नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ने आज एक विशेष और प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें दो महत्वपूर्ण विषयों – *साइबर सुरक्षा जागरूकता* और *पर्यावरण संरक्षण* – पर विशेष जोर दिया गया। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) *श्री पीयूष पांडे* उपस्थित रहे। कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया विश्वविद्यालय के *कुलाधिपति श्री मदन मोहन सिंह* ने, जिन्होंने इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों को प्रेरित किया।
शहीद भगत सिंह ब्लॉक स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित सेमिनार का विषय था – *“साइबर सुरक्षा का महत्व”*। सेमिनार में छात्रों, अध्यापकों और स्टाफ की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए श्री पांडे ने कहा कि आज के युग में साइबर सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन इनके अंधाधुंध प्रयोग से अपराध भी तेजी से बढ़े हैं। उन्होंने युवाओं को सावधान करते हुए बताया कि साइबर अपराधी अक्सर छात्रों और युवाओं को निशाना बनाते हैं।
उन्होंने सुझाव दिए कि हर किसी को सुरक्षित पासवर्ड का प्रयोग करना चाहिए, बैंक डिटेल्स और ओटीपी किसी से साझा नहीं करना चाहिए, और सोशल मीडिया पर निजी जानकारी सार्वजनिक करने से बचना चाहिए। श्री पांडे ने यह भी बताया कि नकली कॉल्स, फर्जी ई-मेल्स और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के उपाय क्या हैं। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस या साइबर सेल को दें।
अपने वक्तव्य में उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराध की रोकथाम केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए। इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम युवाओं को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनाने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में विश्वविद्यालय परिसर में *वृक्षारोपण अभियान* का आयोजन किया गया। इस अभियान की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति *श्री मदन मोहन सिंह* और मुख्य अतिथि *एसएसपी श्री पीयूष पांडे* ने संयुक्त रूप से की।
दोनों गणमान्य व्यक्तियों ने अपने हाथों से पौधे लगाकर छात्रों को संदेश दिया कि जिस प्रकार साइबर सुरक्षा आज की आवश्यकता है, उसी प्रकार पर्यावरण सुरक्षा भी आने वाली पीढ़ियों के लिए अनिवार्य है।
इस अवसर पर कुलाधिपति श्री सिंह ने कहा – *“पेड़ केवल ऑक्सीजन ही नहीं देते, बल्कि जीवन का आधार भी हैं। प्रत्येक विद्यार्थी को कम से कम एक पौधा लगाना और उसकी देखभाल करना अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।”*
श्री पांडे ने भी पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसी समस्याओं से निपटने का सबसे सरल और प्रभावी उपाय वृक्षारोपण है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने जीवन में पौधे लगाने और उनकी देखभाल को एक आदत बनाएं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कई विभागों ने मिलकर विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न हिस्सों में पौधे लगाए। छात्रों ने संकल्प लिया कि वे लगाए गए पौधों की देखभाल करेंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा परिसर छोड़कर जाएंगे।
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भी घोषणा की कि आने वाले समय में “*ग्रीन कैंपस अभियान*” को और अधिक व्यापक रूप से चलाया जाएगा, जिसमें नियमित रूप से वृक्षारोपण और पौधों की देखभाल की जाएगी।
आज का यह संयुक्त कार्यक्रम – साइबर सुरक्षा सेमिनार और वृक्षारोपण अभियान – दोनों ही दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी रहा। एक ओर जहां छात्रों ने डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के गुर सीखे, वहीं दूसरी ओर उन्होंने प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिया।
विश्वविद्यालय परिवार ने एसएसपी श्री पीयूष पांडे और कुलाधिपति श्री मदन मोहन सिंह का आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि इस प्रकार के कार्यक्रम आगे भी निरंतर आयोजित होते रहेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रभात कुमार पाणी, रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह, डीन एडमिनिस्ट्रेशन प्रोफेसर नाज़िम खान, शिक्षकों, छात्रों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति रही।