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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

रुझान देखने के बाद जदयू कार्यालय के बाहर जश्न

अब तक के रुझानों को देखकर सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जश्न मनाने लगी है। जदयू नेता और कार्यकर्ता मिठाई बांटने लगे हैं। पटाखे फोड़े जा रहे हैं। जदयू नेताओं ने कहा कि 10वीं बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता सब खेल समझ चुकी है। नीतीश कुमार को जनता ने फिर से अपना आशीर्वाद दिया है।



अलीनगर: मैथिली ठाकुर 4000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रही- मैथिली ठाकुर

24वें राउंड की मतगणना के बाद , बीजेपी नेता मैथिली ठाकुर अलीनगर सीट से 4000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रही हैं। चुनाव से पहले, उन्होंने कहा था कि अगर वह इस सीट से जीतीं, तो वह इस क्षेत्र का नाम बदलने की मांग करेंगी। उन्होंने कहा था कि इस क्षेत्र का नाम बदलकर देवी सीता के नाम पर ‘जानकी नगर’ या ‘मिथिला नगर’ रखा जाएगा।



बिहार: बौराहा नीतीश की दीवानी हुई बिहार की जनता, रिकॉर्ड जीत के साथ फिर बनेंगे मुख्यमंत्री

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतज़ार अब ज़्यादा देर नहीं करना होगा. रुझानों में एनडीए गठबंधन एक बार फिर स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है. बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है. राज्य की जनता ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर भरोसा जताते हुए उन्हें रिकॉर्ड जनादेश देने का संकेत दिया है. अभी तक के रुझानों के अनुसार उनकी पार्टी और गठबंधन को उम्मीद से कहीं अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं, जिससे यह लगभग तय माना जा रहा है कि नितीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने जा रहे हैं. 



चुनावी विश्लेषकों के मुताबिक इस बार का जनादेश कई मायनों में खास है. बिहार के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक नितीश कुमार के नाम पर मतदान हुआ है. उनके विकास कार्यों, सामाजिक योजनाओं और सुशासन मॉडल ने मतदाताओं को एक बार फिर प्रभावित किया है.

मतदाताओं का क्या कहना है?

मतदान केंद्रों पर लोगों से बातचीत के दौरान जनता में साफ तौर पर नितीश कुमार को लेकर एक पॉजिटिव माहौल दिखाई दिया . बड़े पैमाने पर युवाओं और महिलाओं ने कहा कि राज्य में स्थिरता और विकास की जरूरत है, और इसके लिए उन्हें नितीश कुमार ही सबसे भरोसेमंद चेहरा लगते हैं.

अब आगे क्या?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि अंतिम परिणाम भी ऐसे ही आते हैं, तो नितीश कुमार एक बार फिर ऐतिहासिक वापसी करेंगे और बिहार को नई दिशा देने का दावा लेकर अपने अगले कार्यकाल की शुरुआत करेंगे.

रुझानों ने यह लगभग स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार भी नीतीश कुमार ही राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे?

क्या नीतीश कुमार फिर संभालेंगे कमान?

नीतीश कुमार चुनावी राजनीति का एक अनोखा चेहरा रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि वह पिछले कई विधानसभा चुनावों से खुद मैदान में नहीं उतरते. यह परंपरा नई नहीं है. नीतीश 1995 के बाद से कोई भी विधानसभा चुनाव सीधे नहीं लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्होंने हमेशा विधान परिषद (MLC) का रास्ता चुना है. वर्तमान में भी नीतीश कुमार पटना सीट से विधान परिषद सदस्य हैं और उनकी सदस्यता मई 2030 तक है. इसका अर्थ यह है कि यदि वह इस बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हैं, तो बिना विधायक बने भी वह अपने पूरे कार्यकाल तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं.

गठबंधन में जश्न का माहौल

नतीजों के रुझान सामने आते ही गठबंधन कार्यालयों में जश्न का माहौल बन गया है. समर्थक ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाते नजर आए, जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे बिहार की जनता का आशीर्वाद बताया है.

नीतीश कुमार के चुनावी सफर पर एक नज़र

1985: पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा पहुंचे

1977, 1980 और 1985 में लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ा

1995 में हरनोत से मैदान में उतरे लेकिन हार गए

इसके बाद राष्ट्रीय राजनीति की ओर रुख किया

1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 — लगातार छह बार लोकसभा सांसद बने

2000: पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन किसी सदन के सदस्य न होने के कारण आठ दिन बाद इस्तीफा

2005: बिना विधानसभा चुनाव लड़े दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

तब से लगातार विधान परिषद से चुनकर ही मुख्यमंत्री बने हैं

पिछले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.ले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.ले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.

