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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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सोमवार, 15 दिसंबर 2025

जमशेदपुर: सड़क दुर्घटना में पांच लोग घायल

जमशेदपुर : सुंदरनगर थाना क्षेत्र के कलिया बेडा मुख्य मार्ग पर कार और टेम्पू में भीषण टक्कर होने से,टेम्पू सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। वहीं सभी घायल हैंसल तुमुंग केसरसोरा गाँव के रहने वाले हैं सभी घायलों को इलाज के लिए खासम्हल सदर हॉस्पिटल लाया गया जहाँ डाक्टरो ने बेहतर इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में रेफर कर दिया।



बिहार के बेटे के हाथ भाजपा की कमान, मिला युवा नेतृत्व

बिहार : भारतीय जनता पार्टी ने संगठन की कमान एक बार फिर बिहार के कंधों पर रख दी है। पार्टी ने दिग्गज नेता नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक यह दायित्व केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा संभाल रहे थे। लोकसभा चुनाव के बाद से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर मंथन चल रहा था और बिहार चुनाव में जीत के ठीक एक महीने बाद फैसला हो गया। भाजपा की कोर कमेटी ने संगठन की नब्ज समझने वाले नितिन नबीन पर भरोसा जताया है। वर्तमान में वे नीतीश सरकार में पथ निर्माण विभाग और नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।संगठन और सरकार दोनों मोर्चों पर सक्रिय नितिन नबीन अब राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका में हैं।



विरासत, संघर्ष और जीत की कहानी

नितिन नबीन, जेपी आंदोलन से राजनीति में आये दिवंगत नबीन सिन्हा के बेटे हैं। पटना में 23 मई 1980 को जन्मे नितिन की 12 वीं तक पढ़ाई दिल्ली में हुई। वर्ष 2005 में पटना पश्चिम से विधायक रहे उनके पिता नबीन सिन्हा का दिल्ली में निधन हो गया। तब नितिन नबीन की उम्र महज 26 साल थी। भाजपा चाहती थी कि वे पिता की राजनीतिक विरासत संभालें, पर नितिन पहले तैयार नहीं थे। मां मीरा सिन्हा के समझाने पर उन्होंने चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। उपचुनाव में पहली जीत मिली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। तब से जीत का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह आज तक कायम है। 2008 में भाजयुमो राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सह प्रभारी बने। 2010–2013 में भाजयुमो राष्ट्रीय महामंत्री और फिर 2013 में IVLP कार्यक्रम के तहत 15 दिन की अमेरिका यात्रा पर गये। 2016–2019 में भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष (बिहार) बने। 2019 में सिक्किम लोकसभा व विधानसभा चुनाव प्रभारी बने। 2021–2024 में छत्तीसगढ़ सह-प्रभारी एवं 2024 में छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव प्रभारी बने। जुलाई 2024 से अब तक छत्तीसगढ़ राज्य प्रभारी रहे।नितिन नबीन के कंधों पर अब भाजपा के संगठन को नई धार देने की जिम्मेदारी है।

चिलकु:आकर्षिणी वार्षिक पूजा व मेला को लेकर की गई बैठक में कई बिंदुओं पर किया गया विचार विमर्श

सरायकेला - खरसावां जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता आकर्षिणी दरवार में आगामी 14 जनवरी 2026 से होने वाली वार्षिक पूजा व मेला से संबंथित विषय को लेकर कल एक बैठक की गई जिसकी अध्यक्षता स्थानीय पंचायत चिलकु के मुखिया श्रीमती सविता मुंडारी ने की। 

बैठक में दरवार को स्वच्छ रखने,खराब लाइट को मरम्मत करने, रंगाई पुताई करने, अतिथियों को निमंत्रण पत्र देने समेत कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।




आकर्षिणी दरवार में सौर ऊर्जा से संचालित जल मीनार का विधिवत उद्धघाटन मुखिया सविता मुंडारी ने किया

सरायकेला खरसावां जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता अकर्षिणी दरवार में श्रद्धालुओं के लिए " पेय जल " हेतु स्थानीय पंचायत चिलकु के मुखिया श्रीमती सविता मुंडारी द्वारा सौर ऊर्जा से संचालित जल मीनार का कल नारियल फोड़कर विधिवत उद्दघाटन किया गया। 

ज्ञात हो कि उक्त जल मीनार 15 वीं वित्त आयोग के मद से निर्माण कराया गया जिसका प्राक्कलीत राशि 235000/- रु. है। 

