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Saubhagya Bharat News

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शनिवार, 20 सितंबर 2025

सरायकेला: सिविल कोर्ट शिफ्टिंग किसी कीमत पर मंज़ूर नहीं, अस्मिता की लड़ाई है” – मनोज चौधरी

किसी भी कीमत में सिविल कोर्ट का शिफ्टिंग स्वीकार नहीं यह सरायकेला के अस्मिता को बचाने की लड़ाई है. पुनः बार एसोसिएशन एवं जनता के साथ किसी भी हद तक जाना पड़ेगा तो पीछे नहीं हटेंगे - मनोज कुमार चौधरी 

सरायकेला :सरायकेला नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सक्रिय समाजसेवी मनोज कुमार चौधरी ने सिविल कोर्ट शिफ्टिंग का पुरजोर विरोध किया पूर्व उपाध्यक्ष ने कहा कि हमारा विरोध सिर्फ सिविल कोर्ट शिफ्ट करने को लेकर नहीं है, यह मुद्दा सीधे तौर पर क्षेत्र की अस्मिता से खिलवाड़ है सिविल कोर्ट में अधिवक्ता, स्टांप वेंडर, टाइपिस्ट, मोहरी, स्टेशनरी विक्रेता, जेरॉक्स वाले, चाय, पान, होटल वाले व अन्य लगभग 500 परिवारों की रोजी रोजगार से जुड़ा है।

उन्होंने कहा सरकार और प्रशासन को ज्ञात होना चाहिए कि सरायकेला जिला मुख्यालय का अतीत बेहद गौरवशाली रहा है राजा रजवाड़ा द्वारा बसाया गया सरायकेला अपनी संस्कृति और उत्कृष्ट परंपराओं के लिए जाना जाता है सरायकेला की विश्व प्रसिद्ध कला के जरिए भारत के सर्वोच्च पुरस्कार से सात लोगों को नवाजा गया है वर्ष 2001 में सरायकेला जिला बनने के बाद हम लोगों को लगा था की मूलभूत सुविधाएं मयस्सर होगी मगर सरायकेला के अस्तित्व को मिटाने के हमेशा से षड्यंत्र रचा जा रहा है पूर्व में भी उपायुक्त कार्यालय, जिला परिषद कार्यालय, रजिस्ट्री कार्यालय ,वाहन कार्यालय, जिला उपभोक्ता फोरम इत्यादि कई छोटे-बड़े कार्यालय बिना किसी वजह और ठोस योजना के सरायकेला से अन्यत्र वीरान स्थान में स्थानों में शिफ्ट कर दिए गया। अब जल जमाव का बहाना बनाकर एक षड्यंत्र के तहत सिविल कोर्ट को शिफ्ट कर सरकार/प्रशासन सरायकेला जिला मुख्यालय की उपेक्षा करना चाहती है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर बार-बार सिविल कोर्ट को बिना वजह और ठोस योजना के क्यों शिफ्ट कराया जा रहा है अब तक 4 बार सबसे पहले राजा घर के पास, दोबारा राजबांध, तीसरी बार पुनः राजा घर के पास और चौथी बार वर्तमान स्थल पर स्विफ्ट कराया गया जो वर्तमान में अच्छी तरह से कार्यरत है यदि वर्तमान स्थिति सिविल कोर्ट की भूमि उपयुक्त नहीं थी तो उक्त भूखंड पर जनता के करोड़ों रुपया खर्च कर सिविल कोर्ट का निर्माण क्यों कराया गया इसकी सभी पहलुओं पर जांच कर सिविल कोर्ट के लिए उक्त भूखंड को चयन करने वाले दोषी तकनीकी एवं अभियंत्रण अभियंताओं के ऊपर प्राथमिक की दर्ज कर जेल भेजने का काम होना चाहिए क्योंकि टैक्स के रूप में जनता की गाढ़ी कमाई को इस तरह अभियंता बर्बाद नहीं कर सकते

