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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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शुक्रवार, 1 अगस्त 2025

कुचाई के मासीबेरा हिल एरिया के आस-पास जंगली पहाड़ी क्षेत्रों में चला सर्च अभियान, नक्सलियों द्वारा पूर्व में छिपाकर रखे अमोनिया नाईट्रेट पाउडर, वैसिलीन पेट्रोलियम जैली बरामद,

 

Kuchai

सरायकेला खरसावां पुलिस अधीक्षक, को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि प्रतिबंधित भा0क0पा0 (माओ0) नक्सली संगठन के उग्रवादियों द्वारा कुचाई थाना के दलभंगा ओ0पी0 अन्तर्गत ग्राम-मासीबेरा हिल एरिया के समीप पहाड़ी क्षेत्र में गोला-बारूद छिपाकर सुरक्षा बलों के विरूद्ध उनका अभियान रोकने तथा लक्षित कर क्षति पहॅूचाने के उद्देश्य से कुछ वर्ष पूर्व छिपाकर रखा गया है।

जिसके आलोक में सरायकेला-खरसावॉ पुलिस के साथ चाईबासा पुलिस, झारखण्ड जगुआर, सी0आर0पी0एफ0 एवं एस0एस0बी0 का एक संयुक्त अभियान का गठन करते हुए कुचाई थाना के दलभंगा ओ0पी0 अन्तर्गत ग्राम-मासीबेरा हिल एरिया के आस-पास जंगली व पहाड़ी क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया गया ।

संयुक्त अभियान दल द्वारा अग्रतर सर्च अभियान के दौरान कुचाई थाना के दलभंगा ओ0पी0 अन्तर्गत ग्राम-मासीबेरा हिल एरिया के समीप पहाड़ी क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा पूर्व में छिपाकर रखे गये एक ब्लू कलर का प्लास्टिक कन्टेनर में अमोनिया नाईट्रेट पाउडर-20 पैकेट (प्रत्येक 01 कि0ग्रा0), दो बड़ा स्टील कन्टेनर में अमोनिया नाईट्रेट पाउडर-40 पैकेट (प्रत्येक 01 कि0ग्रा0) कुल 60 कि0ग्रा0 अमोनिया नाईटेट का पाउडर के साथ वैसिलीन पेट्रोलियम जैली-10 पैकेट (प्रत्येक 42 ग्रा0) बरामद कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसी स्थान पर बम निरोधक दस्ता के सहायता से विनिष्ट किया गया है।

इस संदर्भ में विधि-सम्मत अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान में सरायकेला-खरसावॉ पुलिस, चाईबासा पुलिस, झारखण्ड जगुआर, सी0आर0पी0एफ0, एस0एस0बी0 शामिल थे।








गुरुवार, 31 जुलाई 2025

Bahragora:- 6जंगली हाथी के आने पर वन विभाग की और से आसपास के ग्रामीणों को सतर्क किया......

बहरागोड़ा संवाददाता

बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के लुगाहारा स्थित साल जंगल में 6 जंगली हाथी के आने पर वन विभाग की और से आसपास के ग्रामीणों को सतर्क किया गया है.विभाग की ओर से ग्रामीणों को कहा गया कि मोबाइल से हाथी की फोटो लेने के लिए हाथी के सामने न जाएं, जंगल में सूखी लकड़ी पत्ते बीनने न जाएं, हाथी को परेशान ना करें तथा यातायात के लिए जंगली रास्तों का प्रयोग न करें.ग्रामीणों को गांव की तरफ जंगली हाथी का आगमन होने पर जल्द से जल्द वन विभाग को सूचित करने का दिशा निर्देश भी दिया गया. वहीं वन विभाग की टीम मौके में पहुंचकर हाथी के विचरण पर नजर रखे हुई है. जिससे जंगली हाथी को गांव की तरफ आने से रोका जा सके. हालांकि अभी तक उक्त हाथी ने कुछ भी नुकसान नहीं किया है.

बहरागोड़ा:-सरकारी तंत्र का विफलता के कारण दालान में बैठकर शिक्षा ग्रहण...........


