बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा के करीब 250 कृष्णा भक्त शोभा यात्रा निकालकर गोपीबल्लवपुर राधा कृष्ण मंदिर से महंत महाराज केशवानंद देव गोस्वामी तथा श्री श्री चैतन्य महाप्रभु का चरण पादुका लेकर पूरी जगन्नाथ धाम तक पैदल यात्रा के लिए निकले हैँ.जयपूरा निवासी नित्यानंद दास ने कहा की यह पैदल यात्रा 20 दिनों में पूरी की जाएगी. यह पूरी धाम पैदल यात्रा में खोल कीर्तन लेकर नाम संकीर्तन के साथ जय जगन्नाथ का नाम लेते हुए 250 लोग पूरी के लिए निकले.यह पैदल यात्रा में करीब 400 किलोमीटर की होगी. इसमें सभी भक्त के लिए जगह जगह पर खाना रहना से लेकर सब कुछ व्यवस्था अंतर्राष्ट्रीय श्री श्री श्याम नंदी वैष्णव परिषद गोपीबल्लापुर के द्वारा किया गया है.सभी भक्त हाथ में हरे कृष्णा जय जगन्नाथ लिखा हुआ झंडा लेकर जा रहे थे.बताया गया की इस आयोजन का उद्देश्य भक्तों को श्री चैतन्य महाप्रभु के पवित्र चरण पादुकाओं का दर्शन करवाना और उनकी भक्ति को बढ़ाना था. श्री चैतन्य महाप्रभु ने अपने जीवनकाल में जगन्नाथ पुरी की यात्रा की थी, लेकिन चरण पादुकाएं लेकर पैदल पुरी के लिए यात्रा करने का कोई ऐतिहासिक या पारंपरिक रिकॉर्ड नहीं है. इसलिए, यह एक प्रतीकात्मक यात्रा है जो उनके जीवन के प्रति भक्तों की श्रद्धा और निष्ठा को दर्शाती है. यह पैदल यात्रा में बहरागोड़ा के जयपूरा,गोहोलामुड़ा,पारुलिया,दरीसोल, कुमारडूबी, मोहनपुर,उइनाला समेत कई सारे गांव के लोग शामिल है.
चरण पादुकाओं का इतिहास और महत्व
विष्णुप्रिया देवी द्वारा सेवा:
संन्यास लेने के बाद, चैतन्य महाप्रभु ने अपनी पत्नी विष्णुप्रिया देवी को अपनी लकड़ी की चरण पादुकाएं उपहार स्वरूप दी थीं. विष्णुप्रिया देवी ने आजीवन इन पादुकाओं की सेवा की.ये मूल चरण पादुकाएं वर्तमान में पश्चिम बंगाल के नवद्वीप धाम स्थित धामेश्वर महाप्रभु मंदिर में निवास करती हैं.बर्ष
2019 में, चैतन्य महाप्रभु के वृंदावन आगमन की 500वीं वर्षगांठ के अवसर पर, इन दिव्य चरण पादुकाओं को वृंदावन लाया गया था. इन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चंद्रोदय मंदिर में स्थापित किया गया था.
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