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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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रविवार, 21 सितंबर 2025

गुड़ाबांदा:- सौभाग्य भारत, S भारत खबर का हुआ असर, कालांबेड़ा में बीडीओ की चौपाल, ग्रामीणों से संवाद कर जलमीनार-चेकडैम कार्य शीघ्र शुरू करने का भरोसा, नक्सल प्रभावित परिवारों को............

गुड़ाबांदा संवाददाता 

गुड़ाबांदा:-प्रखंड के कालांबेड़ा गांव में पिछले कुछ दिन पहले ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर एस भारत न्यूज़ चैनल द्वारा प्रमुखता से खबर चलाया गया था. उसके बाद वीडियो ने संज्ञान लेते हुए आज गुड़ाबंदा के बीडीओ डांगर कोड़ोह पहुंचे और ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। बैठक में ग्रामीणों ने पेयजल, सिंचाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी परेशानियों को सामने रखा। बीडीओ ने आश्वस्त किया कि गांव में जलमीनार निर्माण का टेंडर पूरा हो चुका है और बहुत जल्द कार्य शुरू होगा। वहीं, चेकडैम निर्माण के लिए सिंचाई विभाग द्वारा आकलन कर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा और पानी व सिंचाई की समस्या काफी हद तक दूर होगी। इस दौरान बीडीओ ने नक्सली घटनाओं में मारे गए तीन लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की। उन्होंने परिवारों से दस्तावेज लिए और यह जानकारी ली कि उन्हें पेंशन, राशन जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि पात्र लाभुकों को योजनाओं का लाभ हर हाल में दिलाया जाएगा।

गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा में ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हुए भाजपा नेता बाबूलाल सोरेन......

गुड़ाबांदा संवाददाता


गुड़ाबांदा:-भाजपा नेता बाबूलाल सोरेन ने गुड़ाबांदा प्रखंड के कई गाँवों का दौरा किया और ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। इस दौरान ग्रामीणों ने पानी, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी से जुड़ी अपनी परेशानियाँ सामने रखीं। बाबूलाल सोरेन ने कहा कि गठबंधन सरकार के छह वर्षों के कार्यकाल में घाटशिला विधानसभा क्षेत्र का विकास ठप रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नाकामी के कारण युवाओं को रोजगार की तलाश में दक्षिण भारत की ओर पलायन करना पड़ रहा है। खेती-किसानी की स्थिति भी बेहद दयनीय है, क्योंकि किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाने के लिए बनी स्वर्णरेखा परियोजना की नहरें अब तक अधूरी हैं। नतीजतन किसान बारिश पर ही निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद से बदतर है। गाँव-गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और दवाओं का भारी अभाव है, जिससे छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी लोगों को दूर जाना पड़ता है। यह स्थिति गरीब ग्रामीणों के लिए और भी ज्यादा पीड़ादायक है। गाँवों में बाबूलाल सोरेन का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि भाजपा ग्रामीणों की हर समस्या को प्राथमिकता से उठाएगी और आने वाले समय में इन मुद्दों को मजबूती से सदन तक पहुँचाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे भाजपा के साथ मिलकर अपने अधिकारों की लड़ाई को मजबूत करें। दौरे के दौरान बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे।

बहरागोड़ा:-केशरदा भूमिज समाज फुटबॉल टूर्नामेंट का शुभारंभ किए डॉ गोस्वामी..........

बहरागोड़ा संवाददाता 


बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के केसरदा गांव में बीणापानी क्ल्ब की ओर से भूमिज समाज के युवा खिलाड़ियों के लिए रात्रिकालीन फूटबाॅल टूर्नामेंट का आयोजन सम्पन्न हुआ। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने फूटबाॅल पर किक मार कर टूर्नामेंट का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए डॉ गोस्वामी ने कहा कि फुटबॉल इस क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय खेल है। उन्होंने सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु विशेष सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। डॉ गोस्वमी ने खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद हमारे युवा खिलाड़ी खेल के मैदान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं।उन्होंने युवाओं से नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान किया। डॉ गोस्वामी ने युवाओं से अन्याय एवं अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष करने का भी आह्वान किया। इस टूर्नामेंट में कुल 16 टीम हिस्सा लिया था, जिसमें विजेता डुमरडीहा फुटबॉल टीम को 15000 नगद राशि एवं ट्राफी तथा उप विजेता मुड़ाल फुटबॉल टीम को 10000 नगद राशि एवं ट्राफी देकर पुरष्कृत किया गया। इस मारोह को जिला पार्षद भूपति नायक,रंजीत बाला, अशोक कर, आफताब आलम,बनविहारी साव, तपेश महापात्र राजकुमार कर, प्रह्लाद घोष, समीर सेनापति ने भी संबोधित किया। इस मौके पर कमिटी के सदस्य दुर्गा नायक, मेघलाल नायक, दुर्गा नायक, चंदन दीगर, तारापाद नायक, शंकर नायक, दीपक पातर, लालचंद नायक, सुभास नायक, अर्जुन नायक आदि उपस्थित थे।

