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सोमवार, 8 दिसंबर 2025

लखनऊ: सीएम योगी का बड़ा ऐलान- अब हर थाने में होगा…

लखनऊ : होमगार्ड संगठन के 63वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होमगार्ड प्रदेश पुलिस का मजबूत सहायक बल है। उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश के सभी थानों में होमगार्ड स्वयंसेवकों के लिए अलग कक्ष आरक्षित किए जाएंगे। साथ ही जवानों को कैशलेस इलाज देने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए।



सेवा, अनुशासन और राष्ट्रहित को बताया मूल मंत्र

सीएम योगी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि सेवा को सम्मान, अनुशासन को पहचान और राष्ट्रहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देना ही होमगार्ड की वास्तविक शक्ति है। उन्होंने बताया कि 1963 से होमगार्ड लगातार पुलिस के साथ मिलकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहा है।

बड़े आयोजनों में होमगार्ड की भूमिका

उन्होंने कहा कि चुनाव, यातायात, जेल सुरक्षा, डायल 112, आपदा नियंत्रण और परीक्षाओं जैसे कार्यक्रमों में होमगार्ड की सहभागिता बेहद महत्वपूर्ण है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए सीएम ने बताया कि किस तरह जवानों ने जान जोखिम में डालकर प्रवासी कामगारों को घर पहुंचाने में मदद की।

दिवंगत जवानों के परिवारों को मदद

सीएम ने बताया कि ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर हर जवान के परिवार को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जा रही है। अब तक 2,871 जवानों के आश्रितों को 143 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता दी जा चुकी है। विभागीय भत्तों में भी बढ़ोतरी की गई है।

कार्यालय और आवास निर्माण को मिल रही गति

उन्होंने बताया कि 44 कार्यालय अपनी इमारतों से संचालित हो रहे हैं, जबकि नौ नए भवनों का निर्माण चल रहा है। मुख्यालय में कर्मचारियों के लिए जी प्लस इलेवन आवास का निर्माण भी जारी है।

बीमा सहायता बढ़ाई, डिजिटल व्यवस्था लागू

जवानों के लिए 35 से 40 लाख रुपये तक की बीमा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। विभाग की वेबसाइट और ‘होमगार्ड मित्र’ एप के माध्यम से उपस्थिति और भत्ते अब डिजिटल और पारदर्शी तरीके से दर्ज हो रहे हैं।

आपदा मित्रों का प्रशिक्षण जारी

विभाग ने आपदा प्रबंधन विभाग के साथ मिलकर चार हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया है, जिससे भविष्य में आपदाओं से निपटने में मदद मिलेगी।

पटना: राजधानी की इन जगहों पर पार्क की गाड़ियां, तो उठा ले जाएगी पुलिस

पटना की सड़कों पर बढ़ते जाम से छुटकारा दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब सख्त मोड में आ गई है। खासकर इनकम टैक्स गोलम्बर से डाकबंगला चौराहा तक वाहनों के दबाव को कम करने के लिए यातायात विभाग ने नई व्यवस्था लागू कर दी है। ट्रैफिक एसपी द्वारा जारी निर्देशों के बाद इस पूरे मार्ग की ट्रैफिक व्यवस्था नए रूप में दिखने लगी है।



ताज़ा आदेश के मुताबिक, नेहरू पथ पर इनकम टैक्स गोलम्बर से डाकबंगला चौराहा तक तीन और चार पहिया वाहनों की पार्किंग अब बिल्कुल बंद होगी। इसी तरह बुद्ध मार्ग से लेकर जीपीओ गोलम्बर के नीचे तक भी किसी वाहन को सड़क किनारे पार्क करने की अनुमति नहीं होगी। पुलिस ने साफ कर दिया है कि नियम तोड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

