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Saubhagya Bharat News

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सोमवार, 15 दिसंबर 2025

बिहार के बेटे के हाथ भाजपा की कमान, मिला युवा नेतृत्व

बिहार : भारतीय जनता पार्टी ने संगठन की कमान एक बार फिर बिहार के कंधों पर रख दी है। पार्टी ने दिग्गज नेता नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक यह दायित्व केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा संभाल रहे थे। लोकसभा चुनाव के बाद से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर मंथन चल रहा था और बिहार चुनाव में जीत के ठीक एक महीने बाद फैसला हो गया। भाजपा की कोर कमेटी ने संगठन की नब्ज समझने वाले नितिन नबीन पर भरोसा जताया है। वर्तमान में वे नीतीश सरकार में पथ निर्माण विभाग और नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।संगठन और सरकार दोनों मोर्चों पर सक्रिय नितिन नबीन अब राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका में हैं।



विरासत, संघर्ष और जीत की कहानी

नितिन नबीन, जेपी आंदोलन से राजनीति में आये दिवंगत नबीन सिन्हा के बेटे हैं। पटना में 23 मई 1980 को जन्मे नितिन की 12 वीं तक पढ़ाई दिल्ली में हुई। वर्ष 2005 में पटना पश्चिम से विधायक रहे उनके पिता नबीन सिन्हा का दिल्ली में निधन हो गया। तब नितिन नबीन की उम्र महज 26 साल थी। भाजपा चाहती थी कि वे पिता की राजनीतिक विरासत संभालें, पर नितिन पहले तैयार नहीं थे। मां मीरा सिन्हा के समझाने पर उन्होंने चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। उपचुनाव में पहली जीत मिली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। तब से जीत का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह आज तक कायम है। 2008 में भाजयुमो राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सह प्रभारी बने। 2010–2013 में भाजयुमो राष्ट्रीय महामंत्री और फिर 2013 में IVLP कार्यक्रम के तहत 15 दिन की अमेरिका यात्रा पर गये। 2016–2019 में भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष (बिहार) बने। 2019 में सिक्किम लोकसभा व विधानसभा चुनाव प्रभारी बने। 2021–2024 में छत्तीसगढ़ सह-प्रभारी एवं 2024 में छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव प्रभारी बने। जुलाई 2024 से अब तक छत्तीसगढ़ राज्य प्रभारी रहे।नितिन नबीन के कंधों पर अब भाजपा के संगठन को नई धार देने की जिम्मेदारी है।

बुधवार, 10 दिसंबर 2025

बिहार: RJD नेता के घर फा’यरिंग मामले में एक्शन…

बिहार: भदईया पंचायत के रमैया गांव में RJD नेता अमरेश राय के घर फायरिंग, रोड़ेबाजी और गाली-गलौज के मामले में पुलिस ने एक आरोपी मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी घटना के बाद फरार था और उसी गांव का रहने वाला है।

पुलिस ने आरोपी की पहचान फायरिंग का वीडियो और घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों के आधार पर की। अब पुलिस मनीष कुमार के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है ताकि हथियार बरामद किया जा सके। इससे पहले इस मामले में तेज नारायण और उनके पुत्र सतीश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।



जानकारी के अनुसार, इस साल 19 अगस्त की रात कुछ लोगों ने अमरेश राय के घर पर धावा बोलकर गाली-गलौज की और फायरिंग की। घर के कैंपस में खड़ी स्कॉर्पियो पर पत्थर मारकर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने मनीष कुमार समेत 20-25 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था। घटना के पीछे रंगदारी और पारिवारिक विवाद को मुख्य कारण बताया जा रहा है। इस मामले में मारपीट समेत अन्य आरोपों के तहत 178/25 का मामला दर्ज किया गया है।

सोमवार, 8 दिसंबर 2025

पटना: सीएम ने जवानों की वीरता को किया सलाम, बोले- सैनिकों की कुर्बानियां अमर हैं

पटना : सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर सैनिक कल्याण निदेशालय के निदेशक ब्रिगेडियर मृगेन्द्र कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 1 अणे मार्ग स्थित आवास पर पहुंचकर उन्हें सशस्त्र सेना झंडा लगाया। यह कार्यक्रम सैनिकों के प्रति सम्मान और सहयोग का प्रतीक माना जाता है।



सीएम ने बेनेवोलेंट फंड में दिया अंशदान

इस अवसर पर सीएम ने बिहार स्टेट एक्स सर्विसमैन बेनेवोलेंट फंड में अपना अंशदान देकर पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों के प्रति समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा में सैनिकों की भूमिका हमेशा याद रखी जाएगी।

सैनिकों की वीरता को नमन

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के जवान सीमाओं और देश के भीतर हर तरह के खतरे का साहस से सामना करते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक अपनी जान तक न्योछावर कर देते हैं और उनकी कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

