खरसावां: कुचाई किसान भवन में संसदीय संकुल विकास परियोजना के अंतर्गत जनजाति कौशल विकास परियोजना 1.0 के तहत आयोजित प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह परियोजना राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) द्वारा सम्पोषित है, जिसका उद्देश्य जनजातीय जिलों में युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाना है।
विगत अगस्त 2024 से अप्रैल 2025 तक यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तिलोपदा, बंदोलोहर पंचायत भवन में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने दीप प्रज्ज्लीप कर किया। मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि हमारा घर, हमारे परिवार, हमारा गांव मजबूत रहेयही है जनजातीय कौशल विकास परियोजना का संकल्प है। उन्होने कहा कि देश के दूर-दराज़ जनजातीय क्षेत्रों में युवाओं को सशक्त बनाकर सामाजिक और आर्थिक रूप से समृद्ध करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। यह केवल प्रशिक्षण प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मूल उद्देश्य है।
हमारा घर, हमारे परिवार, हमारा गांव मजबूत रहे। श्री मुंडा ने कहा कि प्रगति ही मानव जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य है। एक अत्यंत प्रेरणादायक और दूरदर्शी विचार है। जब एक समाज शिक्षा, कौशल, आत्मनिर्भरता और सामाजिक चेतना के रास्ते पर आगे बढ़ता है, तो वह न केवल स्वयं को सशक्त बनाता है, बल्कि राष्ट्र के भविष्य को भी उज्ज्वल करता है। इस कार्यक्रम के तहत कुचाई के मरांहातु, कुचाई, जोवाजांजीर, रामायसाल, बंदोलोहर पगारडीह, गोपीडीह, डांगो, बडाचाकडी, गोगामार्चा आदि गांव के 270 किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, उद्यमिता विकास और खाद्य प्रसंस्करण जैसी बहु-कौशल क्षमताओं से सशक्त बनाना, उनकी आय बढ़ाना तथा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देनने को लेकर प्रशिक्षित किया गया। साथ ही उनके बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, आदित्यपुर के निवर्तमान डिप्टी मेयर बॉबी सिंह, बीडीओ साधु चरण देवगाम, जिप झिग्गी हेम्ब्रम, मुखिया लुदरी हेम्ब्रम, विजय महतो, राहुल दास, आदि उपस्थित थे।
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