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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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शुक्रवार, 12 सितंबर 2025

बहरागोड़ा:- कुमारडूबी गांव पहुंचे सांसद विद्युत वरण महतो, समस्याओं के शीघ्र समाधान का दिया आश्वासन........

बहरागोड़ा संवाददाता

बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा के कुमारडूबी गांव में शुक्रवार को सांसद विद्युत वरण महतो ने दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क, बिजली, कच्चे रास्ते को पक्का कराने, दुर्गा मंडप की मरम्मत, सिंचाई और पेयजल की समस्या सहित कई मुद्दों से सांसद को अवगत कराया। सांसद महतो ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि कुछ समस्याओं का निपटारा गांव स्तर पर ही कर दिया गया है, जबकि बड़ी समस्याओं को लेकर वे जिले के उपायुक्त से मिलकर त्वरित समाधान की पहल करेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। सांसद ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए वे पूरी तरह कटिबद्ध हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में सिंचाई, सड़क, शिक्षा और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं में ठोस बदलाव दिखाई देगा। साथ ही निर्धन, गरीबों और असहाय लोगों को वृद्धावस्था पेंशन व प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की दिशा में लगातार प्रयास जारी है। जनसम्पर्क के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को अवगत कराया और सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। मौके पर चुनु महाली, बाबाला प्रधान,विवास दास, गौरी शंकर गंड, शिबू सांतरा, सपन दत्त, हरे कृष्णा दास, पंकज दास, सपन संतरा, शुभेंदु दास, बिपलब दास, अजित दास, सदाशिव दास, वृंदावन गोराई, तपन नंदी, गोबिंद दास, नवनी प्रधान, राजेश शर्मा, पार्थ संतरा सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।

बहरागोड़ाः सीपीआई (एम) पार्टी की ओर से उठाई गई ज्वलंत मुद्दे........

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ाः सीपीआई (एम) पार्टी ने बहरागोड़ा में स्थानीय मुद्दों को लेकर सरकार के सामने अपनी 16 सूत्री मांग रखी है। पार्टी के राज्य कमेटी के सदस्य स्वपन कुमार महतो और लोकल कमेटी के सदस्य चितरंजन महतो के नेतृत्व में मुख्यमंत्री और उपायुक्त को संबोधित एक ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया। पार्टी ने मुख्यमंत्री से जुड़ी मांगों में पेसा अधिनियम को लागू करने, लैंड बैंक योजना को रद्द करने, और रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही है। इसके अलावा, उन्होंने एक नई स्थानीय और नियोजन नीति जल्द से जल्द लागू करने की मांग भी की है। उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में बहरागोड़ा डाक बंगला परिसर में जिला परिषद और प्रखंड के भंडार गृहों के लिए बन रहे भवन के बारे में जानकारी देने के लिए सूचना बोर्ड लगाने की मांग की गई है। साथ ही, मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी को सख्ती से लागू करने और सरकारी योजनाओं में कम गुणवत्ता वाली निर्माण सामग्री जैसे ईंट, बालू, सीमेंट, और सरिया के इस्तेमाल पर रोक लगाने की भी मांग की गई है। इस विरोध प्रदर्शन में साधन नायक, वीरेन नायक, श्रीकांत नायक, और बसंती नायक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

बहरागोड़ा: करूकोचा में वीर शहीद साबुआ हांसदा का शहादत दिवस श्रद्धा से मनाया गया.......

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा : बहरागोड़ा क्षेत्र के करूकोचा फुटबॉल मैदान में वीर शहीद साबुआ हांसदा स्मारक समिति शहादत दिवस समारोह बड़े ही श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पोटका विधायक संजीव सरदार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और वीर शहीद के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में ईचागढ़ विधायक सविता महतो, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी सहित झामुमो के आंदोलनकारी नेता और पोटका व डुमुरिया प्रखंड कमेटी के कई प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इस मौके पर सभी वक्ताओं ने वीर शहीद साबुआ हांसदा के जीवन और उनके संघर्ष को याद किया और कहा कि उन्होंने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए जो योगदान दिया, वह इतिहास में अमिट है।अपने संबोधन में पोटका विधायक संजीव सरदार ने कहा कि वीर शहीद साबुआ हांसदा एक साधारण संथाल परिवार से निकलकर आदिवासी समाज और स्वतंत्रता संग्राम के सशक्त योद्धा बने। सरदार ने कहा कि साबुआ हांसदा न केवल एक महान वक्ता थे, बल्कि उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आदिवासी समाज को संगठित कर विद्रोह का नेतृत्व किया। उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

