही है। शारदीय नवरात्रि में मां के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।

2 अक्टूबर 2025 को विजयादशमी के साथ ही इस पर्व की समाप्ति होगी। इस दौरान देवी दुर्गा के आराधक उपवास रखते हैं। साधकों को पूजा-पाठ के अलावा इन नौ दिनों में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए और कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें करने से बचना चाहिए। ताकि व्रत की पवित्रता और शुभता बनी रहे। ज्योतिषियों के अनुसार, सामान्य और छोटी लगने वाली गलतियां आपका व्रत खंडित कर सकती हैं। चलिए जानते हैं नवरात्रि में क्या नहीं करना चाहिए।

1.लहसुन-प्याज खाने को क्यों किया जाता है मना?

धर्म के जानकारों के मुताबिक, नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन को त्याग देना चाहिए। इन नौ दिनों में मांस, मछली और अंडा नहीं खाना चाहिए। इसके साथ ही प्याज और लहसुन का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये तामसिक माने जाते हैं। इन चीजों का उपयोग व्रत में पूरी तरह से वर्जित है।

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, प्याज और लहसुन को राहु और केतु का प्रतीक माना गया है। अमृतपान करने वाले दैत्य को जब भवगवान विष्णु ने दो सुदर्शन चक्र से दो हिस्सो में अलग कर दिया जब उसके रक्त की दो बूंदे धरती पर गिरीं, जिससे लहसुन-प्याज की उत्पत्ति हुई। इसी कारण ये तामसिक भोजन में आते हैं।

वहीं, इसके पीछे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल, शारदीय नवरात्री सितंबर से अक्टूबर माह के बीच में शुरु होते हैं। जब शरद ऋतु से शीत ऋतु आती है। मौसम में आ रहे बदलाव के चलते हमारे बॉडी की इम्युनिटी कम हो जाती है। ऐसे में खाने में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर की गर्मी बढ़ती है।

2.क्या नवरात्रि में बाल कटवा सकते हैं?

ज्योतिषों की माने तो नवरात्रि के दौरान दाढ़ी, बाल और नाखून काटने से परहेज करने को कहा जाता है। यह केवल बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक शुद्धता का भी पर्व है। इन दिनों साधकों को अपना शरीर प्राकृतिक अवस्था में ही रखना चाहिए। आध्यात्मिक कारण है कि इन दिनों हमें अपनी भौतिक इच्छाओं और जरूरतों को कम से कम रखना चाहिए, क्योंकि यह समय तपस्या और साधना का होता है।

3.चमड़े का सामान ना पहने

शक्ति की उपासना के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इस दौरान साधक को जितनी हो सके अपनी शारीरिक और मानसिक शुद्धता बनाए रखना चाहिए। इसके लिए इन नौ दिनों में चमड़े से बनी चीजों जैसे बेल्ट, पर्स और जूते का उपयोग करने से बचना चाहिए। चमड़ा पशुओं की खाल से तैयार किया जाता है। ऐसे में इसका उपयोग इन दिनों में वर्जित बताया गया है।

4.दिन के समय नहीं करना चाहिए आराम

ये नौ दिन पूरी तरह से देवी दुर्गा को समर्पित होते हैं। ऐसे में अगर मां को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो साधकों को दिन के समय में नींद लेने से बचना चाहिए। इस पावन पर्व पर वातावरण में एक अद्भुत ऊर्जा होती है। ऐसे में इस दौरान अपना ज्यादा ज्यादा समय देवी का ध्यान, पूजा-पाठ और धर्म ग्रंथों का पाठ करने में लगाना चाहिए।

डिस्क्लेमर : यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। न्यूज़ फास्ट एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।






बुधवार, 10 सितंबर 2025

करिश्मा कपूर के बच्चों ने पिता की प्रॉपर्टी के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया

नई दिल्ली । बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के बच्चों ने अपने पिता संजय कपूर की संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसमें उन्होंने सौतेली मां प्रिया कपूर पर वसीयत बदलने का आरोप लगाया है।

संजय कपूर और करिश्मा कपूर के बच्चों (समायरा कपूर और कियान कपूर) ने इस याचिका में खुद को संजय कपूर का कानूनी उत्तराधिकारी होने के नाते हर संपत्ति में पांचवां हिस्सा देने की मांग की है। बता दें कि संजय कपूर अपने पीछे करीब 30 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति छोड़ गए हैं।