बहरागोड़ा संवाददाता{देबाशीष नायक}

बहरागोड़ाः बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के पाथरी पंचायत अंतर्गत महुलडांगरी गांव में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के विद्यार्थी विद्यालय परिसर में स्थित मंदिर प्रांगण तथा दालान में पढ़ने को मजबूर हैं.वहीं सरकार भले ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का ढिंढोरा पीट रही है पर हकीकत कुछ और बयां कर रही है. महुलडांगरी मध्य विद्यालय में वर्ग एक से आठ तक मात्र तीन कमरा में कुल 186 बच्चे पढ़ाई करने को विवश हैं.उसी तीन कमरा में 186 से अधिक बच्चों की पढ़ाई प्रभारी प्रधानाध्यापक सह छः शिक्षक किस प्रकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा परोस पाते होंगे यह शिक्षा विभाग के कार्य प्रणाली को बंया कर रहा है.लेकिन इस विद्यालय से एक किलोमीटर मीटर दुरी पर उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय पानीजा अपना अस्तित्व धीरे-धीरे खोता जा रहा है.जहाँ पर बच्चों को पढ़ाने के लिए तो कमरा उपलब्ध है.लेकिन उक्त विद्यालय रघुवर सरकार के समय बिलय हो चुका है.महुलडांगरी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्रीकांत मुंडा का कहना है कि कक्षा के कमी को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया है. लेकिन अभी तक नये भवन निर्माण की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हो पाई है.वहीं गर्मी,बरसात और ठंड के मौसम में दलान में बैठकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. कभी-कभी तो एक ही कक्षा में सभी विद्यार्थियों को बैठा कर पठन-पठान का कार्य करना पड़ता है.

प्रेमचंद जयंती पर जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन


जमशेदपुर : जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में माननीय कुलपति महोदया प्रो०डॉ० अंजिला गुप्ता के मार्गदर्शन से मानवीकी संकाय द्वारा सिदगोड़ा परिसर स्थित सुवर्णरेखा ऑडिटोरियम में हिन्दी साहित्य के कालजयी लेखक मुंशी प्रेमचंद की जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं प्रेमचंद के चित्र पर पुष्प अर्पण से हुई।

इस अवसर पर संस्कृत विभाग की छात्रा आस्था शर्मा ने गणेश वंदना प्रस्तुत किया। तत्पश्चात् हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. नूपुर अंविता मिंज ने स्वागत भाषण देते हुए प्रेमचंद के साहित्यिक योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने प्रेमचंद को समाज का दृष्टिकोण बदलने वाला यथार्थवादी साहित्यकार बताया।

कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति दर्ज कराते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. राजेंद्र कुमार जायसवाल ने प्रेमचंद को समाज में सकारात्मक सोच का संचार करने वाला लेखक बताया। हिन्दी विभाग की छात्रा पूजा कुमारी ने प्रेमचंद का जीवन परिचय प्रस्तुत कर, सभी को उनके संघर्षों और उपलब्धियों से अवगत कराया।

मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) सी. भास्कर राव ने प्रेमचंद के संघर्षों और उनकी रचनाओं की प्रासंगिकता पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने अपनी कथात्मक शैली को उजागर करते हुए, ईदगाह कहानी को बहुत मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया। और प्रेमचंद को एक ऐसे रचनाकार बताया जो बाल मन से लेकर प्रौढ़ मन तक सभी वर्गों को अपनी रचनाओं से प्रभावित करते हैं। कार्यक्रम के दौरान हिन्दी विभाग की छात्रा वर्षापति ने "मैं प्रेमचंद हूँ" शीर्षक पर एक प्रभावशाली नाटकीय प्रस्तुति दी, वहीं उर्दू विभाग की छात्रा फलक ज़रीन ने ‘दो बैलों की कथा’ का भावपूर्ण वाचन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।