बहरागोड़ा:-कुमारडूबी के बाघाकुली आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण में ग्रामीणों ने लगाया घटिया सामग्री उपयोग का आरोप......

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड के कुमारडूबी पंचायत अंतर्गत बाघाकुली गांव में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण में अनियमितता का आराेप लगाते हुए टोला के ग्रामीणों ने विरोध जताया.ग्राम प्रधान नीलकंठ नायक, विदेश देहरी, मानस नायक, पूर्णेन्दु नायक, अनुराग नायक, साधीन नायक, राहुल नायक, सागर नायक, समीर नायक आदि ग्रामीणों का आरोप है कि आंगनबाड़ी केंद्र में खराप ईंट का प्रयोग किया जा रहा है.साथ ही भवन निर्माण में सीमेंट की मात्रा कम दी जा रही है.पिलर पर रड़ छोटा है जो की छत तक नहीं पहुंच रहा है. भवन के बेस में बड़ा गिट्टी की बजाय छोटा गिट्टी लगाकर दलाई कर दिया गया है.ऐसे में आंगनबाड़ी भवन कितना दिन टिकेगा. ग्रामीणों को यह भी कहना है की संबंधित ठेकेदार द्वारा गांव में आमसभा भी नहीं किया गया. और ना ही उक्त आंगनवाड़ी भवन बनने के लिए कोई भी शिलान्यास किया गया.बिना आम सभा तथा बिना शिलान्यास के ही संबंधित ठेकेदार ने सिर्फ बोर्ड लगाकर काम करना शुरू कर दिया है. ऐसे में ठेकेदार की मंशा साफ जाहिर होती है.निर्माण राशि 11 लाख 8 हजार दोशो रुपिया है. टोला के ग्रामीणों का कहना है कि गुणवत्तापूर्ण निर्माण होने से भवन मजबूत होगा.लोगों का कहना है कि आंगनबाड़ी भवन में बच्चे पढ़ेंगे. इस तरह घटिया कार्य किया गया तो कभी भी हादसा हो सकता है. जिससे बच्चे की जान खतरे में पड़ सकती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जिन्हें योजना के निरीक्षण की जिम्मेवारी है वे कभी भी आकर उक्त योजना का निरीक्षण नहीं किया. एक रिपोर्ट के मुताबिक कर्माबेश बहरागोड़ा प्रखंड में जितने भी नए आंगनबाड़ी भवन बन रहा है उसमें से एक दो भवन को छोड़ कर सभी नए भवन में घोर अनियमितता बरती गई है. हालांकि कुछ दिन पहले निरंजनपुर गांव में भी इस तरह का मामला सामने आ चुका है. अगर संबंधित पदाधिकारी जाकर नए आंगनबाड़ी भवन का निरीक्षण करेंगे उसमें बहुत बड़ी घोटाला सामने आ सकती है. इस मामले में सीडीपीओ के पद पर है बहरागोड़ा के सीओ राजाराम मुंडा का कहना है अभी तक हम देखे नहीं है.अगर इस तरह का मामला है तो हम देखेंगे जांच करेंगे उसके बाद जो हो सकता है कारवाई किया जाएगा.

बहरागोड़ा:-शिक्षा की कोई उम्र नहीं : 60 वर्ष की आयु में पहली बार परीक्षा देकर बनीं मिसाल....

