Advertisement

Advertisement

Advertisement

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

The Saubhagya Bharat

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

सोमवार, 8 दिसंबर 2025

झारखंड में बढ़ी कड़ाके की ठंड, उत्तर-पश्चिमी हवाओं से तापमान में लगातार गिरावट

झारखंड में पिछले कुछ दिनों से उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है, जिसके चलते प्रदेश में कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार राज्य में कोई बड़ा मौसमी सिस्टम सक्रिय नहीं है, फिर भी तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।



गोड्डा में सबसे अधिक तापमान 29.1°C दर्ज हुआ, जबकि गुमला में न्यूनतम पारा 3.0°C तक पहुंच गया, जो सामान्य से काफी नीचे है। इससे उत्तर और उत्तर-पश्चिमी जिलों में ठिठुरन और तेज हो गई है।

कोलकाता में लाखों लोगों ने किया गीता पाठ, विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में ‘धर्मयुद्ध’ का ऐलान

कोलकाता :-पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सनातन संस्कृति संसद के तत्वावधान में रविवार को सामूहिक गीता पाठ का आयोजन किया गया. इस गीता पाठ में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री, पद्म भूषण प्राप्त साध्वी ऋतंभरा सहित बंगाल बीजेपी के आला नेता शुभेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार, दिलीप घोष के साथ-साथ राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस सहित लाखों साधु-सतों ने हिस्सा लिया.सुबह से ही ब्रिगेड मैंदान में भीड़ बढ़ने लगी थी. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया. लगभग लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा और ब्रिगेड मैदान शंख की आवाज गूंज उठा.



इस अवसर पर लाखों भक्त ब्रिगेड मैदान पहुंचे है. वेदों के पाठ के बाद सामूहिक गीता पाठ किया गया. सनातनियों को ढाक, खोल और झांझ के साथ नृत्य करते देखा गया. ब्रिगेड मैदान उलू और शंख की ध्वनि से गूंज उठी. ज्ञानानंदजी महाराज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की.


राज्यपाल ने श्रीकृष्ण-अर्जुन संवाद की दिलाई याद

राज्यपाल सीवी आनंद बोस सामूहिक गीता पाठ के आयोजन पर उपस्थित हुए. उनके मुंह से गीता के शब्द सुनाई दिए. उन्होंने करप्शन के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने श्री कृष्ण-अर्जुन की याद दिलाई. उन्होंने बताया कि कैसे श्री कृष्ण ने महाभारत के उस भयानक युद्ध में कृष्ण को सही रास्ता दिखाया.उन्होंने कहा, श्री कृष्ण ने बार-बार अर्जुन से कहा कि अर्जुन अपना काम करो और आज बंगाल काम करने के लिए तैयार है. आज जब युवा पीढ़ी के लोग गीता का पाठ करना चाहते हैं, तो यह राष्ट्रीय गौरव की बात बन जाती है.केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि गीता पाठ का चुनावों से कोई सीधा लेना-देना नहीं है पॉलिटिक्स तो पॉलिटिक्स ही रहेगी, गीता हमेशा रहने वाली है. कल हमने जो देखा, उससे साफ पता चलता है कि हिंदू वोट को बांटने और मुस्लिम वोट को एक करने की साजिश चल रही है.कार्यक्रम के आयोजकों से एक कार्तिक महाराज ने कहा कि पांच लाख लोगों द्वारा गीता पाठ’ का आयोजन सनातन संस्कृति संसद कर रहा है, जो अलग-अलग मठों और हिंदू धार्मिक संस्थानों से आए साधुओं और आध्यात्मिक नेताओं का समूह है.