इस याचिका में कहा गया है कि उनकी सौतेली मां प्रिया ने संजय की वसीयत में जालसाजी की है। वादी पक्ष का कहना है कि उनके पिता की वसीयत कानूनी और वैध दस्तावेज नहीं है, बल्कि जाली है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि यही वजह है कि उनको वसीयत की मूल प्रति अभी तक दिखाई नहीं गई है और न ही उसकी कॉपी उन्हें दी गई है।







चाय में सबसे पहले क्या डालें पत्‍ती, चीनी या दूध? 90% लोग गलत तरीके से बनाते हैं चाय, जान‍िए डालने और पकाने का सही समय

नयी दिल्ली :सुबह की नींद खुलते ही सबसे पहले अगर किसी चीज की तलब लगती है, तो वो है एक कप गरमा गर्म चाय. दिमाग तरोताजा करने से लेकर थकान दूर करने तक, चाय हमारे लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुकी है.

ऑफिस जाते वक्त हो या दोस्तों के साथ गपशप का टाइम, चाय हर मौके को खास बना देती है. भारत में तो चाय सिर्फ एक ड्रिंक नहीं बल्कि इमोशन है, तभी तो बहुत से लोगों का दिन चाय के बिना शुरू ही नहीं होता. कुछ तो ऐसे भी हैं जो रात को सोने से पहले भी चाय पीना नहीं भूलते. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चाय का स्वाद इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे किस तरह से बनाते हैं? जी हां, चाय पत्ती, चीनी और दूध डालने का सही समय ही तय करता है कि आपकी चाय कितनी स्वादिष्ट और परफेक्ट बनेगी. और आप ने एक कप बेहतरीन चाय पी ली तो समझ जाइए आपका द‍िन बन जाएगा. चल‍िए आपको स्‍वाद‍िष्‍ट चाय बनाने का तरीका बताते हैं, जो आपको बहुत पसंद आएगा और इससे गाढ़ी चाय बनेगी.

*अच्छी चाय बनाना क्यों है खास?*

बहुत से लोग सोचते हैं कि चाय बनाना तो आसान है. बस पानी, दूध, पत्ती और चीनी डालो और चाय तैयार. लेकिन असल में चाय बनाना एक कला है. अगर इसे सही स्टेप्स में बनाया जाए तो इसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है. वहीं अगर गलत तरीके से बनाएं तो इसका असर स्वाद, सेहत और मूड तीनों पर पड़ता है.

*पहला स्टेप: पानी और पत्ती*

चाय बनाने की शुरुआत हमेशा पानी से होती है. सबसे पहले पैन में पानी डालकर उबालें. जब पानी उबल जाए, तभी उसमें चाय पत्ती डालें. इसे करीब 5 मिनट तक उबालने दें. इसी समय आप चाहें तो अदरक या इलायची भी डाल सकते हैं. इससे चाय का स्वाद और भी खास हो जाएगा.

*दूसरा स्टेप: चीनी कब डालें?*

ज्यादातर लोग यही गलती करते हैं कि दूध डालने के बाद चीनी डालते हैं. असल में सही समय है. पानी और पत्ती उबलने के बाद. जब फ्लेवर पानी में अच्छे से आ जाए, तब चीनी डालें और अच्छी तरह घुलने दें.

*तीसरा स्टेप: दूध डालने का सही वक्त*

चीनी घुल जाने के बाद दूध डालें. इसके बाद चाय को धीमी आंच पर 5 मिनट तक पकाएं. धीरे-धीरे चाय का रंग गाढ़ा होगा और टेस्ट बैलेंस्ड हो जाएगा. यही है परफेक्ट चाय का असली सीक्रेट.

लोग करते हैं ये आम गलतियां

सारी चीजें एक साथ डालना पानी, दूध, पत्ती और चीनी सब कुछ एक साथ डाल देने से चाय का टेस्ट बिगड़ जाता है.

ज्यादा देर तक उबालना- कई लोग सोचते हैं कि ज्यादा देर तक पकाने से स्वाद बढ़ जाएगा, जबकि सच ये है कि इससे चाय कड़वी हो जाती है और गैस-एसिडिटी की दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं.

