झारखंड के आसमान पर उम्मीद की एक नई रौशनी फैली है। अब जब रामनवमी हो या मोहर्रम, सरहुल की धुन हो या किसी और पर्व की उमंग झारखंड की गलियों में निकले जुलूसों के बीच अंधेरा नहीं छायेगा। दरअसल, 10 जून 2025 को झारखंड हाईकोर्ट के आदेश की रौशनी में, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने एक नई गाइडलाइन (SOP) जारी की है। जिसमें साफ कहा गया है कि अब किसी भी पर्व या शोभायात्रा के दौरान बिजली काटी नहीं जायेगी। लेकिन, हर राहत के साथ ज़िम्मेदारी भी आती है। SOP के अनुसार, जुलूसों में झंडों और डीजे लगे वाहनों की ऊंचाई 4 मीटर (करीब 13 फीट) से ज़्यादा नहीं होनी चाहिये। ना ही बसों या बड़े वाहनों की छत पर कोई बैठेगा, और ना ही बिजली के तारों के पास लापरवाही होगी।
त्योहारों से पहले बिजली विभाग सभी जरूरी तार, ट्रांसफॉर्मर और पोल की जांच करेगा। रास्तों पर बिजली कर्मी तैनात होंगे, चेतावनी बोर्ड और बैरिकेड लगाये जायेंगे और 24×7 बिजली नियंत्रण कक्ष भी चालू रहेगा, ताकि कोई घटना न हो और हर चेहरा मुस्कराता रहे। जहां पहले हर त्योहार के साथ ‘बिजली गई’ की चिंता जुड़ी होती थी, अब वहीं से एक नई शुरुआत हो रही है त्योहारों में अब उजालों की कमी नहीं होगी, बस सहयोग और समझदारी की जरूरत है।
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