इस्कॉन मंदिर और बुद्ध मार्ग की ओर जाने वाले वाहन चालकों के लिए भी नई व्यवस्था तय की गई है। अब कोई भी चार पहिया वाहन मंदिर के आसपास या सड़क किनारे नहीं खड़ा किया जा सकेगा। इसके लिए तारामंडल के सामने बनी स्मार्ट मल्टी लेवल पार्किंग को निर्धारित स्थल बनाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन की गई इस पार्किंग में 96 गाड़ियाँ खड़ी की जा सकती हैं। यहाँ तीन पहिया वाहनों की पार्किंग भी संभव है। मौर्यालोक जाने वाले लोग भी अपनी गाड़ी मौर्यालोक परिसर में स्थित स्मार्ट मल्टी लेवल पार्किंग में ही लगा सकेंगे।

यातायात विभाग का कहना है कि इनकम टैक्स से डाकबंगला और इस्कॉन मंदिर–बुद्ध मार्ग क्षेत्र में अब सड़क किनारे पार्किंग पूरी तरह से समाप्त कर दी जाएगी। नई व्यवस्था 7 दिसंबर 2025 से लागू होगी और इसका उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बिहार: पछुआ हवा तेजी से गिरा रहा पारा, धुंध ने कम की विजिबिलिटी

बिहार में सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। पछुआ हवा ने तापमान को एकदम नीचे ला दिया है, जिससे राज्य के ज़्यादातर जिलों में ठिठुरन बढ़ गई है। पिछले 24 घंटों में भागलपुर के सबौर ने सबसे ठंडा स्थान बनकर रिकॉर्ड कायम किया, जहाँ पारा 8.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।


मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम से आ रही सर्द हवाएँ लगातार तापमान कम कर रही हैं। हवा की रफ्तार भी सामान्य दिनों से ज्यादा है, जिसके कारण रात और सुबह की ठंड असहनीय हो गई है। हालांकि फिलहाल शीतलहर की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा। सुबह के वक्त हल्का कोहरा छाने की पूरी संभावना है।

राज्य भर में सर्दी का असर साफ दिख रहा है कहीं लोग अलाव तलाश रहे हैं, तो कहीं कोहरा सुबह की गतिविधियों को धीमा कर रहा है। गोपालगंज में लोग अलाव के पास गर्माहट ले रहे हैं, बेतिया में कोहरे ने सुबह को ढक लिया, जबकि बेगूसराय में चाय की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है।

अगले कुछ दिनों में उत्तरी और मध्य बिहार में ठंड और बढ़ने के आसार हैं। घने कोहरे से विजिबिलिटी कम होगी, जिसका सीधा असर सड़क और रेल यातायात पर पड़ेगा। पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में सुबह-सुबह वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।

कम विजिबिलिटी का असर ट्रेनों पर भी दिखा। 9 ट्रेनें देरी से चलीं, जबकि हावड़ा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को एक घंटे तक देर से रवाना किया गया। पटना जंक्शन से सुबह 8 बजे खुलने वाली यह ट्रेन अब 9 बजे रवाना हुई।

राजधानी पटना में भी पारा लगातार गिर रहा है। आने वाले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। दिन का तापमान भी सामान्य से करीब 2 डिग्री कम रह सकता है। ठंडी हवाएँ सुबह और शाम के समय सर्दी को और बढ़ा देंगी।

पटना: ‘प्रोफेसर साहब’ को उठा ले गयी विजिलेंस की टीम…

पटना : “सर, पैसा दो वरना मेस बंद करा दूंगा” – यही धौंस दिखा-दिखा कर गुलजारबाग पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रोफेसर सह हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट मिथिलेश कुमार हर महीने मेस ठेकेदार से मोटी रकम वसूल रहे थे। आखिरकार शनिवार को लालच ने उन्हें ले डूबा। 1.5 लाख रुपये रिश्वत लेते ही विजिलेंस की टीम ने उन्हें बॉयज हॉस्टल के दफ्तर से रंगे हाथों धर दबोचा।