उन्होंने सिविल कोर्ट का शिफ्टिंग का जोरदार विरोध किया उन्होंने कहा कि यदि सिविल कोर्ट शिफ्ट किया गया तो अनुमंडल कार्यालय शिफ्टिंग के विरोध में आम लोगों के साथ जैसा उग्र आंदोलन किया गया था आगामी दिनों में उससे और अधिक उग्र आंदोलन किया जाएगा। यह शहर के अस्मिता को बचाने की लड़ाई है। जिसके लिए उन्हें किसी भी हद तक जाना पड़ेगा तो पीछे नहीं हटेंगे। विदित हो सरायकेला अनुमंडल कार्यालय को शहर से बाहर वीरान स्थान पर शिफ्टिंग के विरोध में मनोज कुमार चौधरी ने कड़ाके की ठंड जनवरी माह वर्ष 2019 में उग्र आंदोलन किया था उन्होंने पुराने अनुमंडल कार्यालय के समीप 5 दिनों तक आमरण अनशन कर प्रशासन को पीछे हटने पर मजबूर किया और जिसका नतीजा यह हुआ कि आज अनुमंडल कार्यालय सरायकेला शहर के बीच में अवस्थित है।

सिविल कोर्ट शिफ्टिंग के जन विरोधी निर्णय के विषय में राज्य के माननीय मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और अन्य आला अधिकारियों को पत्र द्वारा अवगत कराया जाएगा उसके बाद भी यदि सिविल कोर्ट शिफ्टिंग का प्रयास जारी रहा तो पुनः बार एसोसिएशन एवं जनता के साथ इसके विरोध में किसी भी हद तक जाने की बात कही






आदित्यपुर में आईएलओ-इंटक की कार्यशाला, श्रमिकों को अधिकार और लिंग समानता पर मिला प्रशिक्षण

आदित्यपुर : इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), झारखंड द्वारा संगठन और औपचारिकता के माध्यम से अधिकारों और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देना (पीआरएस II) दो दिवसीय लिंग नीति पर लिंग प्रशिक्षण कार्यशाला आदित्यपुर मधुबन होटल पर किया गया जहाँ श्रम अधिकारों की जानकारी दी गई श्रमिक अपने अधिकारों की लड़ाई एवं अपने बचाव पर कार्यशाला में पूर्ण तरीके से बताया गया जिसमें 30 श्रमिक महिला पुरुष शामिल रहे जिसमे 5 लोगो को ट्रेनिंग हेड बनकर कार्यशाला को आगे बढ़ाया जाएगा इसके बाद यह कार्यशाला है कोलकाता, केरल भारत के कई राज्यों में किया जाएगा


मुख्य अतिथि के रूप में राकेशवर पांडे एवं अतिथियों के तौर पर श्रीमती वैशाल लहरी नेशनल प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, शहनाज रफीक जेंडर कोऑर्डिनेटर, देविका सिंह नेशनल सेक्रेट्री इंटक वूमेन कमेटी की चेयर कमिशन,शिखा चौधरी नेशनल सेक्रेट्री महिला इंटक एवं मीरा तिवारी स्टेट ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री उपस्थित रही







सरायकेला के सीनी स्टेशन पर कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन, हावड़ा–मुंबई ट्रैक जाम

सरायकेला के सीनी में कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन, प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा मुंबई रेल ट्रैक को किया जाम,


झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में आज सुबह से रेल रोको आंदोलन का असर देखने को मिला। सरायकेला के सीनी स्टेशन के पास कुड़मी जाति के लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम कर प्रदर्शन किया।


कुड़मी समुदाय की बड़ी संख्या सुबह से ही सीनी रेलवे स्टेशन के पास इकट्ठा हुई और रेल टेको आंदोलन शुरू कर दिया। इस आंदोलन के कारण कई ट्रेनें बाधित हुईं और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

मौके पर हालात को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती की गई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी मांग पूरी तरह सामाजिक है और किसी भी प्रकार से राजनीति से प्रेरित नहीं है।

कुड़मी समाज की प्रमुख मांग है कि उन्हें एसटी यानी अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किया जाए। आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि “हम लोग वर्षों से आदिवासी रहे हैं, सरकार को हमें एसटी में शामिल करना ही होगा।

फिलहाल रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है। वहीं, कुड़मी समाज ने मांग पूरा न होने तक अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।






राजनगर में ओत गुरु कोल लाको बोदरा की जयंती धूमधाम से मनाई गई

सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत बीजाडीह पंचायत के समरसाई चौक पर शुक्रवार को वारंगक्षिति लिपि के आविष्कारक, महान शिक्षाविद् एवं आदिवासी समाज के पथप्रदर्शक ओत गुरु कोल लाको बोदरा की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सामाजिक चेतना, सांस्कृतिक गौरव और राजनीतिक मांगों की गूंज सुनाई दी।


कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री सह विधायक चंपाई सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा एवं जिप सदस्य मालती देवगम द्वारा संयुक्त रूप से लाको बोदरा की प्रतिमा का अनावरण कर की गई। मौके पर पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल-मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्य-गान से चंपाई सोरेन का भव्य स्वागत किया गया।


अपने संबोधन में चंपाई सोरेन ने कहा कि लाको बोदरा केवल हो समाज के नहीं, बल्कि पूरे आदिवासी समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने वारंगक्षिति लिपि का आविष्कार कर आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा और पहचान का आधार दिया है। किसी भी समाज की अपनी लिपि होना गर्व की बात है, लेकिन दुर्भाग्यवश झारखंड के स्कूलों में आज भी वारंगक्षिति लिपि में पढ़ाई नहीं हो रही है।

8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग दोहरायी जायेगी

चंपाई सोरेन ने कार्यक्रम के दौरान जोर देकर कहा कि सरकार से मांग की जाएगी कि वारंगक्षिति लिपि को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए। उन्होंने बताया कि वह इस मुद्दे को लेकर फिर एक बार केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात करेंगे और आदिवासी अस्मिता की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि “सीएनटी और एसपीटी एक्ट होने के बावजूद आदिवासियों की जमीनें बेची और खरीदी जा रही हैं। घुसपैठियों के कारण आदिवासी आबादी में गिरावट हो रही है। सरकार चुप बैठी है जबकि नगड़ी में रिम्स-2 के नाम पर सैकड़ों एकड़ जमीन अधिग्रहित की जा रही है। यह सीधे-सीधे आदिवासी अस्मिता पर प्रहार है।उन्होंने यह भी कहा कि कोल्हान क्षेत्र में आदिवासियों की पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था को भी चुनौती मिल रही है। इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करने का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि भोगनाडीह में पांच लाख लोगों की भीड़ जुटाकर आंदोलन किया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान मुंडा-मानकी, ग्राम प्रधान, शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं हो भाषा के कलाकारों को सम्मानित किया गया। रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को जीवंत बना दिया और हजारों लोगों ने इस आयोजन का आनंद उठाया।

कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद : इस अवसर पर सिमल सोरेन, बबल सोरेन, सावन सोय, डॉ. बबलू सुंडी, मोटाय मेलगंडी, इपिल सामड, गणेश पाटपिंगुआ, डोबरो देवगम, गणेश गागराई, पिंकी बारदा, रजो टुडू, नामिता सोरेन, सुशील सुंडी, कैलाश देवगम सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे





सरायकेला: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में “पत्रकारिता 2025” सेमिनार का आयोजन

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में प्रमुख मीडिया संस्थानों के संपादकों के साथ "पत्रकारिता 2025: एआई के युग में पत्रकारिता का भविष्य" विषय पर सेमिनार का आयोजन

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने "पत्रकारिता 2025: एआई के युग में पत्रकारिता का भविष्य" शीर्षक से एक ज्ञानवर्धक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख मीडिया घरानों के प्रतिष्ठित संपादकों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में पत्रकारिता के उभरते परिदृश्य पर विद्यार्थियों के साथ संवाद किया।

इस कार्यक्रम में मीडिया जगत के प्रतिष्ठित विद्वानों, शिक्षाविदों और विद्यार्थियों ने बदलते मीडिया परिदृश्य में एआई तकनीक के बेहतर उपयोग पर अपने विचार साझा किए। प्रतिष्ठित वक्ताओं के पैनल में शामिल थे:

श्री गणेश मेहता, हिंदुस्तान के संपादक

श्री जयप्रकाश, चमकता आईना के संपादक

श्री यू.एन. पाठक, दैनिक जागरण के संपादक

श्री भवानंद झा, दैनिक भास्कर के संपादक

प्रत्येक संपादक ने पत्रकारिता के क्षेत्र में एआई द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों और अवसरों पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की।

हिंदुस्तान के संपादक, श्री गणेश मेहता ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता समाचार एकत्र करने और प्रसारित करने के तरीके को बदल रही है। हालाँकि, तकनीक को एक उपकरण होना चाहिए, न कि नैतिक और खोजी पत्रकारिता का विकल्प।

