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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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रविवार, 3 अगस्त 2025

प्रवीण सिंह की स्मृति में आयोजित मेगा रक्तदान शिविर में उमड़ी भीड़

 

 आदित्यपुर : स्व. प्रवीण सिंह की स्मृति में रविवार को आदित्यपुर स्थित मां भगवती अपार्टमेंट परिसर में प्रवीण सिंह सेवा संस्थान द्वारा आयोजित मेगा रक्तदान शिविर में सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। समाजसेवी स्व. प्रवीण सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित इस शिविर का उद्घाटन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यपाल रघुवर दास ने फीता काटकर और गुब्बारे उड़ाकर किया।

शिविर के उद्घाटन के पश्चात श्री दास ने पूरे आयोजन स्थल का भ्रमण कर रक्तदाताओं से बातचीत की और आयोजकों की सराहना की।

सेवा हमारी संस्कृति का आधार है : रघुवर दास

रघुवर दास ने कहा कि भारत की संस्कृति में सेवा का भाव प्राचीन काल से ही निहित है। स्व. प्रवीण सिंह ने अपने जीवन में गरीबों, वंचितों और शोषितों की निःस्वार्थ सेवा की, यही कारण है कि आज उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि "रक्तदान एक यज्ञ है और यह समाजहित में किया गया सर्वोच्च कार्य है।"

उन्होंने स्व. प्रवीण सिंह के पुत्र अंकुर सिंह की भी सराहना की और कहा कि उन्हें अपने पिता के संस्कार मिले हैं, जो हर माता-पिता को अपने बच्चों को देने चाहिए। उन्होंने संस्था के सदस्यों से नशा मुक्ति अभियान चलाने की भी अपील की, जिससे समाज को एक नई दिशा मिल सके।

कोरोना काल की पीड़ा से जन्मा सेवा भाव : अरविंद सिंह

शिविर में प्रवीण सिंह सेवा संस्थान के संरक्षक और ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह ने कहा कि "रक्तदान सबसे बड़ा दान है।" उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के समय उनके छोटे भाई स्व. प्रवीण सिंह की भी मृत्यु हुई थी और तब रक्त व इलाज की भारी कमी महसूस की गई थी। उसी अनुभव को ध्यान में रखते हुए पिछले पांच वर्षों से यह रक्तदान शिविर लगातार आयोजित किया जा रहा है, ताकि किसी को रक्त की कमी के कारण जान न गंवानी पड़े।

उन्होंने यह भी कहा कि ईचागढ़ क्षेत्र में आज भी रक्तदान के प्रति पर्याप्त जागरूकता नहीं है, जिस पर काम करने की जरूरत है।

चिकित्सा कर्मियों को किया गया सम्मानित

इस अवसर पर चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कई डॉक्टरों और नर्सों को भी सम्मानित किया गया।

सम्मानित लोगों में डॉ. फतेह बहादुर सिंह, डॉ. कृति पांडेय, नर्स रेणुका महतो, रेणुका सिंह, नूतन कुमारी, और नीलम कुमारी शामिल रहीं। सभी को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के हाथों स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

शिविर में बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद

शिविर में संस्था की ओर से नवीन सिंह, विनायक सिंह, समाजसेवी ए.के. श्रीवास्तव, ऋषि मिश्रा, छवि महतो, शिक्षाविद रवींद्रनाथ चौबे, चंदन सिंह, मनोज सिंह, भगवान सिंह, वीरेंद्र सिंह, टाटा मोटर्स यूनियन के अध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद, शंभू सिंह, पी.के. झा, डॉ. मृत्युंजय कुमार, धर्मेंद्र प्रसाद, पार्षद डॉ. कविता परमार, कन्हैया सिंह समेत बड़ी संख्या में समाजसेवी, कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए।










सागु सामाड जी की जयंती पर हुआ माल्यार्पण, विश्व आदिवासी दिवस को लेकर बनी रणनीति

 

खरसावां, 3 अगस्त 2025:

आदिवासी हो समाज महासभा के संस्थापक स्वर्गीय सागु सामाड जी की जयंती आज खरसावां स्थित पथ निरीक्षण विभाग भवन में श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत सागु सामाड जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर की गई, जिसमें उपस्थित सभी अतिथियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर उनके जीवन और समाज के प्रति किए गए योगदानों पर विशेष परिचर्चा हुई। आदिवासी हो समाज युवा महासभा सरायकेला खरसावां के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिजुई ने बताया कि किस प्रकार सागु सामाड जी ने शिक्षा और संगठन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए, जिससे आज भी समाज प्रेरणा लेता है।