नागरापाल के माटियालघुटू टोला में पेयजल संकट: जलमीनार वर्षों से ठप, ग्रामीण गड्ढे का पानी पीने को मजबूर

गुड़ाबांधा प्रखंड के सिंहपुरा पंचायत अंतर्गत नागरापाल गांव के माटियालघुटू टोला के ग्रामीण आज भी बुनियादी सुविधा पेयजल से वंचित हैं। वर्षों पहले स्थापित जलमीनार लंबे समय से खराब पड़ा है, लेकिन पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक लगातार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

स्थिति इतनी गंभीर है कि ग्रामीण गड्ढों और असुरक्षित स्रोतों से पानी पीने को विवश हैं, जिससे बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रशासन और सरकार इस ओर ध्यान नहीं देगी, तब तक उनकी समस्या जस की तस बनी रहेगी।


ग्रामीणों ने साफ कहा है कि अगर जल्द ही जलमीनार की मरम्मत और पानी की आपूर्ति बहाल नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

"Sparsh" : दिव्यांग बच्चों के लिए अनोखा सामाजिक कार्यक्रम

जमशेदपुर,  – निशान सेवा ट्रस्ट, जायसवाल समाज, हिन्दू पीठ, जायंट्स ग्रुप एवं IFRM 3250 के संयुक्त तत्वावधान में दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष सामाजिक कार्यक्रम “Sparsh” का आयोजन XLRI प्रांगण में 21 सितम्बर संध्या 5 बजे से किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में शारीरिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चे अपनी कला – डांस, सिंगिंग और एक्टिंग – की प्रस्तुतियां देंगे। यह प्रयास झारखंड में अपनी तरह का पहला आयोजन होगा। जमशेदपुर के सभी विशेष विद्यालयों के बच्चों को आमंत्रित किया गया है। बच्चों के लिए भागीदारी निःशुल्क होगी और उनके शिक्षक एवं अभिभावक इस दिशा में लगातार मेहनत कर रहे हैं।

कार्यक्रम में विशेष आकर्षण के तौर पर दो नामचीन कलाकार शामिल होंगे –

दिवाकर शर्मा (दिल्ली) – दृष्टिहीन होते हुए भी संगीत जगत में अपनी पहचान बना चुके हैं। सा रे गा मा, राइजिंग स्टार जैसे मंचों पर अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं और देश की जानी-मानी हस्तियां उनके गायन की प्रशंसा कर चुकी हैं।

जय छनियारा – बाल कलाकार के रूप में द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज से लेकर तारक मेहता का उल्टा चश्मा जैसे लोकप्रिय कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का परिचय दे चुके हैं।

इन कलाकारों की उपस्थिति का उद्देश्य बच्चों को प्रेरित करना है, ताकि वे भी जीवन में आगे बढ़ने का साहस जुटा सकें और उनके माता-पिता को भी नई दिशा मिल सके।

कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों को ट्रॉफी और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही जमशेदपुर के समाज, संस्थान और नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस अनोखे आयोजन में शामिल होकर दिव्यांग बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने में सहयोग करें।

कार्यक्रम में प्रवेश एंट्री पास के माध्यम से होगा, जो पूरी तरह निशुल्क रहेगा।

संपर्क : 8210762240

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए K. Nishan, Gyan Chand Jaiswal, Arun Singh, Sukanya Das, Diljoy Bose, Arun Bakrewal, Indrajeet Singh, Shimran Bhatia, Avinash, Subhanahu, Asha, Satyajeet, Sandeep, Ajit Raj सहित कई लोग सक्रिय रूप से प्रयासरत हैं।


