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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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मंगलवार, 9 सितंबर 2025

“हाथी भगाओ, फसल बचाओ” आंदोलन के तहत किसानों ने किया जोरदार प्रदर्शन

हाथी भगाओ किसानों की फसल बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले चारों प्रखंड नीमडीह, चांडिल, ईचागढ़ और कुकड़ू प्रखंड के ग्रामीणों  द्वारा चांडिल वन क्षेत्र कार्यालय का घेराव किया ओर जोरदार आंदोलन ।



कोल्हान के सरायकेला - खरसावां जिला के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में आए दिन जंगली हाथियों के आतंक से त्रस्त ग्रामीणों ने आज चांडिल कॉलेज मोड़ से चांडिल  वन क्षेत्र कार्यालय तक पैदल मार्च कर जोरदार नारेवाजी की, प्रशासन को स्वागत कराया गया ।

ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के हाथी भगाओ फसल बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले चारों प्रखंड ,नीमडीह, चांडिल, ईचागढ़ और कुकड़ू प्रखंड के ग्रामीण जंगली हाथियों के बढ़ते आतंक से परेशान हैं, खेतों की फसल बर्बाद हो रही है, घर में रखे अनाज को साथ ही घरों को क्षत्रि ग्रस्त कर रहे हैं और कई लोग हाथी से घायल हो चुके हैं। इसी पीड़ा को लेकर “जंगली हाथी भगाओ, किसानों की फसल बचाओ संघर्ष समिति” के बैनर तले ग्रामीणों ने चांडिल कॉलेज मोड़ से चांडिल वन कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला और जोरदार नारे बाजे के साथ।विरोध प्रदर्शन किया गया ।

वन कार्यालय पहुंचकर किसानों ने घेराव किया और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया ,  

हमारे मांगे प्रमुख मांगों ..

फसल बर्बादी पर प्रति एकड़ ₹1 लाख मुआवज़ा।

हाथियों द्वारा तोड़े गए घरों की तत्काल भरपाई।

मृतक किसानों के आश्रितों को ₹25 लाख और घायलों को ₹5 लाख सहायता।

गांवों में स्थायी सुरक्षा उपाय—सायरन, सोलर लाइट और बचाव उपकरण।

खेती छोड़ चुके किसानों को प्रति एकड़ ₹30,000 वैकल्पिक मुआवज़ा।

इस आंदोलन मे संघर्ष समिति के संजोयक निपेन कृष्ण महतो ने अपने समर्थकों को आंदोलन को मजबूत करने का आह्वान किया और वन रेंजर से वार्ता की। उन्होंने सवाल उठाया कि “बंगाल में हाथियों के निराकरण के लिए विशेष सुविधाएँ उपलब्ध हैं ।

अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे इस मुद्दे को सदन तक पहुंचाएंगे केंद्र सरकार ओर राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपया वन एंब पर्यावरण विभाग को  मुहैया कराया जाता हे ।फिर भी दलमा सेंचुरी से हाथी की झुंड पलायन करके ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में डेरा डाला हुआ है।ओर शाम ढलते ही हाथियों की झुंड भोजन के तलाश में गांव में प्रवेश करके उपद्रव मचाते हैं।जिसे ग्रामीण आए दिन दहशत में जीने पर मजबूर है।इस  आंदोलन में हाथ में ताखा लेकर विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों महिला और पुरुष शामिल हुए और उन्होंने प्रशासन को चेताया कि अगर उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज होगा।







चांडिल प्रखंड में डायरिया का कहर: एक की मौत, कई ग्रामीण बीमार, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर

चांडिल (सरायकेला-खरसावां): चांडिल प्रखंड के चिल्गू पंचायत अंतर्गत काठजोड़ गांव में डायरिया का प्रकोप फैल गया है। अचानक फैली इस बीमारी से गांव में दहशत का माहौल है। गांव के 45 वर्षीय मुरुलिसी सिंह सरदार की हालत सोमवार देर रात बिगड़ गई। परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया।


वहीं, डायरिया से गंभीर रूप से पीड़ित 6 ग्रामीणों को बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर भेजा गया है। इनमें से एक मरीज की स्थिति बेहद नाजुक बताई जा रही है।


बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है। काठजोड़ स्कूल को अस्थायी उपचार केंद्र में तब्दील कर दिया गया है, जहां दर्जनों बीमार ग्रामीणों का इलाज चल रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में साफ पानी और स्वच्छता की भारी कमी है, जिसके कारण डायरिया जैसी बीमारियां बार-बार फैल रही हैं। वहीं प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित क्षेत्र में तुरंत स्वच्छ पेयजल और दवाइयों की व्यवस्था की जाएगी।






सरायकेला खरसावां : घनी आबादी में शराब दुकान का विरोध महिलाओं का उग्र प्रदर्शन, प्रशासन पर उदासीनता का आरोप

सरायकेला खरसावां जिला चाण्डिल प्रखंड के रुचाप पंचायत के डेम रोड स्थित विदेशी शराब दुकान को लेकर सोमवार को बवाल खड़ा हो गया। आदर्श कॉलोनी समेत आसपास की सैकड़ों महिलाओं और ग्रामीणों ने शराब दुकान के बाहर जोरदार धरना  प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लिए महिलाएं सड़क पर उतर आईं... और जमकर नारेबाजी करते हुए शराब दुकान का सटर गिरा दिया। धरना प्रदर्शनकारियों का कहना है कि घनी आबादी और धार्मिक स्थलों के नजदीक नियमों को ताक पर रखकर शराब दुकान खोली गई है।


सिर्फ सौ मीटर की दूरी पर मंदिर और स्कूल मौजूद हैं... दो सौ मीटर पर सरकारी विद्यालय भी है। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां सिर्फ शराब बेची ही नहीं जाती, बल्कि खुलेआम पिलाई भी जाती है। नशे में धुत लोग महिलाओं से अभद्रता तक करते हैं। महिलाओं ने कड़ी चेतावनी दी है कि अगर शराब दुकान तुरंत नहीं हटाई गई तो दुकान संचालक और ग्राहकों का जूते-चप्पलों से स्वागत किया जाएगा। साथ ही अनुमंडल कार्यालय के समक्ष भी धरना दिया जाएगा।


आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले ही ग्रामीणों ने एसडीओ को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से लोगों में भारी आक्रोश है। उधर, मामले को शांत कराने के लिए चांडिल थाना परिसर में दोनों पक्षों की वार्ता जरूर हुई, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका।

 सवाल यही है कि प्रशासन आखिर कब जागेगा और महिलाओं की इस नाराज़गी का समाधान कब होगा...?








शिक्षक दिवस समारोह विवाद – जबरन वसूली के आरोपों को छात्रों व प्रबंधन ने किया खारिज

सरायकेला खरसावां जिले चांडिल प्रखंड के चैनपूर उत्क्रमित उच्च विद्यालय  में शिक्षक दिवस समारोह को लेकर उठे जबरन वसूली के आरोपों का छात्रों और विद्यालय प्रबंधन ने खंडन किया है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रकाश मंडल ने साफ कहा कि यह आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। तीन से पाँच सितंबर तक अवकाश रहने के कारण बच्चों ने छह सितंबर को अपने स्तर से ही शिक्षक दिवस का आयोजन किया।


प्रभारी प्रधानाध्यापक के मुताबिक, कार्यक्रम की जिम्मेवारी पूरी तरह छात्रों ने खुद उठाई। सांस्कृतिक प्रस्तुति, सजावट, टेंट और साउंड सिस्टम से लेकर नाश्ते तक की व्यवस्था विद्यार्थियों ने आपसी सहमति से की। खर्च की राशि भी छात्रों ने बाल सांसद के निर्णय के अनुसार स्वेच्छा से जमा की थी, किसी पर कोई दबाव नहीं डाला गया।

विद्यालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष सम्पा लाहा ने भी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि शिक्षकों को बेवजह बदनाम किया जा रहा है, जबकि इस आयोजन में उनकी कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं रही।

वहीं कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाली नवमी की छात्रा मौसमी गोराई ने भी स्पष्ट किया कि हर साल की तरह इस बार भी छात्रों ने ही शिक्षक दिवस मनाने का निर्णय लिया था। पहली से पाँचवीं तक के बच्चों से 20 रुपये और छठवीं से नवमी तक के छात्रों से 60 रुपये लिए गए और उसी राशि से पूरा कार्यक्रम संपन्न हुआ।