स्मृति और पलाश ने शादी को लेकर दिया बड़ा झटका

यह रिश्ता कभी मीडिया की सुर्खियों में “परफेक्ट मैच” कहलाया करता था। एक तरफ भारतीय क्रिकेट की स्टार स्मृति मंधाना, दूसरी ओर संगीत की दुनिया के उभरते नाम पलाश मुछाल। लेकिन छह साल पुराने इस प्यार की दास्तां शादी के मंडप तक पहुंचते-पहुंचते ही अधूरी रह गई। रविवार दोपहर दोनों ने लगभग एक ही समय पर इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर शादी के रद्द होने का आधिकारिक ऐलान कर दिया, वो भी तब, जब हल्दी-मेहंदी से लेकर सांगली में होने वाली 23 नवंबर की भव्य शादी तक की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। स्मृति मंधाना ने बेहद संयमित लेकिन भावनात्मक शब्दों में लिखा “मेरी शादी रद्द कर दी गई है। मैं निजी इंसान हूं, लेकिन अब स्पष्ट करना जरूरी है। आप सभी परिवारों की निजता का सम्मान करें… अब आगे बढ़ने का समय है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका पहला उद्देश्य हमेशा देश के लिए खेलना रहा है और उनका पूरा ध्यान क्रिकेट पर ही रहेगा। कुछ मिनट बाद पलाश मुछाल का बयान आया, काफी कड़वे अनुभवों की झलक लिए हुये। उन्होंने लिखा कि वे निजी रिश्तों से दूर रहने का फैसला कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से दुखी पलाश ने साफ कहा कि झूठी खबर फैलाने वालों पर उनकी टीम कानूनी कार्रवाई करेगी।



शादी के ठीक पहले सब बदला

21 नवंबर को हल्दी, 22 को मेहंदी—दोनों के चेहरे खुशी से चमक रहे थे, साथी खिलाड़ी संगली पहुंच चुके थे। लेकिन 23 नवंबर की शाम खबर आई कि मंधाना के पिता की हालत गंभीर हो गई है और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। शादी अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई। अगला झटका तब लगा जब पलाश भी बीमार हो गये। इसी बीच सोशल मीडिया अफवाहों से भर गया, पोस्ट डिलीट होना, वायरल वीडियो, आरोप-प्रत्यारोप… और अंततः अब दोनों ने साफ कर दिया कि शादी रद्द हो चुकी है। छह साल की साथ-साथ चली मोहब्बत, परिवारों का उत्साह, तैयारियों का शोर—सब कुछ पलभर में थम गया। कारण भले ही निजी रहे हों, लेकिन यह साफ है कि मंधाना-पलाश की कहानी अब यहीं पर खत्म मानी जायेगी।

भारत में रहना शेख हसीना का निजी फैसला', बांग्लादेश की पूर्व पीएम के प्रत्यर्पण पर जयशंकर का बयान

बांग्लादेश सरकार की तरफ से अपनी पूर्व पीएम शेख हसीना को भारत से ढाका प्रत्यर्पित करने की मांग की जा रही है। अब इसे लेकर भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा भारत में रहना शेख हसीना का निजी फैसला है और इस फैसले की वजह बांग्लादेश के हालात हैं। शेख हसीना को बीते महीने ही बांग्लादेश में मानवता के खिलाफ अपराध के दोष में मौत की सजा सुनाई गई है। भारत सरकार ने अभी तक बांग्लादेश सरकार की मांग पर कोई जवाब नहीं दिया है।




डीआरडीओ ने नई स्वदेशी तकनीकें भारतीय सशस्त्र बलों को सौंपीं, बढ़ेगा आत्मनिर्भरता और सुरक्षा क्षमता

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड (टीडीएफ) के तहत विकसित सात महत्वपूर्ण स्वदेशी तकनीकें भारतीय सशस्त्र बलों को सौंप दी हैं। ये तकनीकें नौसेना, वायुसेना और थलसेना की संचालन क्षमता बढ़ाने और देश की रक्षा प्रणाली में आत्मनिर्भरता को मजबूती देने के लिए तैयार की गई हैं।