खरसावां: खेलो झारखंड-2025-26 में भारी अनियमितताओं का आरोप, पूर्व उपाध्यक्ष ने डीसी से जांच की मांग की

 खरसावां के अर्जुना स्टेडियम मे शिक्षा विभाग के संचालित खेलो झारखंड प्रतियोगिता-2025-26 मे भारी अनियमिताओं की शिकायत सरायकेला खरसावां जिला उपायुक्त से किया गया है। 


सरायकेला नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने सरायकेला खरसावां जिला उपायुक्त को पत्र लिखकर खेलो झारखंड कार्यक्रम के तहत शिक्षा विभाग द्वारा भारी अनियमिताओं की जांच की मांग की है। उपायुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत खेलो झारखंड कार्यक्रम के तहत शिक्षा विभाग द्वारा जिले के कई प्रखंडों में अनियमिता की शिकायत आई है। जिसमें खासकर खरसावां प्रखंड के अर्जुन स्टेडियम में चलाए जा रहे मैच में भारी अपमानित की शिकायत मिली है। फुटबॉल मैच के दौरान बहुत सारे खिलाड़ियों के साथ अपमानित व्यवहार किया गया। साथ ही मैच बिना खेले टॉस और पेनल्टी कॉर्नर द्वारा विजेता का फैसला लिया गया। जो सर्वथा अनुचित है। लगभग 400 खिलाड़ियों के उपस्थिति में केवल 200 खिलाड़ियों के लिए निम्न स्तर की खिचड़ी की व्यवस्था की गई थी। विदित हो कि खिलाड़ियों को सुदूर ग्रामीण छात्रों से सुबह 7 बजे ही बुलाया गया था।दिनभर भूख प्यास तड़पते खिलाड़ियों को 3 बजे खिचड़ी वितरित की गई। खेलों में भी आयु को भी ध्यान में नहीं रखा गया। 14 वर्ष आयु के खिलाड़ी 17 वर्ष की आयु 17 एवं 19 वर्ष के आयोग के खिलाड़ी 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ी के साथ खेलते हुए नजर आए। इसी तरह सभी वर्ग के आयु की समानता को भी नजरअंदाज किया गया। ऊपर से शिक्षकों को भी धमकाया गया। अगर आप ज्यादा बोलेगा तो आपको सस्पेंड कर देंगे। ऐसा आप पंकज महतो नामक बीपीओ ने कहा जो पूरे टूर्नामेंट का व्यवस्थापक थे।

विशेष बात यह है कि फुटबॉल में अंडर 14 ,17 और 19 बालक एवं बालिका वर्ग में प्रखंड में दर्जनों टीम ने हिस्सा लिया। परंतु अधिकांश टीमों को बिना मैच करायें टॉस के जरिए हार जीत का फैसला कर दिया गया। इस बात को लेकर पूरे प्रखंड क्षेत्र के खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों में भारी आक्रोश है और लोग मुख्यमंत्री से खेलो झारखंड की सार्थकता पर प्रश्न पूछने वाले है। प्रखंड संसाधन केंद्र द्वारा लगभग 30 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति इस प्रतियोगिता में की गई थी। जबकि लगभग आधे शिक्षक की अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए नजर आए बाकी शिक्षक व्यवस्था का हवाला देते हुए चलते बने। उन्होंने उपायुक्त से खेलो झारखंड जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम को शिक्षा विभाग द्वारा की गई भारी अनियमियता की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की गई।





नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को मिली मान्यता, चांसलर मदन मोहन सिंह ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस – सफल डॉक्टर बनाने का संकल्प

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित *नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल* को औपचारिक मान्यता प्राप्त होने के बाद, आज विश्वविद्यालय के कुलाधिपति *माननीय श्री मदन मोहन सिंह* ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय परिवार बल्कि पूरे झारखंड और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।