लोगों से सहयोग की अपील

मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से भी अपील की कि वे भी सैनिक कल्याण और पुनर्वास के लिए फंड में सहयोग करें, जिससे पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों को मदद मिल सके।

अधिकारियों की मौजूदगी

कार्यक्रम के दौरान जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, सचिव प्रणव कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, ब्रिगेडियर मृगेन्द्र कुमार, कर्नल संतोष कुमार त्रिपाठी, कर्नल मनोज कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

बिहार: पछुआ हवा तेजी से गिरा रहा पारा, धुंध ने कम की विजिबिलिटी

बिहार में सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। पछुआ हवा ने तापमान को एकदम नीचे ला दिया है, जिससे राज्य के ज़्यादातर जिलों में ठिठुरन बढ़ गई है। पिछले 24 घंटों में भागलपुर के सबौर ने सबसे ठंडा स्थान बनकर रिकॉर्ड कायम किया, जहाँ पारा 8.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।


मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम से आ रही सर्द हवाएँ लगातार तापमान कम कर रही हैं। हवा की रफ्तार भी सामान्य दिनों से ज्यादा है, जिसके कारण रात और सुबह की ठंड असहनीय हो गई है। हालांकि फिलहाल शीतलहर की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा। सुबह के वक्त हल्का कोहरा छाने की पूरी संभावना है।

राज्य भर में सर्दी का असर साफ दिख रहा है कहीं लोग अलाव तलाश रहे हैं, तो कहीं कोहरा सुबह की गतिविधियों को धीमा कर रहा है। गोपालगंज में लोग अलाव के पास गर्माहट ले रहे हैं, बेतिया में कोहरे ने सुबह को ढक लिया, जबकि बेगूसराय में चाय की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है।

अगले कुछ दिनों में उत्तरी और मध्य बिहार में ठंड और बढ़ने के आसार हैं। घने कोहरे से विजिबिलिटी कम होगी, जिसका सीधा असर सड़क और रेल यातायात पर पड़ेगा। पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में सुबह-सुबह वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।

कम विजिबिलिटी का असर ट्रेनों पर भी दिखा। 9 ट्रेनें देरी से चलीं, जबकि हावड़ा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को एक घंटे तक देर से रवाना किया गया। पटना जंक्शन से सुबह 8 बजे खुलने वाली यह ट्रेन अब 9 बजे रवाना हुई।

राजधानी पटना में भी पारा लगातार गिर रहा है। आने वाले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। दिन का तापमान भी सामान्य से करीब 2 डिग्री कम रह सकता है। ठंडी हवाएँ सुबह और शाम के समय सर्दी को और बढ़ा देंगी।

रविवार, 7 दिसंबर 2025

बिहार: तेज रफ्तार का कहर, डिवाइडर से टकराई बोलेरो,हाईवा में मारी टक्कर

बिहार :जहानाबाद में तेज रफ्तार का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है ताजा मामला जहानाबाद गया फोरलेन एन एच 22 का है जहां तेज रफ्तार से जा रही बोलेरो डिवाइडर से टकराने के बाद विपरीत दिशा से आ रही हाईवा से टकरा गई सड़क दुर्घटना में दोनों गाड़ियों के चालक घायल हो गए। जिसे आसपास के लोगों ने तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा। मौके पर पहुंचे लोगों ने बोलेरो के चालक को किसी तरह से भारी मशक्कत कर बोलेरो से बाहर निकाला। फिलहाल दोनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है घटना की सूचना पाकर आसपास के लोग भारी संख्या में घटनास्थल पर पहुंच गए। घटना के समय लोगों ने बताया कि इतना जोरदार आवाज हुआ कि लोगों को लगा कि कोई बड़ी घटना घटी है घटनास्थल पर काफी देर तक अफरा तफरी का माहौल कायम रहा। मौके पर पुलिस गश्ती गाड़ी भी पहुंच गई यह घटना जहानाबाद के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के उमता गांव के पास घटी है मौके पर पहुंची पुलिस दोनों गाड़ियों को कब्जे में कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है इस संबंध में पुलिस अधिकारी ने बताया कि गया की ओर से तेज रफ्तार से जा रही बोलोरो डिवाइडर से टकराने के बाद विपरीत दिशा से जा रहे हाईवा में टकरा गई और पलट गई बोलेरो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है जबकि हाईवा का अगला पोजीशन भी क्षतिग्रस्त हुआ है इस घटना के बाद उन्होंने बताया कि मौके पर पुलिस पहुंचकर आवागमन चालू कराया दोनों घायलों को अस्पताल भेजा गया है उन्होंने बताया कि पुलिस गश्ती गाड़ी लगातार फोरलेन पर गश्ती कर रही है।



बुधवार, 3 दिसंबर 2025

सारण (बिहार): 'अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के नवगठित प्रवर समिति तथा राष्ट्रीय कार्य समिति में जमशेदपुर से कुल पांच साहित्यकार शामिल'

