राँची : राजधानी रांची के सिंह मोड़ के विजेता इंक्लेव में खामोश खड़े उस फ्लैट के भीतर एक ऐसी कहानी लिखी गई, जिसे सुनकर दिल कांप उठे। सिंहमोड़ स्थित विजेता इंक्लेव में रहने वाली विश्वासी हन्ना तिरू (60 वर्ष) का शव शनिवार सुबह उनके फ्लैट से मिला। गला ब्लेड से काटा हुआ और कमरे में खून बिखरा था। वहीं, खुली अलमीरा से गायब गहने व नकदी सब कुछ बता रहे थे कि रात वहां कितनी डरावनी रही होगी। पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंची, छानबीन की, सबूत जुटाये और शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
सूत्रों के अनुसार, आज शाम उनके भतीजे अनिल रोज की तरह खाना लेकर पहुंचे। दरवाजा आधा खुला था, अंदर कदम रखते ही उनकी नजर खून से सने फर्श पर पड़ी। वहीं पास ब्लेड पड़ा था। अनिल ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। अलमीरा टूटी नहीं थी, लेकिन खुली थी। गहने और कैश गायब थे। पहली नजर में मामला लूट के इरादे से की गई हत्या का लग रहा है। लेकिन पुलिस के शक की सुई एक और तरफ भी घूमी है। बुज़ुर्ग विश्वासी के पास चार पहिया वाहन था। कहीं जाना होता तो उनका चालक ले जाया करता था। लेकिन, करीब एक महीने से चालक और कार दोनों गायब हैं, चालक का मोबाइल भी स्विच ऑफ है, विश्वासी आखिरी बार कार से कर्रा गई थीं, उसके बाद से वाहन नहीं लौटा है। पुलिस अब चालक की खोज में जुटी है।
कौन थीं विश्वासी?
मेकॉन में कार्यरत रहे स्टीफन तिरू की पत्नी विश्वासी हन्ना तिरू पति के निधन (2024) के बाद अकेले रह रही थीं। दिव्यांग होने के कारण वॉकर के सहारे चलती थीं। आसपास के परिजन खाना–पीना देकर उनका ख्याल रखते थे। 30 नवंबर को उनकी एक रिश्तेदार, जो कुछ दिन साथ रहीं थीं, खूंटी लौट गईं। उसके बाद विश्वासी बिल्कुल अकेली थीं।विजेता इंक्लेव में रहने वालों के लिये यह सुरक्षा, भरोसे और इंसानियत पर उठते सवाल हैं। एक दिव्यांग बुज़ुर्ग महिला, अकेली और उनके घर में घुसकर ऐसी बेरहमी से हत्या की वारदात के बाद से मोहल्ला दहल गया है। पुलिस CCTV खंगाल रही है।







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