कार्यक्रम के दौरान आगामी विश्व आदिवासी दिवस (9 अगस्त) के आयोजन को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ। आदिवासी हो समाज युवा महासभा सरायकेला खरसावां के उपाध्यक्ष सुखराम सोय जी ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस खरसावां में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा तय की गई, जिसमें आदिवासी संस्कृति, परंपरा और अधिकारों को प्रमुखता से प्रदर्शित करने की योजना बनाई गई।

इस कार्यक्रम में आदिवासी हो समाज युवा महासभा, सरायकेला-खरसावां के कई पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिजुई, उपाध्यक्ष सुखराम सोय, अनुमंडल अध्यक्ष गोबिन हेम्ब्रम, प्रखंड अध्यक्ष टाटा चातर, सचिव बेलमती होनहागा, तथा सक्रिय सदस्य अमिषा गागराई, दीपक बोइपाई, राजेश उरांव, सुखलाल मुंडा, दुर्गा सिजुई, विशु रघु आदि उपस्थित रहे।








चक्रधरपुर रेल मंडल के ओडिशा क्षेत्र के करमपदा रेंगडा में नक्सलियों ने विस्फोट कर रेलवे ट्रैक को किया क्षतिग्रस्त।

 


घटना आज सुबह करीब 615 की है जहां करमपदा - रंगरा रेलखंड की है घटना। ट्रेनों का परिचालन ठप।

उड़ीसा के रॉक्सी और रेंगड़ा स्टेशन के बीच नक्सलियों ने बीती रात रेल पटरी को विस्फोट कर नुकसान पहुंचाया है. इस घटना के बाद से इस रेल खंड पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है. घटना नक्सलियों द्वारा घोषित 24 घंटे के भारत बंद के ठीक बाद हुई. इसका उद्देश्य सरकार और आम जनता के बीच भय और अस्थिरता फैलाना बताया जा रहा है. 


जानकारी के अनुसार, धमाका देर रात 12 बजे के बाद किया गया. नक्सलियों ने पूर्व नियोजित तरीके से पटरी को उड़ाने की कोशिश की. विस्फोट की तीव्रता ज्यादा नहीं थी, जिससे पटरी को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा. केवल सीमेंट का स्लीपर क्षतिग्रस्त हुआ है. घटना स्थल पर नक्सलियों ने बैनर भी लगाया है. इसके बाद रेलवे विभाग और स्थानीय प्रशासन तुरंत हरकत में आ गए हैं. 







माओवादियों ने झारखंड, उड़ीसा, बिहार और छत्तीसगढ़ में 24 घंटे के भारत बंद का ऐलान किया है. यह बंद बीती रात 12 बजे से प्रभावी हो गया है. नक्सलियों ने जगह-जगह पर्चे और पोस्टर भी छोड़े हैं. इन पोस्टरों में "पुलिसिया दमन के खिलाफ जन प्रतिरोध" की अपील की गई है. घटना के बाद झारखंड और उड़ीसा की सीमाओं पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है. सारंडा के घने जंगलों से लेकर रेंगड़ा तक पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम सघन सर्च ऑपरेशन चला रही है. यह कोई पहली घटना नहीं है. बीते वर्षों में भी नक्सली रेल पटरी उड़ाने, ट्रेन रोकने, स्टेशन जलाने और इंजीनियरों के अपहरण जैसी घटनाएं कर चुके हैं. यह हमला एक बार फिर यह दिखाता है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सली संगठन अभी भी सक्रिय हैं और अवसर पाकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराते रहते हैं.

शैक्षणिक भ्रमण पर मुरुप गाँव पहुंचे एक्स एल आर आई के छात्रगण , ग्रामीण भारत की वास्तविकताओं से हुए रूबरू

 

सरायकेला : अब मुरुप गाँव के ग्रामीण जीवन शैली,  जीविकोपार्जन ,यहाँ की स्थानीय कला संस्कृति आदि पर गहन अध्ययन कर एक्स एल आर आई के छात्र थीसिस लिखेंगे।अपने इसी उदेश्य को लेकर एक्स एल आर आई (XLRI) जमशेदपुर के  छात्र छात्राओं ने समूह शैक्षणिक भ्रमण हेतु  शनिवार को सरायकेला  प्रखण्ड अन्तर्गत मुरुप गांव पहुँचे। जहाँ उन्हें ग्रामीण जीवनशैली और वहां के जनजीवन को समझने का अवसर मिला. इस भ्रमण के दौरान, छात्र छात्राओं ने ग्रामीणों के साथ बातचीत की, उनकी जीवनशैली को देखा और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। विद्यार्थियों ने ग्रामीणों के व्यवहार की काफी तारीफ की। 

