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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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सोमवार, 22 सितंबर 2025

सरायकेला: अफीम छोड़ लौटे किसान, प्रशासनिक जागरूकता से धान की खेती की ओर रुख

सरायकेला: जिले के खरसावां प्रखंड के रीडिंग पंचायत में सरकार और पुलिस- प्रशासन की जागरूकता का असर साफ नजर आ रहा है. जहां पिछले साल तक अवैध अफीम की खेती होती थी, आज वही खेत धान की लहलहाती फसलों से भर गए हैं. यह बदलाव क्षेत्र के किसानों और प्रशासन दोनों की जीत है. पिछले साल झारखंड सरकार के आदेश पर पुलिस और प्रशासन ने अफीम की खेती के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था.



लगभग 100 एकड़ जमीन पर फैली अफीम की खेती को रोकना पुलिस के लिए चुनौती थी, लेकिन अभियान के तहत 85 एकड़ से अधिक जमीन को मुक्त कराया गया. ग्रामीणों को समझाने- बुझाने और जागरूक करने के बाद उन्होंने अफीम की खेती न करने का प्रण लिया और इस साल पारंपरिक फसलों की ओर लौट आए. स्थानीय किसानों ने कहा कि भटकाव के कारण उन्होंने अफीम की खेती की थी लेकिन अब वे पूरी तरह पारंपरिक खेती को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने सरकार से अपील की है कि उनकी उपज के लिए उचित बाजार मुहैया कराया जाए ताकि धान और अन्य फसलों का सही दाम मिल सके. खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार ने बताया कि यह उपलब्धि पुलिस अधीक्षक और सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम है. उन्होंने ग्रामीणों, स्थानीय प्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों को भी इसका श्रेय दिया. उन्होंने कहा कि दोबारा अफीम की खेती का रुख न करें, यह न केवल कानून के खिलाफ है बल्कि युवाओं के भविष्य पर भी प्रतिकूल असर डालता है.पुलिस अधीक्षक ने किसानों से पारंपरिक खेती जारी रखने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दोबारा अवैध खेती की गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि किसानों के रुख को देखते हुए लगता है कि बदलाव अब स्थायी है. सरायकेला नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष और समाजसेवी मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि यह केवल खेती का बदलाव नहीं है बल्कि मानसिकता का भी परिवर्तन है. इससे न केवल किसानों के जीवन में सुधार आएगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए भी नए अवसर पैदा होंगे. कभी नक्सलवाद और अवैध गतिविधियों के लिए बदनाम रहा यह इलाका अब विकास और सकारात्मकता की मिसाल बनता जा रहा है. रीडिंग पंचायत की यह कहानी बताती है कि जागरूकता, सहयोग और दृढ़ संकल्प से समाज में बड़ा बदलाव संभव है.




कुचाई: 270 किसानों को मिला कौशल विकास प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र, अर्जुन मुंडा बोले–प्रगति ही जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य

कुचाई में किसानों के एक वर्षीय कौशल विकास प्रशिक्षण संर्पन, प्रशिक्षण प्राप्त 270 किसानों के बीच प्रमाण प्रत्र का वितरण, प्रगति ही मानव जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य है- अर्जुन मुंडा 



खरसावां: कुचाई किसान भवन में संसदीय संकुल विकास परियोजना के अंतर्गत जनजाति कौशल विकास परियोजना 1.0 के तहत आयोजित प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह परियोजना राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) द्वारा सम्पोषित है, जिसका उद्देश्य जनजातीय जिलों में युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाना है। 


विगत अगस्त 2024 से अप्रैल 2025 तक यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तिलोपदा, बंदोलोहर पंचायत भवन में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने दीप प्रज्ज्लीप कर किया। मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि हमारा घर, हमारे परिवार, हमारा गांव मजबूत रहेयही है जनजातीय कौशल विकास परियोजना का संकल्प है। उन्होने कहा कि देश के दूर-दराज़ जनजातीय क्षेत्रों में युवाओं को सशक्त बनाकर सामाजिक और आर्थिक रूप से समृद्ध करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। यह केवल प्रशिक्षण प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मूल उद्देश्य है। 

