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गुरुवार, 26 जून 2025

सरकारी डिवाइस पर वॉट्सएप बैन

अमेरिका में सरकारी डिवाइस पर वॉट्सएप के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि वॉट्सएप को अब किसी भी सरकारी डिवाइस पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस आदेश में वॉट्सएप के सभी वर्जन – मोबाइल, डेस्कटॉप और वेब – शामिल हैं।

आदेश में बताया गया है कि यदि किसी स्टाफ के फोन में वॉट्सएप इंस्टॉल है, तो उसे तुरंत डिलीट करना होगा। इसके साथ ही, अनजान नंबरों से आने वाले मैसेज और फिशिंग स्कैम से सावधान रहने की चेतावनी भी दी गई है। स्टाफ को वॉट्सएप की जगह अन्य मैसेजिंग एप्स का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

वॉट्सएप को बैन करने की वजहें :

डेटा सुरक्षा में कमी: वॉट्सएप यह स्पष्ट नहीं करता कि यूजर का डेटा कैसे सुरक्षित रखा जाता है।

स्टोर्ड डेटा का एनक्रिप्शन: वॉट्सएप के मैसेज भले ही सुरक्षित हों, लेकिन स्टोर किए गए डेटा में सुरक्षा की कमी है।

साइबर सुरक्षा का खतरा: वॉट्सएप के डेटा हैंडलिंग में कुछ कमियां हैं, जिससे साइबर अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

इस साल जनवरी में वॉट्सएप ने स्वीकार किया था कि इजरायली स्पायवेयर कंपनी ने इसके कई यूजर्स को टारगेट किया था, जिससे इसकी सुरक्षा पर सवाल उठे थे।

मेटा का विरोध

मेटा ने इस बैन पर विरोध जताया है। कंपनी का कहना है कि वॉट्सएप में डिफॉल्ट एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन है, जो इसे अन्य मैसेजिंग एप्स से अधिक सुरक्षित बनाता है।

अन्य बैन

अमेरिकी संसद ने पहले भी टिकटॉक और अन्य एप्स पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें डेटा सुरक्षा को लेकर चिंताएं थीं।

वॉट्सएप का वैश्विक उपयोग

दुनियाभर में वॉट्सएप के 2 अरब से अधिक यूजर्स हैं, जिनमें भारत में लगभग 48.9 करोड़ यूजर्स शामिल हैं।








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