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बुधवार, 10 सितंबर 2025

सरायकेला-खरसावां: फदलोगोड़ा में सरकारी नल पर कब्जा कर चल रही नर्सरी, ग्रामीणों में आक्रोश

सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल प्रखंड के आसनबनी पंचायत अंतर्गत फदलोगोड़ा गांव से बड़ी खबर सामने आई है… जहां सरकारी नल पर कब्जा कर निजी नर्सरी चलाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

ग्रामीणों का आरोप है कि कोलकाता निवासी दीपांकर घोष द्वारा संचालित यूनाइटेड नर्सरी में सरकारी नल का अवैध उपयोग किया जा रहा है। नल पर कब्जा कर उसपर इलेक्ट्रिक मोटर जोड़ी गई है और पौधों की सिंचाई की जा रही है।

आश्चर्य की बात यह है कि उक्त नल को चारदीवारी के अंदर कर लिया गया है, जिससे ग्रामीणों को पानी मिलना बंद हो गया है। अब महिलाओं को दूर-दराज से पानी लाना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने कई बार नर्सरी संचालक से बात की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद गांव के निवासी आकाश महतो ने चांडिल बीडीओ तालेश्वर रविदास को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। हालांकि तीन दिन गुजर जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा हैl

हम लोगों का हक का पानी रोक दिया गया है… महिलाएं परेशान हैं… हमने बीडीओ साहब को ज्ञापन दिया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

वहीं नर्सरी संचालक दीपांकर घोष का कहना है कि उन्होंने नल पर कोई कब्जा नहीं किया है। नर्सरी जिस जमीन पर चलाई जा रही है, वह जमीन मालिक सुबोध कुमार से ली गई है।

अब देखना होगा कि ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन कब तक कार्रवाई करता है।






राजनगर: बारूबेड़ा में दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन, खेल से रोजगार की राहें खुलेंगी – कृष्णा बास्के

विश्व साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में बारूबेड़ा गांव में दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन बिरसा मेमोरियल क्लब की ओर से किया गया। प्रतियोगिता में क्षेत्र की विभिन्न टीमों ने हिस्सा लिया और खेल भावना के साथ प्रतिस्पर्धा प्रस्तुत की।


समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में झामुमो केंद्रीय सदस्य कृष्णा बास्के उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर समाजसेवी कालीपद सोरेन, मुखिया सुर्यमनी मार्डी शामिल हुए। कार्यक्रम में पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रामजीत उर्फ लालू हांसदा, जिला संगठन सचिव सोनाराम मुर्मू, कांग्रेस नेता डोमन महतो, सुधीर हांसदा, श्याम टुडू, घनश्याम महाकुड़, राघु मार्डी, रोही मुर्मू, रातु हांसदा, पोगरो मुर्मू, जयपाल मुर्मू, रामराय सोरेन सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि कृष्णा बास्के ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि हार से निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “आज हार मिले तो कल जीत आपकी होगी। खेल में अनुशासन और मेहनत आपको आगे ले जाएगी। फुटबॉल केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि रोजगार और करियर की नई संभावनाएं भी प्रदान करता है। सरकार खिलाड़ियों के लिए योजनाएं चला रही है जिससे पेशेवर स्तर पर खेलते हुए रोजगार से भी जुड़ा जा सकता है।" उन्होंने युवाओं से अनुशासन बनाए रखने और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।

विशिष्ट अतिथि कालीपद सोरेन ने कहा कि खेल जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि खेल केवल जीत और हार का मामला नहीं, बल्कि धैर्य, परिश्रम, टीम भावना और संघर्ष से पीछे न हटने का संदेश देता है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि फुटबॉल जैसे खेल से नेतृत्व, ऊर्जा और एकता की भावना विकसित होती है और यही युवाओं को भविष्य में आगे बढ़ने की राह दिखाएगा।