Bigg Boss 19 Grand Finale: खत्म हुआ इंतजार! दर्शकों ने घोषित कर दिया वीनर

बिग बॉस 19 (Bigg Boss 19) का ग्रैंड फिनाले (Bigg Boss Grand Finale) बस कुछ ही समय में होने वाला है। इसी के साथ ही सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड चल रहा है और हर कोई अपनी अपनी पसंद से जीत के दावेदार का नाम घोषित कर रहा है। एक तरफ जहां वोटिंग ट्रेंड गौरव खन्ना को विजेता बता रहा है। वहीं सोशल मीडिया के अंदर के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।

 


क्या कहता है ऑनलाइन वोटिंग ट्रेंड?

इस समय गौरव खन्ना, अमाल मलिक और फरहाना भट्ट में कांटे की टक्कर चल रही है। लेकिन ऑनलाइन वोटिंग ट्रेंड्स के अनुसार, फरहाना आगे चल रही हैं। फैंस उनके लिए ट्वीट भी कर रहे हैं।


एक यूजर ने ऑनलाइन ट्वीट किया, "गौरव ने कार जीत ली है, तान्या ने टीवी सीरियल का ऑफर जीत लिया है... तो मुझे लगता है कि फरहाना जीतेगी क्योंकि वे उसे खाली हाथ नहीं जाने देंगे।" दूसरे लोगों ने भी "फरहाना जीतेगी" जैसे मैसेज किए। एक और ने लिखा, "ट्रॉफी फरहाना ही ले जाएगी।

मृदुल ने किया गौरव को स्पोर्ट

वहीं मृदुल अब गौरव खन्ना का समर्थन कर रहे हैं। कुछ ही घंटों पहले, उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने प्रशंसकों से कहा, "जैसा आपने माहौल बना रखा है, वैसा ही बनाये रखो और समर्थन करो गौरव भाई को।" उन्होंने आगे कहा, "गौरव भाई जीत के आएंगे तो बहुत अच्छा लगेगा, क्योंकि अपने भाई भी हैं और दूसरा अच्छा इंसान भी।" उन्होंने अपने सभी प्रशंसकों से गौरव खन्ना को वोट देने की रिक्वेस्ट की।

पटना: सीएम ने जवानों की वीरता को किया सलाम, बोले- सैनिकों की कुर्बानियां अमर हैं

पटना : सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर सैनिक कल्याण निदेशालय के निदेशक ब्रिगेडियर मृगेन्द्र कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 1 अणे मार्ग स्थित आवास पर पहुंचकर उन्हें सशस्त्र सेना झंडा लगाया। यह कार्यक्रम सैनिकों के प्रति सम्मान और सहयोग का प्रतीक माना जाता है।



सीएम ने बेनेवोलेंट फंड में दिया अंशदान

इस अवसर पर सीएम ने बिहार स्टेट एक्स सर्विसमैन बेनेवोलेंट फंड में अपना अंशदान देकर पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों के प्रति समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा में सैनिकों की भूमिका हमेशा याद रखी जाएगी।

सैनिकों की वीरता को नमन

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के जवान सीमाओं और देश के भीतर हर तरह के खतरे का साहस से सामना करते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक अपनी जान तक न्योछावर कर देते हैं और उनकी कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

लोगों से सहयोग की अपील

मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से भी अपील की कि वे भी सैनिक कल्याण और पुनर्वास के लिए फंड में सहयोग करें, जिससे पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों को मदद मिल सके।

अधिकारियों की मौजूदगी

कार्यक्रम के दौरान जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, सचिव प्रणव कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, ब्रिगेडियर मृगेन्द्र कुमार, कर्नल संतोष कुमार त्रिपाठी, कर्नल मनोज कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

बिहार: सम्राट चौधरी का बड़ा ऐलान- बिहार में शुरू होंगे 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट

पटना : बिहार में न्यायिक व्यवस्था को तेज और आसान बनाने के लिए सरकार 100 फास्ट ट्रैक अदालतें शुरू करने जा रही है। उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने रविवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इन अदालतों का मकसद लंबित मामलों का जल्द निपटारा करना है, ताकि अदालतों पर बढ़ते बोझ को कम किया जा सके।



18 लाख से ज्यादा मामले लंबित, इसलिए जरूरी कदम

राज्य में फिलहाल 18 लाख से अधिक मामले लंबित हैं। सरकार का मानना है कि नई अदालतें बनने से लोगों को समय पर न्याय मिल सकेगा। लंबित मामलों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

किन जिलों में कितनी फास्ट ट्रैक अदालतें बनेंगी

घोषणा के अनुसार पटना में आठ फास्ट ट्रैक अदालतें प्रस्तावित हैं। गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर में चार–चार अदालतें बनाई जाएंगी। नालंदा, रोहतास, सारण, बेगूसराय, वैशाली, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर और मधुबनी में तीन–तीन अदालतें स्थापित होंगी। इसके अलावा पश्चिम चंपारण, सहरसा, पूर्णिया, मुंगेर, नवादा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, सीवान, गोपालगंज, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, कटिहार, बांका, जमुई, शेखपुरा, लखीसराय और खगड़िया में दो–दो अदालतें शुरू की जाएंगी। नवगछिया और बगहा उप-मंडलीय न्यायालय में एक–एक फास्ट ट्रैक अदालत का प्रस्ताव है।

नियुक्ति भी होगी बड़े पैमाने पर

इन अदालतों में कामकाज के लिए कुल 900 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इनमें बेंच क्लर्क, कार्यालय लिपिक, स्टेनोग्राफर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, ड्राइवर, प्रोसेस सर्वर और चपरासी शामिल होंगे।

शस्त्र अधिनियम मामलों के लिए 79 एक्ट कोर्ट

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि शस्त्र अधिनियम से जुड़े लंबित मामलों को तेजी से हल करने के लिए 79 अदालतों को एक्ट कोर्ट के रूप में नामित किया जाएगा। उनका कहना है कि ऐसे मामलों का जल्द निपटारा राज्य की कानून व्यवस्था को मजबूत करेगा।

सरकार की प्राथमिकता- समय पर न्याय

सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार न्यायिक प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। 100 फास्ट ट्रैक अदालतों की स्थापना इसी लक्ष्य का हिस्सा है।

BHU में 55 टीचिंग पदों पर वैकेंसी, सैलरी 78,800 रुपये तक

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने स्कूल टीचिंग पदों पर भर्ती की अधिसूचना 2025 जारी कर दी है। विश्वविद्यालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार प्रिंसिपल, पीजीटी, टीजीटी और पीआरटी के कुल 55 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार BHU की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।



महत्वपूर्ण तिथियां

ऑनलाइन आवेदन और शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि: 5 जनवरी 2026

हार्ड कॉपी जमा करने की अंतिम तिथि: 10 जनवरी 2026

रिक्तियों का विवरण

प्रिंसिपल: 3 पद

पीजीटी (स्नातकोत्तर शिक्षक): 9 पद

टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक): 36 पद

पीआरटी (प्राथमिक शिक्षक): 7 पद

योग्यता

प्रिंसिपल:

मास्टर डिग्री में 50% अंक

बी.एड डिग्री

सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल/वाइस-प्रिंसिपल/पीजीटी का अनुभव

पीजीटी:

संबंधित विषय में 50% अंकों के साथ मास्टर डिग्री

या

आरसीई से एकीकृत M.Sc.-B.Ed

टीजीटी:

संबंधित विषय में स्नातक (50%) या आरसीई

बी.एड अनिवार्य

सीटीईटी उत्तीर्ण

पीआरटी:

12वीं में न्यूनतम 50% अंक

D.El.Ed/B.El.Ed/विशेष शिक्षा में डिप्लोमा

सीटीईटी पास

आयु सीमा

प्रिंसिपल: 35 से 55 वर्ष

पीजीटी: अधिकतम 40 वर्ष

टीजीटी: अधिकतम 35 वर्ष

पीआरटी: अधिकतम 30 वर्ष

आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को भारत सरकार के नियमों के अनुसार आयु में छूट मिलेगी।

चयन प्रक्रिया

योग्यता और आवेदन की समीक्षा

आवश्यकता होने पर लिखित परीक्षा (सिलेबस बाद में जारी होगा)

प्रस्तुति और साक्षात्कार


दस्तावेज सत्यापन के बाद अंतिम चयन


वेतनमान

चयनित उम्मीदवारों को 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन दिया जाएगा।


प्रिंसिपल: ₹78,800 (स्तर-12)


पीजीटी: ₹47,600 (स्तर-8)


टीजीटी: ₹44,900 (स्तर-7)


पीआरटी: ₹35,400 (स्तर-6)

साथ ही नियमों के अनुसार भत्ते भी प्रदान किए जाएंगे।


आवेदन कैसे करें?

आधिकारिक वेबसाइट bhu.ac.in/rac पर जाएं।


पहले पंजीकरण करें और फिर लॉग इन कर आवेदन फॉर्म भरें।


फोटो, हस्ताक्षर और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।


UR/EWS/OBC उम्मीदवार आवेदन शुल्क ऑनलाइन जमा करें।


फॉर्म सबमिट कर उसकी प्रिंट कॉपी निकालें।


आवेदन की हार्ड कॉपी और स्व-सत्यापित दस्तावेज निम्न पते पर भेजें:


Registrar, Recruitment & Assessment Cell,

Holkar House, BHU, Varanasi – 221005

गोरखपुर: जब ‘बेटा’ निकला मौत का सौदागर…

UP : गोरखपुर के शाहपुर का घोषीपुरवा बीते 23 नवंबर की रात इस मोहल्ले ने एक ऐसा मंजर देखा, जिसने हर दिल में सिहरन भर दी। विमला और उनकी मां शांति देवी और रजत एक साथ रहते थे। वही रजत, लालच और बुरी संगत में ऐसा डूबा कि रिश्तों की पवित्रता को ही चकनाचूर कर दिया। कहते हैं कि तीनों अक्सर साथ बैठकर बातें करते, खाना खाते, कभी-कभार शराब भी पी लेते थे। रजत इसी नजदीकी का फायदा उठाकर घर में रखे पैसे और गहनों पर नजर टिकाये बैठा था। एक महीने से मौका ढूंढ रहा था, लेकिन हर बार उसकी मंशा किसी न किसी वजह से धरी रह जाती थी। उस रात वह रम की बोतल लेकर पहुंचा। कोशिश थी कि मां-बेटी को नशे में अचेत कर दे और चुपचाप चोरी कर ले। मगर किस्मत का पहिया वहीं अटक गया। विमला पर शराब का असर ना हुआ। योजनायें बिखर गईं और बिखरने के साथ ही रजत का जंगलीपन जाग उठा। गुस्से और लालच में वह तैश में आया और पास रखा हथौड़ा उठाकर विमला पर लगातार वार करता चला गया। उनके कमरे में चीख-चीत्कार सुन बाहर खड़ी शांति देवी घबराकर चीखी “अरे विमला, क्या हुआ?” इसके बाद पकड़े जाने के डर से रजत ने शांति देवी को भी मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद रजत घर में रखे कैश, ज्वेलरी, ब्रेसलेट, अंगूठी… सब समेटते हुये वहां से भाग निकला। वही रजत मोहल्ले में घूमता रहा, लोगों के सामने रोया भी, अंतिम संस्कार तक में शामिल हुआ। शक के आधार पर पुलिस ने रजत को उठा लिया। उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। रजत के पास से सोने के गहने, मोबाइल, पचास हजार नकद और वही खून से सना हथौड़ा बरामद हुआ।



Breaking