गौरतलब है कि बीते दिन विद्यालय प्रबंधन के अध्यक्ष अजय प्रामाणिक ने प्रधानाध्यापक पर जबरन वसूली का आरोप लगाया था। लेकिन अब खुद बच्चों ने आगे आकर साफ कर दिया है कि पूरा आयोजन उनकी जिम्मेवारी थी, शिक्षकों की नहीं।

 सवाल यही है... क्या बेवजह के आरोप लगाकर बच्चों के उत्साह और शिक्षक-छात्र संबंधों को आहत किया जा रहा है?





कांड्रा के कंचनपाड़ा में घर से मोबाइल चोरी, लगातार वारदातों से ग्रामीण चिंतित

सरायकेला खरसावां जिले के कांड्रा थाना क्षेत्र के कंचन पाड़ा में सुभाष मंडल के घर में हुई चोरी ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है। 


बीती रात चोरों ने अंधेरा का फायदा उठाकर सुभाष मंडल के घर से दो मोबाइल फोन चोरी कर ली है। घटना उस वक्त हुई जब परिवार के लोग सो रहे थे जिसका फायदा उठाकर चोरो ने वारदात को अंजाम दिया। 

कुछ दिन पूर्व ही घर से ₹5000 की चोरी हो गई थी। जिसकी लिखित शिकायत नहीं की गई नहीं थी। 

कांड्रा में हाल के दिनों में कई चोरियां हुई है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। कुछ दिन पूर्व ही साधन महंती की दुकान और छोटू गोराई के घर में भी चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। फिलहाल खबर लिखे जाने तक शिकायत दर्ज नहीं हुई है कांड्रा थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है।






झिरपानी थाना क्षेत्र में शराब पीकर उत्पात मचाने वाले 11 लोग दबोचे गए, ड्रोन से की गई निगरानी

राउरकेला। झिरपानी थाना पुलिस ने पार्क और फ्लोरिस्टर दुकानों के पास शराब पीकर हंगामा करने वाले 11 लोगों को दबोच लिया। 


पुलिस ने ड्रोन कैमरे से उनकी गतिविधियों पर नजर रखी और तुरंत कार्रवाई की। आरोपित अपने कृत्य पर जब्त नजर आए।

पुलिस ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई से इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिली और लोगों को कानून का सख्त संदेश गया।

यदि चाहें, इसे फेसबुक/यूट्यूब के लिए संक्षिप्त और आकर्षक वर्ज़न में भी तैयार किया जा सकता है






सोमवार, 8 सितंबर 2025

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का उत्सव

8 सितंबर 2025 : जमशेदपुर के पोखारी स्थित नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नर्सिंग विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन किया। इस वर्ष का विषय " बेहतर जीवन के लिए सही आहार" रहा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य के संरक्षण और बीमारियों की रोकथाम में पोषण के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना था।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों के स्वागत से हुआ। इसके पश्चात माननीय अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सभी नर्सिंग विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान नर्सिंग विद्यार्थियों ने आकर्षक पोस्टर प्रस्तुत किए, जिनमें संतुलित आहार के महत्व, कुपोषण की रोकथाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर विशेष ज़ोर दिया गया। प्रदर्शनी के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए रचनात्मक चार्ट, खाद्य मॉडल और शैक्षणिक प्रदर्शनियों को प्रदर्शित किया गया। यह प्रदर्शनी संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी और सभी ने सक्रिय रूप से भागीदारी निभाई।

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. पी. के. पाणि ने कहा,"एक स्वस्थ इंसान ही, एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम सभी अपने खान पान और पोषण तत्वों का नियमित रूप से सेवन करते रहें।"

कुलपति प्रो. डॉ. पी. के. पाणि,  विधि विभाग अधिष्ठाता प्रो. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, प्रशासनिक विभाग के अनुष्ठाता नाजिम खान, शैक्षणिक विभाग के अधिष्ठाता प्रो. दिलीप शोम,  आई क्यू ए सी सेल की डायरेक्टर डॉ श्रद्धा वर्मा, विभिन्न विभागों के विभागाध्याक्षा और संकाय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।