बहरागोड़ा संवाददाता

बहरागोेड़ा प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय झांझिया में आयोजित बुनियादी साक्षरता आकलन जांच परीक्षा ने यह साबित कर दिया कि शिक्षा प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती। इस परीक्षा में झांझिया, सांड्रा, जगन्नाथपुर, कोकरोमरागाड़िया और चांदड़ा से आए 47 महिलाओं व 15 पुरुषों ने हिस्सा लिया। खास बात यह रही कि इनमें से कई महिलाएं 45 से 60 वर्ष की आयु में पहली बार परीक्षा देने पहुंचीं। उम्र के इस पड़ाव पर उनकी जिज्ञासा और सीखने की लगन देखकर सभी प्रभावित हुए। पढ़ाई से बढ़ा आत्मविश्वास परीक्षा देने के बाद बुजुर्ग महिलाओं ने खुशी जताते हुए कहा कि अब वे स्वयं हिसाब-किताब कर सकती हैं, अपने नाती-पोतों के साथ पढ़ाई कर सकती हैं और समाज में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकती हैं। उनका मानना है कि शिक्षा की कोई सीमा नहीं होती, यह जीवन में नई शुरुआत देती है। परीक्षा का संचालन परीक्षा का संचालन केंद्र अधीक्षक सह झांझिया उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक आदित्य करण, झांझिया संकुल सीआरपी स्वपन कुमार दत्ता तथा अन्य शिक्षकों एवं पर्यवेक्षकों की देखरेख में हुआ। पर्यवेक्षक तापस रंजन महापात्र, निमाई चांद सिंह, बिथिका प्रधान, अजीत कुमार सिंह, दुलाल सोरेन और लिपिक लक्ष्मीकांत सिंह ने पूरी परीक्षा को कदाचारमुक्त बनाया। उद्देश्य और महत्व इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य वयस्क शिक्षा कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को साक्षर बनाना और उनकी संख्यात्मक क्षमताओं का मूल्यांकन करना था। यह न सिर्फ साक्षरता स्तर को बढ़ाने की दिशा में प्रयास है, बल्कि वयस्कों को आत्मनिर्भर बनाने का भी एक सशक्त कदम है। शिक्षा के प्रति बढ़ी जागरूकता उत्क्रमित उच्च विद्यालय झांझिया ने इस परीक्षा के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाई। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है और यह संदेश गया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती।

जमशेदपुर: तुलसी भवन में आगमनी गीत संध्या आयोजित

जमशेदपुर। 'सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन / तुलसी भवन'  द्वारा  संस्थान के प्रयाग कक्ष में आगमनी गीत संध्या ( बहुभाषी लोकमंच) सह हिन्दी साहित्य  के पांच सुप्रसिद्ध  साहित्यकारों  भारतेंदु हरिश्चंद्र, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, श्रीकांत वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर  एवं प्रताप नारायण मिश्र की जयंती समारोह आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन डाॅo रागिनी भूषण ने की । जबकि स्वागत भाषण मानद महासचिव डाॅ० प्रसेनजित तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन  समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅo यमुना तिवारी व्यथित द्वारा दिया गया ।

कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्जवल एवं माँ दुर्गा तथा जयंती समारोह के अन्तर्गत पांचो साहित्यकारों के तस्वीर पर पुष्पार्पण की गई । तत्पश्चात  उपरोक्त  साहित्यकारों का संक्षिप्त परिचय  पाठ  क्रमश: अशोक पाठक स्नेही, नीलिमा पाण्डेय , वसंत जमशेदपुरी , सुरेश चंद्र झा एवं  कैलाशनाथ शर्मा गाजीपुरी ने प्रस्तुत  किया । कार्यक्रम के अगले सत्र में सुश्री पूनम महानंद ने भगवती वंदना प्रस्तुत की । 

 तदनुपरांत  शहर के कुल  23 कलमकारों ने अपनी - अपनी मातृभाषाओं में यथा भोजपुरी , मैथिली , बंगला, अंगिका,   राजस्थानी, हिन्दी   वगैरह में रचित काव्य रचनाएं प्रस्तुत की  ।

काव्य पाठ करने वालों में सर्वश्री / श्रीमती अशोक पाठक 'स्नेही', कैलाश नाथ शर्मा 'गाजीपुरी',  नीलिमा पाण्डेय, पूनम महानंद, राजेन्द्र साह 'राज', सुरेश चन्द्र झा, यमुना तिवारी व्यथित, जितेश तिवारी, बलबिन्दर सिंह, अरुणा झा, डाॅo उदय प्रताप हयात,  वसंत जमशेदपुरी, शेषनाथ सिंह 'शरद', भंजदेव देवेन्द्र कुमार 'व्यथित', डाॅ. वीणा पाण्डेय 'भारती' , विनोद बेगाना, डाॅo  संजय पाठक  स्नेही, ममता कर्ण प्रमुख रहे । जबकि  साहित्य समिति के सचिव डॉo अजय कुमार ओझा, हरभजन सिंह रहबर, निशांत सिंह, विद्या शंकर विद्यार्थी की उपस्थिति सराहनीय रही ।