प्रतियोगिता में कुल 48 टीमों ने भाग लिया। फाइनल मुकाबला येस एफसी जमशेदपुर और टुडू एफसी के बीच खेला गया, जिसमें येस एफसी जमशेदपुर की टीम ने 1-0 से जीत दर्ज की। टुडू एफसी उपविजेता रही।

इस आयोजन ने क्षेत्र के युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ अनुशासन और नेतृत्व की प्रेरणा भी दी। खेल के माध्यम से शिक्षा और रोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश भी दिया गया।






चांडिल: घनी आबादी में शराब दुकान संचालन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

ग्रामीणों ने सांसद और विधायक का पुतला फूंका, विक्रेताओं को बनाया बंधक |


चांडिल : प्रखण्ड के रुचाप पंचायत अंतर्गत डैम रोड स्थित आदर्श कॉलोनी के समीप संचालित विदेशी शराब दुकान को स्थानांतरित करने की मांग पर मंगलवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। 


सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष सड़क पर उतर आए और दुकान में ताला जड़कर मैनेजर सहित तीन स्टाफ को अंदर ही बंधक बना लिया। स्थिति बिगड़ते देख चांडिल पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद बंधकों को सुरक्षित बाहर निकालते हुए थाने ले गई। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि घनी आबादी, स्कूल और मंदिर के समीप शराब दुकान का संचालन किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सोमवार को ही मुखिया प्रतिनिधि बोनू सिंह की मौजूदगी में महिलाओं ने दुकान पर ताला जड़ा था, लेकिन प्रशासन और विक्रेताओं (आबकारी विभाग) ने ग्रामीणों से बिना बातचीत किए अगले ही दिन गुप्त तरीके से दुकान खोलने का निर्णय लिया। यह न केवल पंचायत प्रतिनिधियों का अपमान है बल्कि प्रशासन की संवेदनहीनता को भी दर्शाता है। ग्रामीणों ने मुख्य सड़क को बांस से जाम कर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने रांची सांसद संजय सेठ और ईचागढ़ विधायक सबिता महतो का पुतला दहन कर दोनों पर ग्रामीणों की भावनाओं की अनदेखी का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने स्पष्ट कहा कि किसी भी कीमत पर घनी आबादी और धार्मिक स्थलों के आसपास शराब दुकान संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी। उनका कहना है कि शराब से सामाजिक बुराइयाँ फैल रही हैं और युवाओं का भविष्य खतरे में है। यदि प्रशासन और सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आंदोलन और उग्र होगा। ज्ञात हो कि ग्रामीण पहले भी इस मामले को लेकर जिला उपायुक्त, आबकारी अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को ज्ञापन सौंप चुके हैं। बावजूद इसके अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक शराब दुकान को आदर्श कॉलोनी से स्थानांतरित नहीं किया जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।




चांडिल: नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा

चांडिल में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया हैं। यह घटना चांडिल थाना क्षेत्र के दलमा इलाके में हुई थीं, जहां 13 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।

पीड़िता चाकुलिया से राशन लेकर साइकिल से घर लौट रही थी। दलमा के माकुलाकोचा इलाके में दो युवकों ने उसे जबरन रोककर सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने घर पहुंचकर परिजनों को आपबीती सुनाई, जिसके बाद थाना में शिकायत दर्ज कराई गई। गिरफ्तार आरोपियों में 24 वर्षीय खगेन मार्डी और 31 वर्षीय हरिपद सोरेन शामिल हैं। 


पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया है। साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। पुलिस चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। इस घटना से इलाके में आक्रोश है और ग्रामीण पीड़िता के परिवार के लिए सुरक्षा और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।




अनुबंध पर बहाल किए गए 91 डॉक्टर, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- सभी सदर अस्पतालों में होगी एमआरआइ और सीटी स्कैन जांच*

रांची : स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा है कि राज्य के सभी जिलों के सदर अस्पतालों में एमआरआइ और सीटी स्कैन जांच की सुविधा उपलब्ध होगी।

