झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर आज श्रीनाथ विश्वविद्यालय परिसर में गहरे शोक की लहर रही। इस दुखद क्षण में विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में श्रद्धांजलि सह शोक सभा का आयोजन किया गया, जहां विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ एसएन सिंह, प्रबंधन समिति के अधिकारी, विभिन्न विभागों के प्रोफेसरगण व विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
सभी ने पंचतत्व में विलीन शिबू सोरेन को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदानों को याद करते हुए भावभीनी विदाई दी गई। सभा में वक्ताओं ने दिशोम गुरु के आदिवासी समाज, झारखंड आंदोलन और राज्य निर्माण में दिए गए संघर्षों और बलिदानों को पुनः एक बार स्मरण किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सुखदेव महतो ने एक भावुक संदेश देते हुए कहा कि शिबू सोरेन सिर्फ एक राजनेता नहीं थे, वे झारखंड की आत्मा थे। उन्होंने जनजातीय समाज की आवाज को राष्ट्रीय पटल पर पहुंचाया। उनकी सादगी, संघर्षशीलता और जनसेवा की भावना हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। श्रीनाथ विश्वविद्यालय परिवार इस कठिन घड़ी में शोकसंतप्त परिवार के साथ खड़ा है और दिशोम गुरु को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।”
सभा के अंत में विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और सभी उपस्थित लोगों ने एकजुट होकर झारखंड की महान विभूति को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
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