बहुत ज्यादा पत्ती डालना- कुछ लोग ज्यादा कड़क चाय के लिए पत्ती डाल देते हैं, जिससे स्वाद खराब होने के साथ-साथ सेहत पर भी असर पड़ सकता है.

हेल्थ और चाय का रिश्ता

सही तरीके से बनी चाय आपको फ्रेशनेस, एनर्जी और मूड बूस्ट देती है.0वहीं गलत तरीके से बनी चाय पेट की समस्याएं और एसिडिटी बढ़ा सकती है.इसलिए हमेशा बैलेंस मात्रा में ही पत्ती, दूध और चीनी का इस्तेमाल करें.




उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग शुरू, PM मोदी ने सबसे पहले डाला वोट

न्यू दिल्ली : भारत के 15वें उपराष्ट्रपति पद के लिए सोमवार को वोटिंग शुरू हो गई। PM नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अपना वोट डाला। इस चुनाव में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की ओर से सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष की ओर से बी. सुदर्शन रेड्डी उम्मीदवार हैं। मतदान सुबह 10 बजे से शुरू हुआ, जो शाम 5 बजे तक चलेगा। परिणामों की घोषणा रात 7 बजे तक होने की संभावना है। उपराष्ट्रपति पद के लिए संसद के दोनों सदनों—लोकसभा और राज्यसभा—के सांसद मतदान करते हैं। राज्यसभा के नामित सदस्य भी वोट डालने के पात्र होते हैं।

बीजेपी की रणनीति बैठक: वोटिंग से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अलग-अलग समूहों में सांसदों के साथ रणनीति बनाई।

यूपी के सांसद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के दफ्तर, वाणिज्य भवन में जुटे।

महाराष्ट्र के सांसद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के आवास पर बैठक में शामिल हुए।

बिहार और झारखंड के सांसद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के घर पर एकत्र हुए।

एनडीए की जीत का दावा: बीजेपी नेताओं ने राधाकृष्णन की जीत को लेकर पूरा भरोसा जताया। राज्यसभा सांसद रामभाई मोकारिया ने कहा, “सीपी राधाकृष्णन की जीत 100 प्रतिशत तय है। हमारा लक्ष्य उन्हें बड़े अंतर से जिताना है।” वहीं, भाजपा सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा, “देशभर में उत्साह का माहौल है। पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए को भारी बहुमत मिलेगा और यह खुशी का मौका है।”

विपक्ष का दावा: दूसरी ओर विपक्ष ने इस चुनाव को “वैचारिक लड़ाई” बताया है। हालांकि, संख्याबल अभी भी सत्तारूढ़ एनडीए के पक्ष में है, जिससे राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है।





गुरुवार, 4 सितंबर 2025

नई दिल्ली: आनंद विहार लिए और 10 जोड़ी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का किया जाएगा परिचालन

आगामी पर्व त्यौहारों के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर उनकी सुविधा हेतु पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के विभिन्न स्टेशनों से नई दिल्ली/दिल्ली/आनंद विहार के मध्य और 10 जोड़ी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा जिनका विवरण निम्नानुसार है - 

1. गाड़ी सं. 04450/04449 नई दिल्ली-दरभंगा-नई दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल* (समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर-छपरा-गोरखपुर-ऐशबाग के रास्ते) - गाड़ी सं. 04450 नई दिल्ली-दरभंगा फेस्टिवल स्पेशल 29.09.25 से 30.11.25 तक प्रतिदिन नई दिल्ली से 15.10 बजे खुलकर अगले दिन  16.30 बजे दरभंगा पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04449 दरभंगा-नई दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल 30.09.25 से 01.12.25 तक प्रतिदिन दरभंगा से 18.15 बजे खुलकर अगले दिन 23.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी ।  

*2. गाड़ी सं. 04454/04453 नई दिल्ली-मानसी-नई दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल* (खगड़िया-बरौनी-शाहपुर पटोरी-हाजीपुर-गोरखपुर-ऐशबाग के रास्ते) - गाड़ी सं. 04454 नई दिल्ली-मानसी फेस्टिवल स्पेशल 29.09.25 से 30.11.25 तक प्रतिदिन नई दिल्ली से 20.00 बजे खुलकर अगले दिन 23.30 बजे मानसी पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04453 मानसी-नई दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल 01.10.25 से 02.12.25 तक प्रतिदिन मानसी से 01.10 बजे खुलकर अगले दिन 03.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी ।                      