मेडिकल कॉलेज को मिली इस मान्यता से अब यहाँ पढ़ाई का संचालन *पूरी तरह से वैधानिक और व्यवस्थित* तरीके से हो सकेगा। छात्रों को वह सभी शैक्षणिक और व्यावहारिक सुविधाएँ मिलेंगी, जो एक राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल संस्थान में अपेक्षित होती हैं। श्री सिंह ने कहा कि  “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर विद्यार्थी को पूर्ण समर्पण और अनुशासन के साथ शिक्षित किया जाए। चिकित्सा शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवीय संवेदनाओं और सेवा भाव से जुड़ी है। हमारा उद्देश्य सिर्फ डॉक्टर बनाना नहीं, बल्कि ऐसे डॉक्टर तैयार करना है जो समाज की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें।”

छात्रों के लिए समर्पित वातावरण: कॉलेज प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि प्रत्येक छात्र पर *व्यक्तिगत ध्यान* दिया जाएगा। कक्षा शिक्षण के साथ-साथ *प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, क्लिनिकल एक्सपोज़र और लैब आधारित सीख* पर विशेष फोकस रहेगा।

 *अनुशासन* को शिक्षा का आधार बनाया जाएगा।

 *फैकल्टी और अनुभवी डॉक्टर* विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ जीवन के मूल्यों से भी जोड़ेंगे।

 *प्रैक्टिकल अनुभव* के लिए हॉस्पिटल की सुविधाओं का सीधा लाभ छात्रों को मिलेगा।

कुलाधिपति श्री सिंह ने कहा कि संस्थान में यह परंपरा बनाई जाएगी कि हर विद्यार्थी को एक *मेंटॉर* उपलब्ध हो, जो उसकी पढ़ाई और व्यक्तित्व विकास दोनों पर मार्गदर्शन करे।

अनुशासन और प्रैक्टिकल अनुभव पर जोर: कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों को रोगियों के बीच काम करने का अवसर मिलेगा। डॉक्टरों की टीम यह सुनिश्चित करेगी कि विद्यार्थी केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि उन्हें *मरीजों से संवाद, निदान प्रक्रिया और इलाज की गहराई* समझने का अवसर मिले।

“एक अच्छा डॉक्टर वही है जो किताबों से परे जाकर इंसानियत को समझे और सेवा के भाव से काम करे। हमारे कॉलेज का यही लक्ष्य है।” – श्री सिंह

सस्ती फीस और छात्रावास की सुविधा: कॉलेज प्रशासन ने साफ किया कि यहाँ की फीस संरचना को *आम जनमानस की पहुंच में रखा गया है।* इससे यह सुनिश्चित होगा कि आर्थिक कारणों से कोई भी मेधावी छात्र चिकित्सा शिक्षा से वंचित न रह जाए।

इसके साथ-साथ, *छात्रावास (Hostel)* की भी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई गई है। छात्र और छात्राएँ सुरक्षित, स्वच्छ और अनुशासित वातावरण में रहकर पढ़ाई कर सकेंगे।


डॉक्टर्स का सहयोग और मेहनत: प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया गया कि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर, शिक्षण के साथ-साथ छात्रों को वास्तविक जीवन के केस स्टडीज़ से अवगत कराएँगे। इस प्रकार छात्रों को मिलेगा:

*ऑपरेशन थिएटर* का अनुभव

*इमरजेंसी वार्ड* का प्रशिक्षण

*नवीनतम तकनीक* का उपयोग

 रोगियों की देखभाल में *मानवीय दृष्टिकोण*

भविष्य की योजनाएँ: कॉलेज केवल डॉक्टर बनाने तक सीमित नहीं रहेगा। यहाँ **रिसर्च, इनोवेशन और हेल्थकेयर सेवाओं** को भी बढ़ावा दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में कॉलेज में –

*अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ (Labs)*

*सुपर स्पेशलिटी विभाग*

*अंतरराष्ट्रीय स्तर की रिसर्च सुविधाएँ*

*सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रम*

स्थापित किए जाएँगे, जिससे विद्यार्थी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।

मरीजों और समाज के लिए योगदान: कुलाधिपति ने कहा कि मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल केवल छात्रों के लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए भी समर्पित होगा। कॉलेज से जुड़े डॉक्टर और विद्यार्थी *मुफ़्त स्वास्थ्य शिविर, ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा जागरूकता और गरीबों के लिए उपचार सुविधाएँ* उपलब्ध कराएँगे।

“नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सिर्फ़ एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि यह समाज के लिए सेवा का केंद्र होगा। यहाँ से निकलने वाले विद्यार्थी न केवल सफल डॉक्टर बनेंगे, बल्कि सशक्त और संवेदनशील इंसान भी बनेंगे।”इस प्रकार, मेडिकल कॉलेज को मिली मान्यता ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाई है। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुशासित वातावरण, सस्ती फीस और व्यावहारिक प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा। वहीं, समाज को मिलेगा ऐसे डॉक्टरों का सहयोग, जो सिर्फ पेशेवर नहीं, बल्कि संवेदनशील और सेवाभाव से प्रेरित होंगे।




कुचाई में भाजपा का आक्रोश मार्च, सूर्या हांसदा हत्याकांड की CBI जांच की मांग

कुचाई भाजपा प्रखंड कमेटी को और से प्रदेश कमेटी के निर्देश पर गुरुवार को आक्रोश प्रदर्शन किया गया। पार्टी ऑफिस से सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने पोस्ट, बैनर के साथ प्रखंड मुख्यालय तक आक्रोश मार्च निकाला और हेमंत सोरेन हाय हाय,अबुआ राज में बाबुआ राज नहीं चलेगा, आदिवासी का जमीन लूटना बंद करी, सूर्या हांसदा एनकाउंटर को सीबीआई जांच करो आदि नारे लगाए। 



इस दौरान सरायकेला खरसावां जिला परिषद अध्यक्ष सह भाजपा नेता सोनाराम बीदरा ने कहा कि सूर्या हांसदा गरीबों की मसीहा थे जो शिक्षा और आदिवासी अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करते थे लेकिन गिट्टी माफियाओं के दबाव में उनकी हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा के परिवार इसकी सीबीआई जांच की मांग कर रही है, परंतु सरकार राज्य की एजेंसी से जांच कर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव ने कहा कि आदिवासी हितैषी होने की ढीगी सरकार रिम्स टू के नाम पर आदिवासियों की खेतिहर जमीन लूट रही है। उन्होंने कहा भाजपा सड़क से सदन तक विरोध करेगी और किसी हाल में आदिवासियों की जमीन लूटने नहीं दी जाएगी। उसके बाद कुचाई प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस आक्रोश प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बीदरा, जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह देव, पूर्वी जिला अध्यक्ष विजय महतो, रामनाथ महतो, जिला परिषद सदस्य जीगी हेंब्रम, प्रखंड अध्यक्ष कृष्णाsoy, प्रदीप सिंह देव, मंगल सिंह मुंडा, सत्येंद्र कुंभकार, लखीराम मुंडा, राहुल दास, धर्मेंद्र सांडिल, नागेश्वर पांडेय,आसु हेंब्रम, नगेंद्र तांती, दिनेश महतो, घनश्याम मुंडा, लुदरी हेंब्रम, प्रतिमा देवी, हीरामनी उरांव, काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।





महालिमोरूप रेलवे स्टेशन में यात्रियों की समस्याओं के समाधान हेतु डी आर एम को सौंपा गया ज्ञापन

चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत महालिमोरूप रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने शुक्रवार को पहुँचे मंडल प्रबंधक अरुण हुरिया को महालिमोरूप क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता हेमसागर प्रधान के नेतृतव में एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। प्रतिनिधि मंडल में महालिमोरूप व आस पास गाँव के हेमसागर प्रधान, डा. भीम महतो, अनिरुद्ध प्रमाणिक, गुरुप्रसाद महतो, बरूण मंडल, बुद्धेश्वर् महाली , मुन्ना महली, राजेंद्र बेसरा,महेश्वर महली , त्रिलोचन प्रमाणिक, लक्ष्मी महली समेत कई लोग शामिल थे। ज्ञापन में महालिमोरूप रेलवे स्टेशन क्षेत्र के मुखिया, वार्ड सदस्य ,ग्राम प्रधान समेत 265 यात्रियों का हस्ताक्षर कराया गया है।


