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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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बुधवार, 16 जुलाई 2025

बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा:- छोटा पारूलिया आंगनबाड़ी केंद्र में मानसी प्लस के टीम अन्नप्राशन्न दिवस मनाया......

बहरागोड़ा संवाददाता


बहरागोड़ा:-शिशुओं के सर्वांगीण विकास के लिए छह माह पूरा होने पर स्तनपान के साथ पौष्टिक अतिरिक्त ऊपरी आहार का दिया जाना जरूरी होता है. इसी उद्देश्य से बुधवार को छोटा पारुलिया आंगनबाड़ी केंद्रों पर मानसी प्लस के टीम द्वारा अन्नप्राशन दिवस मनाया गया. हेल्थ टीम द्वारा वैक्सीनेशन से वंचित लोगों को टीककरण किया गया. बताया गया कि छह महीने बाद से ही शिशुओं को स्तनपान कराने के साथ ऊपरी पौष्टिक आहार दिया जाना चाहिए. इस उम्र में शिशुओं का शारीरिक एवं मानसिक विकास तेजी से होता है. इसलिए इस दौरान शिशुओं को ज्यादा आहार की जरूरत होती है.हर माह अन्नप्राशन दिवस सभी आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित किया जाता है. बताया कि इस दौरान मौजूद बच्चों की मां को बच्चे के स्वस्थ्य शरीर निर्माण को लेकर आवश्यक जानकारिययां दी गई. जिसमें बताया कि बच्चों को अन्नप्राशन के साथ कम से कम दो वर्षों तक स्तनपान भी कराएं और छह माह तक सिर्फ स्तनपान ही कराएं तभी बच्चे के स्वस्थ शरीर का निर्माण हो पाएगा. इसके अलावा 6 माह से ऊपर के बच्चों के अभिभावकों को बच्चों के लिए पूरक आहार की जरूरत के विषय में जानकारी दी गयी. मौके पर सेविका सर्मिस्था बीर, माला राणी मैति, राकेश दास आदि उपस्थित थे.

बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा में दुकान से बरामद हुई विदेशी शराब, दुकानदार गिरफ्तार.....

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के बहरागोड़ा के एनएच-18 पर ओम रेसीडेसी के पास स्थित की दुकान पर अवैध रूप से शराब बेचने पर एक युवक को पुलिस ने काबू किया है। गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार किया।गिरफ्तार आरोपी की पहचान शंकर प्रसाद कारण , आरोपी का दुकान का तलाशी लेने पर पुलिस को दर्जनों विदेशी शराब वतोल अवैध शराब बरामद हुई, जिसे वह बिना किसी वेद लाइसेंस के बीच रहा था।थाना प्रभारी शंकर प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी में दुकान से दर्जनों विदेशी शराब की बोतलें बरामद की गईं.पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर बुधवार को उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

आज 16 जुलाई को दिवंगत पत्रकार शेख अलाउद्दीन की पुण्य तिथि को हुए एक वर्ष..... बेटी ने लिखी पिता के लिए संदेश.... पढ़े

आज यानि 16 जुलाई को दिवंगत पत्रकार शेख अलाउद्दीन की पुण्य तिथि है। एक वर्ष पूर्व आज के दिन ही उनकी एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।  इस क्षेत्र की समस्याओं को अपनी लेखनी के माध्यम से उठाने वाले स्वर्गीय शेख अलाउद्दीन हम सब से सदा के लिए जुदा हो गए थे। उनकी याद में उनकी पुत्री शबाना ने अपनी इन पंक्तियों में अपनी भावना को उजागर किया है प्रस्तुत है उनके अंश


 एक बेटी की कलम से

मरहूम शेख अलाउद्दीन

 की पुण्य तिथि 16 जुलाई पर विशेष

 

 कलम का सिपाही 


आंखों में सूरज सा तेज ,

होठों पर निश्चल मुस्कान। 

अपनी  कर्मठता और साहस से ,

बनाया था खुद की पहचान ।


किसान के घर जन्म हुआ,

किंतु मन को ना भाई किसानी।

हाल छोड़ कलम को पकड़ा,

कलम को सौंपा अपनी जिंदगानी।


उद्देश्य नहीं था धन कमाना, 

न ही शोहरत उनको पाना था।

जन-जन की आवाज को, 

कलम के माध्यम से उठाना था। 


काम भी ऐसा चुना जो था, 

पग-पग पर संघर्षों से भरा।

फिर भी संघर्षों से ना कभी डरे, 

हमेशा धैर्य का दामन धरा।


पूस की ठंडी रात हो या जेठ की दोपहरी, 

या फिर हो सावन की झमाझम बरसात। 

हर मौसम की मार को झेलकर, 

अपने कर्तव्य पथ पर चले दिन रात। 


बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ को, 

बरसों पहले ही अमल में लाया था। 

जब समाज से लड़कर अपनी बेटी को, 

गांव की पहली शिक्षित बेटी बनाया था। 


बेटियां शिक्षित होगी तभी तो, 

शिक्षित होगी आने वाली पीढ़ियां। 

यह बात लोगों को समझ कर, 

तोड़ा था रूढ़ियों की बेड़ियां।


आरंभ में लोगों का उपहास मिला,

अपनों का भी तिरस्कार मिला। 

फिर भी अपने पथ पर अटल रहे,

जैसे कोई पुरस्कार मिला। 


कलम के साथ दी पूरी जवानी,

फिर आया उम्र का अंत पड़ाव।

फिर भी अपने कर्म में लग रहे, 

ना आया उत्साह में कोई ठहराव। 


बच्चों ने बहुत समझाया, 

छोड़ो यह संघर्ष भरा काम।

हमको सेवा का मौका दो, 

घर पर रहकर करो आराम। 


बच्चों से फिर हंस कर कहते, 

ना बांधो हो मुझ पर उम्र की सरहद।

काम छोड़ में वैसा हो जाऊंगा,

जैसा अपनी जगह से हटकर बूढ़ा बरगद।


अपने अंत समय तक भी,

कर्तव्य पथ पर रहे समर्पित। 

हंसते-हंसते शान से अपनी ,

सांसों को कर दिया था अर्पित। 


मृत्युशैय्या पर थे होकर लहूलुहान,

फिर भी साहस था सागर सा गहरा। 

दुनिया से जाते-जाते भी, 

अपने साहस का परचम दिया था फहरा।


जग में छोड़ गए वह अपने आदर्श, 

उनको अब अमर करेगी आने वाली पीढ़ियां। 

हमेशा अब चलती रहेगी, 

उनके उच्च आदर्शों की लंबी कड़ियां।









गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा में हाथी का उत्पात, तीन घरों को तोड़ा......

गुड़ाबांदा संवाददाता

गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा प्रखंड की फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के पावड़ाडीह, खेजुरदाढ़ी और चिरुगोड़ा गांव में हाथी का उत्पात बढ़ गया है. हाथी ने रविवार की रात गणेश सरदार, कापरा हांसदा व जूनाराम मार्डी के घर को तोड़ दिया. घर में रखा अनाज भी खा गया. पीड़ित परिवार ने कहा कि रविवार की देर रात हाथी ने घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. बाद में ग्रामीणों ने मशाल जलाकर व फटाखा फोड़कर हाथी को भगाया. सूचना पाकर जिप सदस्य शिवनाथ माडीं पहुंचे और वन विभाग को इसकी सूचना दी. जिप सदस्य व विभाग के वन रक्षी भीम सोरेन के साथ सुबह गांव पहुंचे और हाथी द्वारा किये गये नुकसान का मुआयना किया. हाथी से प्रभावित परिवार को मुआवजा के लिए फॉर्म दिया. वर्तमान में जिप सदस्य ने तीनों परिवार को तिरपाल देकर सहायता की.