क्या है पूरा मामला

हॉस्टल में करीब 450 लड़के रहते हैं। मेस ठेकेदार संदीप कुमार दुबे उर्फ रौनक चलाते हैं। प्रोफेसर साहब ने नियम बना रखा था – “हर 9 बच्चों के हिसाब से हर महीने कमीशन दो”। पैसे नहीं देने पर बिजली-पानी बंद कराना, सामान जब्त करना, तरह-तरह की धमकी देना शुरू कर देते थे। रौनक ने तंग आकर निगरानी विभाग में शिकायत ठोंक दी। शनिवार को ट्रैप लगा। जैसे ही रौनक ने 1.5 लाख रुपये दिए, सादे कपड़ों में छुपी विजिलेंस टीम ने मिथिलेश कुमार को पकड़ लिया।

घर में 40 लाख का सूटकेस बताए, फिर…

पकड़े जाने के बाद प्रोफेसर साहब घबरा गए। पूछताछ में बता दिया – “कुम्हरार के बजरंगपुरी में मेरे फ्लैट (301-302) में एक सूटकेस में 30-40 लाख रुपये रखे हैं।” फिर विजिलेंस डीएसपी अरुणोदय पांडेय की टीम रात में ही फ्लैट पर पहुंच गई। उस वक्त प्रोफेसर की पत्नी और कांग्रेस नेत्री मोना पासवान रिश्तेदार की शादी में गई थीं। फोन गया तो देवर और बेटी के साथ लौटीं। पूरा फ्लैट छान मारा गया – बाथरूम, किचन, अलमारी, बेड के नीचे… हर कोने में सूटकेस ढूंढा। मिथिलेश को फोन पर बार-बार पूछा गया, “कहां रखा है?” वो कभी बाथरूम बताते, कभी किचन, कभी बेडरूम। आखिर में 5 घंटे की मशक्कत के बाद विजिलेंस की टीम खाली हाथ लौट आई। सूटकेस का नामोनिशान तक नहीं मिला।

कौन हैं मिथिलेश कुमार? 

मिथिलेश कुमार नालंदा के रहने वाले हैं। उनके छोटे भाई पुलिस विभाग में दारोगा के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पत्नी मोना पासवान कांग्रेस की सक्रिय सदस्य हैं और राजगीर विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुकी हैं। साथ ही वे नालंदा के चंडी क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य भी रह चुकी हैं। मिथिलेश के एक बेटा और एक बेटी हैं, जो मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल प्रोफेसर साहब विजिलेंस की गिरफ्त में है और जांच जारी है।

वाहन फिटनेस फीस पर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला…

देशभर में सड़क सुरक्षा और प्रदूषण रोकथाम को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब वाहन की उम्र के हिसाब से फिटनेस टेस्ट फीस तय होगी। पहले यह नियम 15 साल बाद लागू होता था, लेकिन अब 10 साल पूरा करते ही गाड़ी महंगी फिटनेस श्रेणी में चली जायेगी। सरकार ने उम्र के आधार पर नई कैटेगरी बनाई है, 10–15 वर्ष, 15–20 वर्ष, 20 वर्ष से अधिक हर श्रेणी में जैसे-जैसे वाहन पुराना होगा, फिटनेस शुल्क बढ़ता जायेगा। 10 साल से कम पुरानी गाड़ियों की भी फीस बढ़ा दी गई है। मोटरसाइकिल 400 रुपये, हल्का वाहन (LMV) 600 रुपये, मध्यम/भारी कमर्शियल वाहन 1,000 रुपये।



20 साल पुराने वाहनों पर तो ‘फीस का पहाड़’

सरकार ने सबसे बड़ा झटका उन वाहनों को दिया है जो 20 साल से ज्यादा पुरानी हैं, पुराना ट्रक/बस 25,000 रुपये (पहले 2,500), मध्यम कमर्शियल वाहन 20,000 रुपये (पहले 1,800), पुराना LMV 15,000 रुपये, थ्री-व्हीलर 7,000 रुपये, दोपहिया 2,000 रुपये (पहले 600) यानी कई श्रेणियों में फीस 10 गुना तक बढ़ गई है।