ज्ञापन में कहा गया कि महालिमोरूप रेलवे स्टेशन से होकर रोजाना सैकड़ों यात्री व मालवाहक ट्रेनों का परिचालन किया जाता है। इससे रेलवे को अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होता है। इसके बावजूद यहाँ के यात्री सुविधा की घोर अभाव है । 

 एकमात्र यातायात का साधन पैसेंजर ट्रेन, विलंब से चलती है तो यात्रियों को होती है दिक्कत : पैसेंजर ट्रेन महालिमोरूप स्टेशन से होकर गुजरने वाली पैसेंजर रेलगाड़ियों को ससमय नहीं चलाए जाने पर क्षेत्र के यात्रियों को काफी दिक्कत होती है जबकि यहाँ का एकमात्र यातायात का साधन पैसेंजर रेलगाड़ी ही है। यहाँ एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं है।

आधा अधूरा फुट ब्रिज के कारण जान जोखिम में: स्टेशन में फुट ब्रिज की व्यवस्था तो है पर आधा अधूरा। यहां के प्लेटफार्म संख्या 1 , 2 और 3 में फुट ब्रिज है जबकि प्लेटफार्म संख्या चार के सातवां और आठवां रेल लाइन को आर पार करने के लिए ब्रिज की व्यवस्था ही नहीं है । इसके बावजूद इन दोनों पटरियों पर घंटों मालवाहक ट्रेनों को खड़ी कर दी जाती है , ऐसे परिस्थिति में मजबूरन यात्री जान को जोखिम में डालकर ट्रेन के नीचे से आर-पार होते हैं। इससे आए दिन कभी भी कोई बड़ा दुर्घटना हो सकता है।


आपातकाल का विकल्प नहीं, अंडरग्राउंड पुल बेहद जरूरी: अंडरग्राउंड पुल महालिमोरूप स्टेशन के नजदीकी मुरुप रेलवे फाटक का लॉक स्टेशन मास्टर के कंट्रोल में होने के कारण गेटमैन आपातकाल की स्थिति में भी बंद फाटक को नहीं खोल सकते हैं। जिससे लोगों को आपातकाल में भी आवागमन में काफी दिक्कत होती है । यहां पर अंडरग्राउंड पुल का निर्माण करने से लोगों को जाम से मुक्ति मिल जाएगी व आवागम में सहूलियत होगी।

यात्री सुविधा का अभाव: इसके अलावे आवेदन में यात्री सुविधा हेतु स्टेशन के बाहर बने शौचालय को चालू करने, पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने, बारिश से बचने हेतु पर्याप्त यात्री शेड की निर्माण करने, स्टेशन परिसर में पर्याप्त रोशनी हेतु बिजली लाइट लगाने, बैठने हेतु पर्याप्त कुर्सी की व्यवस्था करने, स्वच्छता हेतु अच्छी साफ सफाई करवाने आदि समस्याओं का जिक्र किया गया है। बहरहाल, चक्रधरपुर के डी आर एम से महालिमोरूप स्टेशन क्षेत्र के यात्रियों ने महालिमोरूप स्टेशन में यात्री सुविधा मुहैया कराने की मांग की है।





बहरागोड़ा:-सबुआ हांसदा शहादत दिवस – चंपई सोरेन और सांसद महतो ने दी श्रद्धांजलि......

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने बुधवार को बहरागोड़ा के नयाग्राम और केरुकोचा में शहीद सबुआ हांसदा को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों नेताओं ने एनएच-18 के किनारे स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के आगमन पर भाजपा नेता सौमित्र ओझा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।नयाग्राम चौक से हांसदा के पैतृक आवास और फिर केरुकोचा चौक तक विशाल बाइक रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। चंपई सोरेन ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सबुआ हांसदा जल, जंगल और जमीन की रक्षा करते हुए शहीद हुए। वे प्रकृति के सच्चे संरक्षक थे और उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा है। उन्होंने लोगों से उनके दिखाए रास्ते पर चलने की अपील की। सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि सबुआ हांसदा का बलिदान हमें प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए हमेशा प्रेरित करता रहेगा। उनका त्याग हमें जल, जंगल और जमीन के महत्व को याद दिलाता रहेगा।

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