अमनौर, सारण (बिहार) में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन का 28 वाॅ अधिवेशन सम्पन्न हो गया । अधिवेशन का उद्घाटन सूबे के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भोजपुरी भारत की समृद्ध और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है तथा इसे संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सांसद सह गायक मनोज तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि एक वर्ष के अंदर भोजपुरी सहित तीन अन्य भाषा राजस्थानी, भोटी और ब्रजभाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल कराया जाएगा । सरकार इसके लिए गंभीर है, इसकी प्रक्रिया चल रही है ।

मौके पर बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितीन नवीन सहित सांसद मनोज तिवारी, राजीव प्रताप रुढी,विधायक जनक सिंह,केदार सिंह, कृष्ण कुमार सिंह उर्फ मंटू सिंह, छोटी कुमारी,एम.एल.सी. विरेन्द्र नारायण यादव, संजय मयूख, फिल्मी कलाकार अक्षरा सिंह , गायिका कल्पना पटवारी सहित कई गणमान्य लोगों ने अपने विचार रखे 

इस दौरान सांस्कृतिक मंच को लोक गायिका कल्पना पटवारी, मनीषा श्रीवास्तव, निशा उपाध्याय सहित अन्य कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।






आयोजन के दौरान कई सत्रों में भोजपुरी साहित्य से सम्बन्धित कई महत्वपूर्ण विषयों पर साहित्यकारों के बीच गंभीर परिचर्चाएं हुई । अधिवेशन के समापन सत्र में मंच से पूर्व अध्यक्ष डाॅo ब्रज भूषण मिश्र ने भोजपुरी से संबंधित कई प्रस्ताव रखे, जिसे उपस्थित जनसमूह ने दोनों हाथ उठाकर ओम ध्वनि के साथ पारित किया । इसी सत्र में जमशेदपुर भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा प्रकाशित डाॅo वीणा पाण्डेय भारती की काव्य संग्रह 'सउंसे चान आकासे' , कैलाश नाथ शर्मा 'गाजीपुरी' के गीत संग्रह 'च ल चलीं गउंवां के ओर' तथा शकुंतला शर्मा रचित 'पिरीतिया के डोर' लोकार्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय महामंत्री डाॅo जयकान्त सिंह जय ने किया।

आयोजन के आखिरी सत्र राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में देश-विदेश से पधारे भोजपुरी के सुविख्यात कवियों संग जमशेदपुर के डाॅo रागिनी भूषण, डाॅo वीणा पाण्डेय 'भारती' , माधवी उपाध्याय, डाॅo उदय प्रताप हयात , पुनम शर्मा स्नेहिल, शकुंतला शर्मा तथा कैलाश नाथ शर्मा 'गाजीपुरी' ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की ।

इसी बीच सम्मेलन के आगामी 28वें सत्र के लिए नवगठित प्रवर समिति तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गई, जो इस प्रकार है -

प्रवर समिति -डॉo अर्जुन दास केशरी (सोनभद्र), सूर्यदेव पाठक पराग (लखनऊ), डाॅo रिपुसूदन श्रीवास्तव (मुजफ्फरपुर), आचार्य हरेराम त्रिपाठी चेतन (राॅची), डाॅo ब्रज भूषण मिश्र (मुजफ्फरपुर), कनक किशोर (राॅची), महेन्द्र प्रसाद सिंह (नई दिल्ली), डाॅo विष्णुदेव तिवारी ( बक्सर), डाॅo प्रसेनजित तिवारी (जमशेदपुर), हरेन्द्र कुमार पाण्डेय (कोलकता), सुभाष चंद्र यादव (गोरखपुर), डाॅo सुनील कुमार पाठक (पटना), राजेन्द्र भारती ( बलिया), डाॅo प्रेमशीला शुक्ल (अहमदाबाद), शिवानुग्रह नारायण सिंह (सारण)

राष्ट्रीय कार्यसमिति -अध्यक्ष - डाॅo महामाया प्रसाद विनोद

कार्यकारी अध्यक्ष - भगवती प्रसाद द्विवेदी

उपाध्यक्ष - डाॅo कमलेश राय (मऊ,उ.प्र.)