सरकार का तर्क 

सरकार का कहना है कि इसके पीछे दो बड़े मकसद हैं, पुराने और असुरक्षित वाहनों को सड़क से हटाना और प्रदूषण नियंत्रण को मजबूत करना, लेकिन इस फैसले का सबसे ज्यादा असर भारी कमर्शियल वाहनों के मालिकों पर पड़ेगा, जहां फिटनेस फीस अब बड़ा खर्च बन चुकी है।

हजारीबाग: 6 छात्र, 6 शिक्षक, पर खेल बड़ा…

हजारीबाग के केरेडारी का गर्री कला, छोटा-सा, शांत-सा इलाका। लेकिन इन दिनों यहां की मिट्टी भी एक अजीब-सी बेचैनी महसूस कर रही है। कहते हैं, स्कूल और मदरसे बच्चों का भविष्य संवारते हैं, पर यहां, मदरसा एहसानुल उलूम पर जो आरोप लगे हैं, वे भरोसे को घायल कर रहे हैं। स्थानीय लोग अवाक हैं, कहते हैं कि दैनिक उपस्थिति में जहां सिर्फ 6 बच्चे दिखाई देते हैं, वहीं स्टाफ में 6 शिक्षक पदस्थापित हैं। इनमें से 5 शिक्षक सरकार से मानदेय पाते हैं। ग्रामीणों का इल्जाम है कि मदरसे में बाहरी छात्रों के नाम पर नामांकन खड़ा किया जाता है, ग्रामीणों का दावा है, प्रिंसिपल अब्दुल सुभान के नेतृत्व में यह ‘कागजी पढ़ाई’ और मनमानी का खेल वर्षों से चल रहा है। शिकायत करने पर भी नतीजा सिफर रहता है। असली झटका तो तब लगता है जब ग्रामीण बताते हैं कि “हर साल 10वीं के करीब 200 बच्चों की मार्कशीट तैयार होती है।” ऐसा कैसे? क्यों? किसके लिये? और किनके नाम पर? 



UP: रसूख से रचा जाल अब कानून के कठघरे में…

UP : सपा नेता आजम खां के बेटे और पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को दो पासपोर्ट रखने के मामले में सात साल की कैद और 50 हजार रुपये जुर्माना सुनाया। यह सजा शुक्रवार को एमपी–एमएलए कोर्ट के मजिस्ट्रेट शोभित बंसल ने सुनाया। अब्दुल्ला आजम पर रामपुर से लेकर मुरादाबाद तक कुल 34 मामले दर्ज हैं। इससे पहले दो पैन कार्ड, दो जन्म प्रमाण पत्र, नामांकन में जन्म तिथि बदलने के मामलों में भी सात-सात साल की सजा सुनाई जा चुकी है। राजनीतिक घराने का वारिस अब कानून की कसौटी पर लगातार हल्का साबित होता जा रहा है। अब्दुल्ला की ओर से 19 गवाह पेश हुये, वहीं, अभियोजन पक्ष के पांच गवाहों की गवाही ने उन्हें सलाखों तक पहुंचा दिया।



2017 का चुनाव और बदलती तारीखों का खेल

स्वार विधानसभा से चुनाव लड़ते वक्त नामांकन पत्र में उम्र बढ़ाने-घटाने का खेल हुआ। विरोधी प्रत्याशी नवाब काजिम अली खां अदालत पहुंचे। डेढ़ साल की लंबी लड़ाई के बाद हाईकोर्ट ने उनका निर्वाचन रद्द कर दिया, कानून ने रसूख को मात दे दी। इस कहानी के धागे सिर्फ अब्दुल्ला तक सीमित नहीं हैं, पिता आजम खां और मां डॉ. तंजीन फातिमा भी संबंधित मामलों में दोषी ठहराये जा चुके हैं।

देवघऱ: नड्डा बोले, लूट और अपराध का गढ़ बन गया है झारखंड…

देवघऱ : देवघर में दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने शनिवार को ठाड़ी दुलमपुर स्थित नवनिर्मित जिला भाजपा कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने झारखंड सरकार, झामुमो और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मजाक उड़ाकर आदिवासी अस्मिता का अपमान किया है। उन्होंने दावा किया कि झारखंड को अब झामुमो से मुक्त कराने की जरूरत है, क्योंकि झामुमो ने राज्य को बदनाम किया और लूट–अपराध को बढ़ावा दिया।