चमकता आईना के संपादक, श्री जयप्रकाश ने पत्रकारिता में मानवीय मूल्यों की भूमिका पर ज़ोर देते हुए कहा, यद्यपि एआई सामग्री को तेज़ी से पहुँचाने में मदद कर सकता है, लेकिन इसमें पत्रकारों जैसी भावनात्मक बुद्धिमत्ता और निर्णय क्षमता का अभाव है। भविष्य उनका होगा जो तकनीक को मानवीय संवेदनशीलता के साथ जोड़ पाएँगे।

दैनिक जागरण के संपादक, श्री यू.एन. पाठक ने संभावित जोखिमों पर प्रकाश डालते हुए कहा, एआई युग में गलत सूचनाएँ और डीपफेक गंभीर चिंताएँ हैं। पत्रकारों को सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए पहले से कहीं अधिक सतर्क रहना होगा।

दैनिक भास्कर के संपादक, श्री भवानंद झा ने एआई के युग में नैतिकता और जवाबदेही पर बात की: प्रौद्योगिकी को लोकतंत्र की सेवा करनी चाहिए, उसे कमज़ोर नहीं करना चाहिए। भविष्य के पत्रकारों के लिए चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि एआई पत्रकारिता की नैतिकता को बढ़ाए, न कि उससे समझौता करे।

सेमिनार में इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किए गए जहाँ छात्रों ने विचारोत्तेजक प्रश्न पूछे, वाद-विवाद में भाग लिया और उद्योग जगत के अग्रणी लोगों से करियर संबंधी बहुमूल्य जानकारी प्राप्त की। इस इंटरैक्टिव सत्र में छात्रों ने संपादकों के साथ सीधे बातचीत की और फ़ेक न्यूज़ का पता लगाने, पारंपरिक पत्रकारिता की प्रासंगिकता और डिजिटल युग में आवश्यक कौशल जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे। सेमिनार में एआई-एकीकृत न्यूज़रूम में करियर के अवसरों और निरंतर सीखने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया।चर्चा के विषय थे:

न्यूज़रूम में एआई उपकरण

एआई युग में समाचार विश्वसनीयता का भविष्य

स्वचालित पत्रकारिता में नैतिक दुविधाएँ

भविष्य के पत्रकारों के लिए आवश्यक कौशल

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष दीपिका कुमारी ने कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया और अकादमिक शिक्षा को उद्योग जगत के रुझानों से जोड़ने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में दीपिका ने कहा हमारा लक्ष्य अपने छात्रों को भविष्य के मीडिया की वास्तविकताओं के लिए तैयार करना है - जहाँ तकनीक और मानवीय नैतिकता को साथ-साथ काम करना होगा।इस तरह की बातचीत के माध्यम से, हमारे छात्रों को मीडिया उद्योग की वर्तमान स्थिति और उसमें सफलता पाने के लिए खुद को कैसे तैयार किया जाए, इसका प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त होता है।

इस सेमिनार में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. पी.के पाणि, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोईज़ अशरफ़, प्रशासनिक अधिष्ठाता प्रो. नाजिम खान अन्य विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।






शुक्रवार, 19 सितंबर 2025

सरायकेला डीसी ने कहा – कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता

 कानून-व्यवस्था एवं शांति बनाए रखना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, शांति-व्यवस्था बनाए रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें – उपायुक्त,

प्राप्त सूचना के अनुसार आदिवासी कुड़मी समाज द्वारा दिनांक 20 सितम्बर, 2025 को समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर रेल परिचालन बाधित करने एवं रेल रोको आंदोलन करने की घोषणा की गई है।

जिला प्रशासन ने इस संबंध में आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें तथा शांति-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि अथवा हिंसक आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सरायकेला-खरसावाँ श्री नितीश कुमार सिंह ने कहा है कि कानून-व्यवस्था एवं शांति बनाए रखना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आवश्यक सभी कदम उठाए जा रहे हैं। रेलवे, परिवहन विभाग एवं पुलिस प्रशासन के साथ सतत समन्वय स्थापित कर स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।