इस दौरान अर्जुन पुस्तकालय मुरुप के अध्यक्ष  हेमसागर प्रधान ने अपने युवा साथियों के साथ विद्यार्थियों को रिसीव किया और उन्हें पुस्तकालय , आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय सहित पूरे गाँव का भ्रमण कराया। उन्होंने बताया कि यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव रहा, क्योंकि इससे उन्हें ग्रामीण भारत की वास्तविकताओं का प्रत्यक्ष अनुभव हुआ. छात्रों ने देखा कि कैसे ग्रामीण लोग अपनी आजीविका चलाते हैं, उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति क्या है, और उनके सामने क्या चुनौतियाँ हैं. 

इस भ्रमण से छात्रों को न केवल ग्रामीण जीवन के बारे में जानकारी मिली, बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी और सामुदायिक विकास के महत्व को भी समझने में मदद मिली. मौके पर हेमसागर प्रधान, सरस्वती महतो, शिबू प्रमाणिक, विकास प्रमाणिक, संतोष महतो, मृत्युंजय प्रमाणिक आदि उपस्थित थे।








शनिवार, 2 अगस्त 2025

पटना के बाद मुंगेर को यह बड़ा तोहफा, सितंबर में हो सकता है…

 

 पटना के बाद अब मुंगेर में भी मरीन ड्राइव बनने जा रहा है। यह गंगा किनारे चार लेन की सड़क (गंगा पथवे) होगी, जिससे मुंगेर से भागलपुर की दूरी घटेगी और लोग सिर्फ एक घंटे में यह सफर तय कर सकेंगे।

सितंबर तक हो सकता है शिलान्यास

इस प्रोजेक्ट के लिए बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 7,846 करोड़ रुपये का टेंडर 27 जुलाई को जारी किया है। परियोजना का शिलान्यास सितंबर तक होने की उम्मीद है।

दो चरणों में बनेगी सड़क

पहला चरण: सफियासराय से बरियारपुर होते हुए सुल्तानगंज तक 42 किमी, लागत – 4,006 करोड़ रुपये

दूसरा चरण: सुल्तानगंज से भागलपुर होते हुए सबौर तक 40.80 किमी, लागत – 3,842 करोड़ रुपये

निर्माण चार साल में पूरा होगा और इसके बाद 15 वर्षों तक एजेंसी इसका रखरखाव करेगी।

सुविधाएं और निर्माण कार्य

पहले चरण में 29.25 किमी एट-ग्रेड और 12.72 किमी एलिवेटेड रोड

14 छोटे और 13 बड़े वाहन अंडरपास

2 टोल प्लाजा

5,000 वर्गमीटर में विश्राम स्थल

गंगा के 16 घाटों का जीर्णोद्धार

दूसरे चरण में भी एलिवेटेड और एट-ग्रेड सड़क के साथ एक टोल प्लाजा बनेगा।

पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

यह मरीन ड्राइव ट्रैफिक जाम को कम करेगा और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित यात्रा संभव बनाएगा। गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

पटना मरीन ड्राइव से प्रेरणा

पटना में पहले से ही 6,000 करोड़ रुपये की लागत से बना मरीन ड्राइव लोगों के बीच लोकप्रिय है। अब इसे आरा से मोकामा तक बढ़ाने की योजना है, जिसकी लागत 10,000 करोड़ रुपये होगी।

मुंगेर मरीन ड्राइव भी बिहार सरकार के 60,000 करोड़ रुपये के बुनियादी ढांचा पैकेज का हिस्सा है। यह न सिर्फ एक बेहतरीन सड़क होगी, बल्कि गंगा की खूबसूरती को नजदीक से देखने का मौका भी देगी।








PM ने जारी की किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त, 20500 करोड़ फंड ट्रांसफर

 

पटना : PM नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के तहत देशभर के 9.70 करोड़ किसानों के खातों में ₹20,500 करोड़ की सीधी सहायता राशि ट्रांसफर की। यह कार्यक्रम वाराणसी से आयोजित किया गया। इस मौके पर पूरे देश में ‘पीएम किसान उत्सव दिवस’ मनाया गया। बिहार में राज्यस्तरीय मुख्य कार्यक्रम राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में हुआ, जहां उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे और किसानों को संबोधित करते हुए उन्हें योजना की अगली किस्त मिलने पर बधाई दी।