अर्जुन मुंडा ने किया स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन, मुफ्त दवा का वितरण

 कुचाई के दलभंगा में आदिवासी वेलफेयर ट्रस्ट के

 द्वारा लगा स्वास्थ्य जाँच शिविर, 250 मरीजों की हुई जांच,



कुचाई के सुदूरवर्ती क्षेत्र के दलभंगा स्कूल मैदान में आदिवासी वेलफेयर ट्रस्ट घोड़ाबांधा, टेल्को, जमशेदपुर के द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। 



शिविर में विभिन्न गांवो से पहुचे 250 मरीजों की स्वास्थ जांच चिकित्सकों के द्वारा कर आवश्यक दवा उपलब्ध कराया गया। शिविर का विधिवत उदघाटन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने किया। मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि स्वास्थ्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, इसे हमें स्वयं सिद्ध करना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से ही देश ताकतवर होता है और हर व्यक्ति को अपना भविष्य संवारने का अवसर प्राप्त होता है। स्वस्थ शरीर से ही हम ऊर्जावान हो सकते हैं और देश व समाज में बेहतर प्रदर्शन कर परिवार, समाज व देश को पहचान दिला सकते हैं। दूसरों की सेवा को अपनी सेवा मानकर स्वास्थ्य सेवा करने की अपील करते हुए श्री मुंडा ने कहा कि इससे मन को आनंद मिलता है। रक्त का डाटा बेस बनाकर हम आने वाली बीमारियों के संबंध में जान सकते हैं ताकि समय पर उसका उपचार किया जा सके। उन्होने कहा कि स्वास्थ शरीर से ही समाज का विकास होता है। हमारे प्रयास हमारे आदिवासी समुदायों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए हैं। यह शिविर झारखंड के पुर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के बड़े सुपुत्र डॉ अभिषेक सिंह मुंडा के नेतृत्व में विगत 13 सितम्बर को शिविर लगाकर कुचाई के सुदूरवर्ती क्षेत्र के 241 ग्रामीणों का रक्त सग्रह किया गया था। जिसका रिपोर्ट के आधार पर मरीजो की स्वास्थ जांच कर दवाई दी गई। इसके अलावे रविवार को लगभग पांच सौ परीजों की स्वास्थ जांच कर दवाई दी। इस दौरान मुख्य रूप से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मीरा मुंडा, डॉ अभिषेक सिंह मुंडा, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, आदित्यपुर के निवर्तमान डिप्टी मेयर बॉबी सिंह, जिप झिग्गी हेम्ब्रम, उदय सिंहदेव, सुधीर मंडल, रामनाथ महतो, विजय महतो, लखिराम मुंडा, सत्येन्द्र कुम्हार, कृष्णा सोय, दुलाल स्वासी, प्रदीप सिंहदेव, सहित कई चिकित्सक, स्वास्थ कर्मी, आदिवासी वेलफेयर ट्रस्ट के परिवार उपस्थित थे।





शनिवार, 20 सितंबर 2025

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नव दुर्गा कौशल महोत्सव 2.0 का भव्य आयोजन

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नव दुर्गा कौशल महोत्सव 2.0 का भव्य आयोजन किया गया। नवरात्रि और माँ दुर्गा की थीम पर आधारित इस सांस्कृतिक उत्सव में विभिन्न विभागों के विद्यार्थी नृत्य, फैशन शो, गायन, रंगोली और फायरलेस कूकिंग प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और कला, भक्ति और उल्लास से भरे अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।


विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक समिति के संयुक्त सहयोग से सॉफ्ट स्किल्स विभाग द्वारा आयोजित इस महोत्सव का उद्देश्य रचनात्मकता, टीम भावना और नवरात्रि की समृद्ध परंपरा के साथ गहरा जुड़ाव विकसित करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और उसके बाद माँ दुर्गा के आह्वान के साथ हुआ। इस औपचारिक शुरुआत ने रंगारंग प्रस्तुतियों और कलात्मक अभिव्यक्ति से भरपूर वातावरण का निर्माण किया।