घाटशिला उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में रणनीतिक बैठक

 रांची स्थित मुख्यमंत्री सह केंद्रीय अध्यक्ष माननीय* *श्री हेमंत सोरेन जी के आवास पर घाटशिला विधानसभा* *उपचुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।* *इस बैठक में केंद्रीय महासचिव माननीय विनोद पांडे,*बहरागोड़ा विधायक माननीय समीर कुमार महंती,* *पोटका विधायक माननीय संजीव सरदार, जुगसलाई* *विधायक माननीय मंगल कालिंदी, पूर्व घाटशिला विधायक* *माननीय लक्ष्मण टुडू, तथा स्व. रामदास सोरेन* *जी के सुपुत्र माननीय श्री सोमेश चन्द्र सोरेन सहित कई* *वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।*



बैठक में उपचुनाव को गंभीरता विचार विमर्श किया गया।

*बूथ स्तर पर मजबूत रणनीति बनाने पर बल दिया गया।* *वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि यदि इस चुनाव में विरोधी दल* *को हराना है, तो दोगुनी मेहनत करनी होगी। विशेष रूप* *से, हर मतदाता को मतदान केंद्र तक पहुँचाने की ठोस* *व्यवस्था पर जोर दिया गया।*

*केंद्रीय अध्यक्ष श्री हेमंत सोरेन जी ने कहा कि –“इस उपचुनाव में झा.मु.मो. प्रत्याशी की जीत ही स्व. रामदास सोरेन जी* *के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

*अंत में, उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने एक* *स्वर में हर संभव कोशिश और मेहनत कर पार्टी को विजय* *दिलाने का संकल्प लिया।*

*इस बैठक में प्रमुख रूप से जिला प्रमुख बागराय मार्डी,* *पूर्व जिला उपाध्यक्ष सागन पूर्ति, पूर्व जिला युवा उपाध्यक्ष* *विक्टर सोरेन, पूर्व जिला कोषाध्यक्ष कालीपद गोराई, पूर्व* *केंद्रीय सदस्य कान्हु सामंत, मुसाबनी प्रखण्ड अध्यक्ष श्री* *प्रधान सोरेन, घाटशिला प्रखण्ड अध्यक्ष दुर्गा चरण मुर्मू,* *गुड़बंदा प्रखण्ड अध्यक्ष सुराय टुडू, धालभूमगढ़ प्रखण्ड* *अध्यक्ष अर्जुन चंद्र हांसदा आदि की सक्रिय भागीदारी रही।*





गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा में दुर्गापूजा विसर्जन को लेकर शांति समिति की बैठक सम्पन्न.....

गुड़ाबांदा संवाददाता

गुड़ाबांदा: आगामी दुर्गापूजा को लेकर शुक्रवार को गुड़ाबांदा थाना परिसर में बीडीओ सह सीओ डांगुर कोड़ा की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में पूजा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने और विसर्जन जुलूस को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। बीडीओ ने कहा कि विसर्जन जुलूस समय पर निकाले जाएं और डीजे पर नियंत्रण रखा जाए। वहीं थाना प्रभारी कुमार सुमित यादव ने आश्वासन दिया कि प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में उपस्थित पूजा समिति के सदस्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान भी अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की। बताया गया कि प्रखंड के ज्वालाकाटा, बालिजुड़ी, आकाशछीड़ा, कोइमा और गुड़ाबांदा में दुर्गापूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है। इस अवसर पर उप प्रमुख रतन लाल रावत, मुखिया फुलमनी मुर्मू, सुशीला मुंडा, कारिया हेंब्रम, कानाईलाल महली, ग्रामीण विनय घोष, धीरेंद्र नाथ बेरा, देवदत्त गिरी, तड़ो किस्कू, सुषांत मलिक, बृज गोपाल भुंड्या, हीरालाल साव, जोरा मंडल, राजकिशोर महतो, शिवशंकर पात्र सहित कई समिति सदस्य व गणमान्य लोग उपस्थित थे।

बहरागोड़ा:-विधायक समीर महंती के दौरा मे ग्रामीणों को मिला भरोसा..........

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा : बहरागोड़ा में विधायक समीर महंती ने किया दौरा.दौर के क्रम में उन्होंने कई गांव में जाकर लोगों के साथ बैठक किया. इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क, बिजली, कच्चे रास्ते को पक्का कराने, सिंचाई और पेयजल की समस्या सहित कई मुद्दों से विधायक को अवगत कराया. विधायक समीर महंती ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि कुछ समस्याओं का निपटारा गांव स्तर पर ही कर दिया गया है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए.