श्री चौहान ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि किसान मजबूत हो, तभी देश मजबूत होगा। बिना किसी भेदभाव और बिचौलियों के देश के 11 करोड़ किसानों को हर साल ₹6,000 की सीधी मदद मिल रही है।” उन्होंने सभी महिला किसानों को रक्षाबंधन की अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं।

कार्यक्रम में बिहार सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री भी शामिल हुए। इनमें रेणु देवी (पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री), डॉ. प्रेम कुमार (सहकारिता मंत्री), मंगल पांडेय (स्वास्थ्य मंत्री) और नितिन नवीन (पथ निर्माण मंत्री) शामिल रहे। इसके अलावा राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण मेहता और कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार भी मंच पर मौजूद थे।

प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा कि “यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे बिचौलियों को हटाकर सीधी सहायता मिल रही है, जो सरकार की पारदर्शिता का उदाहरण है।”

उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि “कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हो रहे हैं। यह सहायता किसानों के सम्मान का प्रतीक है। बिहार सरकार खेती को लाभदायक व्यवसाय बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।” उन्होंने बताया कि उर्वरकों की सुचारु आपूर्ति और कालाबाजारी पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘वोकल फॉर लोकल’ का समर्थन करते हुए लोगों से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि “आत्मनिर्भर भारत का रास्ता स्वदेशी उत्पादों से होकर गुजरता है। हमें इसे जन आंदोलन बनाना चाहिए।

कार्यक्रम में किसानों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और सरकार की इस पहल की सराहना की।










बगैर पासपोर्ट और वीजा के भेज देता था अमेरिका, कैसे… राज खोल गये SP

 

हज़ारीबाग़ : न पासपोर्ट, न वीजा, न इमिग्रेशन… फिर भी अमेरिका तक पहुंचा देता था यह गिरोह। इसका नेटवर्क इतना तगड़ा कि भेद पाना मुश्किल था। जब इस बात की भनक हजारीबाग पुलिस कप्तान अंजनी अंजन को लगी, तो उन्होंने इस नेटवर्क को ही ध्वस्त कर दिया। SP अंजनी अंजन की टीम ने मास्टरमाइंड सहित पांच लोगों को धर दबोचा। यह गिरोहडंकी रूट के जरिए लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका भेजता था। गिरोह के मास्टरमाइंड का नाम उदय कुमार कुशवाहा बताया गया। एसपी अंजनी अंजन ने शनिवार को मीडिया को बताया कि उदय कुमार मूल रूप से टाटीझरिया, हजारीबाग का रहने वाला है, लेकिन वह पिछले 45 सालों से अमेरिका में रह रहा था और वहां बिजनेस करता था। उसके पास अमेरिकी नागरिकता और ओवरसीज सिटीजनशिप कार्ड भी है। इस गिरोह का खुलासा सोनू कुमार नामक युवक की शिकायत से हुआ, जिसे अमेरिका में अवैध रूप से रहने के आरोप में डिपोर्ट कर दिया गया था। जांच में सामने आया कि उदय लोगों को नौकरी का झांसा देकर उन्हें ब्राजील, पेरू, कोलंबिया, पनामा और ग्वाटेमाला होते हुए अमेरिका पहुंचाता था। इसके एवज में वह लाखों रुपये वसूलता था।

पुलिस के अनुसार, अब तक गिरोह ने 12 लोगों को अमेरिका भेजा है। सोनू कुमार को भी इसी तरीके से अमेरिका भेजा गया था। लेकिन रास्ते में उसे ग्वाटेमाला में माफिया के कब्जे में 50 दिनों तक रखा गया। इस दौरान उसे सिर्फ एक वक्त का खाना दिया गया और कंटेनर में छिपाकर रखा गया। सोनू की रिहाई के बदले उदय ने उसके पिता से 45 लाख रुपये वसूले। पैसे देने के बावजूद अमेरिका बॉर्डर पर सोनू को गिरफ्तार कर डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया। चार महीने बाद उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया।

भारत लौटने के बाद सोनू ने हजारीबाग पुलिस को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ। गिरोह में उदय के अलावा दर्शन प्रसाद, लालमोहन प्रसाद, चौहान प्रसाद और शंकर प्रसाद भी शामिल हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस इस मामले को गंभीर अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी और धोखाधड़ी के रूप में देख रही है और आगे की जांच जारी है।