इसे लेकर शीघ्र ही मशीन क्रय की जाएगी।

मंत्री मंगलवार को नामकोम स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान के सभागार में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में बकौल मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने इस मौके पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत अनुबंध पर नियुक्त 91 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों (सीएचओ) को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को नौकरी दे रही है तो उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी।

रांची में मेडिको सिटी, 2,100 बेड के सुपर स्पेशियलिटी किडनी अस्पताल के अलावा छह जिलों में नए मेडिकल कालेज की स्थापना की जाएगी।

उन्होंने अपने बोकारो दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों ने उन्हें बताया कि सरकारी अस्पतालों में एमआरआइ और सीटी स्कैन मशीन नहीं होने से इलाज में परेशानी होती है।

इसके बाद उन्होंने अनिवार्य रूप से सभी सदर अस्पतालों में इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्णय लिया। यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने के लिए सख्त फ़ैसले लेने पड़ेंगे।

कुछ लोग इसका विरोध करेंगे और अफवाह फैलाएंगे। लेकिन उनकी घोषणाएं एक-दो वर्ष में धरातल पर दिखेंगी।न्यूज़ फास्ट।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा, झारखंड मेडिकल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक अबु इमरान, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डा. सिद्धार्थ सान्याल आदि उपस्थित थे।






CCL को नुकसान पहुंचाने वाले सात अपराधी अब सलाखों के पीछे, SP क्या बोले

हज़ारीबाग़ (चरही) : हजारीबाग के चरही में देश की रत्न कंपनी CCL को तगड़ा नुकसान पहुंचाने वाले सात संदेही गुनहगारों को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। गिरफ्तार बदमाशों के नाम इमदाद रजा, सचीन कुमार रविदास, अफसर वारिस, छोटन कुमार रविदास, साहिल रजा, गणेश यादव और सुनिल कुमार दास बताये गये। सभी की उम्र 18 से 24 साल के बीच है। इन लोगों में इमदाद रजा, अफसर वारिस और साहिल रजा हजारीबाग के रहने वाले हैं। बाकी के चार संदेही का घर कोडरमा के तिलैया और चंदवारा में है। इन लोगों के पास से पुलिस ने छह पीस जिंदा गोली, तीन चाकू, टीपीसी का सात पीस पर्चा, एक बोलेरो, 2 पीस टीपीसी का लेटरपैड और छह मोबाइल जब्त किया है। इन लोगों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इस बाता का खुलासा हजारीबाग के पुलिस कप्तान अंजनी अंजन ने मीडिया के सामने किया।

एसी अंजनी अंजन ने बताया कि चरही थाना क्षेत्र के उत्तरी तानिप स्थित CCL क्षेत्र के व्यू प्वाइंट पर 24 अगस्त 2025 को आगजनी की गयी थी। इस घटना में 8 से 10 की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने आउटसोर्सिंग कंपनी की तीन हाईवा और तीन पोकलेन मशीनों को पेट्रोल छिड़ककर फूंक डाला था। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा प्रभारी की लिखित शिकायत पर चरही थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया। टीम तफतीश में जुट गयी। इसी दरम्यान पुलिस कप्तान अंजनी अंजन को इंफॉर्मेशन मिली कि चरही थाना क्षेत्र के तापिन नॉर्थ 44 नंबर जंगल में कुछ अपराधी इकट्ठा होकर किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही SIT एक्टिव हुई और बताये गये लोकेशन पर रेड मारी। पुलिस ने मौके से सात बदमाशों को धर दबोचा है। पूछताछ के दरम्यान इन लोगों ने बीते 24 अगस्त को CCL की गाड़ियों को फूंक डालने की बात कबूल की। इसके अलावा इसी साल के 10 फरवरी को चरही थाना क्षेत्र के चलिया टांड जंगल में तीन ट्रैक्टर जलाने की भी बात कबूल की। गिरफ्तार सभी बदमाशों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।






195 एकड़ में इकोलॉजिकल पार्क बनकर तैयार, CM करेंगे उद्घाटन, कब और कहां…?