हमारा घर, हमारे परिवार, हमारा गांव मजबूत रहे। श्री मुंडा ने कहा कि प्रगति ही मानव जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य है। एक अत्यंत प्रेरणादायक और दूरदर्शी विचार है। जब एक समाज शिक्षा, कौशल, आत्मनिर्भरता और सामाजिक चेतना के रास्ते पर आगे बढ़ता है, तो वह न केवल स्वयं को सशक्त बनाता है, बल्कि राष्ट्र के भविष्य को भी उज्ज्वल करता है। इस कार्यक्रम के तहत कुचाई के मरांहातु, कुचाई, जोवाजांजीर, रामायसाल, बंदोलोहर पगारडीह, गोपीडीह, डांगो, बडाचाकडी, गोगामार्चा आदि गांव के 270 किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, उद्यमिता विकास और खाद्य प्रसंस्करण जैसी बहु-कौशल क्षमताओं से सशक्त बनाना, उनकी आय बढ़ाना तथा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देनने को लेकर प्रशिक्षित किया गया। साथ ही उनके बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, आदित्यपुर के निवर्तमान डिप्टी मेयर बॉबी सिंह, बीडीओ साधु चरण देवगाम, जिप झिग्गी हेम्ब्रम, मुखिया लुदरी हेम्ब्रम, विजय महतो, राहुल दास, आदि उपस्थित थे।






जमशेदपुर: लावारिस शवों के सम्मानजनक अंतिम संस्कार के बाद पिंडदान व श्राद्ध भोज का आयोजन

 470 शवों के पिण्ड दान के साथ अंत्योदय एक अभियान द्वारा 1000 लोगों के बीच श्राद्ध भोज का किया गया आयोजन,


गणेश चतुर्थी 2022 को पेशे से पत्रकार प्रवीण सेठी ने एक अभियान की शुरुआत की, इस अभियान के तहत लावारिस शवो के साथ-साथ वैसे लोगों का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ संपन्न कराया जाता है जो की आर्थिक रूप से कमजोर हैं, इस अभियान के तहत अब तक 470 शवों का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान और सम्मान के साथ संपन्न कराया गया है, इस अभियान में पार्वती शमशान घाट प्रबंधक कमेटी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जहां उनके द्वारा यथासंभव मदद पहुंचाने का प्रयास अभियान के सदस्यों को किया जाता है, गणेश चतुर्थी 2022 से लेकर अब तक किए गए 470 शवो के अंतिम संस्कार के बाद पितृ पक्ष की अमावस्या के उपलक्ष पर सभी आत्माओं की शांति के लिए पूरे विधि विधान के साथ पार्वती शमशान घाट में पिंडदान किया गया तत्पश्चात हवन किया गया, शमशान घाट प्रबंधक के साथ-साथ श्मशान घाट के कर्मचारियों को और इस अभियान से जुड़े वैसे लोगों को सम्मानित किया गया जो प्रत्येक शव में अपनी शक्ति अनुसार आर्थिक सहयोग करने का प्रयास करते हैं इतना ही नहीं 1000 लोगों के बीच श्राद्ध भोज का आयोजन किया गया, जानकारी देते हुए अभियान के संस्थापक प्रवीण सेठी ने बताया कि किसी भी लावारिस शव के लिए या फिर जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं अंतिम संस्कार में सक्षम नहीं है l

उनके नंबर 9204886232,7004813335 पर संपर्क कर इस सहायता का लाभ ले सकते हैं, उन्होंने कहा कि यह धरती का एक ऐसा बड़ा काम है जिसकी तुलना किसी कार्य से नही की जा सकती, इस कार्यक्रम में अंत्योदय एक अभियान के साथी ,पार्वती शमशान घाट प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी ,जमशेदपुर विमंस क्लब के पदाधिकारी समेत बड़ी संख्या में आम लोग शामिल हुए|






