‘स्वच्छता ही सेवा 2025’ अभियान के तहत श्रीनाथ यूनिवर्सिटी की एनएसएस टीम ने दोमुहानी नदी तट पर चलाया स्वच्छता अभियान
श्रीनाथ यूनिवर्सिटी जमशेदपुर की एनएसएस टीम ने ' स्वच्छ उत्सव स्वच्छता ही सेवा 2025' के अंतर्गत एक उल्लेखनीय पहल करते हुए सोनारी स्थित दोमुहानी नदी तट पर व्यापक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मूर्ति विसर्जन के बाद नदी तट पर फैले कचरे की सफाई करना और लोगों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी तथा पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देना था।
इस स्वच्छता अभियान का नेतृत्व एनएसएस कोऑर्डिनेटर और अस्सिटेंट प्रोफेसर शालिनी ओझा ने किया। उनके साथ अलग अलग विभाग के अन्य सदस्य श्री मेघनाथ महतो, श्री सुमित और श्री चंदन कुमार भी सक्रिय रूप से मौजूद रहे। अभियान में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिन्होंने उत्साह और समर्पण के साथ नदी तट, आसपास के मार्गों और विसर्जन स्थलों की सफाई की।
स्वयंसेवकों ने प्लास्टिक, फूल-मालाओं, मूर्तियों के अवशेष और अन्य अपशिष्ट सामग्री को एकत्रित कर निर्धारित स्थानों पर निस्तारित किया। साथ ही, उन्होंने स्थानीय नागरिकों से अपील की कि वे मूर्ति विसर्जन के बाद अपशिष्ट सामग्री को नदी में न फेंकें, बल्कि पर्यावरण के संरक्षण हेतु उचित निपटान की व्यवस्था अपनाएँ।
सुश्री शालिनी ओझा ने इस अवसर पर कहा कि, “स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा बननी चाहिए। NSS यूनिट का यह प्रयास समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की भावना को सशक्त करने की दिशा में एक छोटा परंतु महत्वपूर्ण कदम है।”
श्री मेघनाथ महतो ने बताया कि छात्रों में सेवा भाव और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जगाने के लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हैं। वहीं श्री सुमित और श्री चंदन कुमार ने स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा कि एनएसएस के छात्र स्वच्छ भारत मिशन को जमीनी स्तर पर साकार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
अभियान के दौरान विद्यार्थियों ने “एक कदम स्वच्छता की ओर”, “मेरा शहर, मेरी जिम्मेदारी” और “स्वच्छ नदी, स्वस्थ जीवन” जैसे नारों के साथ जनजागरूकता रैली भी निकाली। स्थानीय लोगों ने भी NSS टीम के इस प्रयास की सराहना की और भविष्य में ऐसे अभियानों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
श्रीनाथ यूनिवर्सिटी की टीम निरंतर समाजसेवा, पर्यावरण संरक्षण और जनकल्याण से जुड़े कार्यों में सक्रिय रूप से योगदान देता रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास न केवल छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में सहायक हैं, बल्कि समाज में स्वच्छता और जिम्मेदारी की संस्कृति को भी प्रोत्साहित करते हैं। श्रीनाथ यूनिवर्सिटी की एनएसएस टीम स्वच्छ भारत मिशन के आदर्शों को साकार करने के लिए अपने सतत प्रयास जारी रखेगा और एक स्वच्छ, हरित तथा स्वस्थ भारत के निर्माण की दिशा में युवाओं की भागीदारी को और सशक्त करेगा।