Saubhagya Bharat News
हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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रविवार, 20 जुलाई 2025
बहरागोड़ा:-एक पेड़ मां के नाम” – घाघरा में 76वां वन महोत्सव, सांसद-विधायक ने किया पौधारोपण, लगेगा 30 हज़ार पौधों का जंगल....
पिता के हिस्सा मांगने पर पुत्र को डरने धमकाने के बाद देख लेने की बात कह रहे है अपने हे रिश्तेदार , थाने में दी है लिखित शिकायत
आदित्यपुर दिल्ली बस्ती वार्ड नंबर 16 अवैध रूप से सपन महतो के द्वारा अपने ही परिवार के सदस्य का हिस्सा को घेरा जा रहा है इसको लेकर शशि भूषण महतो ने आदित्यपर थाना में लिखित सूचना दी शशि भूषण महतो का कहना है हमारे परिवार का जमीन जायदाद का हिस्सा हो चुका है और हिस्सा होने के बाद सपन महतो और उसके परिवार के अन्य सदस्य द्वारा मेरे पिताजी का हिस्सा को घेरा जा रहा है हम लोग मना करने से भी नहीं सुन रहे हैं उल्टा हमें ही डराया धमकाया जा रहा है इसलिए आज में आदित्यपुर थाना में लिखित रूप से सूचना दी गई है
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) पर एक आधारित कार्यशाला का आयोजन
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के केंद्रीय सभागार में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) पर आधारित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। भौतिकी विभाग और भूगोल विभाग द्वारा अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ और आईक्यूएसी के सहयोग से आयोजित किये गये इस कार्यशाला का केंद्रीय विषय "राजनीति से राग तक: आधुनिक शिक्षा के लिए प्राचीन भारतीय ज्ञान का सामंजस्य" निर्धारित किया गया था।
इस कार्यशाला में मुख्य वक्ताओं के रूप में डॉ. पारोमिता रॉय और डॉ. अशोक कुमार मंडल ने भारतीय ज्ञानकोष की विभिन्न जटिलताओं से संबंधित विभिन्न पक्षों से कार्यशाला में आए सहभागियों को अवगत करवाया।
*"एक स्वास्थ्य एक राष्ट्र" भारत में एक नीतिगत पहल है- डॉ. पारोमिता रॉय*
सर्वप्रथम कार्यशाला में अपना वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए डॉ. पारोमिता रॉय, सहायक प्रोफेसर, आरकेएमवीईआरआई, कोलकाता ने "कौटिल्य के अर्थशास्त्र में एक स्वास्थ्य की अवधारणा" के बारे में बताया। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से खूबसूरती से समझाया कि कैसे एक स्वास्थ्य में मृदा स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य, पर्यावरणीय स्वास्थ्य जैसे सभी मानदंड शामिल हैं और ये सभी मानव स्वास्थ्य से जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे से भी जुड़े हुए हैं। प्राचीन कौटिल्य के अर्थशास्त्र में अच्छी तरह से समझाई गई यह अवधारणा आधुनिक युग में भी प्रासंगिक है।
"एक स्वास्थ्य एक राष्ट्र" भारत में एक नीतिगत पहल है, जिसका उद्देश्य सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने के लिए मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य क्षेत्रों को एकीकृत करना है, विशेष रूप से एसडीजी 3, जो सभी आयु वर्गों के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने और कल्याण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
*भारतीय वाद्ययंत्र भारतीय अस्मिता की पहचान- डॉ. अशोक कुमार मंडल*
इसके पश्चात कार्यशाला के दूसरे सत्र में डॉ. अशोक कुमार मंडल, सहायक प्रोफेसर, एनआईटी जमशेदपुर ने भारतीय तार वाद्य यंत्रों के विज्ञान पर एक व्याख्यान दिया।
यह एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला सत्र था जिसमें उन्होंने वाद्ययंत्रों को व्यवहारिक रूप से चित्रित करते हुए समझाया कि तार वाद्य यंत्रों में संगीत की विभिन्न आवृत्तियाँ कैसे उत्पन्न होती हैं। इस कार्यशाला में बी.ए. अंग्रेजी की छात्रा श्रबोना और बी.ए. भूगोल की छात्रा कामिनी द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक और क्षेत्रीय नृत्यों ने इसके आकर्षक को और भी अधिक बढ़ा दिया।
कार्यशाला में विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. प्रभात कुमार पाणि, आईक्यूएसी निदेशक, विभिन्न विभागों के डीन, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, शोधार्थी और विभिन्न संस्थानों व विश्वविद्यालयों से आए प्रतिभागियों की उपस्थिति ने इसे और भी रोचक और सार्थक बना दिया। कार्यशाला के समापन पर प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए और आभार स्वरूप अतिथि वक्ताओं को सुंदर डोगरा कलाओं से सम्मानित किया गया।
सावन: आस्था, अनुशासन और शिव से जुड़ाव का पावन महीना
लेखक: आशीष सिंह
जनसंपर्क, इवेंट्स व ब्रांडिंग प्रोफेशनल, जमशेदपुर
भारत में वर्षा ऋतु केवल मौसम का परिवर्तन नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत है। जब आकाश में काले बादल छाते हैं और धरती पर पहली बारिश गिरती है, तभी आरंभ होता है श्रावण—जिसे हम सावन के रूप में जानते हैं। यह पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, जिन्हें त्याग, तपस्या और परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है।
सावन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि आस्था, आत्मशुद्धि और प्रकृति से जुड़ाव का महीना है। इस मास में हर सोमवार को विशेष महत्व दिया जाता है, जिसे सावन सोमवार व्रत कहा जाता है। श्रद्धालु उपवास रखते हैं, मंदिर जाते हैं और शिवलिंग पर जल, दूध व बेलपत्र अर्पित करते हैं, ताकि उन्हें सुख, शांति व मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त हो।
बेलपत्र, दूध और जल का महत्व क्या है?
हर पूजा-पद्धति का एक गहरा अर्थ होता है
बेलपत्र: भगवान शिव को अति प्रिय trifoliate पत्ते, जो उनके त्रिशूल का प्रतीक माने जाते हैं। यह पवित्रता, समर्पण और सादगी का प्रतीक है।
दूध से अभिषेक: शिवलिंग पर दूध अर्पित करने से उनकी उग्र ऊर्जा को शांत करने की भावना है। साथ ही यह आरोग्य, समृद्धि और आत्म-शुद्धि का संकेत है।
जल अर्पण: पवित्र नदियों से लाया गया जल शिवलिंग पर चढ़ाना नकारात्मक प्रभावों को दूर करने और कर्मशुद्धि का माध्यम माना जाता है।
सोमवार और व्रत का विशेष महत्व क्यों है?
सावन में उपवास करना आत्मनियंत्रण का अभ्यास है। विशेष रूप से सोमवार का दिन चंद्रमा (सोम) को समर्पित होता है, जो मन का स्वामी माना जाता है। शिव की पूजा मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करती है।
महिलाएं पति की दीर्घायु और अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति हेतु व्रत रखती हैं, वहीं पुरुष आत्मिक शक्ति व ज्ञान की प्राप्ति के लिए उपवास करते हैं।
सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण
सावन का एक और पहलू पर्यावरण से जुड़ा हुआ है। इस दौरान कई स्थानों पर वृक्षारोपण, जल संरक्षण और नदी स्वच्छता जैसे कार्य होते हैं। यह प्राचीन परंपराओं और आधुनिक जिम्मेदारियों के बीच सेतु का कार्य करता है।
निष्कर्ष नीचे पढ़ें
सावन केवल परंपरा नहीं, संवेदनशील जुड़ाव का महीना है। शिव की पूजा के माध्यम से हम अपने भीतर के नकारात्मकता को समाप्त कर सकारात्मकता और ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने का संदेश प्राप्त करते हैं। यह एक ऐसा समय है जो हमें हमारी जड़ों से जोड़ता है और जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझने का अवसर देता है।
इस आधुनिक समय में भी, सावन हमें सिखाता है कि "आध्यात्मिकता केवल एक धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है।"
बहरागोड़ा:-शनिवार देर रात को एनएच-18 पर दर्दनाक हादसा......
शनिवार, 19 जुलाई 2025
गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा में स्वच्छ भारत मिशन कागजों तक सिमटा शेड बने जंगल में.......
सीमेंट और डास्ट से काम पार कर , बालू गिटी मिलाया नही गया | बना दी सड़क..
निर्माण कार्य इतनी खराब तरीके से कर के जाना ,
लगता है जैसे सड़क बना रहे की सड़क की स्थिति और खराब कर देना चाहते,
इधर ग्रामीणों का कहना है
निर्माण अच्छा से नहीं हो रहा जो रास्ता पीसीसी ढलाई कर रहा है रात को करीब 12:00 बजे तकरीबन काम चालू किया गया उस समय काम चालू किया गया, जब ग्रामीण सो गए थे
नीचे पढ़ें ~
जिसके कारण काम अच्छा से नहीं किये और , सीमेंट और डास्ट से काम पार कर , बालू गिटी मिलाया नही गया ठीक से , चुप चाप काम पार कर दिया गया, सुबह ग्रामीणों को पता चला तो रास्ता पहले से जादा खराब हो गया ग्राम पंचायत के मुखिया श्री सुखदेव सरदार ग्राम प्रधान श्री राम कृष्ण महती उप मुखिया श्री रविंद्र महतो एव प्रदीप बारिक जो कि सूत्रों द्वारा पता चला है कि इन्हीं लोगों की जानकारी और देख रेख में की जा रही है
एमबीएनएस इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड नर्सिंग के संयुक्त रूप से आईक्यूएसी सेल द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला "माइंड ओवर मेडिका" का सफल आयोजन
एमबीएनएस इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड नर्सिंग के संयुक्त रूप से आईक्यूएसी सेल द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला "माइंड ओवर मेडिका" का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ. ज़ाकी अख्तर, सहायक प्रोफेसर, पीजीडीजीसी, मनोविज्ञान विभाग, करीम सिटी कॉलेज थे।
कार्यशाला में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और डॉ. अख्तर के मार्गदर्शन में मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और तनाव प्रबंधन के प्रभावी तरीकों से अवगत कराना था।
एमबीएनएस इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड नर्सिंग की निदेशिका श्रीमती अनुपा सिंह ने कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
कार्यशाला के दौरान, डॉ. अख्तर ने छात्रों को तनाव प्रबंधन के विभिन्न तरीकों से अवगत कराया, जैसे कि ध्यान, योग और समय प्रबंधन। उन्होंने छात्रों को अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने और तनाव को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यशाला के अंत में, छात्रों ने डॉ. अख्तर से प्रश्न पूछे और अपने अनुभव साझा किए। इस कार्यशाला ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया। एमबीएनएस इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड नर्सिंग विभाग के आईक्यूएसी सेल द्वारा आयोजित "माइंड ओवर मेडिका" कार्यशाला एक सफल आयोजन था। इस कार्यशाला ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया। हमें विश्वास है कि इस कार्यशाला के आयोजन से हमारे छात्रों को बहुत लाभ होगा और वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे।
बडा पत्थर से कुचलकर हत्या करने के आरोप में सौतेले भाई मनोज इमरान एवं मदन हेंब्रम की गिरफ्तार
सरायकेला-खरसावां : जिले के सरायकेला थाना अंतर्गत केंद्रपोसी गांव में पारिवारिक विवाद 50 वर्षीय लक्ष्मण हेंब्रम की हत्या हुई थी इस मामले में उसके सौतेले भाई मनोज इमरान एवं मदन हेंब्रम की गिरफ्तार कल जेल भेज दिया गया है। एसपी मुकेश लुनायत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है।
बताया कि वादिनी रीना, सोय पति रामसिंह सोय ग्रांम पाटाहेंसल, थाना सरायकेला, जिला सरायकेला – खरसावाँ के लिखित आवेदन के आधार पर प्रथामिकी अभियुक्त 1. मनोज हेम्ब्रम 2. मदन हेम्ब्रम दोनो पिता – स्व कृष्णा हेम्ब्रम सा०- केन्दपोसी, थाना सरायकेला, जिला सरायकेला – खरसावाँ के विरुद्ध दिनांक – 16/07/25 को समय करीब 10.00 बजे दिन में अपने सौतेला भाई लक्ष्मण हेम्ब्रम को ग्राम – रंगपुर (सालडीह) नया पुलिया के पास धान के खेत में किचड में सिर (मुन्डी) को दबाकर एवं बडा पत्थर से कुचलकर हत्या करने के आरोप में दर्ज किया गया है।
कांड के अभियुक्तों के गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय, सरायकेला खरसावाँ के निर्देशानुसार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महोदय सरायकेला के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा छापामारी के क्रम में मानवीय एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर प्राथमिकी अभियुक्त 1. मनोज हेम्ब्रम 2. मदन हेम्ब्रम को गिरफ्तार किया गया है, तथा गिरफ्तार अभियुक्त मदन हेम्ब्रम के स्वीकारोक्ति ब्यान के आधार पर उसके निशानदेही पर नीचे अंकित समानों की बरामदगी की गई, एवं गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजी जा रही है।
अपराधिक इतिहास शून्य
बरामद प्रदर्श
1. कांड में प्रयोग किया गया स्कूटी सं0-JH05BJ-3174 को बरामद किया गया है।
2. अभियुक्त मदन हेम्ब्रम का स्कीन टच मोबाइल बरामद किया गया।
3. घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहना गया खून लगा हुआ टी शर्ट विधिवत जप्त किया गया।
4. घटना में प्रयोग किया गया एक बडा पत्थर को घटनास्थल से जप्त किया गया।
गिरफ्तार व्यक्ति का नाम / पता
1. मनोज हेम्ब्रम उर्फ चोंगो उर्फ मंगल हेम्ब्रम पिता स्व कृष्णा हेम्ब्रम सा०- केन्दपोसी, थाना सरायकेला, जिला – सरायकेला-खरसावाँ।
2. मदन हेम्ब्रम उर्फ चोके पिता स्व कृष्णा हेम्ब्रम सा०- केन्दपोसी, थाना सरायकेला, जिला सरायकेला –
खरसावाँ।
छापामारी दल के सदस्य
1. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सरायकेला
2. पुलिस निरीक्षक नितिन कुमार सिंह, सरायकेला अंचल
3.पु०अ०नि० विनय कुमार थाना प्रभारी, सरायकेला
4. पु०अ०नि० रामरेखा पासवान
5. पु०अ०नि० अमिश कुमार
6. पु०अ०नि० गार्टी सुन्डी
7. ह० राजेश उराँव
8. आरक्षी -264 अरुण कुमार महतो
9. चालक आरक्षी – 1129 शेमेन्द्र कुमार, एवं तकनीकी शाखा सरायकेला।