Advertisement

Advertisement

Advertisement

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

The Saubhagya Bharat

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

गुरुवार, 4 सितंबर 2025

गया में पितृपक्ष मेले की तैयारी जोरों पर, CM नीतीश कुमार ने लिया जायजा

बिहार : CM नीतीश कुमार बुधवार को गया पहुंचे, जहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले की तैयारियों का गहन निरीक्षण किया। सबसे पहले उन्होंने विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना की और फिर मेला क्षेत्र के देवघाट, विष्णु पथ और अन्य पिंडवेदियों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान CM ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने साफ कहा कि सभी बुनियादी सुविधाएं समय पर पूरी की जाएं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गया में पितृपक्ष मेला बिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान है, और इसकी गरिमा बनाए रखने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है — विष्णुपद, देवघाट, चांद चौरा और समाहरणालय क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

समाहरणालय में समीक्षा बैठक

निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री समाहरणालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पितृपक्ष मेले की तैयारियों पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने सभी योजनाओं की बारीकी से जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिले।

योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री चाकंद हाई स्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने कुल 899 करोड़ 46 लाख रुपये की लागत से 10 बड़ी योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रमुख योजनाएं इस प्रकार हैं:

योजना का नाम लागत (रुपये में)

मुफस्सिल मोड़ पर फ्लाईओवर निर्माण ₹349.22 करोड़

कोठी से सलैया पथ निर्माण ₹119.74 करोड़

गया-परैया-गुरुआ-औरंगाबाद पथ चौड़ीकरण ₹104.72 करोड़

बागेश्वरी गुमटी पर आरओबी निर्माण ₹90.16 करोड़

मोराटाल मुख्य पईन का चौड़ीकरण ₹77.60 करोड़

बेल्थु गांव में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय ₹58.54 करोड़

बेला पनारी रोड से धनावां तक सड़क चौड़ीकरण ₹39.82 करोड़

कंडी नवादा पार्क का विकास ₹19.89 करोड़

सिलौंजा पार्क का विकास ₹21.81 करोड़

इमामगंज में डिग्री कॉलेज निर्माण ₹14.52 करोड़

12 बांधों का जीर्णोद्धार ₹3.61 करोड़

प्रमुख नेता रहे मौजूद

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज और पर्यावरण मंत्री डॉ सुनील कुमार समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।






नेगेटिव सोच से कैसे बचें, पॉजिटिव एफर्मेशन्स से बदलें जिंदगी

कभी-कभी हमारी जिंदगी में ऐसे पल आते हैं, जब नेगेटिव विचार दिमाग पर हावी हो जाते हैं। “मैं कामयाब नहीं हो पाऊंगा”, “सब बेकार है”, “मैं लायक नहीं हूं” जैसी सोच हमें आगे बढ़ने से रोक देती है। लेकिन सच यह है कि कुछ आसान आदतों से इन विचारों से छुटकारा पाया जा सकता है।

क्यों खतरनाक है नेगेटिव सोच?
धीरे-धीरे आत्मविश्वास खत्म करती है।
खुद पर शक होने लगता है।
दूसरों से तुलना करने पर उदासी और जलन बढ़ती है।
सपनों और लक्ष्यों से ध्यान भटक जाता है।

पॉजिटिव सोच क्यों जरूरी?
दिमाग को नई ऊर्जा और हिम्मत देती है।
मुश्किल हालात से लड़ने की ताकत मिलती है।
हर सफर और लक्ष्य को आसान बना देती है।

नेगेटिव विचारों से छुटकारे के तरीके
माइंडफुलनेस अपनाएं: विचारों को पहचानें और समझें कि ये सिर्फ ख्याल हैं, हकीकत नहीं।

वर्तमान में जिएं: इंद्रियों पर ध्यान लगाएं और खुद को शांत रखें।
विचारों को चुनौती दें: “मैं फेल हो जाऊंगा” की जगह सोचें—”मैं कोशिश करूंगा और सीखूंगा”।
खुद से दोस्ती करें: जैसे दोस्त को हिम्मत देते हैं, वैसे ही खुद से पॉजिटिव बातें करें।
शुक्रिया कहना सीखें: रोज़ तीन अच्छी चीजों के लिए आभार जताएं।

प्रकृति से जुड़ें: बाहर घूमें और हरे-भरे माहौल में समय बिताएं।

अच्छी आदतें बनाएं: व्यायाम करें, अच्छी नींद लें और पसंद का काम करें।

नेगेटिव माहौल से दूर रहें: सोशल मीडिया और नकारात्मक लोगों से बचें।

पॉजिटिव एफर्मेशन्स की ताकत
दिमाग को नया नजरिया देती हैं।

तनाव और डर कम करती हैं।

इन्हें सुबह उठकर, आईने के सामने या मेडिटेशन के समय बोलना ज्यादा असरदार होता है।

प्रेरणा की मिसाल
ओप्रा विनफ्रे: बचपन की कठिनाइयों को पॉजिटिव सोच से पार कर दुनिया की टॉप मीडिया पर्सनैलिटी बनीं।

जैक मा: कई बार असफल हुए, लेकिन हिम्मत और सकारात्मक सोच से अलीबाबा जैसी बड़ी कंपनी खड़ी की




खुशखबरी: धनबाद, देवघर और खूंटी समेत 6 जिलों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज, केंद्र ने दी मंजूरी

रांची :झारखंड वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. राज्य के 6 अलग-अलग जिलों में मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल खोले जायेंगे. ये मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल धनबाद, देवघर, खूंटी, गिरिडीह, जामताड़ा और पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) में स्थित सदर अस्पताल को अपग्रेड कर पीपीपी मोड में खोले जायेंगे.

इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने राज्य सरकार को सहमति पत्र भेजा है.

मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू किया था आग्रह

इस वर्ष जुलाई माह में उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने नयी दिल्ली में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात कर राज्य में मेडिकल कॉलेज खोलने का आग्रह किया था. इसके बाद केंद्र की ओर से मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू को सहमति पत्र भेजा गया. इसके लिए मंत्री सुदिव्य सोनू ने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का आभार जताया है.

राज्य का स्वास्थ्य ढांचा हो रहा मजबूत : मंत्री सुदिव्य कुमार

मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन में राज्य सरकार झारखंड में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के सहयोग से राज्य के 6 जिलों में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ है. इनका निर्माण जनता को उन्नत चिकित्सा सेवाओं की समान पहुंच उपलब्ध कराने में सहायक होगा. यह झारखंड में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में अहम कदम साबित होगा.

वर्तमान में राज्य में केवल 9 मेडिकल कॉलेज

मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने केंद्रीय मंत्री को पत्र भेज कर कहा है कि झारखंड में लगभग 3.92 करोड़ की आबादी के लिए केवल 9 मेडिकल कॉलेज (7 सरकारी और 2 निजी) उपलब्ध हैं. राज्य राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के प्रति 10 लाख की आबादी पर एक मेडिकल कॉलेज के मानक से काफी पीछे है. इसका अर्थ है कि 39 मेडिकल कॉलेजों की आवश्यकता है. कई जिलों में बेड जनसंख्या अनुपात के हिसाब से कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत के अनुसार 1.5 बेड प्रति 1000 की आबादी पर होना चाहिए.





चार सितंबर को बिहार बंद का ऐलान

पटना : बिहार में सियासी बवाल तेज हो गया है। महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दरभंगा में पीएम नरेंद्र मोदी की स्वर्गवासी मां के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल होने के आरोप के बाद NDA ने कड़ा रुख अपनाया है। BJP ने गुरुवार, 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का आह्वान किया है। बंद को NDA के सभी घटक दलों का समर्थन है, और इसे महिला मोर्चा के नेतृत्व में चलाया जाएगा। रेल सेवाओं और आपातकालीन सेवाओं को इससे छूट दी गई है।

वोटर अधिकार यात्रा के दौरान विवाद 

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने चुनाव आयोग के मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी, जो 1 सितंबर को पटना में समाप्त हुई। यात्रा के दौरान दरभंगा में एक स्थानीय आयोजन में कांग्रेस के झंडे में लिपटा एक व्यक्ति ने खुले मंच से पीएम मोदी की मां के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अन्य महागठबंधन नेता मंच पर मौजूद थे। वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया। पुलिस ने आरोपी मुहम्मद रिजवी उर्फ राजा को गिरफ्तार कर लिया है।

BJP का विरोध और बंद का ऐलान 

BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी के मंच से मां को अपशब्द देना लोकतंत्र पर कलंक है। “मां मां होती है, चाहे किसी की भी हो। मां भगवान का रूप है। किसी राजनीतिक मंच से मां को गालियां देना असहनीय है। पूरे बिहार को शर्मसार किया गया। राहुल और तेजस्वी को अभी तक अफसोस नहीं हुआ।” उन्होंने लोगों से बंद में सहयोग की अपील की और कहा कि यह शांतिपूर्ण लेकिन मजबूत विरोध होगा। पहली बार महिला मोर्चा बंद का संचालन करेगी, जिसमें NDA की सभी महिला इकाइयां शामिल होंगी।

उधर, पीएम मोदी ने जीविका दीदियों के कार्यक्रम में इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा, “मेरी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर उन्हें क्यों अपमानित किया गया? विपक्ष ने मेरी मां को नहीं, बल्कि देश की करोड़ों मांओं को गाली दी है। उन्हें छठी मइया से माफी मांगनी चाहिए।” पीएम ने अपील की कि महागठबंधन के नेताओं का जहां भी दिखे, विरोध करें। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी।

NDA नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह अपमान न केवल एक मां का, बल्कि सभी महिलाओं का है। जेडीयू नेता उमेश कुशवाहा ने कहा, “ऐसी भाषा नैतिक और राजनीतिक रूप से गलत है। महागठबंधन के नेताओं ने माफी नहीं मांगी, जो उनकी अहंकार दिखाता है।” बंद के दौरान सड़कें और यातायात बाधित रखने की अपील की गई है। कांग्रेस ने इसे BJP का डायवर्जन बताया, लेकिन BJP ने माफी की मांग की है। यह घटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासत को और गरमा रही है।






कैबिनेट बैठक में हुआ ऐतिहासिक निर्णय – मोराबादी स्थित गुरुजी शिबू सोरेन का आवास बनेगा “स्मृति संग्रहालय”

यह जानकारी मंत्री के विधायक प्रतिनिधि अजहरुद्दीन ने अपने वाट्स अप एकाउंट से एक एन पी जामताड़ा को शेयर की है।

जामताड़ा(झारखंड):झारखंड आंदोलन के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक गुरुजी शिबू सोरेन की यादों को संजोने के लिए राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने प्रस्ताव रखा कि मोराबादी स्थित गुरुजी का सरकारी आवास अब “गुरुजी स्मृति संग्रहालय” के रूप में विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस प्रस्ताव को सकारात्मक रूप से स्वीकार किया। इसकी चर्चा जामताड़ा सहित संथाल परगना के चौक चौराहे पर लोग कर रहें हैं।

डॉ. इरफान अंसारी ने कहा –

“गुरुजी का घर सिर्फ एक मकान नहीं, बल्कि झारखंड आंदोलन और हमारी भावनाओं का केंद्र है। उनके घर का हर कोना हमें उनकी संघर्ष यात्रा की याद दिलाता है। इसे संग्रहालय का रूप देना बेहद जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ गुरुजी की विचारधारा और विरासत से प्रेरणा ले सकें।”

वहीं नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने कहा –

“गुरुजी की स्मृतियाँ अमर रहेंगी। यह संग्रहालय झारखंड की अस्मिता और हमारी लड़ाई की गाथा को हमेशा जीवित रखेगा। यह आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनेगा।”

इसके साथ ही दोनों मंत्रियों ने गुरुजी की जन्मभूमि जामताड़ा जिले के चिरुडीह में एक भव्य पार्क और विशाल प्रतिमा स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा। यह वही पावन स्थल है जहाँ से शिबू सोरेन ने अपनी राजनीतिक और सामाजिक संघर्ष यात्रा की शुरुआत की थी।

भावुक होते हुए डॉ. अंसारी ने कहा –

“आज हम मंत्री, विधायक और जनप्रतिनिधि हैं, तो यह गुरुजी की ही देन है। उन्होंने हमेशा मुझे पुत्रवत स्नेह दिया, मार्गदर्शन किया और जीवन भर प्रेरणा दी। चिरुडीह की धरती पर उनका स्मारक बनना हमारे लिए गर्व की बात होगी।”

यह निर्णय न शिबू सोरेन की स्मृतियों को अमर बनाएगा, बल्कि झारखंड आंदोलन की संघर्षगाथा को नई पीढ़ियों तक पहुँचाने का काम करेगा।







करमा पूजा व ईद-ए मिलाद-उन-नबी को लेकर डीजीपी ने की समीक्षा बैठक

झारखंड पुलिस मुख्यालय के सभागार में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मंगलवार को आगामी त्योहार करमा पूजा और ईद-ए-मिलाद-उन-नबी को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान राज्य की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर डीजीपी ने जोनल आईजी, रेंज के डीआईजी और जिले के एसपी को कई दिशा निर्देश दिए। 

डीजीपी ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस उपकरणों का उपयोग करने के निर्देश दिए। डीजीपी ने आगे कहा कि जुलूस के मार्गों का भौतिक सत्यापन करके संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखने की जरूरत है। जुलूसों के साथ-साथ मजिस्ट्रेट, पुलिस बल, क्यूंआरटी और ड्रोन द्वारा हवाई निगरानी (एरियल सर्विलांस) की व्यवस्था करने के लिए कहा। सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों और भड़काऊ पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिला और थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकें आयोजित करके विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर बल दिया गया। इसके अलावा, डीजीपी ने सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने, किसी भी अफवाह के फैल.





बुधवार, 3 सितंबर 2025

गौरी गांव की जर्जर सड़क बनी ग्रामीणों की परेशानी, बरसात में बढ़ती है दिक्कत

सरायकेला-खरसावां: चांडिल प्रखंड के कपाली ओपी अंतर्गत गौरी गांव की सड़क की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। 

टूटी-फूटी और गड्ढों से भरी इस सड़क से होकर गुजरना ग्रामीणों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में समस्या और भी गंभीर हो जाती है। 



कीचड़ व पानी भर जाने से न केवल पैदल चलना मुश्किल हो जाता है बल्कि बीमार, बुजुर्ग और बच्चों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

ग्रामीणों ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर कई बार मुखिया, पंचायत प्रतिनिधि, विधायक तथा उच्च अधिकारियों को लिखित आवेदन भी दिया गया, लेकिन अब तक सड़क निर्माण की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके और आने-जाने में सुविधा हो।







दिवंगत समाजसेवी नीलसेन प्रधान का प्रतिमा बनकर तैयार,रविवार को होगा अनावरण

सरायकेला :: क्षेत्रीय गौड़ समाज, महालिमोरूप द्वारा जगन्नाथपुर गाँव के रंगाटांड पर स्थित भगवान श्रीकृष्ण मन्दिर परिसर में दिवंगत समाजसेवी नीलसेन का प्रतिमा बनाकर तैयार कर लिया गया है। ज्ञात हो कि दिवंगत नीलसेन प्रधान , गौड़ सेवा संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष, महालिमोरूप क्षेत्रीय गौड़ समाज के अध्यक्ष, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा व मेला के शुभारंभकर्ता एव मुख्य सूत्रधार तथा जन्माष्टमी पूजा व मेला आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष थे। उनका हाल ही में आकस्मिक निधन हो गया। उन्हीं के स्मृति पर प्रतिमा बनाया गया है। 

               प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम की रूपरेखा

इस प्रतिमा का अनावरण आगामी दिनांक 7 सितंबर 2025  रविवार को अपराह्न 3 बजे विधिवत किया जाएगा। 

आग्रह उक्त आशय की जानकारी क्षेत्रीय गौड़ समाज, महालिमोरूप के अध्यक्ष नागेश्वर प्रधान, सचिव हेमसागर प्रधान, कोषाध्यक्ष जगन्नाथ प्रधान संयुक्त रूप से  देते हुए उन तीनों ने गौड़ सेवा संघ के केंद्रीय जिला, प्रखण्ड के पदाधिकारियोँ समेत पंचायत  के बुद्धिजीबी लोगों को स्व. नीलसेन प्रधान के प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह किए है। 

"दिवंगत नीलसेन प्रधान का प्रतिमा उनके स्मृति हेतु श्रीकृष्ण मन्दिर परिसर में बनाया गया है उनकी सेवा, समर्पण और उपकारों को हमेशा याद रखा जाएगा और समाज में उनकी विरासत जीवित रहेगी।

.....नागेश्वर प्रधान...

अध्यक्ष, क्षेत्रीय गौड़ समाज, महालिमोरूप

 

"स्वर्गीय नीलसेन प्रधान जी का सामाजिक कार्यक्रमों और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा उत्सव में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका ने समाज के हर वर्ग के लोगोँ पर एक गहरा प्रभाव छोड़ा है। उनका समाज पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव था और उनकी कमी को समाज में गहराई से महसूस कर रही है।

... हेमसागर प्रधान.... 

सचिव, क्षेत्रीय गौड़ समाज, महालिमोरूप. 


 "स्व. नीलसेन प्रधान  द्वारा किए गए सामाजिक कार्यो की जितनी भी सराहना किया जाए, वह कम ही होगी। उन्होंने जो समाज को दिया है, उनके योगदानों को भुलाया नहीं जा सकता!

... जगन्नाथ प्रधान... 

कोषाध्यक्ष,क्षेत्रीय गौड़ समाज, महालिमोरूप





उच्च विद्यालय धातकीडीह में नेत्रदान पखवाड़ा के तहत निबंध प्रतियोगिता आयोजित, प्रतिभागियों को मिला सम्मान

सरायकेला प्रखंड अंतर्गत धातकीडीह  गांव में अवस्थित उच्च विद्यालय धातकीडीह सरायकेला में  जिला अंधापन नियंत्रण समिति, सरायकेला खरसावां के द्वारा नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों के बीच निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। 

इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान संजु माहली, द्वितीय स्थान संजय महतो, तृतीय स्थान सुमन माहली रही। वहीं अन्य शेष सभी विद्यार्थियों को सांत्वाना पुरस्कार दिया गया। जिला अंधापन नियंत्रण समिति के कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. घनपत महतो मुख्य रूप से उपस्थित हुए और सभी सफल हुए प्रतिभागियों को अपना आशीर्वचन के साथ पुरस्कार देकर सम्मानित किया । उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेनी चाहिए ताकि पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में रुचि के साथ आपसी सहयोग की भावना तथा सामाजिक जीवन में अपनी दायित्वों को प्रतिस्थापित किया जा सके।  उन्होंने बच्चों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का वचन दिया , वहीं प्रधानाध्यापक निराकार प्रधान ने बच्चों से नियमित रूप से विद्यालय आकर पठन-पाठन पर ध्यान आकृष्ट करने पर बल दिया। इस सादे समारोह का संचालन विद्यालय के सहायक  शिक्षक देवीदत्त प्रधान ने किया। मौके पर  विद्यालय के  प्रधानाध्यापक निराकार प्रधान, सहायक शिक्षक दिनेश हो, नीलांचल हांसदा, ज्योति भारती, देवीदत्त प्रधान सत्यजीत महतो, सुभाष चंद्र महतो एवं भारी मात्रा में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।





कोल्हान कप फुटबॉल 15 सितंबर को

सरायकेला खरसावां जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में चल रहे जिला फुटबॉल लीग का समापन 16 टीमों के बीच आयोजित एक दिवसीय कोल्हान कप से होगा।  


आगामी 15 सितंबर को खरसावां के अर्जुना स्टेडियम में आयोजित इस समारोह में 16 टीमों के मध्य  एक दिवसीय कोल्हान कप फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन होगा जिसमें पहले आओ ,पहले पाओ की तर्ज पर निबंध शुरू हो चुका है. 16 टीमों के बाद कोई प्रवेश नहीं लिया जाएगा. प्रवेश शुल्क जमा करने का अंतिम तिथि 10 सितंबर को रखी गई है जबकि रजिस्ट्रेशन शुल्क 1100 रुपए निर्धारित है जिसे फोन पे के माध्यम से अग्रिम जमा करना आवश्यक होगा। सभी टीमों को नंबर युक्त जर्सी और संपूर्ण कीट्स के साथ मैदान में उतरना अनिवार्य होगा। प्रत्येक मैच मध्यांतर सहित 20 मिनट का  होगा जिसमें 11-11 खिलाड़ी इसमें भाग ले सकते हैं. विजेता टीमों को प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹11000 और ट्रॉफी जबकि द्वितीय पुरस्कार के रूप में ₹7000 एवं ट्रॉफी एवं अन्य पुरस्कार दिए जाएंगे. पुरस्कार वितरण से पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं कोलकाता तथा झारखंड के बीच एक महिला प्रदर्शनी मैच करने की भी योजना है. सभी टीमों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है. 


पुरस्कार वितरण समारोह में जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष माननीय श्री अर्जुन मुंडा तथा स्थानीय विधायक दशरथ गगराई एवं अन्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। समापन समारोह में जिला फुटबॉल अर्जुना कप के विजेता टीमों के साथ साथ फुटबॉल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महानुभावों को खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा.

 जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन सरायकेला खरसावां

Breaking