NCRB के आंकड़ों का हवाला देते हुये नड्डा ने कहा कि ऑनर किलिंग में झारखंड देश में पहले स्थान पर और हत्या के मामलों में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में “माफिया राज कायम” है और दुष्कर्म, डायन हत्या, दहेज हत्या जैसे अपराधों में तेजी से वृद्धि हुई है। नड्डा ने यह भी कहा कि बालू, कोयला और खनिज संसाधनों की खुलेआम लूट जारी है। उन्होंने सरकार की घोषणाओं पर सवाल खड़े किये, “क्या 450 रुपये में गैस सिलिंडर मिला? क्या 10 लाख युवाओं को नौकरी मिली? हेल्थ कार्ड? किसानों को 3200 रु MSP?”

नड्डा ने कहा कि आदिवासियों के हितों की बात करने वाली सरकार ने ही प्रायोजित तरीके से सूर्या हांसदा का फेक एनकाउंटर करवाया। उन्होंने यह भी कहा कि सिदो-कान्हो के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या, हूल दिवस पर श्रद्धांजलि देने गये लोगों पर लाठीचार्ज, सरकार के इशारे पर किये गये कृत्य हैं। नड्डा ने कहा कि झारखंड में अवैध घुसपैठियों का दबदबा बढ़ रहा है और यही राज्य की जनसांख्यिकी में बदलाव की बड़ी वजह है। उन्होंने दावा किया कि 1951 में झारखंड में आदिवासी आबादी 45% थी, अब घटकर 28% रह गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार वोट बैंक की राजनीति करती है और हाई कोर्ट के निर्देशों के बावजूद कार्यवाही नहीं करती। सार्वजनिक योजनाओं का हवाला देते हुये नड्डा ने कहा कि एक समय महिलायें शौच के लिये सूर्योदय और सूरज डूबने का इंतजार करती थीं, प्रधानमंत्री मोदी ने 12 करोड़ शौचालय बनवाकर उन्हें सम्मान का अधिकार दिया। केंद्र सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला, देश के 40% लोगों को आयुष्मान भारत से 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिला।

राँची: राजधानी रांची में घर में घुसकर महिला की बेरहम ह’त्या…

राँची : राजधानी रांची के सिंह मोड़ के विजेता इंक्लेव में खामोश खड़े उस फ्लैट के भीतर एक ऐसी कहानी लिखी गई, जिसे सुनकर दिल कांप उठे। सिंहमोड़ स्थित विजेता इंक्लेव में रहने वाली विश्वासी हन्ना तिरू (60 वर्ष) का शव शनिवार सुबह उनके फ्लैट से मिला। गला ब्लेड से काटा हुआ और कमरे में खून बिखरा था। वहीं, खुली अलमीरा से गायब गहने व नकदी सब कुछ बता रहे थे कि रात वहां कितनी डरावनी रही होगी। पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंची, छानबीन की, सबूत जुटाये और शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा।



सूत्रों के अनुसार, आज शाम उनके भतीजे अनिल रोज की तरह खाना लेकर पहुंचे। दरवाजा आधा खुला था, अंदर कदम रखते ही उनकी नजर खून से सने फर्श पर पड़ी। वहीं पास ब्लेड पड़ा था। अनिल ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। अलमीरा टूटी नहीं थी, लेकिन खुली थी। गहने और कैश गायब थे। पहली नजर में मामला लूट के इरादे से की गई हत्या का लग रहा है। लेकिन पुलिस के शक की सुई एक और तरफ भी घूमी है। बुज़ुर्ग विश्वासी के पास चार पहिया वाहन था। कहीं जाना होता तो उनका चालक ले जाया करता था। लेकिन, करीब एक महीने से चालक और कार दोनों गायब हैं, चालक का मोबाइल भी स्विच ऑफ है, विश्वासी आखिरी बार कार से कर्रा गई थीं, उसके बाद से वाहन नहीं लौटा है। पुलिस अब चालक की खोज में जुटी है।

कौन थीं विश्वासी?

