सरकारी योजनाओं से जोड़ते हुए किसानों को मोटा अनाज एवं विविध फसल उत्पादन हेतु किया गया प्रेरित...
गम्हरिया प्रखंड के अंतर्गत गांजिया बराज स्थित किसान भवन में गुरुवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री अभय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में किसानों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रखंड के ईटागढ़, नुआगढ़, चमारु, बांधडीह, बुरुडीह, यशपुर एवं दुगनी पंचायतों के किसान, किसान मित्र तथा कृषि विभाग एवं पशुपालन विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान कृषि प्रणाली में विविधीकरण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ मक्का, रागी, उड़द, मूंगफली, गन्ना जैसे मोटे अनाज एवं नकदी फसलों की खेती कर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
बैठक में दिए गए प्रमुख निर्देश एवं सुझाव निम्नलिखित हैं:
• सरकार द्वारा बहुफसली खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्नत किस्म के बीज किसानों को निःशुल्क अथवा अनुदानित दर पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनका लाभ सभी किसान लें।
• सिंचाई सुविधा सुदृढ़ करने हेतु स्वर्णरेखा परियोजना के अंतर्गत आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
• किसानों को कृषि यांत्रिकीकरण, मृदा परीक्षण, जैविक खेती, पशुपालन एवं समेकित कृषि प्रणाली से जोड़ने हेतु विभाग द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
• सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, पीएम-किसान मानधन योजना, फसल बीमा योजना एवं किसान क्रेडिट कार्ड योजना की विस्तृत जानकारी दी गई एवं पात्र किसानों को इसका लाभ लेने हेतु प्रेरित किया गया।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने किसानों को आश्वस्त किया कि प्रशासनिक स्तर पर किसानों की हर संभव मदद की जाएगी ताकि क्षेत्र में आत्मनिर्भर एवं सतत कृषि प्रणाली को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि बहुफसली खेती न केवल आर्थिक दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक जोखिमों से निपटने का भी एक प्रभावी उपाय है।
इस अवसर पर स्वर्णरेखा परियोजना के अभियंता श्री रोहित कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, एटीएम (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधक), प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी सहित अन्य तकनीकी अधिकारी भी उपस्थित रहे।