गुवा गोलीकांड के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, मंत्री दीपक बिरवा ने किया परियोजनाओं का शिलान्यास

 गुवा गोलीकांड के शहीदों को दी गई श्रद्धांजली, गुवा में आयोजित परियोजनाओं का शिलान्यास उद्घाटन तथा परिसंपति एवं नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का मंत्री दीपक बिरवा ने किया उदघाटन|



इस अवसर पर उनके साथ शामिल हुए जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकु, मझगांव विधायक निरल पूर्ति, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव और मनोहरपुर के विधायक जगत मांझी, ज्ञात हो कि 8 सितंबर 1980 को गुवा के अस्पताल में जल जंगल जमीन के लिए आंदोलन करने वाले 10 घायल आंदोलनकारियों को bmp (बिहार मिलिट्री फोर्स) के द्वारा गोलियों से भून डाला गया, उन्हीं की याद में हर वर्ष 8 सितंबर को गुवा में शहीदों को श्रद्धांजलि देने लोग पहुंचते है।





दिवंगत समाजसेवी नीलसेन प्रधान के प्रतिमा का हुआ अनावरण, शामिल हुए कई गणमान्य लोग

सरायकेला प्रखंड के मुरुप पंचायत अंतर्गत जगन्नाथपुर रांगांटांड में अवस्थित श्री कृष्ण मंदिर परिसर पर दिवंगत समाजसेवी नीलसेन प्रधान का प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम कल अनुष्ठित हुआ। 

प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के दौरान पंडित रामानाथ होता द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत रूप से पूजन किया गया। इस पूजन में दिवंगत के सुपुत्र प्रकाश प्रधान व विकास प्रधान शामिल होकर पिता के प्रतिमा पर तिलांजलि दी । इसके बाद उपस्थित सभी गणमान्य लोगों ने प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित की। 

 विदित हो कि दिवंगत समाजसेवी नीलसेन प्रधान 8 जून 2025 को जमशेदपुर के टाटा मोटर्स अस्पताल पर अंतिम सांस ली। वह चक्रधरपुर के रेलवे ऑफिस सुप्रिडेंट पद पर कार्यरत थे। इसके अलावे वे सामाजिक कार्य में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते थे। वे गौड़ सेवा संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष, महालिमोरूप क्षेत्रीय गौड़ समाज के अध्यक्ष, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा व मेला संचालन समिति, जगन्नाथपुर के अध्यक्ष एव मुख्य सूत्रधार रहे थे । 

मौक पर मुख्य रूप से उपस्थित गौड़ सेवा संघ के केंद्रीय अध्यक्ष चतुर्भुज बारीक ने बताया कि दिवंगत नीलसेन प्रधान एक कर्मठ व जुझारू समाजसेवी थे। उनके द्वारा समाज हित में किए गए कार्यों की बौदलत ही समाज के लोगों ने उनकी प्रतिमा श्रीकृष्ण मंदिर परिसर पर स्थापित कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देने का काम किए है। 

महासचिव पितोवास प्रधान ने दिवंगत नीलसेन प्रधान के स्वभाव का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि वह एक सागर की तरह गहरा, शांत, सच्चा व सकुशल स्वभाव के व्यक्ति थे। वे ना ज्यादा बोलते थे, बल्कि हर बात को दिल से किया करते थे। उनकी यादें अविस्मरणीय है। जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। 

उपस्थित रहे लोग मौके गौड़ सेवा संघ के केंद्रीय अध्यक्ष चतुर्भुज बारीक , केंद्रीय महासचिव पितोवास प्रधान, केंद्रीय सचिव हरेकृष्णा प्रधान , पं रामानाथ होता, मुरली प्रधान , अशोक गोप, रूपन प्रधान, जगत किशोर प्रधान,नागेश्वर प्रधान, हेमसागर प्रधान , जगन्नाथ प्रधान, देवीदत्त प्रधान,विष्णु प्रधान, उमाकांत प्रधान,आशीष प्रधान , शंभूनाथ प्रधान, अजीत प्रधान, गोपीनाथ प्रधान, डॉ.जगदीश प्रसाद महतो , आनंद प्रमाणिक ,धर्मेंद्र प्रधान ,भैरव प्रधान, दामोदर प्रधान, शैलेंद्र प्रधान , प्रदीप प्रधान ,प्रकाश प्रधान ,विकास प्रधान ,दीनबंधु प्रधान, अंतर्यामी प्रधान, काशीनाथ प्रधान,आशुतोष प्रधान, अभिमन्यु प्रधान, सदानंद प्रधान, विजय कुमार ठाकुर ,रामप्रवेश सिंह, रमेश ठाकुर, खैरू महतो समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित हुए थे।

