झारखंड: भारी बारिश के बीच बांकी, कोयल और सोन नदियों के उफान ने हालात बिगाड़ दिये हैं। बाढ़ के खतरे को देखते हुये गढ़वा के SDO संजय कुमार ने बुधवार को मझिआंव और कांडी प्रखंड के जलमग्न और संवेदनशील इलाकों का आकस्मिक दौरा किया। SDO ने माइक से लोगों को समझाया कि अगर आप नदी किनारे कच्चे घर या झुग्गी में रह रहे हैं, तो खुद की और अपने परिजनों की सुरक्षा के लिये सरकारी भवनों में शिफ्ट हो जायें। शूलवंती देवी (सोनपुरा) और खरौंदा गांव के कुछ परिवारों को तुरंत आंगनबाड़ी और स्कूलों में शिफ्ट कराया गया। मझिआंव, बूढ़ीखांड, मोरबे, मोखापी, राणाडीह, कसनप, सुंडीपुर, सोनपुरा समेत कई गांवों का दौरा करते हुये उन्होंने स्थानीय मुखिया, CO और BDO को निर्देश दिया कि राहत और पुनर्वास की व्यवस्था फौरन सुनिश्चित करें।
मुसहर परिवारों का लिया हालचाल, भोजन व आश्रय पर जोर
लमारी गांव के पास खुले में रह रहे मुसहर समुदाय के लोगों से मुलाकात कर सरकारी भवन में शिफ्ट होने का अनुरोध किया गया। हालांकि वे तैयार नहीं हुये, तब SDO ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनके भोजन, स्वास्थ्य और सुरक्षित ठहराव की व्यवस्था की जाये। SDO संजय कुमार ने चेताया कि बारिश और जलभराव के बीच सांप निकलने की घटनाएं आम हैं। अगर किसी को सांप काट ले, तो झाड़फूंक में वक्त बर्बाद न करें, सीधे अस्पताल जायें।
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