 *सर्पदंस से निधन हुए व्यक्ति के परिवार में जाकर बढ़या ढांढस*

डोमजुडी पंचायत अंतर्गत चैतन्यपुर गांव निवासी रामचंद्र बेरा का विगत कुछ दिन पूर्व सर्पदंस से निधन हो गया था, जिसकी खबर मिलने के बाद आज समीर कुमार मोहंती ने उनके आवास पर पहुंचकर शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया एवं परिजनों को श्राद्ध कर्म के लिए आर्थिक सहयोग भी की. 

*तालाब में मछली पकड़ने के दौरान निधन हुए व्यक्ति के परिवार में जाकर बढ़या ढांढस*

 बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के ही डोमजुड़ी पंचायत अंतर्गत इंटामूढा गांव निवासी सुधा नायक 45 वर्षीय का तालाब में मछली पकड़ने के दौरान डूब कर निधन हो गया था. आज उनके भी परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया एवं श्राधकर्म के लिए आर्थिक सहयोग भी की. विधायक ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए वे पूरी तरह कटिबद्ध हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में सिंचाई, सड़क, शिक्षा और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं में ठोस बदलाव दिखाई देगा.साथ ही निर्धन, गरीबों और असहाय लोगों को वृद्धावस्था पेंशन व अबुआ आवास, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की दिशा में लगातार प्रयास जारी है.जनसम्पर्क के दौरान उन्होंने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को अवगत कराया और हेमंत सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की. मौके पर दिवंगत की पत्नी रूपाली बेरा,मोतीलाल बेरा ,नित्यानंद बेरा, गुरुचरण बेरा, सुधांशु बेरा सहित झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष असित मिश्रा ,उप प्रमुख मुन्ना होता , जदुपति राणा ,सुजान घोष, भवानी नायक , अनुजीत जैना,लोकनाथ मोहंती आदि उपस्थित थे.

बहरागोड़ा:-गहलामुड़ा में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन सम्पन्न.......

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत गहलामुड़ा गांव में भाजपा बड़शोल मंडल का कार्यकर्ता सम्मेलन आज उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा मंडल अध्यक्ष राजकुमार कर ने की। डॉ. गोस्वामी ने सरकार पर बोला हमला इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ.दिनेशानंद गोस्वामी ने अपने संबोधन में राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा – हेमन्त सरकार के 6 वर्षों में विकास कार्य पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदहाल है। बहरागोड़ा के लोग इलाज के लिए पश्चिम बंगाल और ओड़िसा के अस्पतालों पर निर्भर हैं। गरीब मरीजों के लिए एम्बुलेंस तक उपलब्ध नहीं, जबकि मंत्री एयर एम्बुलेंस से दिल्ली जाते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आज तक माटिहाना स्थित ट्रॉमा सेंटर को शुरू नहीं कर सकी। कई स्वास्थ्य केंद्र बने जरूर हैं, लेकिन चिकित्सकों की नियुक्ति न होने से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल पाया। डॉ. गोस्वामी ने रोजगार पर भी सवाल उठाते हुए कहा – इन 6 वर्षों में बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में एक भी उद्योग स्थापित नहीं हुआ। बेरोजगारी के कारण युवा रोजगार की तलाश में दक्षिण भारत पलायन कर रहे हैं। हेमन्त सरकार पूरी तरह विफल है और अब जनता इसके खिलाफ खड़ी होगी।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे राज्य सरकार की विफलताओं को गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचाएँ। भाजपा नेताओं ने भरी हुंकार सम्मेलन को वरीय भाजपा नेता रंजीत बाला, बापटू साव, श्रीवत्स घोष, मंडल अध्यक्ष राजकुमार कर, मानिक दास, कमलकांत सिंह, यादव पात्र और रुपेश कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया और कार्यकर्ताओं को एकजुट होने का आह्वान किया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रहे उपस्थित इस मौके पर राखहरी मुखी, गौरीशंकर गंड, असीम सेनापति, रामहरी कांड़, देबब्रत दे, उत्तम मुंडा, बबलू महाली, अर्णव भुई, राजीव भुई, बबलू नायक, नीलाद्रि आईच, शिबू सांतरा, गुरु प्रशाद गोराई, देव मण्डल, अमिताव महापात्र, राज महापात्र, सुजीत पाल, जगन्नाथ पोलाई, रिंका दे, रबिन नायक, तापस बारीक, पंचानन मुंडा समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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