              - डाॅo अजय कुमार ओझा (जमशेदपुर)

              - उदय नारायण सिंह (सारण)

कोषाध्यक्ष - जितेन्द्र कुमार (आरा)

महामंत्री - डाॅo जयकान्त सिंह 'जय' (मुजफ्फरपुर)

साहित्य मंत्री - गुलरेज शहजाद (मोतिहारी)

प्रकाशन मंत्री - ज्योतिष पाण्डेय (पटना)

प्रबंध मंत्री - डाॅo मधुबाला सिन्हा (बनारस)

कला मंत्री - मनोज भावुक (दिल्ली)

संगठन मंत्री - जलज कुमार अनुपम ( नई दिल्ली)

प्रचार मंत्री - राजेश भोजपुरिया (जमशेदपुर)

कार्यालय मंत्री - दिलीप कुमार (पटना)

कार्यसमिति सदस्य-अरविन्द श्रीवास्तव (सारण), डाॅo वीणा पाण्डेय भारती (जमशेदपुर), माधवी उपाध्याय (जमशेदपुर), डाॅo ओम प्रकाश राजापुरी (सारण), डाॅo जगमोहन कुमार (प. चम्पारण), सुनील कुमार यादव (बलिया), राजन कुमार (सारण), कौशल मुहम्मदपुरी (मुजफ्फरपुर), नीतू सुदीप्ता नित्या (बिटिया), राम बहादुर राय (गाजीपुर), रामेश्वर भोजपुरी (हाजीपुर)

मीडिया कोषांग - 

डाॅo रंजन विकास (पटना), सच्चिदानंद ओझा(सारण), 

राकेश कुमार सिंह 

विधिक सलाहकार -

चन्द्रशेखर सिंह, अधिवक्ता, उच्च न्यायालय, पटना

प्रदेश इकाई संयोजक -

जनार्दन सिंह (देवरिया, उ.प्र.)

उमाशंकर राय ( कानपुर,उ.प्र.)

डॉo राजेश कुमार मांझी (नई दिल्ली)

रणजीता सिंह (उत्तराखंड)

डॉo ब्रजभूषण सिंह (बंगाल)

हरेन्द्र कुमार सिंह (चंडीगढ)!

शनिवार, 29 नवंबर 2025

बिहार: लालची राजस्व कर्मचारी अरेस्ट

बिहार : सिवान के गोपालपुर में शुक्रवार की दोपहर विजिलेंस की छह सदस्यीय टीम ने लालची राजस्व कर्मचारी दिलीप कुमार सिन्हा को 15 हजार की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथ धर लिया गया। वहीं मौजूद निजी कंप्यूटर ऑपरेटर धनंजय को भी हिरासत में ले लिया गया। ऑफिस के बाहर खड़ी एक संदिग्ध कार भी जब्त कर ली गई, छापे की खबर मिलते ही सरकारी महकमों में खलबली मच गई। जिन गलियारों में रोजगारी और जमीन के कागजों का खेल चलता था, वहां पहली बार खामोशी छा गई। गिरफ्तार कर्मचारी से सिवान के अतिथि गृह में पूछताछ की गई और फिर उसे पटना विजिलेंस कार्यालय ले जाया गया। DSP श्याम बाबू ने खुलासा किया कि बीते 10 नवंबर को शिकायतकर्ता श्रेषराज सिंह ने लिखित शिकायत दी थी। उनका इल्जाम है कि आवेदन दो बार रद्द कर दिये गये। उनसे 65 हजार रुपये की मांग की गई थी। वहीं, उनसे कहा गया कि ”पहले 15 हजार दे दीजिये, बाकी बाद में।” यही लालच इस गिरफ्तारी की वजह बना।



ठिठुर उठा बिहार! पारा और गिरा, अगले 2-3 दिन भयंकर ठंड और कोहरे का अलर्ट

बिहार में ठंड को लेकर मौसम विभाग ने सतर्कता बरतने की लोगों को सलाह दी है. विभाग के अनुसार, सुबह और शाम के वक्त घना कोहरा रहेगा, इसलिए सावधानी के साथ रहें और ठंड से बचने का पूरा इंतजाम कर लीजिए. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार कई जिलों में तेज हवा चलने की संभावना है. इस वजह से 2 से 3 दिन तक टेंपरेचर में भारी गिरावट हो सकता है. इसका सीधा सा मतलब हुआ कि प्रदेश में भयंकर ठंड पड़ सकती है.



गुरुवार, 20 नवंबर 2025

बिहार: राजद के घर में उठी बगावत की लपटें, नारे, पुतला दहन…

बिहार चुनाव 2025 में मिली करारी हार ने राजद के घर का सन्नाटा जैसे चीर दिया हो। पटना की हवा में बुधवार को एक नया शोर था, दर्द का भी, नाराजगी का भी और बगावत की पहली खुली दस्तक का भी। राजद के प्रदेश कार्यालय के बाहर दर्जनों कार्यकर्ता जमा हुये। हाथों में पुतले, गुस्से से कांपते नारे और एक ही आवाज “संजय हटाओ, राजद बचाओ।” संजय यादव और विधान पार्षद सुनील सिंह के विरोध में कार्यालय के सामने पुतलों को आग के हवाले किया गया। भभकती लपटों में कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी जल उठी, “संजय यादव गो बैक!” “राजद बचाओ।” कार्यकर्ताओं का आरोप साफ है कि संजय यादव और सुनील सिंह ने पार्टी को बर्बादी की ओर धकेला है। वहीं, यह हार उनकी वजह से ही हुई है। पुतला दहन के बाद कार्यकर्ता पृथ्वीराज चौहान की जुबान में गुस्सा कम, लेकिन दर्द ज्यादा था, “संजय यादव और सुनील सिंह ने लालू जी की विचारधारा को ही ध्वस्त कर दिया है। चुनाव में जो हार मिली, इसकी सबसे बड़ी वजह वही लोग हैं। RJD को बचाना है तो इन्हें बाहर करना ही होगा।” कार्यकर्ता धर्मेंद्र यादव बोले “जब तक संजय यादव को हटाया नहीं जायेगा, हमारा आंदोलन रुकेगा नहीं। RJD बचानी है तो उनको बाहर करो। और हां, बिहार को बिहार चलायेगा, हरियाणवी नहीं।” यह तीर सीधे तेजस्वी यादव के ‘करीबी सलाहकार’ संजय यादव पर साधा गया था। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी पहले ही मोर्चा खोल चुकी हैं। उनका आरोप है कि संजय यादव ने पार्टी हाईजैक कर ली है, परिवार में भी फूट डाल रहे हैं लेकिन तेजस्वी यादव ने उनके लिये चप्पल तक उठा ली। यह आरोप परिवार की दीवारों पर लगी दरारों की गवाही है। तेजप्रताप यादव तो पहले से ही संजय को ‘जयचंद’ कहकर निशाना साधते आये हैं। उनका आरोप है कि संजय यादव पार्टी से जुड़े बड़े–बड़े फैसले खुद लेते हैं, जिससे पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं में उपेक्षा गहराती जा रही है।



बिहार: रोहिणी आचार्य ने फोन पर किसे सुनाया? फिर आया तेजस्वी यादव का नाम, शेयर किया

बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में आरजेडी की हुई करारी हार के बाद राबड़ी आवास में चली इस पर बहस के दौरान हाल ही में रोहिणी आचार्य के साथ बदसलूकी हुई थी. इसके बाद उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया था और मीडिया में बयान भी दिया था कि उनके साथ क्या कुछ हुआ है. रोहिणी आचार्य अब राबड़ी आवास में नहीं हैं. मंगलवार (18 नवंबर, 2025) को उनका गुस्सा बिहार के एक वरिष्ठ पत्रकार पर फूट पड़ा.



रोहिणी आचार्य ने बातचीत का वीडियो अपने एक्स हैंडल और फेसबुक से शेयर किया है. फोन पर जिस व्यक्ति से वह बात कर रही हैं वह बिहार के वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया भेलारी हैं. रोहिणी ने बातचीत में पत्रकार से सवाल किया, “आप यह बताएं कि बेटियों को कितना घंटा और कितने दिन मायके में रहना चाहिए इसका हिसाब बताइए”. बातचीत में रोहिणी ने पत्रकार से कहा कि वे अपने भाई तेजस्वी यादव के बुलाने पर आई थीं.

बातचीत का वीडियो शेयर करते हुए रोहिणी ने अपने पोस्ट में लिखा है, “जो लोग लालू जी के नाम कुछ करना चाहते हैं, तो ऐसे लोगों को झूठी हमदर्दी जताना छोड़ कर हॉस्पिटल्स में अपनी अंतिम सांसें गिन रहे उन लाखों-करोड़ों गरीब लोगों, जिन्हें किडनी की जरूरत है, को अपनी किडनी देने के लिए आगे आना चाहिए. लालू जी के नाम पर अपनी किडनी दान करनी चाहिए. पिता को किडनी देने वाली शादीशुदा बेटी को गलत बताने वाले हिम्मत जुटाकर उस बेटी से खुले मंच पर खुली बहस करें.”

वे आगे लिखती हैं, “जरूरतमंदों को किडनी देने के महादान की शुरुआत पहले वो करें जो बेटी की किडनी को गंदा बताते हैं, फिर हरियाणवी महापुरुष करे, चाटुकार पत्रकार करें और हरियाणवी के भक्त ट्रोलर्स करें जो मुझे गाली देते नहीं थकते. एक बोतल खून देने के नाम पर जिनका खून सूख जाता है, वो किडनी देने पर उपदेश देते हैं?”

सोमवार, 17 नवंबर 2025

बिहार: तेज प्रताप यादव की पार्टी ने NDA सरकार को दिया नैतिक समर्थन, रोहिणी आचार्य को राष्ट्रीय संरक्षक बनाने का प्रस्ताव

बिहार: राजनीतिक गतिविधियों के बीच तेज प्रताप यादव की पार्टी जन अधिकार जनता दल (जेजेडी) ने NDA सरकार को नैतिक समर्थन देने का ऐलान किया है. यह निर्णय पार्टी की अहम बैठक में लिया गया, जिसकी जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम यादव ने दी.