नृत्य प्रतियोगिता में, समूहों और एकल कलाकारों ने पारंपरिक गरबा और डांडिया की लय से लेकर माँ दुर्गा की कथाओं की आधुनिक व्याख्याओं तक, नृत्य प्रस्तुतियाँ दीं। प्रत्येक टीम चमकदार वेशभूषा में सजी थी, जो भक्ति की भावना और उत्सव की ऊर्जा, दोनों का आह्वान कर रही थी, और मंच को सुंदर संरचनाओं और शक्तिशाली नृत्य प्रस्तुतियों द्वारा जीवंत कर रही थी।

फ़ैशन शो एक और मुख्य आकर्षण था, जहाँ विद्यार्थियों ने माँ दुर्गा के नौ अवतारों से प्रेरित परिधानों में रैंप वॉक किया। प्रत्येक प्रतिभागी ने रंगों, कपड़ों और सहायक उपकरणों के रचनात्मक उपयोग के साथ देवी के एक अलग पहलू - साहस, ज्ञान, करुणा - का प्रतिनिधित्व किया। 

फायरलेस कुकिंग स्टॉल पर विद्यार्थियों ने अपने पाक कौशल का प्रदर्शन किया, पारंपरिक और फ्यूजन दोनों व्यंजनों से, बिना आग के स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। प्रतियोगिता में सुरक्षा, स्वच्छता और स्वाद पर जोर दिया गया, और साथ ही बिना आग के खाना पकाने के प्रारूप को भी ध्यान में रखा गया। निर्णायकों ने नमकीन स्नैक्स से लेकर मीठे व्यंजनों तक की प्रविष्टियों को चखा और स्वाद और प्रस्तुति दोनों की प्रशंसा की। इस बीच, रंगोली प्रतियोगिता के प्रतिभागियों ने विश्वविद्यालय परिसर को मनमोहक और रंगों से सजे कलाकृतियों से सजाया। जीवंत रंगों के पाउडर, फूलों की पंखुड़ियों और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करके, टीमों ने माँ दुर्गा के जटिल पैटर्न और चित्र बनाए। कई डिज़ाइनों में कमल की पंखुड़ियाँ, शेर का रूप और त्रिशूल जैसे रूपांकन शामिल थे, जो दिव्य शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक थे।

गायन प्रतियोगिता में आध्यात्मिक गीतों, भक्ति गीतों और माँ दुर्गा के आह्वान पर आधारित समकालीन रचनाओं की मधुर प्रस्तुतियाँ हुईं। आराधना के गंभीर भाव को दर्शाने वाले भावपूर्ण गायन से लेकर, दर्शकों को तालियाँ बजाने पर मजबूर करने वाले जीवंत गीतों तक, प्रतिभागियों ने अविस्मरणीय छाप छोड़ी। निर्णायक मंडल में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर और सांस्कृतिक आयोजक शामिल थे, जिन्होंने रचनात्मकता, विषय की समझ, प्रदर्शन की गुणवत्ता, मंच पर उपस्थिति और मौलिकता जैसे मानदंडों के आधार पर प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया। सभी श्रेणियों में व्यक्तिगत उत्कृष्टता और टीम वर्क दोनों को सम्मानित करते हुए पुरस्कार प्रदान किए गए।

कार्यक्रम के समापन पर बोलते हुए, कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि ने छात्रों के उत्साह और रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने कहा, *नव दुर्गा कौशल महोत्सव 2.0 एक उत्सव से कहीं बढ़कर है; यह हमारी सांस्कृतिक जड़ों, स्त्रीत्व की दिव्यता और हमारे युवाओं की प्रतिभा का उत्सव है।* उन्होंने आगे कहा, *नृत्य, कला, गीत और कूकिंग कौशल के माध्यम से, आपने आज हमें यहाँ माँ दुर्गा की उपस्थिति का एहसास कराया है।

विद्यार्थी समन्वयकों ने महोत्सव को सहयोग देने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन और इसे एक यादगार उत्सव बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया। महोत्सव का समापन पुरस्कार वितरण समारोह और शांति, समृद्धि और शक्ति के लिए माँ दुर्गा के आशीर्वाद की एक भावपूर्ण प्रस्तुति के साथ हुआ।

इस कार्यक्रम में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. पी.के पाणि, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोईज़ अशरफ़, प्रशासनिक अधिष्ठाता प्रो. नाजिम खान अन्य विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, फेक्लटी मेंबर्स और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।