जमशेदपुर : झारखंड का जमशेदपुर जिला अब पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान बनाने जा रहा है। चाकुलिया प्रखंड के अमलागोड़ा रोड पर 195 एकड़ में फैला विशाल इकोलॉजिकल पार्क तैयार हो चुका है। आने वाले अक्टूबर के पहले सप्ताह में CM हेमंत सोरेन इसका उद्घाटन करेंगे। यह केवल एक पार्क नहीं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य, आधुनिक सुविधाओं और सांस्कृतिक महत्व का संगम है।

23 करोड़ रुपये की लागत से बना पार्क:

करीब 23 करोड़ रुपये की लागत से बने इस इकोलॉजिकल पार्क का निर्माण कार्य चाकुलिया के रेंजर दिग्विजय सिंह की देखरेख में बेहद कम समय में पूरा किया गया। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी… सचिव से लेकर पीसीसीएफ तक इसे देख चुके हैं और इसकी सराहना कर चुके हैं। इस परियोजना ने न केवल क्षेत्र को नया स्वरूप दिया है बल्कि विकास और पर्यटन के नए अवसर भी खोल दिए हैं।


पार्क के अंदर कदम रखते ही बदल जाएगी दुनिया: पार्क में प्रवेश करते ही हरियाली और सुकून का एहसास होता है। हर उम्र के लोगों के लिए यहां कुछ-न-कुछ खास मौजूद है।


चार म्यूजिकल फव्वारे पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।

बोटिंग क्लब और तैराकी की सुविधा रोमांच प्रेमियों के लिए खास है।

नवग्रह पार्क और शिव कुंड धार्मिक महत्व का अनुभव कराते हैं।

कैक्टस गार्डन, रोज गार्डन और औषधीय पौधों का उद्यान प्रकृति प्रेमियों को करीब से देखने का मौका देते हैं।

सफेद और लाल चंदन का वन अपने आप में अनोखा है, जो इस क्षेत्र को विशेष बनाता है।

बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क, बुजुर्गों के लिए सीनियर सिटीजन जोन, और ठहरने के लिए रेस्ट हाउस इसे पूर्ण पर्यटन स्थल बनाते हैं।

पर्यावरण और शिक्षा का संगम

रेंजर दिग्विजय सिंह कहते हैं… “यह पार्क केवल मनोरंजन का स्थान नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण शिक्षा और धार्मिक महत्व का भी केंद्र बनेगा। यहां आने वाले लोग प्रकृति के बेहद करीब महसूस करेंगे और तनाव भूल जाएंगे।” पार्क में लगे औषधीय पौधे और संरक्षित वृक्ष आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरण के महत्व से अवगत कराएंगे।


भौगोलिक स्थिति का लाभ: चाकुलिया की स्थिति इसे और भी खास बनाती है। यह स्थान ओडिशा और बंगाल की सीमा से सटा हुआ है। ऐसे में यहां तीनों राज्यों से पर्यटक आसानी से पहुंच सकते हैं। आने वाले दिनों में यह जगह न सिर्फ़ झारखंड, बल्कि पूरे पूर्वी भारत का पर्यटन हब बन सकती है।


रोजगार और स्थानीय विकास : इतने बड़े पार्क के तैयार होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कैंटीन, बोटिंग क्लब, गाइड सर्विस, परिवहन और होटल व्यवसाय को नई रफ्तार मिलेगी। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी।


भविष्य की तस्वीर: पार्क की शुरुआत के साथ ही पूर्वी सिंहभूम जिला पर्यटन का नया केंद्र बनेगा। यहां न केवल सैर-सपाटा होगा बल्कि परिवारों के लिए पिकनिक, विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक भ्रमण और बुजुर्गों के लिए सुकून भरे पल बिताने का अवसर मिलेगा।


चाकुलिया का यह इकोलॉजिकल पार्क झारखंड को एक नई पहचान देने जा रहा है। यह जगह मनोरंजन, शिक्षा, धार्मिक आस्था और रोजगार… चारों का संगम बनकर उभरेगी। अक्टूबर से यहां का हर कोना पर्यटकों की भीड़ से गुलजार रहने की उम्मीद है।







उत्तराखंड में हाहाकार, चारों ओर तबाही....