जमशेदपुर: सोमेश सोरेन की बढ़त बरकरार, 10वें राउंड में 20,807 वोट से अपने प्रतिद्वंदी से चल रहे आगे

जमशेदपुर : 10वें राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है. झामुमो प्रत्याशी सोमेश सोरेन को कुल 53096 वोट मिले हैं और वे 20,807 वोटों से आगे चल रहे हैं. इसी तरह से बाबूलाल सोरेन दूसरे नंबर चल रहे हैं. बाबूलाल को अबतक 32289 वोट मिले हैं. झामुमो प्रत्याशी के बढ़त का श्रेय झामुमो समर्थक रामदास सोरेन को दे रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी पहचान का ही सोमेश सोरेन को लाभ मिला है. इसके लिए सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन का भी आभार व्यक्त कर रहे हैं.



जानिए 10वें राउंड का आंकड़ा

1:56

87%

जानिए 10वें राउंड का आंकड़ा

1. बाबूलाल सोरेन, भाजपा- 32289

2. सोमेश चंद्र सोरेन, झामुमो- 53096

3. पंचानन सोरेन, भारत आदिवासी पार्टी (BAP) - 514

4. पार्वती हांसदा, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) -195

5. रामदास मुर्मू, जेएलकेएम - 7811

6. नारायण सिंह, निर्दलीय प्रत्याशी - 114

7. परमेश्वर टुडू, निर्दलीय - 85

8. बसंत कुमार तोपनो, निर्दलीय - 73

9. मनसा राम हांसदा, निर्दलीय प्रत्याशी- 666

10. मनोज कुमार सिंह, निर्दलीय - 207

11. रामकृष्ण कांति माहली, निर्दलीय - 147

12. विकास हेम्ब्रम, निर्दलीय - 490

13. डॉ. श्रीलाल किस्कू, निर्दलीय - 787

14. ΝΟΤΑ-1422

बिहार चुनाव 2025: शुरुआती रुझानों पर बोले वित्त मंत्री ओपी चौधरी — “एनडीए की बढ़त नहीं, यह सुनामी है”

बिहार चुनाव 2025 के शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन की बढ़त पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होने कहा कि यह सिर्फ एनडीए की बढ़त ही नहीं आंधी और सुनामी भी है. बिहार की जनता ने एनडीए को आशीर्वाद दिया. एनडीए विकसित भारत की नींव डाल रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी समझ रही हैं कि भाजपा और उनके सहयोगियों की सरकार बेहतर हैं. भाजपा और एनडीए को आशीर्वाद मिल रहा है. वहां सुशासन स्थापित किया जा रहा है. कांग्रेस के वोट चोरी वाले अभियान को लेकर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कांग्रेस डूबती नांव हैं. महागठबंधन को जनता ने महठगबंधन करार दिया है. उनकी पार्टी के लोग अपनी जान बचाने इधर उधर भाग रहे हैं. इन्हें देश की जनता सबक सिखा रही है. जनता के बीच ये लोग नकारात्मक एजेंडा लेकर जाते हैं, अनर्गल आरोप लगाते हैं, जिसका जवाब जनता दे रही हैं.



बिहार: NDA डबल सेंचुरी के पास, 199 सीटों पर आगे

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की सीटों का आंकड़ा 200 तक पहुंचने के करीब दिखाई दे रहा है. अभी तक के रुझानों में एनडीए 199 सीटों पर आगे चल रहा है. वहीं महागठबंधन को सिर्फ 38 सीटों पर बढ़त मिल पाई है.



पटना: बांकीपुर से बीजेपी के नितिन नवीन निर्णायक जीत की ओर, बस ऐलान होना बाकी, बीजेपी के छत्तीसगढ़ प्रभारी हैं नितिन नवीन

पटना। भारतीय चुनाव आयोग के आधिकारिक पार्टी-वार रुझानों 1.30 बजे तक की मतगणना में , जेडी (यू) 81 सीटों पर आगे चल रही है, उसके बाद बीजेपी 91 और आरजेडी 27 सीटों पर आगे है। बांंकीपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के छत्तीसगढ़ प्रभारी व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आरजेडी की रेखा कुमार से 54 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं।


लोजपा (रामविलास) 18 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस 7 सीटों पर आगे है. हमस को 4, सीपीआई(एमएल) को 1,AIMIM को 2 और अन्य तथा निर्दलीय उम्मीदवारों को 6 सीटों पर बढ़त मिली है. अब तक कुल 243 सीटों के रुझान उपलब्ध  
बिहार हमारा, अगला नंबर बंगाल का: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बीजेपी बिहार में वापसी कर रही है और पश्चिम बंगाल में पार्टी सरकार बनाने की कतार में है। बिहार विधानसभा चुनावों की मतगणना के बीच, गिरिराज सिंह ने कहा, बिहार की जीत हमारी है, अब बंगाल की बारी है।

