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सोमवार, 29 दिसंबर 2025

राष्ट्रपति के कार्यक्रम बना आदिवासियों के लिए गर्व का पल*

जमशेदपुर :ऑल चिकि लिपि भाषा के 100 साल पुरे होने पर शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भारत के महामहिम राष्ट्पति द्रोपदी मुर्मू के भाषण सुनने के बाद आदिवासी समाज के मुख्य लोगो ने कहा आज का दिन काफ़ी गर्व और खुशी का पल था। वहीं करंडीह दिसुम जाहेर स्थान परिसर में ऑल इंडिया संताली राइटर्स एसोसिएशन और करंडीह दिशोंम जाहेर स्थान कमिटी के द्वारा संजूक्त रूप से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था,जहाँ देश के हर कोने से आदिवासी समाज के मुख्य लोग कार्यक्रम में शिरकत कियें...वहीं महामहिम राष्ट्पति द्रोपदी मुर्मू के अलावा झारखण्ड के राज्यपाल संतोष गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,भी मजूद रहें। वहीं राष्ट्पति द्रोपदी मुर्मू ने अपने भाषण में कहा की समाज के उत्थान के लिए सभी लोगो का योगदान काफ़ी जरुरी हैं,साथ ही महामहिम ने संथाली भाषा में गाना भी गाई। पंडित रघुनाथ मुर्मू के बड़ा पोता चुनियन रघु मुर्मू और करंडीह जाहेर स्थान के अध्यक्ष सी.आर माझी, मुखिया संघ के अध्यक्ष कान्हू मुर्मू, लुघूबुरु घंटा के सुरेन्द्र टुडू ने कहा आज का दिन काफ़ी यादगार रहा, राष्ट्पति के भाषण सुनकर हमलोग काफ़ी ख़ुश हुए और समाज को आगे बढ़ाने के लिए काफ़ी कुछ कहा। साथ ही कई साहित्यकारों को सम्मानित भी राष्ट्पति के हांथो में किया गया।


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