इसके पश्चात स्नातक चतुर्थ वर्ष की छात्राएँ — एकता कुमारी, दीपिका गोप, रूबी पैड़ा और पूजा तिवारी — ने प्रेमचंद की रचनाओं के पात्रों पर आधारित नाटकीय चरित्र-परिचय प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार साहु ने मुख्य अतिथि के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया, एवं प्रेमचंद के आगमन के बाद हिन्दी कथा साहित्य में आए परिवर्तन की चर्चा की। कार्यक्रम का समापन दर्शन शास्त्र विभाग की अध्यक्ष श्रीमती अमृता कुमारी द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी विद्वतजनों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापक, छात्र-छात्राएँ एवं साहित्यप्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर आयोजित यह आयोजन साहित्यिक चेतना के पुनर्जागरण का सशक्त माध्यम बन गया। इस अवसर पर हिन्दीविभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ पुष्पा कुमारी, उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ रिजवाना परवीन विकास पदाधिकारी डॉ० सलोमी कुजूर दर्शनशास्त्र की अध्यक्ष अमृता कुमारी सी ० वी० सी० डॉ० अन्नपूर्ण झा

रूस में भयंकर भूकंप, सुनामी का अलर्ट

 

रूस के पूर्वी तट पर स्थित कामचटका प्रायद्वीप के पास बुधवार सुबह 8.7 तीव्रता का भूकंप आया। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप समुद्र में सुबह 8:25 बजे (स्थानीय समयानुसार) महसूस किया गया। इसके बाद रूस, जापान, गुआम, हवाई और अलास्का सहित कई देशों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।

सुनामी की लहरें उठीं, लोगों को ऊंचे स्थानों पर भेजा गया

भूकंप के बाद रूस के कुरील द्वीप और जापान के होक्काइडो में सुनामी की लहरें देखी गईं। जापान के नेमुरो शहर में करीब 30 सेंटीमीटर ऊंची लहर पहुंची। वहीं, रूस के सेवेरो-कुरीलस्क में भी लहरें आईं, लेकिन सभी लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों को ऊंचे स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में 8.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, अमेरिका से जापान तक सुनामी की चेतावनी जारी

कई इलाकों में तेज लहरों की आशंका

प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप के कुछ तटीय इलाकों में 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। रूस और इक्वाडोर के तटीय हिस्सों में इससे भी ऊंची लहरें आने की संभावना है।

कामचटका में अफरातफरी, बिजली और मोबाइल सेवा ठप

रूसी मीडिया के अनुसार, भूकंप के बाद कामचटका क्षेत्र के शहरों में लोग घबराकर सड़कों पर आ गए। कुछ लोग बिना जूते और कपड़ों के बाहर दिखे। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा, बिजली और मोबाइल सेवा बाधित हो गई। सखालिन द्वीप से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।

अमेरिका के कई तटीय राज्यों में भी अलर्ट

अलास्का के कई हिस्सों के अलावा कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन और हवाई के तटीय क्षेत्रों में भी सुनामी अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

पहले भी आए हैं बड़े भूकंप

इससे पहले जुलाई में भी कामचटका के पास समुद्र में कई भूकंप आए थे, जिनमें से सबसे बड़ा 7.4 तीव्रता का था। 1952 में इसी इलाके में 9.0 तीव्रता का भूकंप आ चुका है, जिससे भारी नुकसान हुआ था।

कब आती है सुनामी?

विशेषज्ञों के मुताबिक, जब भूकंप की तीव्रता 7.5 से ज्यादा होती है और उसका केंद्र समुद्र में होता है, तो सुनामी की आशंका बढ़ जाती है। 7.8 से ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप से स्थानीय स्तर पर भी बड़ी लहरें उठ सकती हैं।








स्वास्थ्य सेवा से जुड़े इन कर्मियों के लिए CM ने भोरे-भोर किया बड़ा ऐलान…,


पटना : CM नीतीश कुमार ने आज सुबह एक अहम घोषणा की है। उन्होंने आशा और ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। अब आशा कार्यकर्ताओं को हर महीने 1000 रुपये की जगह 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी। वहीं ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपये की जगह 600 रुपये मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने नवम्बर 2005 से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया है। ग्रामीण इलाकों में आशा और ममता कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही है। इसी योगदान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निर्णय से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।








राँची:1अगस्त से 7 अगस्त तक चलेगा झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र मॉनसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की संभावना

 

झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र 1 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो 7 अगस्त तक चलेगा. इस सत्र में सरकार और विपक्ष दोनों अपनी-अपनी रणनीति के साथ तैयार हैं. सत्र की अवधि छोटा होने के कारण समय प्रबंधन एक बड़ी चुनौती होगी.चार अगस्त को वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा.मॉनसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की संभावना है, जिसमें आदिवासी भूमि के गैरकानूनी हस्तांतरण को रोकने के लिए आदिवासी संरक्षण विधेयक, खनन गतिविधियों के कारण पर्यावरणीय क्षति को कम करने और स्थानीय समुदायों के लिए पुनर्वास नीतियों को मजबूत करने के लिए झारखंड खनन और पर्यावरण संरक्षण विधेयक, ग्राम पंचायतों को और सशक्त बनाने के लिए झारखंड पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, 2025 के साथ बढ़ते साइबर अपराधों को नियंत्रित करने के लिए झारखंड साइबर अपराध निवारण विधेयक पेश किए जा सकते हैं.मॉनसून सत्र के दौरान झारखंड विश्वविद्यालय विधेयक भी पेश हो सकता है. इस विधेयक के पारित होने के बाद, विश्वविद्यालयों में कुलपतियों और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा गठित आयोग के माध्यम से की जाएगी, जिससे राज्यपाल का सीधा हस्तक्षेप समाप्त हो जाएगा.विपक्षी दल ने सरकार पर जानबूझकर कम अवधि का सत्र बुलाने का आरोप लगाया है. वे सदन में सरकार से जवाब मांगेंगे और कई मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिनमें स्थानीय नीति और नियोजन नीति,भ्रष्टाचार,विधि व्यवस्था की लचर स्थिति, स्वास्थ्य व्यवस्था सहित आर्थिक मुद्दे और राज्य के विकास की गति सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं.सत्ता पक्ष भी अपनी उपलब्धियों को गिनाने और विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की तैयारी में है।








देवघर :बाबा बैद्यनाथ धाम में अब तक 38.74 लाख श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण

 

देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों का जनसैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को तड़के सुबह 04:06 बजे से मंदिर का पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया। पूरा रूटलाइन और मंदिर परिसर बोल बम के जयकारों से गूंज उठा।श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा का जयघोष करते हुए जलार्पण कर रहे हैं।जिला प्रशासन के अनुसार, सावन मेला में अब तक कुल 38,74,899 श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण किया है।








कम मरीज देखने पर सदर के आठ डॉक्टरों को शोकॉज…

 

धनबाद: कम मरीज देखे जाने के मामले में सदर अस्पताल के आठ डॉक्टरों को शोकॉज किया गया है। डॉक्टरों को शोकॉज कर 48 घंटे में जवाब मांगा गया है। सिविल सर्जन ने जारी पत्र में कहा कि छह महीने के कार्यों का मूल्यांकन किया गया। बीते छह महीने में कई डॉक्टरों ने प्रतिदिन कम मरीज देखे हैं, जबकि मानक 75 मरीज प्रतिदिन का है। उक्त प्रदर्शन में सुधार के लिए योजना के प्रस्ताव के साथ या प्रदर्शन में सुधार होने तक अगले आदेश तक क्यों नहीं वेतन स्थगित रखा जाए। शोकॉज से डॉक्टरों में नाराजगी है। डॉक्टरों का कहना है कि हमलोग मरीज कहां से लाएंगे।

अस्पताल में जो मरीज आते हैं। उनका इलाज करते हैं। क्या हमलोग डे केयर एडमिशन व इंडोर एडमिशन कराने पर अपना फोकस करें। पूरी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं। मरीज नहीं आएग तो कहां से देखूंगा। कई डॉक्टरों का कहना है कि दबाव नहीं बनाया जाए। मरीज लाना उनका काम नहीं है। वे ड्यूटी पर समय पर आते हैं और जो भी मरीज होते हैं उनका इलाज करते हैं। कई डॉक्टरों ने स्पष्टीकरण का जवाब दिया है। इन डॉक्टरों को शोकॉज : डॉ मुकेश कुमार डीएमएफटी हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ पीपी पांडेय मेडिकल ऑफिसर डीएमएफटी, डॉ स्नेह केसरी दंत रोग विशेषज्ञ, डॉ मासूम आलम मेडिकल ऑफिसर डीएमएफटी, डॉ रूमा प्रसाद स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, डॉ हरेंद्र हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ अंजना स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ।