सरायकेला।उत्कली सम्मेलनी ओड़िआ शिक्षक संघ तथा स्थानीय नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने मंगलवार को ओड़िशा के महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और जनसेवक पंडित गोपाबंधु दास की 148वीं जयंती बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई।
यह कार्यक्रम गोपाबंधु चौक स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर आयोजित किया गया, जहां सुबह से ही लोगों का आना-जाना लगा रहा। कार्यक्रम की शुरुआत पंडित गोपाबंधु दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर समाजसेवी सुदीप पटनायक, बद्रीनारायण दारोगा, दुखु साहू, चिरंजीवी महापात्र, रूपम, संध्या रानी, रीता रानी दुबे, परसु कबी, अर्चना दास, शक्तिपति, ज्योत्सना महापात्र तथा रश्मिता दास सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम में वक्ताओं ने पंडित गोपाबंधु दास के जीवन, त्याग, और समाजसेवा के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके विचार आज भी समाज के लिए प्रेरणादायक हैं। इस दौरान छात्रों तथा शिक्षकों ने उनके जीवन से संबंधित कविताएँ और भाषण प्रस्तुत किए। सभी उपस्थित लोगों ने पंडित गोपाबंधु दास की स्मृति में न केवल श्रद्धांजलि अर्पित की, बल्कि उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया।ओड़िआ शिक्षक संघ ने घोषणा की कि आने वाले समय में गोपाबंधु दास के विचारों और समाजसेवा की भावना को शिक्षण तथा जनजागरण के माध्यम से आगे बढ़ाया जाएगा। पूरे कार्यक्रम में ओड़िया संस्कृति का रंग झलकता रहा और वातावरण देशभक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत था।