उत्तराखंड में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में अब भी आपदा जैसे हालात बने हुए हैं। जनपद उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) लगातार भूस्खलन के चलते बंद पड़े हैं।

गंगोत्री हाईवे 15 घंटे से बंद: धरासू नालूपानी के पास गंगोत्री हाईवे पर बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से मार्ग पिछले 15 घंटे से अवरुद्ध है। इसके अलावा हेल्गुगाड़ और थिराग के पास भी हाईवे पिछले तीन दिनों से बंद है। इससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

यमुनोत्री मार्ग 17 दिन से बाधित : यमुनोत्री NH-134 पर सिलाई बैण्ड, बनास और जंगलचट्टी में पिछले 17 दिनों से यातायात पूरी तरह बंद है। इसके चलते 12 गांवों का संपर्क टूट गया है। ग्रामीणों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी कठिनाई झेलनी पड़ रही है।

संचार और इंटरनेट सेवा ठप: लगातार भूस्खलन से सड़कों के साथ-साथ संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। सोमवार शाम से जिले में नेटवर्क और इंटरनेट सेवा बाधित है।

मौसम विभाग का अलर्ट: मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और चम्पावत जिलों में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं चमोली जिले में अब भी 36 मोटर मार्ग बाधित हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें सबसे बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। PWD और PMGSY की टीमें सड़कों को खोलने में जुटी हुई हैं।

रुद्रप्रयाग में पहाड़ दरकने का खतरा: रुद्रप्रयाग जिले के बसुकेदार क्षेत्र में आपदा राहत कार्य जारी है। इसी बीच तालजामन गांव के पास पहाड़ी दरकने की भयावह तस्वीरें सामने आईं। करीब एक मिनट तक पहाड़ से बड़े-बड़े बोल्डर लुढ़कते रहे और धूल का गुबार फैल गया। हालांकि, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।






कैंसर से जंग जीतने के बाद संजय दत्त ने याद किया संघर्ष और राकेश रोशन का साथ

सुपरस्टार संजय दत्त 80 से 90 के दशक में बड़े पर्दे पर छाए रहते थे. 66 साल की उम्र में भी संजू बाबा लगातार फिल्मी दुनिया में एक्टिव हैं. बॉलीवुड के साथ-साथ अब संजय दत्त साउथ के मेकर्स की भी पसंद बने हुए हैं. हालांकि सुपरस्टार अपनी निजी जिंदगी को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. उन्होंने काफी बुरा वक्त देखा है. साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान उन्हें स्टेज 4 कैंसर का पता चला था, हालांकि उस वक्त उन्हें विदेश का वीजा नहीं मिल रहा था. फिर फिल्ममेकर राकेश रोशन ने उनकी मदद की थी। 

संजय दत्त ने अपने कई इंटरव्यू के दौरान बताया है कि कैसे राकेश रोशन (जो खुद कैंसर से उबर चुके हैं) ने उन्हें एक अच्छा डॉक्टर ढूंढने में मदद की थी. हालांकि लंबे समय तक कैंसर से लड़ने के बाद खुद एक्टर ने घोषणा की थी कि अब वह कैंसर मुक्त हैं. इस खबर के सामने आने के बाद फैन्स के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी। 

 