सरायकेला : गम्हरिया राइबासा फाटक पर कुड़मी समाज का रेल रुको आंदोलन , सभी रेलवे ट्रैक जाम

सरायकेला: गम्हरिया के रायबासा फाटक को कुड़मी समाज ने रेल रुको आंदोलन , प्रदर्शनकारियों ने रेल ट्रैक को किया जाम। झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में आज सुबह से रेलवे को आंदोलन का असर देखने को मिला स्टेशन के पास , रेलवे फाटक,कुड़मी जाति के लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम का प्रदर्शन किया। कुड़मी समुदाय की बड़ी संख्या सुबह से ही आंदोलन शुरू कर दिया। इस आंदोलन के कारण कई ट्रेनें बाधित हुई और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।


मौके पर हालात को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती की गई है।

प्रदर्शनकारी कहना है कि उनकी मांग पूरी तरह सामाजिक है और किसी भी प्रकार के राजनीतिक से प्रेरित नहीं है। कुड़मी समाज की प्रमुख मांग है कि उन्हें एसटी यानी अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किया जाए , आंदोलनकारी ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम लोग वर्षों से आदिवासी रहे हैं सरकार को हमें एस टी में शामिल करना ही होगा।

कुड़मी समाज ने मांग पूरा न होने पर तक अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।






तीन दिवसीय टेकरूट 3.0 का श्रीनाथ विश्वविद्यालय में भव्य समापन

श्रीनाथ विश्वविद्यालय के तीन दिवसीय टेक फेस्ट टेकरूट 3.0 का तीसरा और अंतिम दिन आज सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पुरस्कार वितरण और प्रेरणादायी संबोधनों के साथ भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों, शिक्षकों और विशिष्ट अतिथियों ने तकनीक, नवाचार और सांस्कृतिक विविधता का शानदार संगम देखा।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता श्री कुणाल सारंगी तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व महाप्रबंधक , एचएएल, बेंगलुरु, श्री अशुतोष कुमार सिन्हा और अल कबीर पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. वारिस सरवार इमाम का मंच पर हार्दिक स्वागत किया गया।


परंपरागत दीप प्रज्वलन के बाद स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष श्री शशि कांत सिंह ने छात्रों को संबोधित किया। तीसरे दिन में छात्रों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विशेष अतिथि डॉ. वारिस सरवर इमाम ने छात्रों के साथ अपने विचार साझा किए, तत्पश्चात विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. मौसुमी महतो ने विश्वविद्यालय में आमंत्रित अतिथियों को भेंट देकर सम्मानित किया। 

मुख्य अतिथि श्री कुणाल सारंगी ने अपने उद्बोधन से विद्यार्थियों को प्रेरित किया और वर्किंग मॉडल, कोड मिलिशिया तथा ब्लैक ऑप्स के विजेताओं को पुरस्कृत किया। अंत में उनका सम्मान श्रीनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सुखदेव महतो ने मंच पर किया। 

पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान ट्रस्टी सदस्य श्रीमती अनीता महतो ने क्विज़ मैनिया, सुडोकू पज़ल और रूबिक क्यूब सॉल्विंग प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। डीन एडमिनिस्ट्रेशन श्री जे. राजेश ने रील्स मेकिंग, मीम्स, डॉक्यूमेंट्री और ई-गेम्स के निर्णायकों को सम्मानित किया। ई-गेम्स (फ्री फायर और बीजीएमआई), लोगो डिज़ाइनिंग, ट्रेज़र हंट, वेबसाइट डिज़ाइनिंग और रोबो वॉर के विजेताओं को कुलपति श्री सुखदेव महतो ने पुरस्कृत किया और इस दौरान शुभकामना संदेश भी दिया।

कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट अतिथि श्री अशुतोष कुमार सिन्हा ने छात्रों के साथ अपना अनुभव साझा किया जिसके बाद उन्होंने मीम्स व फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। उनका सम्मान कुलपति प्रो. (डॉ.) शिवानंद सिंह ने किया। एसोसिएट डीन एकेडमिक्स डॉ. भाव्या भूषण ने रील्स मेकिंग, डॉक्यूमेंट्री और ब्रिज किर्ति के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष श्री अभिषेक कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। टेकरूट 3.0 का समापन दिवस तकनीकी कौशल, नवाचार, सांस्कृतिक समृद्धि और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की झलक के साथ हुआ।






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