खरसावां: कुड़मी समाज की एसटी मांग के विरोध में 25 सितम्बर को बाइक रैली

खरसावां के आदिवासी कला सांस्कृतिक भवन में आदिवासी संगठनों एवं आदिवासी मुंडा मनकियो द्वारा संयुक्त बैठक की गई इस बैठक में निर्णय लिया गया कि कुडमी समाज के द्वारा अनुसूचित, एसटी सूची में शामिल होने के मांग के विरोध में आगामी 25 सितंबर 2025 को जिला स्तरीय बाइक रैली निकालकर डीसी ऑफिस पहुंचेंगे साथ ही जिला उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल और राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा।


वक्ताओं ने कहा कि आदिवासियों के कस्टोडियन गार्जियन राज्यपाल एवं राष्ट्रपति होते हैं इसीलिए हमको इसकी सूचना देना बहुत जरूरी है आज भी हमारा समुदाय पिछड़ा हुआ है। हमारे अधिकारों को सुरक्षा किया जाए। समाज के लोग इस रैली के माध्यम से राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहते हैं इस बैठक में चांडिल, राजनगर, सरायकेला, कुचाई एवं खरसावा प्रखंड से आदिवासी समाज के लोग पहुंचेथे। बैठक में मुख्य रूप से सावित्री कुदादा, विष्णु बाडरा, मनोज कुमार सोय, मंगल सिंह जामुदा,कोल झारखंड बोदरा, विश्वनाथ हेंब्रम, सूरज हेंब्रम, सालेन सोय,अमर उरांव, महेश मिंज,विनित बोदरा, बबलू सोय, मानसिंह बाकिरा, बबलू हेंब्रम, लाल सिंह हेंब्रम, लाल सिंह सोय, गुरु चरण सरदार, सोरदा ईचागुटु, लखविंदर सरदार, राजेश सरदार, राउतु हाईबुरू, सुरेंद्र सरदार सहित काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।





रविवार, 21 सितंबर 2025

गुड़ाबांदा:- सौभाग्य भारत, S भारत खबर का हुआ असर, कालांबेड़ा में बीडीओ की चौपाल, ग्रामीणों से संवाद कर जलमीनार-चेकडैम कार्य शीघ्र शुरू करने का भरोसा, नक्सल प्रभावित परिवारों को............

गुड़ाबांदा संवाददाता 

गुड़ाबांदा:-प्रखंड के कालांबेड़ा गांव में पिछले कुछ दिन पहले ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर एस भारत न्यूज़ चैनल द्वारा प्रमुखता से खबर चलाया गया था. उसके बाद वीडियो ने संज्ञान लेते हुए आज गुड़ाबंदा के बीडीओ डांगर कोड़ोह पहुंचे और ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। बैठक में ग्रामीणों ने पेयजल, सिंचाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी परेशानियों को सामने रखा। बीडीओ ने आश्वस्त किया कि गांव में जलमीनार निर्माण का टेंडर पूरा हो चुका है और बहुत जल्द कार्य शुरू होगा। वहीं, चेकडैम निर्माण के लिए सिंचाई विभाग द्वारा आकलन कर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा और पानी व सिंचाई की समस्या काफी हद तक दूर होगी। इस दौरान बीडीओ ने नक्सली घटनाओं में मारे गए तीन लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की। उन्होंने परिवारों से दस्तावेज लिए और यह जानकारी ली कि उन्हें पेंशन, राशन जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि पात्र लाभुकों को योजनाओं का लाभ हर हाल में दिलाया जाएगा।

गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा में ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हुए भाजपा नेता बाबूलाल सोरेन......