*" नीलसेन प्रधान, एक समर्पित जीवन की अमर कहानी

नामक पत्रिका का हुआ विमोचन:  दिवंगत समाजसेवी नीलेसन प्रधान के प्रतिमा अनावरण के अवसर पर उनकी जीवनी पर एक पत्रिका का विमोचन किया गया। जिसमें शुरुआत उनके बचपन से की गई ,संघर्ष एवं समाज के हित में अविस्मरणीय यादें ,समाज हित में किए गए कार्यों को जनमानस पर अपना व्यक्तित्व के प्रभाव को क्षेत्र के लोगों के द्वारा पारित किया गया एक पत्रिका का विमोचन किया गया। इसका लोगों ने काफी मंत्रमुग्ध होकर पढ़े और सराहे। उनकी इस पत्रिका के माध्यम से आने वाले पीढ़ी एवं नव युवाओं को जोश भरने का काम करेगा।






बहरागोड़ा:-70 की आबादी वाले गांव में ग्रामीण बोले- रोड नहीं, तो वोट नहीं; चुनाव बहिष्कार की चेतावनी..............

बहरागोड़ा संवाददाता 

बहरागोड़ा:-बहरागोड़ा की ग्राम पंचायत डोमजुड़ी के नाराणपुर में रहने वाले ग्रामीणों ने खराब सड़क को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है जबकि आदिवासी बहुल क्षेत्र इलाका में ऐसी बत्तर हालत और आने वाले चुनावों में 'रोड नहीं, तो वोट नहीं' का नारा लगाते हुए मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के अभाव में उन्हें और उनके बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगभग 70 लोगों की आबादी है, जिसमें 90 मतदाता हैं। गांव में कोई भी पक्की सड़क न होने के कारण बारिश के मौसम में कीचड़ भर जाता है, जिससे बच्चों को स्कूल जाने में बड़ी दिक्कत होती है। कई बार बच्चे कीचड़ में गिर जाते हैं और स्कूल जाने की जगह घर लौट आते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की इस दयनीय स्थिति के कारण कई परिवार गांव से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए जैसे कई अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन उन्हें आज तक कोई समाधान नहीं मिला है।इस विकट स्थिति से तंग आकर गांव के लोगों ने एकजुट होकर फैसला किया है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ और गांव में सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वे चुनाव में वोट नहीं देंगे। गांव के निवासी सहराय मुंडा ने कहा, "वोट के लिए नेता लोग मीठी-मीठी बातें करके चले जाते हैं, लेकिन हमारी परेशानियों पर कोई ध्यान नहीं देता।" उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक उनके गांव में सड़क नहीं बनती, वे किसी भी पार्टी को वोट नहीं देंगे और चुनाव प्रचार के लिए आने वाले नेताओं को गांव से भगा देंगे। ग्रामीण ने कहा कि बारिश के मौसम में कच्ची सड़क की वजह से आवागमन बेहद मुश्किल हो जाता है। सड़क पर गड्ढे और कीचड़ होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने में बहुत परेशानी होती है। उन्हें पीठ पर या गोद में उठाकर ले जाना पड़ता है। कई बार तो बच्चे बीच रास्ते से ही वापस लौट आते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है।सहराय मुंडा, विष्णु मुंडा, जयदेव मुंडा, मोहन मुंडा, बाबलू मुंडा, संजय मुंडा आदि ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ और कोई उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है।इस संबंध में डंमजुड़ी ग्राम पंचायत के मुखिया विजय मुंडा ने बताया कि एक किलोमीटर सड़क का निर्माण पंचायत के बजट से संभव नहीं है। क्योंकि बजट से बहुत है। उन्होंने ग्रामीणों को जिला परिषद से संपर्क करने की सलाह दी है।

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