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सोमवार, 22 सितंबर 2025

झारखंड में 83 ट्रेनें रद्द, घंटों भूखे-प्यासे बैठे रहे बच्चे-बुजुर्ग, 2 लाख से अधिक यात्री हुए परेशान…

झारखंड:राज्यभर के अलग-अलग कुल 40 रेलवे स्टेशनों पर कल शनिवार को कुड़मी समाज के लोगों ने रेल टेका आंदोलन के तहत पटरियों पर उतर कर प्रदर्शन किया. इस दौरान अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनें रोकी. कल दिनभर राज्य में ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ. रेलवे को कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी, तो कई का रूट डायवर्ट किया गया. राज्यभर में कल शनिवार को कुल 83 ट्रेनें रद्द हुई. इस आंदोलन के कारण पूरे राज्य में 2 लाख से अधिक यात्री परेशान हुए, जिनमें बच्चे से लेकर महिला और बुजुर्ग सभी शामिल हैं.

जमशेदपुर में सबसे अधिक ट्रेनें हुई रद्द : रेल टेका आंदोलन के कारण रांची से कल कुल 14 ट्रेनें रद्द हुई, जबकि 20 ट्रेनों को रास्ते में रोका गया. इस दौरान 20 से अधिक मालगाड़ी भी फंसी. धनबाद से कुल 26 ट्रेनें कैंसिल हुई, जबकि 24 को डायवर्ट किया गया. इसके अलावा जमशेदपुर में सबसे अधिक कुल 43 ट्रेनें रद्द हुई. वहीं 31 ट्रेनें रास्ते में फंसी. आंदोलन के कारण केवल रांची और हटिया स्टेशन से जानेवाले 47 हजार रेल यात्री फंसे.

क्या है कुड़मी समाज की मांग?

उल्लेखनीय है कि एसटी का दर्जा देने की मांग को लेकर कुड़मी समाज ने रेल टेका आंदोलन की घोषणा की थी. इसे लेकर शनिवार को सुबह 4 बजे से ही रेलवे स्टेशनों पर लोग पहुंचने लगे थे. इस दौरान कई बार पुलिस प्रशासन के साथ बंद समर्थकों की झड़पें भी हुईं. धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गयी और दिन चढ़ते-चढ़ते हजारों की संख्या में समुदाय के लोग रेल पटरियों पर बैठ गये. आंदोलनकारी देर रात तक रेलवे ट्रैक और स्टेशनों पर डटे रहे. आंदोलन के कारण रांची व हटिया स्टेशन से रवाना होनेवाली एक दर्जन ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. वहीं एक दर्जन से अधिक ट्रेनें रांची व हटिया आने से पूर्व विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रहीं. इस दौरान राज्य के विभिन्न स्टेशनों से सवार हुए लगभग दो लाख यात्रियों को भारी परेशानी हुई.






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