Bihar Election Vote Counting Live: उन्होंने आगे कहा, हम बंगाल भी जीतेंगे, वहां अराजकता की सरकार है। गिरीराज ने कहा, तेजस्वी यादव ने तो चुनाव आयोग से प्रमाणपत्र लिए बिना ही 18 तारीख तय कर दी थी। उन्हें रांची और आगरा से लौटा हुआ कहा जाएगा। केंद्रीय मंत्री गिरीराज यह अनुमान ऐसे वक्त में आया है, जब एनडीए बिहार चुनावों में भारी जीत की ओर बढ़ रहा है।

बिहार: मोकामा इलेक्शन 2025: मोकामा से अनंत सिंह को जबरदस्त बढ़त, जानें कितने वोटों से आगे चल रहे ‘छोटे सरकार’

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मोकामा सीट एक बार फिर सुर्खियों में है। ताज़ा रुझानों के अनुसार जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह 15वें राउंड तक 15,178 वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं। उन्हें अब तक 55,259 वोट मिले हैं, जबकि आरजेडी प्रत्याशी वीणा देवी 40,081 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। जन सुराज के उम्मीदवार पियूष प्रियदर्शी 10,149 वोटों के साथ काफी पीछे चल रहे हैं।



Mokama Election 2025: मोकामा सीट विशेष इसलिए भी अहम है क्योंकि यह बाहुबली छवि वाले नेता अनंत सिंह का राजनीतिक गढ़ माना जाता है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों 2020, 2015 और 2010 में भी अनंत सिंह ने अपनी मजबूत पकड़ दिखाई है। 2020 के चुनाव में उन्होंने आरजेडी उम्मीदवार के तौर पर शानदार जीत दर्ज की थी, जबकि इस बार वे सत्ताधारी जेडीयू के टिकट पर मैदान में उतरे हैं। वहीं इस बार उनके सामने आरजेडी की वीणा देवी हैं, जो सूरजभान सिंह की पत्नी होने के नाते इस मुकाबले को और रोमांचक बनाती हैं।

धनबाद: कोयले में वर्चस्व को लेकर फायरिंग, जांच में जुटी पुलिस

धनबाद: धनबाद के गोन्दुडीह ओपी क्षेत्र स्थित भोलानाथ बसेरिया में बाइक सवार अपराधियों ने गुरुवार को कोयला ट्रांसपोर्टिंग में वर्चस्व को लेकर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया है। जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।



घटना के संबंध में बताया जाता है कि कोयला ट्रांसपोर्टिंग में वर्चस्व और रंगदारी को लेकर आज गोन्दुडीह ओपी क्षेत्र के भोला नाथ बसेरिया ग्राउंड के समीप बाइक सवार अज्ञात अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े 5 राउंड फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया। गनीमत रही कि घटना में कोई घायल नही हुआ। वहीं घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची गोन्दुडीह ओपी पुलिस ने हमलावरों को मौके से खदेड़ा। पुलिस ने घटनास्थल से जिंदा गोली और खोखा बरामद किया है। पुलिस ने मामले में दो लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

बताया जा रहा है कि कुसुंडा क्षेत्र में कोयला ट्रांसपोर्टिंग करने आई प्रगति इंडियन रोड लाइन से पूरा मामला जुड़ा हुआ है। फिलहाल पुलिस मौके पर कैम्प किये हुए है।

मौके पर पहुंची गोन्दुडीह ओपी प्रभारी राजन झा ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, जल्द ही घटना को अंजाम देने वाले अपराधी कानून की गिरफ्त में होंगे।

धनबाद: महिला मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा..नर्सिंग होम के चिकित्सक और स्टाफ हुए फरार

धनबाद: सरायढेला के सहयोगी नगर में महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल किया। मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल के चिकित्सक के द्वारा लापरवाही देखने को मिला बता दे कि शीलू कुमारी मंगलवार को भर्ती कराया गया था जिसके बाद गुरुवार की अहले सुबह महिला की मौत हो गई। जिसके बाद शव को परिजनों लेकर सावित्री अस्पताल पहुंचे। जहां हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होता देख अस्पताल के चिकित्सक और कर्मी मौके पर से फरार हो गए। जिसके बाद मरीज के परिजन उग्र हो गए और अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने लगे। मृत महिला का नाम शीलू कुमारी बताया जा रहा है.



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