उपस्थित रहे लोग: मौके पर माता आकर्षिणी पूजा व मेला संचालन समिति के अध्यक्ष नारायण सरदार, सचिव रामजी प्रसाद सिंहदेव, शिमला के ग्राम प्रधान प्रवीर प्रताप सिंहदेव, डा जगदीश प्रसाद महतो, मोहनलाल हेम्ब्रम, गोविंद सरदार, हेमसागर प्रधान, दिनेश सरदार, गोपाल लोहार, सतेंद्र कालिंदी, रविंद्र नाथ राय, कृष्णा महतो समेत अन्य उपस्थित हुए थे।









सड़क के अभाव में डोली में उठाकर अस्पताल ले जाई गई गर्भवती महिला की मौत, घाघरा की घटना ने व्यवस्था पर उठाए सवाल

गुमला: घाघरा प्रखंड क्षेत्र के सुदूरवर्ती दीरगांव पंचायत अंतर्गत झलकापाट गांव से रविवार को मानवता और सरकारी व्यवस्था को झकझोर देने वाली घटना सामने आई। सड़क सुविधा के अभाव में प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती महिला सुकरी कुमारी (उम्र लगभग 30 वर्ष), पति जगन्नाथ कोरबा, को परिजनों ने बहंगी (डोली) में लादकर करीब एक किलोमीटर पैदल काड़ासिल्ली गांव तक पहुंचाया। 



इसके बाद ममता वाहन की सहायता से महिला को घाघरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

बंगाल मे बाबरी मस्जिद और राम मंदिर के नाम पर चल रही सियासी बवाल के बिच अब हनुमान की पहली पुण्यतिथि के लगे पोस्टर

आसनसोल: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मे 6 दिसंबर को बेलडांगा के रेजिनगर मे बाबरी मस्जिद की नीव तृणमूल के निष्कासित विधायक हुमायु कबीर ने रखी थी, जिसके अगले दिन 7 दिसंबर को कोलकाता के ब्रिगेड पैरेड मैदान मे गीतापाठ का आयोजन हुआ, वहीं 11 दिसंबर को कोलकाता के बिधाननगर मे 26 मार्च 2026 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या मे स्थित राम मंदिर की तरह कोलकाता मे भी राम मंदिर बनाने के पोस्टर लगाए गए, जिसको लेकर पुरे पश्चिम बंगाल मे सियासी बवाल का माहौल बन गया, इसी बिच 14 दिसंबर को आसनसोल के आपकार गार्डन मे कुछ बैनर और पोस्टर लगे मिले, जिन बैनर और पोस्टरों मे लिखा है की 16 दिसंबर को हनुमान जी की पहली पुण्यतिथि मनाई जाएगी, इसके अलावा बैनर और पोस्टर मे भगवान हनुमान की एक फोटो भी लगी हुई हैl


इसके अलावा उसी दिन दोपहर 12 बजे एक भंडारे का आयोजन किए जाने की घोषणा की गई है, इस बैनर मे एक मोबाईल नंबर भी दी गई है, जो नंबर हनुमान जी की पहली पुण्यतिथि आयोजन करने वाले की बताई जा रही है, जिनकी पहचान प्रदीपतो बैनर्जी उर्फ़ पपाई के रूप मे हुई है, इलाके मे लगी इस बैनर और पोस्टर को लेकर मुर्शिदाबाद और कोलकाता के बाद अब आसनसोल का भी सियासत गर्म हो गया है, साथ ही आसनसोल की आम जनता मे भी कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है, इसी बिच मामले मे हनुमान जी की पहली पुण्यतिथि का आयोजन करने वाले आयोजककर्ता ने अपना पक्ष देते हुए कहा की एक वर्ष पहले उनके इलाके मे एक हनुमान की विधुत करंट की चपेट मे आने से मौत हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर उस हनुमान की इलाके मे ही एक समाधी बना दी और उस समाधी के ऊपर पूजा याचना शुरू कर दी, समाधी के इर्ध -गिर्द भगवान हनुमान जी की फोटो भी लगी है, उन्होंने कहा उस हनुमान की मौत के एक वर्ष पुरे होने पर उन्होने इलाके मे हनुमान जी की पहली पुण्यतिथि का आयोजन किया है, जिस पुण्यतिथि पर उन्होंने एक भंडारे का आयोजन भी किया है, जिसका दिन उन्होने 16 दिसंबर रखा है.