एनएसयू के एमबीए की छात्रा रिशु रंजन का पीएनबी में मार्केटिंग ऑफिसर के पद पर चयन | 10 लाख के पैकेज पर लॉक

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग की 2022-2024 सत्र की छात्रा रिशु रंजन का चयन देश की प्रतिष्ठित पंजाब नैशनल बैंक में बतौर मार्केटिंग ऑफिसर के पद पर हुआ है। नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय से शिक्षण प्राप्त और प्रतिभा की धनी रिशु रंजन जमशेदपुर के गोलपहाड़ी क्षेत्र निवासी सुमंत कुमार भारती की पुत्री हैं। विगत वर्ष इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनेल सेलेक्शन द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित जूनियर मैनेजमेंट ग्रेड स्केल-1 की श्रेणी में मार्केटिंग ऑफिसर के पद पर चयन के लिए प्रतियोगी परिक्षाओं का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में लिखित और व्यक्तिगत साक्षात्कार की प्रक्रिया को पूर्ण करने के पश्चात अंतिम रूप से रिशु का चयन इस पद के लिए गया है। आरंभ में 10 लाख के वार्षिक वेतनमान के साथ रिशु को पीएनबी के देशभर में संचालित जोनल कार्यालयों में पदस्थापित किया जाएगा। वर्त्तमान में उन्हें किस ज़ोन में अपनी सेवाएं देनी हैं, इसकी जानकारी उन्हें अभी नहीं दी गई है। फिलहाल उन्हें तीन महीनों के प्रशिक्षण के लिए पीएनबी के लुधियाना स्थित संस्थान में भेजा जाएगा।

रिशु की इस उपलब्धि के कारण उनके परिवार में उत्सव का वातावरण है। रिशु के पिता ने अपनी बेटी की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा *मैं बेटी की सफलता का श्रेय अपनी बेटी के दृढ़ संकल्प, उसके कठोर परिश्रम और नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के शिक्षण वर्ग द्वारा दिये गये मार्गदर्शन को देता हूँ। एनएसयू में बेटी एमबीए की विद्यार्थी रही है। पढ़ने में रिशु हमेशा से होशियार थी। मुझे यकीन था कि एक दिन उसे सफलता अवश्य मिलेगी। मैं विश्वविद्यालय प्रशासन को भी धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने बेटी की प्रतिभा और उसके शिक्षण कौशल को निखारने में यथासंभव प्रयत्न किया।*


नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में मंगलवार को रिशु सहित उसके पूरे परिवार को आमंत्रित किया गया था। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि और अकादमिक प्रकोष्ठ के डीन प्रो. दिलीप शोम ने स्मृति चिन्ह देकर रिशु सहित पूरे परिवार को सम्मानित किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि ने कहा *रिशु की यह सफलता निश्चित ही पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव और प्रसन्नता का कारण है। इससे विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी भी प्रेरणा प्राप्त करेंगे और अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में और अधिक दृढ़ संकल्पित होकर परिश्रम करेंगे। मैं विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, संकाय सदस्यों, अकादमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव पदाधिकारियों से यह कहना चाहूंगा कि विद्यार्थियों के कौशल संवर्धन के लिए वह हर संभव प्रयास करने के लिए तत्पर रहें। विद्यार्थियों की सफलता ही विश्वविद्यालय की सफलता है।* 


वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने कहा *मैं विद्यार्थियों से यह कहना चाहता हूँ कि विद्यार्थी उन्हें प्राप्त अवसरों का समूचित लाभ उठाये और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करें। यदि विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय से किसी तरह की कोई सहायता की अपेक्षा है तो वह निश्चित ही हमसे संपर्क करें। हम उन्हें हर सभंव सहायता देने का प्रयास करते रहें हैं और आगे भी करते रहेंगे। मैं विश्वविद्यालय प्रशासन और संकाय सदस्यों का भी आभारी हूँ कि वो विद्यार्थियों के मार्गदर्शन में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। विश्वविद्यालय एक परिवार की तरह है और इसके विकास के लिए इसके हर एक सदस्य को इसी तरह प्रयास करते रहना चाहिए।*