सरायकेला: दिवंगत समाजसेवी स्वर्गीय नीलसेन प्रधान जी की पुण्यस्मृति में मंगलवार को उनके स्मारक स्थल ( रांगाटांड , जगन्नाथपुर, महालिमोरूप ) पर एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर चक्रधरपुर रेल मंडल कार्यालय के चीफ ऑफिस सुप्रिडेंट श्रीमती सुधा पॉलसन और रुम्पा घोषाल ने स्मारक पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
इस दौरान दोनों ऑफिसर भावुक हो उठीं और मौन रहकर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रीमती सुधा पाल्सन ने कहा कि नीलसेन प्रधान जी सिर्फ एक अधिकारी नहीं थे, बल्कि परिवार के सदस्य जैसे थे। आगे उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में काम करना एक सीख और गर्व की बात थी।
नीलसेन प्रधान जी हमेशा सभी कर्मचारियों के दुख-दर्द को समझते थे और हर समस्या का समाधान परिवार की तरह करते थे।
श्रीमती सुधा पॉलसन ने कहा कि “आज भी ऐसा लगता है जैसे वे हमारे बीच ही हैं। उनकी मुस्कान और सरल स्वभाव कभी भी नहीं भुलाए जा सकता।”
श्रीमती रुम्पा घोषाल ने भावुक स्वर में कहा कि “उनकी प्रेरणा और आदर्शों की रोशनी हमेशा हमें आगे बढ़ने की ताकत देती रहेगी।”
इसके अलावे उपस्थित लोगों ने भी पुष्प अर्पित कर उनकी स्मृतियों को नमन किया।
गौड़ सेवा संघ के उपाध्यक्ष एव श्रीकृष्ण जन्मोत्सव सह मन्दिर निर्माण समिति के सचिव हेमसागर प्रधान ने बताया कि दिवंगत नीलसेन प्रधान जी का सामाजिक कार्य में अविस्मरणीय योगदान रहा, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
उनकी ईमानदारी, सादगी और सेवा भावना ने हजारों लोगों को प्रेरणा दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका असमय जाना एक ऐसी कमी है, जो कभी पूरी नहीं की जा सकती।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि उनके द्वारा दिखाए गए मूल्यों को आगे बढ़ाया जाएगा।
माल्यार्पण के समय वातावरण गमगीन और भावनात्मक हो गया।
सभी ने कहा कि नीलसेन प्रधान जी की यादें हमेशा जीवंत रहेंगी।
उनके नाम पर बनाया गया यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को कर्तव्य, निष्ठा और मानवता का संदेश देता रहेगा।
अंत में एक मिनट का मौन धारण कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
मौके पर हेमसागर प्रधान, प्रकाश प्रधान, विकास प्रधान समेत अन्य उपस्थित थे।