गुड़ाबांदा संवाददाता


गुड़ाबांदा:-भाजपा नेता बाबूलाल सोरेन ने गुड़ाबांदा प्रखंड के कई गाँवों का दौरा किया और ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। इस दौरान ग्रामीणों ने पानी, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी से जुड़ी अपनी परेशानियाँ सामने रखीं। बाबूलाल सोरेन ने कहा कि गठबंधन सरकार के छह वर्षों के कार्यकाल में घाटशिला विधानसभा क्षेत्र का विकास ठप रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नाकामी के कारण युवाओं को रोजगार की तलाश में दक्षिण भारत की ओर पलायन करना पड़ रहा है। खेती-किसानी की स्थिति भी बेहद दयनीय है, क्योंकि किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाने के लिए बनी स्वर्णरेखा परियोजना की नहरें अब तक अधूरी हैं। नतीजतन किसान बारिश पर ही निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद से बदतर है। गाँव-गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और दवाओं का भारी अभाव है, जिससे छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी लोगों को दूर जाना पड़ता है। यह स्थिति गरीब ग्रामीणों के लिए और भी ज्यादा पीड़ादायक है। गाँवों में बाबूलाल सोरेन का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि भाजपा ग्रामीणों की हर समस्या को प्राथमिकता से उठाएगी और आने वाले समय में इन मुद्दों को मजबूती से सदन तक पहुँचाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे भाजपा के साथ मिलकर अपने अधिकारों की लड़ाई को मजबूत करें। दौरे के दौरान बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे।

बहरागोड़ा:-केशरदा भूमिज समाज फुटबॉल टूर्नामेंट का शुभारंभ किए डॉ गोस्वामी..........

बहरागोड़ा संवाददाता 


बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के केसरदा गांव में बीणापानी क्ल्ब की ओर से भूमिज समाज के युवा खिलाड़ियों के लिए रात्रिकालीन फूटबाॅल टूर्नामेंट का आयोजन सम्पन्न हुआ। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने फूटबाॅल पर किक मार कर टूर्नामेंट का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए डॉ गोस्वामी ने कहा कि फुटबॉल इस क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय खेल है। उन्होंने सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु विशेष सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। डॉ गोस्वमी ने खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद हमारे युवा खिलाड़ी खेल के मैदान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं।उन्होंने युवाओं से नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान किया। डॉ गोस्वामी ने युवाओं से अन्याय एवं अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष करने का भी आह्वान किया। इस टूर्नामेंट में कुल 16 टीम हिस्सा लिया था, जिसमें विजेता डुमरडीहा फुटबॉल टीम को 15000 नगद राशि एवं ट्राफी तथा उप विजेता मुड़ाल फुटबॉल टीम को 10000 नगद राशि एवं ट्राफी देकर पुरष्कृत किया गया। इस मारोह को जिला पार्षद भूपति नायक,रंजीत बाला, अशोक कर, आफताब आलम,बनविहारी साव, तपेश महापात्र राजकुमार कर, प्रह्लाद घोष, समीर सेनापति ने भी संबोधित किया। इस मौके पर कमिटी के सदस्य दुर्गा नायक, मेघलाल नायक, दुर्गा नायक, चंदन दीगर, तारापाद नायक, शंकर नायक, दीपक पातर, लालचंद नायक, सुभास नायक, अर्जुन नायक आदि उपस्थित थे।

बहरागोड़ा:-कुमारडूबी के बाघाकुली आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण में ग्रामीणों ने लगाया घटिया सामग्री उपयोग का आरोप......