प्रेम यादव के अनुसार, बैठक में पार्टी अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने संगठन को मजबूत करने और राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार की रणनीति पर भी चर्चा की. इसी क्रम में तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन और राजद नेता रोहिणी आचार्य को जेजेडी का राष्ट्रीय संरक्षक बनने का प्रस्ताव देने की बात कही.

प्रेम यादव ने बताया कि तेज प्रताप यादव ने बैठक में कहा—“मैं जल्द ही रोहिणी दीदी से अनुरोध करूंगा कि वे हमारी पार्टी की राष्ट्रीय संरक्षक की जिम्मेदारी स्वीकार करें. ”

पार्टी का मानना है कि रोहिणी आचार्य के अनुभव, लोकप्रियता और सामाजिक मुद्दों पर उनकी सक्रियता से संगठन को नई दिशा मिलेगी.

जेजेडी द्वारा NDA सरकार को नैतिक समर्थन दिए जाने को बिहार की राजनीति में नए समीकरणों के रूप में देखा जा रहा है. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि यह समर्थन जनता के हितों और विकास कार्यों को ध्यान में रख7कर दिया गया है.

बिहार चुनाव में खर्च हुए वर्ल्ड बैंक के 14,000 करोड़? जनसुराज के आरोपों पर चिराग पासवान ने दिया जवाब

जन सुराज पार्टी ने बिहार चुनाव से पहले विश्व बैंक के फंड को महिला मतदाताओं के खाते में ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है. पवन वर्मा ने 14,000 करोड़ रुपये के हस्तांतरण की बात कही, जिसे चिराग पासवान ने खारिज कर दिया।



शनिवार, 15 नवंबर 2025

बिहार: यह सुशासन की जीत है’बिहार चुनाव में NDA की प्रचंड जीत पर बोले पीएम मोदी

बिहार: बिहार चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने जोर देकर बोला है कि यह सुशासन की जीत है, विकास की जीत है। पीएम मोदी ने कहा कि सुशासन की जीत हुई है। विकास की जीत हुई है। जन-कल्याण की भावना की जीत हुई है। सामाजिक न्याय की जीत हुई है। बिहार के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार, जिन्होंने 2025 के विधानसभा चुनावों में एनडीए को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें जनता-जनार्दन की सेवा करने और बिहार के लिए नए संकल्प के साथ काम करने की शक्ति प्रदान करेगा।


प्रधानमंत्री ने आगे लिखा कि मैं एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अथक परिश्रम किया है। उन्होंने जनता के बीच जाकर हमारे विकास के एजेंडे को सामने रखा और विपक्ष के हर झूठ का मजबूती से जवाब दिया। मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं!

पीएम ने इसके बाद लिखा कि आने वाले समय में हम बिहार के विकास, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां की युवा शक्ति और नारी शक्ति को समृद्ध जीवन के लिए भरपूर अवसर मिले।

शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत नरेंद्र मोदी जी व नीतीश कुमार जी की जनता को सपर्पित जनप्रिय नीतियों की जीत : डॉ. जटाशंकर पांडे

चांडिल : बिहार विधान सभा चुनाव 2025 एनडीए की प्रचंड बहुमत से जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने कहा कि बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत भारत के यश्वशी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व बिहार के यश्वशी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के जनप्रिय नीतियों का जीत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक सफर की कहानी एक असाधारण दस्तावेज है। 2001 से 2014 तक गुजरात में मुख्‍यमंत्री रहें और गुजरात को भाजपा का अजेय किला बना दिया। फिर केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा को 2014 में सत्‍ता दिलाई। केंद्र में मोदी जी का लगातार 11 वर्षों से राजनीतिक सफर जारी है। मोदी जी का मुख्‍यमंत्री और प्रधानमंत्री के कार्यकाल का जोड़ लिया जाए तो करीब 25 वर्ष से किसी न किसी तरह सत्‍ता का संचालन कर रहे हैं। यह इसलिए खास हो जाता है कि इंटरनेट के दौर में जब बहुत आसानी से बड़े से बड़े नेता को एंटी-इनकंबेंसी खा जाती है, मोदी अनूठे हैं जिन्‍हें प्रो-इनकंबेंसी का फायदा मिल रहा है। इसीलिए ग्‍लोबल लीडर्स के सर्वोच्‍च गुट में प्रधानमंत्री मोदी का मुकाम ऊपर है।



डॉ. पांडे ने कहा कि नवंबर 2005 में नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल की बिहार में पंद्रह साल पुरानी सत्ता को उखाड़ फेंकने में सफल हुए और मुख्यमंत्री के रूप में उनकी ताजपोशी हुई। सन् 2010 के बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों के आधार पर वे भारी बहुमत से अपने गठबंधन को जीत दिलाने में सफल रहे और पुन: मुख्यमंत्री बने। 2014 में उन्होनें अपनी पार्टी की संसदीय चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनके छठे कार्यकाल में बिहार जाति आधारित गणना 2023 की शुरुआत हुई।

बिहार में NDA की वापसी का सबसे बड़ा फैक्टर बनी महिलाओं का वोट

पटना: बिहार चुनाव परिणाम में एक बार फिर से नीतीश कुमार…इसके पीछे महिलाओं का जबरदस्त वोट और जीविका दीदी के खाते में भेजा गया 10 हजार रुपया रहा..साथ ही बुजुर्गों के पेंशन में वृद्धि…इस बार पीके का प्रदर्शन भी निष्प्रभावी रहा..



चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों के अनुसार बिहार में कुल महिला मतदाता (वोटर) की संख्या लगभग 3.50 करोड़ है. यह आंकड़ा चुनाव आयोग द्वारा अक्टूबर 2025 में घोषित मतदाता सूची पर आधारित है, जिसमें कुल मतदाताओं की संख्या करीब 7.43 करोड़ थी. इनमें पुरुष 3.92 करोड़, महिलाएं 3.50 करोड़ और थर्ड जेंडर 1,725 हैं. बिहार विधानसभा चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में हुए. चुनाव में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.6 प्रतिशत रहा, जो पुरुषों 62.8 प्रतिशत से अधिक है. इस आधार पर महिलाओं के कुल पड़े वोट लगभग 2.51 करोड़ होते हैं. महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के इस बार 2.97 करोड़ वोट पड़े हैं. महिलाओं से यह संख्या 46 लाख अधिक होती है.

क्या महिलाओं के खाते में भेजे गए 10 हजार रुपए का असर 1.21 करोड़ जीविका दीदियों पर नहीं पड़ा होगा? क्या 1.11 करोड़ मुफ्त बिजली जलाने वाले जाति-धर्म का विवेक छोड़ नीतीश को वोट नहीं किए होंगे? बेटे-बहू के भय से खैनी-बीड़ी के लिए 5 रुपए मांगने में संकोच करने वाले 1.90 करोड़ लोग भूल पाएंगे कि अब उनकी पेंशन तिगुनी हो गई है? ऐसे क्षेत्र 2-4 हों तो सूची सटीक बन सकती है. पर, ये आंकड़े तो मोटा-मोटी कामों के हैं. सड़कों के जाल से नीतीश ने जिलों से राजधानी पटना की पहुंच 5 घंटे की करा दी है. गांवों की पगडंडियां भी नीतीश ने पक्की बनवा दी हैं. बेटियों के नाम पर बिदकने वाले अगर आज बेटियों का सम्मान करने लगे हैं तो इसके पीछे सिर्फ एक आदमी का विजन है. और, वे हैं नीतीश कुमार। क्या लोग नीतीश के ऐसे कामों को मामूली मानते होंगे. संभव है कि उन्हें नीतीश के बुढ़ापे और बीमारी की विपक्ष की ओर से फैलाईं गईं खबरों ने थोड़ा सोचने पर मजबूर किया होगा, लेकिन उन्होंने यह भी सोचा हो कि जो फैसले नीतीश की सरकार ले रही है, वे तो जनहित में ही है. फिर वे ही ठीक हैं. क्यों नए को आजमाने की जहमत उठाई जाए.

बिहार इलेक्शन रिजल्ट 2025 LIVE: क्या बिहार में डबल सेंचुरी मारेगा NDA? रुझानों में 190 के पार हुईं सीटें

बिहार चुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर लालू के दोनों लाल अपनी अपनी सीटों से पीछे चल रहे है। तेजस्वी यादव राघोपुर में 3016 वोट से पिछड़े, वही तेज प्रताप यादव महुआ सीट से 13501 वोटों से पीछे चल रहे है।*

जमशेदपुर

*45-घाटशिला (अ.ज.जा) विधानसभा उपचुनाव*

*मतगणना- राउंड 04*

 1. बाबूलाल सोरेन, भाजपा-12612

2. सोमेश चंद्र सोरेन, झामुमो- 20026

3. रामदास मुर्मू - जेएलकेएम- 5481

Jmm - 7414 भोट से आगे।




रुझान देखने के बाद जदयू कार्यालय के बाहर जश्न

अब तक के रुझानों को देखकर सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जश्न मनाने लगी है। जदयू नेता और कार्यकर्ता मिठाई बांटने लगे हैं। पटाखे फोड़े जा रहे हैं। जदयू नेताओं ने कहा कि 10वीं बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता सब खेल समझ चुकी है। नीतीश कुमार को जनता ने फिर से अपना आशीर्वाद दिया है।



बिहार: बौराहा नीतीश की दीवानी हुई बिहार की जनता, रिकॉर्ड जीत के साथ फिर बनेंगे मुख्यमंत्री

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतज़ार अब ज़्यादा देर नहीं करना होगा. रुझानों में एनडीए गठबंधन एक बार फिर स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है. बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है. राज्य की जनता ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर भरोसा जताते हुए उन्हें रिकॉर्ड जनादेश देने का संकेत दिया है. अभी तक के रुझानों के अनुसार उनकी पार्टी और गठबंधन को उम्मीद से कहीं अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं, जिससे यह लगभग तय माना जा रहा है कि नितीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने जा रहे हैं. 