दिल्ली: अनमोल बिश्नोई पर गृह मंत्रालय का सख्त फैसला, हिरासत पर लगी एक साल की रोक

केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को लेकर एक अहम आदेश जारी किया है।

इस आदेश के तहत अगले एक साल तक किसी भी राज्य की पुलिस या जांच एजेंसी उसे अपनी हिरासत में नहीं ले सकेगी। यह फैसला सुरक्षा कारणों और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

BNSS की धारा 303 के तहत लिया गया निर्णय

सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय ने यह आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 303 के अंतर्गत जारी किया है।



मंत्रालय ने साफ किया है कि अगर किसी राज्य की पुलिस या किसी जांच एजेंसी को अनमोल बिश्नोई से पूछताछ करनी है, तो उन्हें दिल्ली की तिहाड़ जेल जाकर ही पूछताछ करनी होगी। उसे किसी अन्य जेल या स्थान पर ले जाने की अनुमति नहीं होगी।

अनमोल बिश्नोई इस समय गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी है। वह बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुख्य आरोपियों में शामिल है।

इसके अलावा अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी (Firing) की घटना में भी उसका नाम सामने आया है। इन मामलों के चलते वह लगातार सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में है।

भाई लॉरेंस बिश्नोई के लिए भी पहले जारी हो चुका है ऐसा ही आदेश

गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले गृह मंत्रालय ने अनमोल के भाई और कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए भी इसी तरह का आदेश जारी किया था।

लॉरेंस बिश्नोई पिछले एक साल से ज्यादा समय से गुजरात की साबरमती जेल में बंद है और उसकी हिरासत को लेकर भी कड़े निर्देश लागू हैं।

इसी बीच अनमोल बिश्नोई के मामले में एक और अहम फैसला लिया गया है. विशेष NIA जज ने उसकी सुनवाई को सामान्य अदालत से हटाकर NIA मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया है. उसके वकील ने अदालत में यह दलील दी थी कि अनमोल की जान को खतरा है, इसलिए विशेष सुरक्षा जरूरी है।

बताया गया कि शुक्रवार को अनमोल बिश्नोई की पेशी Video Conferencing के जरिए कराई गई। गृह मंत्रालय और जांच एजेंसियां अब पूरे मामले पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।

कोहरे की चादर से थमा दिल्ली एयरपोर्ट का ट्रैफिक, 85% उड़ानें हुईं लेट

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट पर रविवार को घने कोहरे के कारण विमान परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर प्रस्थान करने वाली करीब 85 प्रतिशत उड़ानें देरी से चलीं, जबकि आगमन की लगभग एक तिहाई उड़ानें भी विलंबित रहीं। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी उड़ान को रद्द नहीं किया गया।


सुबह 5 से 10 बजे के बीच बढ़ी परेशानी

मौसम विभाग ने पहले ही 14 दिसंबर की सुबह मध्यम से घने कोहरे की चेतावनी जारी की थी। इसी के चलते एयरपोर्ट प्रशासन ने लो विजिबिलिटी प्रोसीजर्स (LVP) लागू कर दिए थे।

रविवार तड़के रनवे पर दृश्यता काफी कम हो गई और न्यूनतम दृश्यता 350 से 400 मीटर तक दर्ज की गई। सबसे ज्यादा असर सुबह 5 बजे से 10 बजे के बीच देखने को मिला, जब उड़ानों का परिचालन धीमा हो गया।

प्रस्थान उड़ानों में ज्यादा देरी

आंकड़ों के अनुसार, प्रस्थान की विलंबित उड़ानों में औसतन करीब 30 मिनट की देरी हुई, जबकि आगमन की उड़ानों में औसतन 5 मिनट का विलंब दर्ज किया गया। नॉन कैट-III उड़ानें सबसे ज्यादा प्रभावित रहीं।

इन उड़ानों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ी, जिससे आधे घंटे तक की देरी हुई। एक बार शेड्यूल बिगड़ने के बाद इसका असर पूरे दिन की उड़ानों पर पड़ता रहा।

कैट-III सुविधा से मिली राहत

इंडिगो और एयर इंडिया जैसी प्रमुख एयरलाइंस की कैट-III सुविधा वाली उड़ानें कम दृश्यता के बावजूद अपेक्षाकृत सुचारु रूप से लैंड और टेकऑफ करती रहीं। दोपहर बाद दृश्यता बढ़कर 1300 से 1700 मीटर तक पहुंच गई, जिससे हालात कुछ समय के लिए बेहतर हुए।

तकनीक से संभाला गया संचालन

एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रेडिक्टिव सिस्टम और रियल-टाइम डेटा की मदद से परिचालन को बेहतर तरीके से संभाला गया। विंटर फॉग एक्सपेरिमेंट के डेटा का उपयोग कर कोहरे की लगभग 85 प्रतिशत सटीक भविष्यवाणी की गई, जिससे प्रभाव को कम रखने में मदद मिली।

तमाम सुविधाओं के बावजूद असर क्यों?

आईजीआई एयरपोर्ट के तीनों मुख्य रनवे अब कैट-III इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) से लैस हैं, जो 50 मीटर तक की दृश्यता में भी सुरक्षित लैंडिंग की अनुमति देते हैं। इसके बावजूद सभी उड़ानों को इसका लाभ नहीं मिल पाता।

इसके लिए जरूरी है कि पायलट कैट-III में प्रशिक्षित हो और विमान में आवश्यक तकनीकी उपकरण मौजूद हों। यदि इनमें से किसी एक की कमी हो, तो उड़ान प्रभावित हो जाती है।

इसके अलावा, लो विजिबिलिटी प्रोटोकॉल (Low Visibility Protocol) से सुरक्षा तो बढ़ती है, लेकिन विमानों की आवाजाही की रफ्तार धीमी हो जाती है। यही कारण है कि आधुनिक सुविधाओं के बावजूद कोहरे के दिनों में उड़ानों पर असर पड़ता है।

आदित्यपुर में निगम चुनाव की सरगर्मी तेज, नीतू शर्मा ने फिर ठोंकी ताल

आदित्यपुर नगर निगम चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। वार्ड 17 की पूर्व पार्षद नीतू शर्मा ने एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरने के संकेत देते हुए कहा कि पिछली बार जनता ने जो अवसर दिया था, उसके अनुरूप उन्होंने वार्ड के विकास और जनसेवा का हरसंभव प्रयास किया। नीतू शर्मा ने कहा कि यदि जनता दोबारा मौका देती है तो वह पूरी निष्ठा से सेवा करेंगी।

इधर, वार्ड 32 से नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह के छोटे भाई की पत्नी अस्मिता कुमारी ने भी अपनी दावेदारी पेश कर दी है, जिससे निगम क्षेत्र की सियासत और गरमा गई है।



हालांकि नगर निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से अभी तक अधिसूचना जारी नहीं की गई है। झारखंड हाईकोर्ट ने चुनाव जल्द कराने के निर्देश दिए हैं, जिसकी अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी। आयोग ने चुनाव प्रक्रिया से जुड़े विवरण कोर्ट को सौंपे हैं, जिससे आने वाले दिनों में चुनावी हलचल और तेज होने की संभावना है।










मंझारी के युवा रघुनाथ बिरुवा का संयुक्त राष्ट्र संघ के UN वॉलेंटियर के लिए चयन, पश्चिम सिंहभूम का बढ़ाया मान

चाईबासा | पश्चिम सिंहभूम जिले के मंझारी निवासी युवा रघुनाथ बिरुवा का चयन संयुक्त राष्ट्र संघ के यून वॉलेंटियर के लिए चयनित किया गया है। बिरुवा यूएनडीपी के अंतर्गत वॉलेंटियर के रूप में अपना योगदान देंगे। विदित हो की रघुनाथ बिरुवा, झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के अंतर्गत मंझारी प्रखंड के बड़ा-लागड़ा गांव के स्थायी निवासी हैं। वे "हो" आदिवासी समुदाय से संबंध रखते हैं और वर्तमान में भुवनेश्वर में इतिहास विषय में पीएचडी शोधकर्ता के तौर पर अध्ययनरत हैं। रघुनाथ बिरुवा द्वारा कोल्हान विश्वविद्यालय के इतिहास स्नातकोत्तर विभाग से अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की गई हैं। दो बार इतिहास में यूजीसी नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की गई हैं। प. सिंहभूम से ट्राइबल माइग्रेशन जैसे राष्ट्रीय शोध पर भी काम कर चुके हैं।



राँची: फर्जी और छेड़छाड़ किए गए वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर के खिलाफ यातायात पुलिस ने सख्त अभियान शुरू किया है।

पुलिस अधीक्षक, यातायात, राँची के निर्देश पर सभी यातायात थाना क्षेत्रों में विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में लालपुर यातायात थानांतर्गत लालपुर चौक पोस्ट के पास एक संदिग्ध बाइक को जांच के लिए रोका गया।

जांच के दौरान बजाज प्लसर मोटरसाइकिल (रजिस्ट्रेशन नंबर JH 01 R-4778) को रोका गया। बाइक पर सवार व्यक्ति से आवश्यक कागजात मांगे गए, जिसके बाद वह कागजात लाने की बात कहकर वहां से चला गया, लेकिन वापस नहीं लौटा।



इसके बाद पुलिस द्वारा वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर और चेसिस नंबर की जांच की गई। जांच में यह खुलासा हुआ कि बाइक पर लगी नंबर प्लेट किसी अन्य वाहन, पैशन प्रो मोटरसाइकिल की है। यानी वाहन पर जानबूझकर गलत रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाई गई थी।

मामले को गंभीर मानते हुए संबंधित वाहन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है।

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