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड के कुमारडूबी पंचायत अंतर्गत बाघाकुली गांव में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण में अनियमितता का आराेप लगाते हुए टोला के ग्रामीणों ने विरोध जताया.ग्राम प्रधान नीलकंठ नायक, विदेश देहरी, मानस नायक, पूर्णेन्दु नायक, अनुराग नायक, साधीन नायक, राहुल नायक, सागर नायक, समीर नायक आदि ग्रामीणों का आरोप है कि आंगनबाड़ी केंद्र में खराप ईंट का प्रयोग किया जा रहा है.साथ ही भवन निर्माण में सीमेंट की मात्रा कम दी जा रही है.पिलर पर रड़ छोटा है जो की छत तक नहीं पहुंच रहा है. भवन के बेस में बड़ा गिट्टी की बजाय छोटा गिट्टी लगाकर दलाई कर दिया गया है.ऐसे में आंगनबाड़ी भवन कितना दिन टिकेगा. ग्रामीणों को यह भी कहना है की संबंधित ठेकेदार द्वारा गांव में आमसभा भी नहीं किया गया. और ना ही उक्त आंगनवाड़ी भवन बनने के लिए कोई भी शिलान्यास किया गया.बिना आम सभा तथा बिना शिलान्यास के ही संबंधित ठेकेदार ने सिर्फ बोर्ड लगाकर काम करना शुरू कर दिया है. ऐसे में ठेकेदार की मंशा साफ जाहिर होती है.निर्माण राशि 11 लाख 8 हजार दोशो रुपिया है. टोला के ग्रामीणों का कहना है कि गुणवत्तापूर्ण निर्माण होने से भवन मजबूत होगा.लोगों का कहना है कि आंगनबाड़ी भवन में बच्चे पढ़ेंगे. इस तरह घटिया कार्य किया गया तो कभी भी हादसा हो सकता है. जिससे बच्चे की जान खतरे में पड़ सकती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जिन्हें योजना के निरीक्षण की जिम्मेवारी है वे कभी भी आकर उक्त योजना का निरीक्षण नहीं किया. एक रिपोर्ट के मुताबिक कर्माबेश बहरागोड़ा प्रखंड में जितने भी नए आंगनबाड़ी भवन बन रहा है उसमें से एक दो भवन को छोड़ कर सभी नए भवन में घोर अनियमितता बरती गई है. हालांकि कुछ दिन पहले निरंजनपुर गांव में भी इस तरह का मामला सामने आ चुका है. अगर संबंधित पदाधिकारी जाकर नए आंगनबाड़ी भवन का निरीक्षण करेंगे उसमें बहुत बड़ी घोटाला सामने आ सकती है. इस मामले में सीडीपीओ के पद पर है बहरागोड़ा के सीओ राजाराम मुंडा का कहना है अभी तक हम देखे नहीं है.अगर इस तरह का मामला है तो हम देखेंगे जांच करेंगे उसके बाद जो हो सकता है कारवाई किया जाएगा.

बहरागोड़ा:-शिक्षा की कोई उम्र नहीं : 60 वर्ष की आयु में पहली बार परीक्षा देकर बनीं मिसाल....

बहरागोड़ा संवाददाता

बहरागोेड़ा प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय झांझिया में आयोजित बुनियादी साक्षरता आकलन जांच परीक्षा ने यह साबित कर दिया कि शिक्षा प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती। इस परीक्षा में झांझिया, सांड्रा, जगन्नाथपुर, कोकरोमरागाड़िया और चांदड़ा से आए 47 महिलाओं व 15 पुरुषों ने हिस्सा लिया। खास बात यह रही कि इनमें से कई महिलाएं 45 से 60 वर्ष की आयु में पहली बार परीक्षा देने पहुंचीं। उम्र के इस पड़ाव पर उनकी जिज्ञासा और सीखने की लगन देखकर सभी प्रभावित हुए। पढ़ाई से बढ़ा आत्मविश्वास परीक्षा देने के बाद बुजुर्ग महिलाओं ने खुशी जताते हुए कहा कि अब वे स्वयं हिसाब-किताब कर सकती हैं, अपने नाती-पोतों के साथ पढ़ाई कर सकती हैं और समाज में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकती हैं। उनका मानना है कि शिक्षा की कोई सीमा नहीं होती, यह जीवन में नई शुरुआत देती है। परीक्षा का संचालन परीक्षा का संचालन केंद्र अधीक्षक सह झांझिया उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक आदित्य करण, झांझिया संकुल सीआरपी स्वपन कुमार दत्ता तथा अन्य शिक्षकों एवं पर्यवेक्षकों की देखरेख में हुआ। पर्यवेक्षक तापस रंजन महापात्र, निमाई चांद सिंह, बिथिका प्रधान, अजीत कुमार सिंह, दुलाल सोरेन और लिपिक लक्ष्मीकांत सिंह ने पूरी परीक्षा को कदाचारमुक्त बनाया। उद्देश्य और महत्व इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य वयस्क शिक्षा कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को साक्षर बनाना और उनकी संख्यात्मक क्षमताओं का मूल्यांकन करना था। यह न सिर्फ साक्षरता स्तर को बढ़ाने की दिशा में प्रयास है, बल्कि वयस्कों को आत्मनिर्भर बनाने का भी एक सशक्त कदम है। शिक्षा के प्रति बढ़ी जागरूकता उत्क्रमित उच्च विद्यालय झांझिया ने इस परीक्षा के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाई। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है और यह संदेश गया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती।

