सरायकेला : अब मुरुप गाँव के ग्रामीण जीवन शैली, जीविकोपार्जन ,यहाँ की स्थानीय कला संस्कृति आदि पर गहन अध्ययन कर एक्स एल आर आई के छात्र थीसिस लिखेंगे।अपने इसी उदेश्य को लेकर एक्स एल आर आई (XLRI) जमशेदपुर के छात्र छात्राओं ने समूह शैक्षणिक भ्रमण हेतु शनिवार को सरायकेला प्रखण्ड अन्तर्गत मुरुप गांव पहुँचे। जहाँ उन्हें ग्रामीण जीवनशैली और वहां के जनजीवन को समझने का अवसर मिला. इस भ्रमण के दौरान, छात्र छात्राओं ने ग्रामीणों के साथ बातचीत की, उनकी जीवनशैली को देखा और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। विद्यार्थियों ने ग्रामीणों के व्यवहार की काफी तारीफ की।
इस दौरान अर्जुन पुस्तकालय मुरुप के अध्यक्ष हेमसागर प्रधान ने अपने युवा साथियों के साथ विद्यार्थियों को रिसीव किया और उन्हें पुस्तकालय , आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय सहित पूरे गाँव का भ्रमण कराया। उन्होंने बताया कि यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव रहा, क्योंकि इससे उन्हें ग्रामीण भारत की वास्तविकताओं का प्रत्यक्ष अनुभव हुआ. छात्रों ने देखा कि कैसे ग्रामीण लोग अपनी आजीविका चलाते हैं, उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति क्या है, और उनके सामने क्या चुनौतियाँ हैं.
इस भ्रमण से छात्रों को न केवल ग्रामीण जीवन के बारे में जानकारी मिली, बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी और सामुदायिक विकास के महत्व को भी समझने में मदद मिली. मौके पर हेमसागर प्रधान, सरस्वती महतो, शिबू प्रमाणिक, विकास प्रमाणिक, संतोष महतो, मृत्युंजय प्रमाणिक आदि उपस्थित थे।
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