मेकॉन में कार्यरत रहे स्टीफन तिरू की पत्नी विश्वासी हन्ना तिरू पति के निधन (2024) के बाद अकेले रह रही थीं। दिव्यांग होने के कारण वॉकर के सहारे चलती थीं। आसपास के परिजन खाना–पीना देकर उनका ख्याल रखते थे। 30 नवंबर को उनकी एक रिश्तेदार, जो कुछ दिन साथ रहीं थीं, खूंटी लौट गईं। उसके बाद विश्वासी बिल्कुल अकेली थीं।विजेता इंक्लेव में रहने वालों के लिये यह सुरक्षा, भरोसे और इंसानियत पर उठते सवाल हैं। एक दिव्यांग बुज़ुर्ग महिला, अकेली और उनके घर में घुसकर ऐसी बेरहमी से हत्या की वारदात के बाद से मोहल्ला दहल गया है। पुलिस CCTV खंगाल रही है।

गोवा: ब्लास्ट हुआ और घबराकर बेसमेंट में घुस गए लोग... 20 की वहीं धुएं में घुट गईं सांसें, गोवा नाइट क्लब हादसे में 25 की मौत

गोवा के अरपोरा इलाके में स्थित एक रेस्टोरेंट-कम-नाइट क्लब में आधी रात ब्लास्ट होने से बड़ा हादसा हो गया. कुछ सेकंड में आग ऐसी भड़की कि लोगों को बाहर निकलने तक का वक्त नहीं मिला. भीषण आग ने पूरे इलाके को दहला दिया. हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 20 की जान दम घुटने से गई, जबकि तीन लोग जिंदा जल गए. विधायक माइकल लोबो ने हादसे को बेहद दर्दनाक बताया है और क्लबों के सेफ्टी ऑडिट की मांग की है.



गोवा के अरपोरा गांव स्थित Birch by Romeo Lane क्लब में यह भीषण हादसा उस वक्त हुआ, जब किचन एरिया में ब्लास्ट हुआ. चंद सेकंड में आग ने पूरे किचन को चपेट में ले लिया और देखते ही देखते बेसमेंट तक धुएं का गुबार भर गया.

क्लब का बेसमेंट उस वक्त कर्मचारियों से भरा हुआ था. ज्यादातर लोग वहीं काम कर रहे थे. जैसे ही आग लगी, अफरा-तफरी मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लोग बाहर की तरफ भागने की बजाय बेसमेंट की ओर भागे, जहां धुएं की चादर पहले से फैल चुकी थी.

हादसे में मरने वालों में 20 लोगों की मौत दम घुटने से हुई, जबकि तीन लोगों के शव बुरी तरह झुलसे हुए मिले. बाद में दो की और मौत हो गई. कुल 25 की जान गई है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना को राज्य के लिए ‘बहुत दर्दनाक दिन’ बताया और मामले की जांच के आदेश दिए.

स्थानीय विधायक माइकल लोबो ने कहा कि इस तरह की लापरवाही दोबारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने राज्य के सभी क्लबों का फायर सेफ्टी ऑडिट कराने की मांग की है. लोबो के मुताबिक, कुछ मृतक पर्यटक थे, जबकि ज्यादातर स्थानीय लोग थे, जो क्लब के बेसमेंट में काम कर रहे थे.

गोवा पुलिस के डीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 4 पर्यटक और 14 क्लब के कर्मचारी शामिल हैं. हादसे में 7 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. पूरे मामले की जांच पुलिस और फायर विभाग द्वारा की जा रही है. इस संबंध में कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने (धुएं के कारण) से हुई है. 

पुलिस कंट्रोल रूम को रात 12:04 बजे आग की सूचना मिली थी. इसके बाद तुरंत पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर भेजी गईं. कई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी शवों को बाहर निकाला गया और बांबोलिम के सरकारी मेडिकल कॉलेज भेजा गया.

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