जमशेदपुर: तुलसी भवन में आगमनी गीत संध्या आयोजित

जमशेदपुर। 'सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन / तुलसी भवन'  द्वारा  संस्थान के प्रयाग कक्ष में आगमनी गीत संध्या ( बहुभाषी लोकमंच) सह हिन्दी साहित्य  के पांच सुप्रसिद्ध  साहित्यकारों  भारतेंदु हरिश्चंद्र, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, श्रीकांत वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर  एवं प्रताप नारायण मिश्र की जयंती समारोह आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन डाॅo रागिनी भूषण ने की । जबकि स्वागत भाषण मानद महासचिव डाॅ० प्रसेनजित तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन  समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅo यमुना तिवारी व्यथित द्वारा दिया गया ।

कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्जवल एवं माँ दुर्गा तथा जयंती समारोह के अन्तर्गत पांचो साहित्यकारों के तस्वीर पर पुष्पार्पण की गई । तत्पश्चात  उपरोक्त  साहित्यकारों का संक्षिप्त परिचय  पाठ  क्रमश: अशोक पाठक स्नेही, नीलिमा पाण्डेय , वसंत जमशेदपुरी , सुरेश चंद्र झा एवं  कैलाशनाथ शर्मा गाजीपुरी ने प्रस्तुत  किया । कार्यक्रम के अगले सत्र में सुश्री पूनम महानंद ने भगवती वंदना प्रस्तुत की । 

 तदनुपरांत  शहर के कुल  23 कलमकारों ने अपनी - अपनी मातृभाषाओं में यथा भोजपुरी , मैथिली , बंगला, अंगिका,   राजस्थानी, हिन्दी   वगैरह में रचित काव्य रचनाएं प्रस्तुत की  ।

काव्य पाठ करने वालों में सर्वश्री / श्रीमती अशोक पाठक 'स्नेही', कैलाश नाथ शर्मा 'गाजीपुरी',  नीलिमा पाण्डेय, पूनम महानंद, राजेन्द्र साह 'राज', सुरेश चन्द्र झा, यमुना तिवारी व्यथित, जितेश तिवारी, बलबिन्दर सिंह, अरुणा झा, डाॅo उदय प्रताप हयात,  वसंत जमशेदपुरी, शेषनाथ सिंह 'शरद', भंजदेव देवेन्द्र कुमार 'व्यथित', डाॅ. वीणा पाण्डेय 'भारती' , विनोद बेगाना, डाॅo  संजय पाठक  स्नेही, ममता कर्ण प्रमुख रहे । जबकि  साहित्य समिति के सचिव डॉo अजय कुमार ओझा, हरभजन सिंह रहबर, निशांत सिंह, विद्या शंकर विद्यार्थी की उपस्थिति सराहनीय रही ।





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