वित्तीय वर्ष 2025-26 के दिसंबर माह तक पूर्व मध्य रेल द्वारा प्राप्त की गयी कुछ मुख्य उपलब्धियाें का विवरण निम्नानुसार है -
1.मालगाड़ी के परिचालन को और अधिक सुगम बनाने हेतु टोरी से बीराटोली (6.5 किमी) लाइन के दोहरीकरण कार्य पूर्ण होने के साथ ही शिवपुर-टोरी तीसरी लाइन 41.5 किमी का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया तथा उस पर परिचालन किया जा रहा है। इस लाइन के निर्माण कार्य पूर्ण होने से झारखण्ड स्थित चतरा एवं लातेहार कोल माइन्स से कोयले के लदान में काफी इजाफा हुआ है जो कि देश के विभिन्न पावर प्लान्टों में कोयले की आपूर्ति को अधिक सुगमता प्रदान करता है। इसके फलस्वरूप रेलवे के राजस्व में काफी वृद्धि होगी।

2. बिहार शरीफ-अस्थावां (12.66 किमी), अस्थावां-बरबीघा (13.5 किमी) एवं बरबीघा-शेखपुरा नई रेल लाईन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके साथ ही दनियावां से जट डुमरी तक 22 किमी लंबे रेलखंड का कार्य भी पूर्ण हो जाने से 123 किमी लंबे नेउरा-दनियावां-बिहारशरीफ-बरबीघा-शेखपुरा नई लाईन परियोजना का अधिकांश भाग पूर्ण हो चुका है तथा मात्र 20 किमी लंबे जट डुमरी से नेउरा रेलखंड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। अब इस परियोजना के तहत शेखपुरा से जटडुमरी तक ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हो गया है । इसके पूर्ण होने से माल ढुलाई एवं पैसेन्जर गाड़ियों के परिचालन में सुगमता होगी जिससे रेलवे की आय में वृद्धि होगी । इसके साथ ही आसपास के क्षेत्रों का भी विकास होगा।
3. सोन नगर-पतरातू (291 किमी) तीसरी लाइन परियोजना के तहत रिचीगुटा-बेंडी-कुमेंडी (27.249 किमी) एवं सिगसिगी-उंटारी रोड-मुहम्मदगंज (22.24 किमी) का कार्य पहले ही पूर्ण कर लिया गया था । इस वर्ष बेंडी-कुमंडी (6.74 किमी) तथा उंटारी-सतबहनी-मोहम्मदगंज (11.77 किमी) का कार्य पूर्ण किया गया । इससे गाड़ियों के परिचालन एवं रेल के राजस्व में वृद्धि एवं समय की बचत हुई है।
4. नवादा-तिलैया खण्ड (17.747 किमी) के दोहरीकरण कार्य पूर्ण होने से किऊल-गया (122.88 किमी) दोहरीकरण परियोजना का कार्य सम्पन्न हो गया है। इस खण्ड में अब रेल का परिचालन निर्बाध रूप से हो रहा है।
5. गढ़वा आर0 ओ0 आर0 फेज-1 (5.10 किमी) का कार्य मार्च-2025 में पूर्ण किया गया। इसके शुरू हो जाने से चोपन की ओर से आने वाली गाड़ियों का परिचालन गढ़वा रोड स्टेशन में बिना सतही क्रॉसिंग के टोरी की ओर निर्वाध रूप से होने लगा है। इससे समय की काफी बचत हुई है एवं रेल का राजस्व भी बढ़ा है।
6. सिन्द्री मार्शलिंग यार्ड (3.00 किमी) दोहरीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है । यहाँ पर चार अतिरिक्त लूप लाइन का निर्माण किया गया है तथा यात्रियों के सुविधा हेतु हाई लेवल प्लेटफार्म एवं शेड का निर्माण किया गया है। इस परियोजना के पूर्ण होने से रेल परिचालन में काफी सुगमता होगी।
7. हजारीबाग-बानाडाग खण्ड में (4.80 किमी) दोहरीकरण कार्य पूर्ण किया गया। इस परियोजना के पूर्ण होने से एन0 टी0 पी0 सी0 खानों से कोयले की आपूर्ति में वृद्धि होगी जिससे रेलवे राजस्व को बढ़ावा मिलेगा।
