काबूल /न्यू दिल्ली : अफगानिस्तान में बीती रात भूकंप के तेज झटकों ने एक बार फिर तबाही मचा दी। पाकिस्तान सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में आए इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 6.0 मापी गई, जबकि कुछ एजेंसियों ने इसे 6.3 बताया है। तेज झटकों के बाद लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 2500 से अधिक लोग घायल हैं। कई घर जमींदोज हो गए हैं और बचाव अभियान जारी है।
कहां आया भूकंप
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र नांगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर के पास, लगभग 8 किलोमीटर की गहराई में था। यह झटके रविवार रात 11:47 बजे (स्थानीय समयानुसार) महसूस किए गए। लगभग 20 मिनट बाद उसी इलाके में 4.5 तीव्रता का एक और भूकंप भी आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।
स्थानीय प्रशासन की जानकारी
नांगरहार सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी ने बताया कि अब तक कई घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राहत और बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
भारत की संवेदनाएं और मदद का भरोसा
भूकंप की खबर मिलते ही भारत ने अफगानिस्तान को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ (ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा… “अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में आया विनाशकारी भूकंप गहरी चिंता का विषय है। हम अफगान लोगों के साथ खड़े हैं और हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।”
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया… “अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि से गहरा दुख है। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। भारत प्रभावित लोगों को हरसंभव मानवीय सहायता देने के लिए तैयार है।”
वैश्विक चिंता
अफगानिस्तान में बीते दो सालों से लगातार बड़े भूकंप आ रहे हैं, जिनमें हजारों लोगों की जान जा चुकी है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां और पड़ोसी देश राहत और पुनर्वास की तैयारियों में जुटे हैं।