चुनावी विश्लेषकों के मुताबिक इस बार का जनादेश कई मायनों में खास है. बिहार के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक नितीश कुमार के नाम पर मतदान हुआ है. उनके विकास कार्यों, सामाजिक योजनाओं और सुशासन मॉडल ने मतदाताओं को एक बार फिर प्रभावित किया है.

मतदाताओं का क्या कहना है?

मतदान केंद्रों पर लोगों से बातचीत के दौरान जनता में साफ तौर पर नितीश कुमार को लेकर एक पॉजिटिव माहौल दिखाई दिया . बड़े पैमाने पर युवाओं और महिलाओं ने कहा कि राज्य में स्थिरता और विकास की जरूरत है, और इसके लिए उन्हें नितीश कुमार ही सबसे भरोसेमंद चेहरा लगते हैं.

अब आगे क्या?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि अंतिम परिणाम भी ऐसे ही आते हैं, तो नितीश कुमार एक बार फिर ऐतिहासिक वापसी करेंगे और बिहार को नई दिशा देने का दावा लेकर अपने अगले कार्यकाल की शुरुआत करेंगे.

रुझानों ने यह लगभग स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार भी नीतीश कुमार ही राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे?

क्या नीतीश कुमार फिर संभालेंगे कमान?

नीतीश कुमार चुनावी राजनीति का एक अनोखा चेहरा रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि वह पिछले कई विधानसभा चुनावों से खुद मैदान में नहीं उतरते. यह परंपरा नई नहीं है. नीतीश 1995 के बाद से कोई भी विधानसभा चुनाव सीधे नहीं लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्होंने हमेशा विधान परिषद (MLC) का रास्ता चुना है. वर्तमान में भी नीतीश कुमार पटना सीट से विधान परिषद सदस्य हैं और उनकी सदस्यता मई 2030 तक है. इसका अर्थ यह है कि यदि वह इस बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हैं, तो बिना विधायक बने भी वह अपने पूरे कार्यकाल तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं.

गठबंधन में जश्न का माहौल

नतीजों के रुझान सामने आते ही गठबंधन कार्यालयों में जश्न का माहौल बन गया है. समर्थक ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाते नजर आए, जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे बिहार की जनता का आशीर्वाद बताया है.

नीतीश कुमार के चुनावी सफर पर एक नज़र

1985: पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा पहुंचे

1977, 1980 और 1985 में लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ा

1995 में हरनोत से मैदान में उतरे लेकिन हार गए

इसके बाद राष्ट्रीय राजनीति की ओर रुख किया

1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 — लगातार छह बार लोकसभा सांसद बने

2000: पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन किसी सदन के सदस्य न होने के कारण आठ दिन बाद इस्तीफा

2005: बिना विधानसभा चुनाव लड़े दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

तब से लगातार विधान परिषद से चुनकर ही मुख्यमंत्री बने हैं

पिछले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.ले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.ले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.

बिहार चुनाव 2025: शुरुआती रुझानों पर बोले वित्त मंत्री ओपी चौधरी — “एनडीए की बढ़त नहीं, यह सुनामी है”

बिहार चुनाव 2025 के शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन की बढ़त पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होने कहा कि यह सिर्फ एनडीए की बढ़त ही नहीं आंधी और सुनामी भी है. बिहार की जनता ने एनडीए को आशीर्वाद दिया. एनडीए विकसित भारत की नींव डाल रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी समझ रही हैं कि भाजपा और उनके सहयोगियों की सरकार बेहतर हैं. भाजपा और एनडीए को आशीर्वाद मिल रहा है. वहां सुशासन स्थापित किया जा रहा है. कांग्रेस के वोट चोरी वाले अभियान को लेकर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कांग्रेस डूबती नांव हैं. महागठबंधन को जनता ने महठगबंधन करार दिया है. उनकी पार्टी के लोग अपनी जान बचाने इधर उधर भाग रहे हैं. इन्हें देश की जनता सबक सिखा रही है. जनता के बीच ये लोग नकारात्मक एजेंडा लेकर जाते हैं, अनर्गल आरोप लगाते हैं, जिसका जवाब जनता दे रही हैं.



बिहार: NDA डबल सेंचुरी के पास, 199 सीटों पर आगे

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की सीटों का आंकड़ा 200 तक पहुंचने के करीब दिखाई दे रहा है. अभी तक के रुझानों में एनडीए 199 सीटों पर आगे चल रहा है. वहीं महागठबंधन को सिर्फ 38 सीटों पर बढ़त मिल पाई है.



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