8. मुगलसराय मंडल में अवस्थित रेल समपार संख्या 56 पर आर0 ओ0 बी0 के निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इससे पुसौली पावर ग्रीड एवं इसके आस-पास अवस्थित गाँव तक गया-मुगलसराय जी.टी. रोड से पहुंच सुगम हो गया है। अब इन गाँवों तथा पावर ग्रिड तक जाने के लिए रेल समपार पार कर पहुंचने में होने वाली समय की क्षति में गुणोत्तर सुधार होगा एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी काफी बेहतर होगा।
9. खगड़िया-कुश्शेवरस्थान नई रेल लाईन परियोजना (44 किमी लंबे) के तहत लगभग 19 किमी लंबे खगड़िया-अलौली रेलखंड का कार्य पूर्ण करते हुए इस पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ कर दिया गया है।
10. अररिया-सुपौल नई रेल लाईन परियोजना (92 किमी लंबे) के तहत मार्च, 2025 में 22 किमी लंबे सुपौल-पिपरा रेलखंड का तथा इसी वर्ष लगभग 10 किमी लंबे पिपरा-त्रिवेणीगंज रेलखंड का भी निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है।
11. पूर्व मध्य रेलवे में इस वित्तीय वर्ष में 77 रूट किलोमीटर पर कवच का कार्य पूर्ण करते हुए लोको ट्रायल परीक्षण किया जा चुका है । विदित हो कि दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) और प्रधानखूंटा (पीकेए) के बीच कवच का परियोजना 243 करोड़ रुपये की लागत से 417 रूट किलोमीटर रेलखंड शामिल है। इस परियोजना कि निविदा प्रदान कर दी गई है तथा अब तक 253 रूट किलोमीटर का लोको ट्रायल परीक्षण हो चुका है ।
12. इसके साथ ही इस वर्ष पूर्व मध्य रेलवे के 502 और 607 रूट किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर कवच की दो परियोजना 288 करोड़ रुपये और 264 करोड़ रुपये की लागत से कि निविदा प्रदान कर दी गई है, तथा सर्वेक्षण कार्य चल रहा है ।
13. पूर्व मध्य रेलवे द्वारा इस वर्ष अलग-अलग सेक्शन में 127 किलोमीटर के लिए ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है, जिससे लाइन कैपेसिटी बढ़ने से ट्रेनों के समय पालन में मदद मिली है।
14. वित्तीय वर्ष 2025-26 में 11 रोड ओवर ब्रिज और 04 रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण किए गए।
15. साल 2025 में पांच गति शक्ति कार्गो टर्मिनल चालू किए गए -
(i) पकड़ी बरवाडीह बनाडाग, हजारीबाग
(ii) आर.के. ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन लिमिटेड, सिंगरौली
(iii) लीप एग्री (खगड़िया) लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड, पसराहा
(iv) सतलुज जल विद्युत निगम (SJVN) थर्मल प्राइवेट लिमिटेड, चौसा
(v) एनसीएल का निगाही न्यू साइलो, शक्तिनगर
16. यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर चालू वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 36 नई ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया गया है । इनमें 02 जोड़ी वंदे भारत, 01 जोड़ी नमो भारत रैपिड रेल तथा 10 जोड़ी अमृत भारत एक्सप्रेस शामिल हैं । इनके साथ ही 05 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनें तथा 18 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का भी परिचालन प्रारंभ किया गया है।
17. इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर चालू वित्तीय वर्ष में 11 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों तथा 04 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों सहित कुल 15 जोड़ी ट्रेनों का मार्ग विस्तार भी किया गया है ।