सांस फील रही थी, फेफड़ों में पानी भर गया था,एक पॉडकास्ट पर बात करते हुए संजय दत्त ने एक बार अपनी ज़िंदगी के मुश्किल दौर को याद किया. उन्होंने कहा, “लॉकडाउन में वो एक आम दिन था. जब मैं सीढ़ियां चढ़ रहा था, तो मेरी सांस पूरी तरह से फूल रही थी. मैंने नहाया, सांस नहीं ले पा रहा था, और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है, इसलिए मैंने अपने डॉक्टर को बुलाया. एक्स-रे में मेरे आधे से ज़्यादा फेफड़े पानी से भरे हुए थे. उन्हें पानी निकालना पड़ा. सबको उम्मीद थी कि ये टीबी है, लेकिन पता चला कि ये कैंसर है।

उन्होंने आगे कहा, “मुझे यह कैसे बताया जाए, यह एक बड़ी चुनौती थी. मैं किसी का चेहरा तोड़ सकता था. तो मेरी बहन मुझे बताने आई. मैंने कहा, ‘ठीक है, मुझे कैंसर हो गया, अब क्या?’ फिर आप चीज़ें प्लान करने लगते हैं, जैसे ये-वो करना. लेकिन मैं दो-तीन घंटे से ज़्यादा रोया क्योंकि मैं अपने बच्चों, अपनी ज़िंदगी, अपनी पत्नी और हर चीज़ के बारे में सोच रहा था. ये पल मेरे जहन में आया और मैंने कहा, मैं कमज़ोर नहीं पड़ूंगा। 

राकेश रोशन ने मुश्किल वक्त में दिया साथ : इसी बातचीत के दौरान संजय दत्त ने बताया कि अमेरिकी वीज़ा रिजेक्ट होने के बाद राकेश रोशन ने उनके इलाज के लिए एक अच्छा डॉक्टर ढूंढ़ने में उनकी मदद की थी. साल 2018 में फिल्ममेकर भी गले के कैंसर से जूझ चुके थे. संजय ने आगे बताया, “उन्होंने मुझे बताया कि मेरे बाल झड़ जाएंगे और कुछ और भी होगा, और मुझे उल्टी भी होगी, इसलिए मैंने डॉक्टर से कहा, ‘मेरे को कुछ नहीं होगा’, यानी मेरे बाल नहीं झड़ेंगे, उल्टी नहीं होगी, या मैं बिस्तर पर नहीं लेटूगा, और वह मुस्कुरा दीं. मैंने अपनी कीमोथेरेपी पूरी की और जब मैं वापस आया, तो मैं एक घंटे तक अपनी बाइक पर बैठा और साइकिल चलाता रहा, जैसा कि मैं हर दिन करता था।





लालू यादव ने परिवार संग विष्णुपद मंदिर में अपने पितरों के मोक्ष की कामना की

गया: बिहार के गया जी में विश्व प्रसिद्ध मोक्ष नगरी गया जी में पितृपक्ष मेला पूरे उल्लास और आस्था के साथ चल रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपनी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पुत्र और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा पुत्रवधू राजश्री के साथ गया पहुंचे। पूरे परिवार ने आस्था और परंपरा के अनुसार विष्णुपद मंदिर का दर्शन किया।

विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने के बाद लालू यादव ने मंदिर परिसर स्थित 16 वेदी के समीप अपने पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना हेतु विधि-विधान से पिंडदान किया। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा। कहा जाता है कि गया जी में पिंडदान करने से पितरों को तृप्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। लालू यादव के साथ मौजूद पूरा परिवार इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुआ और श्रद्धा के साथ अपने पूर्वजों को तर्पण अर्पित किया। पितृपक्ष मेले के अवसर पर लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से यहां पहुंचते हैं। ऐसे में लालू परिवार की मौजूदगी ने श्रद्धालुओं का ध्यान भी आकर्षित किया। मौके पर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। यहां आने के बाद लालू यादव ने कहा कि गया जी पितरों के मोक्ष की भूमि है और हर वर्ष यहां पिंडदान का अलग ही महत्व है। उन्होंने पितरों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए समाज और परिवार में सुख-समृद्धि की कामना भी की।




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