*3. गाड़ी सं. 04456/04455 नई दिल्ली-धनबाद-नई दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल* (गोमो-कोडरमा-गया-डीडीयू-वाराणसी के रास्ते) - गाड़ी सं. 04456 नई दिल्ली-धनबाद फेस्टिवल स्पेशल 20.09.25 से 30.11.25 तक प्रतिदिन नई दिल्ली से 22.40 बजे खुलकर अगले दिन 02.20 बजे धनबाद पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04455 धनबाद-नई दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल 22.09.25 से 02.12.25 तक प्रतिदिन धनबाद से 04.00 बजे खुलकर अगले दिन 06.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी ।                           

*4. गाड़ी सं. 04458/04457 आनंद विहार-भागलपुर-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल* (किउल-मोकामा-पटना-डीडीयू-प्रयागराज के रास्ते) - गाड़ी सं. 04458 आनंद विहार-भागलपुर फेस्टिवल स्पेशल 20.09.25 से 30.11.25 तक प्रतिदिन आनंद विहार से 13.40 बजे खुलकर अगले दिन 05.55 बजे पटना जं. रूकते हुए 14.30 बजे भागलपुर पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04457 भागलपुर-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल 21.09.25 से 01.12.25 तक प्रतिदिन भागलपुर से 18.00 बजे खुलकर अगले दिन 02.30 बजे पटना जं. रूकते हुए 22.00 बजे आनंद विहार पहुंचेगी । 

*5. गाड़ी सं. 04064/04063 दिल्ली-भागलपुर-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल* (किउल-नवादा -गया-सासाराम-डीडीयू-प्रयागराज के रास्ते) - गाड़ी सं. 04064 दिल्ली-भागलपुर फेस्टिवल स्पेशल 23.09.25 से 25.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार को दिल्ली से 11.00 बजे खुलकर अगले दिन 10.30 बजे भागलपुर पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04063 भागलपुर-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल 24.09.25 से 26.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक बुधवार भागलपुर से 13.40 बजे खुलकर अगले दिन 15.30 बजे दिल्ली पहुंचेगी।

*6. गाड़ी सं. 04016/04015 आनंद विहार-सीतामढ़ी-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल* (रक्सौल-नरकटियागंज-बगहा-कप्तानगंज-गोरखपुर-लखनऊ के रास्ते) - गाड़ी सं. 04016 आनंद विहार-सीतामढ़ी फेस्टिवल स्पेशल 29.09.25 से 30.11.25 तक प्रतिदिन आनंद विहार से 15.30 बजे खुलकर अगले दिन 15.00 बजे सीतामढ़ी पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04015 सीतामढ़ी-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल 30.09.25 से 01.12.25 तक प्रतिदिन सीतामढ़ी से 16.30 बजे खुलकर अगले दिन 18.15 बजे आनंद विहार पहुंचेगी ।

*7. गाड़ी सं. 04010/04009 दिल्ली-सीतामढ़ी-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल* (रक्सौल-नरकटियागंज- बगहा-गोरखपुर के रास्ते) - गाड़ी सं. 04010 दिल्ली-सीतामढ़ी फेस्टिवल स्पेशल 02.10.25 से 27.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक गुरूवार को दिल्ली से 23.05 बजे खुलकर अगले दिन 22.30 बजे सीतामढ़ी पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04009 सीतामढ़ी-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल 03.10.25 से 28.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को सीतामढ़ी से 23.55 बजे खुलकर अगले दिन 23.58 बजे दिल्ली पहुंचेगी ।

*8. गाड़ी सं. 04008/04007 आनंद विहार-जोगबनी-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल* (पूर्णिया-कटिहार-मानसी-खगड़िया-बरौनी-शाहपुर पटोरी-हाजीपुर-बलिया-गाजीपुर-वाराणसी के रास्ते ) - गाड़ी सं. 04008 आनंद विहार-जोगबनी फेस्टिवल स्पेशल 20.09.25 से 29.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को आनंद विहार से 08.30 बजे खुलकर अगले दिन 17.00 बजे जोगबनी पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04007 जोगबनी-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल 21.09.25 से 30.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक रविवार को जोगबनी से 18.30 बजे खुलकर मंगलवार को 03.00 बजे आनंद विहार  पहुंचेगी ।

*9. गाड़ी सं. 04060/04059 आनंद विहार-जयनगर-आनंद विहार फेस्टिवल सुपरफास्ट स्पेशल* (दरभंगा-समस्तीपुर-बरौनी-मोकामा-पटना-डीडीयू-प्रयागराज के रास्ते ) - गाड़ी सं. 04060 आनंद विहार-जयनगर फेस्टिवल सुपरफास्ट स्पेशल 25.09.25 से 27.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक गुरूवार को आनंद विहार से 09.00 बजे खुलकर अगले दिन 01.00 बजे पटना जं. रूकते हुए 07.30 बजे जयनगर पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04059 जयनगर-आनंद विहार फेस्टिवल सुपरफास्ट स्पेशल 26.09.25 से 28.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को जयनगर से 10.00 बजे खुलकर अगले दिन 08.40 बजे आनंद विहार पहुंचेगी ।

*10. गाड़ी सं. 04070/04069 आनंद विहार-राजगीर-आनंद विहार फेस्टिवल सुपरफास्ट स्पेशल* (बिहार शरीफ-बख्तियारपुर-पटना-डीडीयू-प्रयागराज के रास्ते ) - गाड़ी सं. 04070 आनंद विहार- राजगीर फेस्टिवल सुपरफास्ट स्पेशल 26.09.25 से 28.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को आनंद विहार से 00.20 बजे खुलकर उसी दिन 16.20 बजे पटना जं. रूकते हुए 19.50 बजे राजगीर पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी सं. 04069 राजगीर-आनंद विहार फेस्टिवल सुपरफास्ट स्पेशल 26.09.25 से 28.11.25 तक सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को राजगीर से 23.30 बजे खुलकर अगले दिन 02.00 बजे पटना जं. रूकते हुए 19.00 बजे आनंद विहार पहुंचेगी ।

इसके साथ ही आनंद विहार और पटना के मध्य चलायी जा रही गाड़ी सं. 04090/04089 आनंद विहार-पटना-आनंद विहार स्पेशल के परिचालन अवधि में भी विस्तार करने का निर्णय लिया गया है । अब गाड़ी सं. 04090 आनंद विहार-पटना स्पेशल आनंद विहार से 29.11.2025 तक प्रतिदिन तथा गाड़ी सं. 04089 पटना-आनंद विहार स्पेशल पटना से 30.11.2025 तक प्रतिदिन चलायी जाएगी । 





                       

गुरुवार, 3 जुलाई 2025

30 लाख रुपये भरा टैक्स फिर भी छूट गई जॉब, अब डिप्रेशन में जी रहा जिंदगी, भावुक कर देगी NIT टॉपर की कहानी

नयी दिल्ली :सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर वेंकटेश अल्ला नाम के एक यूजर द्वारा की गई एक पोस्ट ने भारत में नौकरी की सुरक्षा को लेकर बड़ी चर्चा शुरू कर दी है। इस पोस्ट में एक पढ़े-लिखे, अच्छी सैलरी वाले और टैक्स देने वाले पेशेवर ‘मिस्टर सलीम’ की कहानी शेयर की गई है, जिन्होंने हाल ही में अपनी नौकरी खो दी।

सलीम, जो NIT के होनहार स्टूडेंट रह चुके हैं, बेंगलुरु में वार्षिक 43.5 लाख रुपये कमा रहे थे। अल्ला के मुताबिक, उन्हें पिछले महीने नौकरी से निकाला गया और 3 महीने का सेवरेंस पैकेज दिया गया। अच्छी पढ़ाई और टेक सेक्टर में मजबूत करियर के बावजूद, नौकरी जाने के बाद उन्हें कोई ठोस सहायता नहीं मिली।

यह कहानी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और इससे नौकरी की सुरक्षा, बेरोजगारी में सहयोग और भारत में पेशेवरों की असुरक्षा को लेकर गहन चर्चा छिड़ गई है।

30 लाख रुपये से ज्यादा भरा टैक्स

अल्ला के मुताबिक, पिछले साल ही सलीम ने 11.22 लाख रुपए का इनकम टैक्स भरा था और 5 सालों में कुल मिलाकर 30 लाख रुपए से अधिक का टैक्स भुगतान किया था। इसके बावजूद, अल्ला ने कहा कि सलीम को “कोई मदद नहीं मिली। कोई नौकरी की सुरक्षा नहीं। उसके योगदान के लिए कोई सम्मान नहीं।”

अल्ला ने भारत में सामाजिक सुरक्षा के इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी की तीखी आलोचना की, खास तौर पर सैलरीड मिडिल क्लास पेशेवरों के लिए जो टैक्स चुकाते हैं।

सेविंग्स पर गुजारा

उन्होंने पोस्ट मे कहा कि सलीम अब अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए अपनी बचत का इस्तेमाल कर रहे हैं। शुक्र है कि उनके पास कोई होम लोन नहीं है।

इसके अलावा अल्लाह ने बताया कि सलीम डिप्रेशन में चले गए हैं, उन्होंने कहा कि उन्हें "हर तरफ से अकेलापन महसूस हो रहा है।" नौकरी से निकाले जाने के भावनात्मक बोझ और राज्य के समर्थन की कमी ने कथित तौर पर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर डाला है।

“इस देश को बदलने की जरूरत है”

एक्स यूजर ने लिखा, “भारत में वास्तविक टेक्सपेयर्स के साथ यही होता है। आप भुगतान करते हैं। आप अनुपालन करते हैं। आप योगदान करते हैं और जब आप संकट में होते हैं, तो आप अपने दम पर होते हैं।” इसके अलावा, यूजर ने कहा, “इस देश को बदलने की सख्त जरूरत है। क्योंकि अभी, यह उन लोगों को विफल कर रहा है जो इसे आगे बढ़ाते हैं।”








बुधवार, 2 जुलाई 2025

PM मोदी जा रहे पांच देशों की यात्रा पर…

 

न्यू दिल्ली 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अब से कुछ देर पहले पांच देशों की यात्रा पर नई दिल्ली से रवाना हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया के लिए प्रस्थान करने से पहले जारी वक्तव्य में कहा, ”मेरी इन देशों की यात्रा से वैश्विक दक्षिण में भारत के मैत्रीपूर्ण रिश्ते मजबूत होंगे।” प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य को भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने जारी किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी साझा किया है।

घाना वैश्विक दक्षिण में मूल्यवान भागीदार

उन्होंने लिखा है, ” आज, मैं 02 से 09 जुलाई 2025 तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की पांच देशों की यात्रा पर जा रहा हूं। राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर मैं 02-03 जुलाई को घाना जाऊंगा। घाना वैश्विक दक्षिण में एक मूल्यवान भागीदार है और अफ्रीकी संघ और पश्चिमी अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समुदाय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मैं अपने आदान-प्रदान की प्रतीक्षा कर रहा हूं जिसका उद्देश्य हमारे ऐतिहासिक संबंधों को और गहरा करना और निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, क्षमता निर्माण और विकास साझेदारी के क्षेत्रों सहित सहयोग के नए द्वार खोलना है। साथी लोकतंत्रों के रूप में, घाना की संसद में बोलना मेरे लिए सम्मान की बात होगी।”


अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से मिलने का इंतजार

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ” पोर्ट ऑफ स्पेन से मैं ब्यूनस आयर्स की यात्रा करूंगा। यह 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है और जी-20 में एक करीबी सहयोगी है। मैं राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ अपनी चर्चा का इंतजार कर रहा हूं, जिनसे मुझे पिछले साल मिलने का सौभाग्य भी मिला था। हम कृषि, महत्वपूर्ण खनिजों, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश के क्षेत्रों सहित अपने पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।”

भारत ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध

उन्होंने कहा, ” मैं 06-07 जुलाई को रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। एक संस्थापक सदस्य के रूप में, भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध है। साथ मिलकर, हम एक अधिक शांतिपूर्ण, न्यायसंगत, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के लिए प्रयास करते हैं। शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं कई विश्व नेताओं से भी मिलूंगा। मैं एक द्विपक्षीय राजकीय यात्रा के लिए ब्रासीलिया की यात्रा करूंगा, जो लगभग छह दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। यह यात्रा ब्राजील के साथ हमारी घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करने और मेरे मित्र, राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ मिलकर ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।”

नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र करेंगे संबोधित

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ” मेरा अंतिम गंतव्य नामीबिया होगा। एक विश्वसनीय भागीदार जिसके साथ हम उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष का एक साझा इतिहास साझा करते हैं। मैं राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मिलने और हमारे लोगों, हमारे क्षेत्रों और व्यापक वैश्विक दक्षिण के लाभ के लिए सहयोग के लिए एक नया रोडमैप तैयार करने के लिए उत्सुक हूं। नामीबियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना भी एक विशेषा अवसर होगा क्योंकि हम स्वतंत्रता और विकास के लिए अपनी स्थायी एकजुटता और साझा प्रतिबद्धता का जश्न मनाते हैं।”

बहुपक्षीय मंचों पर भागीदारी होगी गहरी

प्रधानमंत्री ने कहा, ”मुझे विश्वास है कि इन पांच देशों की मेरी यात्रा से वैश्विक दक्षिण में हमारी मैत्रीपूर्ण रिश्ते मजबूत होंगे। अटलांटिक के दोनों ओर हमारी साझेदारी मजबूत होगी। ब्रिक्स, अफ्रीकी संघ, इकोवास और कैरीकॉम जैसे बहुपक्षीय मंचों पर हमारी भागीदारी और गहरी होगी।”








मंगलवार, 1 जुलाई 2025

आज 1 जुलाई से लगेगा फायदा का झटका! सरकार देने जा रही है ये 10 फ्री चीजें


नयी दिल्ली : हर साल की तरह, 2025 में भी भारत सरकार ने आम लोगों के लिए कई नई योजनाएं और नियम लागू किए हैं, जो 1 जुलाई से प्रभावी होंगे। इन योजनाओं का मकसद है देश के हर वर्ग-चाहे वह गरीब हो, मध्यम वर्ग हो, किसान हो, मजदूर हो, नौकरीपेशा हो या युवा-को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत करना।

मुफ्त राशन, बिजली, पेंशन, स्किल ट्रेनिंग, इंटर्नशिप और टैक्स में छूट जैसी सुविधाएं इस बार के बड़े फैसलों में शामिल हैं। इसके साथ ही, बैंकिंग, रेलवे और जीएसटी से जुड़े नियमों में भी बदलाव किए गए हैं, जो आम आदमी की जिंदगी पर सीधा असर डालेंगे। आइए, इन योजनाओं और बदलावों को विस्तार से समझते हैं।

मुफ्त राशन

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को और मजबूत करते हुए सरकार ने 80 करोड़ लोगों को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल के साथ 1 किलो दाल मुफ्त देने का ऐलान किया है। इस बार खास बात यह है कि राशन में अब नमक, चीनी, तेल और साबुन जैसी जरूरी चीजें भी शामिल की गई हैं।

इसका मकसद है कि गरीब परिवारों को सिर्फ भोजन ही नहीं, बल्कि पोषण से भरपूर आहार मिले। राशन कार्ड धारकों को अब 1000 रुपये महीने की अतिरिक्त मदद भी मिलेगी। इसके लिए राशन कार्ड के साथ आधार और बैंक खाते जैसे दस्तावेज जरूरी होंगे। यह योजना उन परिवारों के लिए वरदान साबित होगी, जो महंगाई के दौर में अपने घर का खर्च चलाने में मुश्किल महसूस करते हैं।

मुफ्त बिजली

बढ़ते बिजली बिल और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शुरू की है। इसके तहत 1 करोड़ घरों को हर महीने 300 यूनिट मुफ्त सोलर बिजली मिलेगी। इस योजना के लिए घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना होगा, जिसका खर्च सरकार वहन करेगी।

इससे न सिर्फ बिजली बिल में राहत मिलेगी, बल्कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर परिवार अतिरिक्त आय भी कमा सकेंगे। यह योजना पर्यावरण के साथ-साथ जेब के लिए भी फायदेमंद है।

पेंशन और टैक्स में राहत

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) एक बड़ा तोहफा है। इस स्कीम के तहत रिटायर कर्मचारियों को कम से कम 10,000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी, जिससे बुढ़ापे में आर्थिक तंगी की चिंता कम होगी। इसके अलावा, सरकार ने कई रोजमर्रा की चीजों-जैसे खाद्य पदार्थ, दवाइयां, मोबाइल और लैपटॉप-पर जीएसटी में छूट दी है। साथ ही, ब्याज, किराया और प्रोफेशनल फीस पर टीडीएस की सीमा बढ़ाने से छोटे व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों की जेब में ज्यादा पैसा बचेगा।

युवाओं के लिए स्किल और इंटर्नशिप

युवाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार ने दो बड़ी योजनाएं शुरू की हैं। पहली है नई स्किलिंग प्रोग्राम, जिसके तहत अगले पांच साल में 20 लाख युवाओं को मुफ्त तकनीकी और डिजिटल ट्रेनिंग दी जाएगी। दूसरी है व्यापक इंटर्नशिप योजना, जिसमें 1 करोड़ युवाओं को देश की शीर्ष कंपनियों में मुफ्त इंटर्नशिप के मौके मिलेंगे। इंटर्नशिप के दौरान स्टाइपेंड भी दिया जाएगा, जो खासकर कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद होगा। ये योजनाएं नौकरी के अवसर बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगी।

छोटे कारोबार और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए खास सुविधाएं

माइक्रो, स्मॉल और मीडियम इंटरप्राइजेज (MSMEs) के लिए क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत 100 करोड़ तक का लोन बिना गारंटी मिलेगा। यह छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स के लिए बड़ा सहारा बनेगा। वहीं, हेल्थ वर्कर्स के लिए 50 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा शुरू किया गया है, जो डॉक्टरों, नर्सों और सफाई कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान सुरक्षा प्रदान करेगा।

इसके अलावा, उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन, सिलेंडर और चूल्हा दिया जाएगा, ताकि महिलाएं धुएं से होने वाली बीमारियों से बच सकें।

महिलाओं के लिए स्मार्टफोन और सिलाई मशीन

महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए राजस्थान सरकार ने मुफ्त स्मार्टफोन योजना शुरू की है, जिसमें 3 साल तक मुफ्त इंटरनेट भी मिलेगा। साथ ही, राशन कार्ड धारक महिलाओं को मुफ्त सिलाई मशीन दी जाएगी, जिससे वे घर बैठे आय अर्जित कर सकें। इसके अलावा, महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम अब बैंकों में उपलब्ध है, जिसमें 2 साल के निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलेगा।

बैंकिंग और रेलवे में बदलाव

1 जुलाई से बैंकिंग और रेलवे नियमों में भी बदलाव होंगे। मेट्रो शहरों में हर महीने 3 और नॉन-मेट्रो शहरों में 5 मुफ्त एटीएम ट्रांजेक्शन मिलेंगे, इसके बाद हर ट्रांजेक्शन पर शुल्क लगेगा। आईसीआईसीआई बैंक ने डेबिट कार्ड के लिए सालाना शुल्क तय किया है-शहरी क्षेत्रों में 300 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में 150 रुपये।

रेलवे में वेटिंग लिस्ट टिकट पर रिजर्व कोच में यात्रा करने पर 250-440 रुपये का जुर्माना लगेगा, जबकि सामान की सीमा से अधिक ले जाने पर 6 गुना शुल्क देना होगा। जीएसटी रिटर्न फाइलिंग के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अनिवार्य होगा, और जीएसटीआर-3बी में टेबल-3 की वैल्यू अब एडिट नहीं हो सकेगी।

डिजिटल और अन्य बदलाव

ईपीएफओ हायर पेंशन के लिए आवेदन की समयसीमा जुलाई तक बढ़ा दी गई है। कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज में दाखिले और पढ़ाई जुलाई से शुरू होगी। जियो के रिचार्ज प्लान 25% तक महंगे हो गए हैं, जो 3 जुलाई से लागू होंगे। इसके अलावा, कई कंपनियों के आईपीओ भी जुलाई में खुलेंगे, जिसमें निवेशक हिस्सा ले सकते हैं।

जरूरी बातें

इन सभी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सही दस्तावेज और पात्रता जरूरी है। सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनका फायदा उठा सकें। डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। ये योजनाएं और बदलाव न सिर्फ आपकी जेब को राहत देंगे, बल्कि आपके जीवन को और आसान बनाएंगे।





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