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गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025

जामडीह: छऊ नृत्य कला केंद्रों के पुनः संचालन को लेकर जामडीह में कलाकारों की बैठक, कला पुनर्जीवन का लिया संकल्प

वर्षो से बंद पड़े विभिन्न कला केंद्रों के संचालन हेतु आज जामडीह छऊ नृत्य कला केंद्र के कलाकारों एवं नृत्य गुरुओं के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक को संबंधित करते हुए सरायकेला आर्टिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक श्री मनोज चौधरी ने कहा कि कला संस्कृति किसी क्षेत्र की आत्मा होती है। मनुष्य का अस्तित्व अपनी आत्मा के बिना नगण्य है। उन्होंने कहा कि बंद पड़े तीनों छऊ शैलियों के कला केंद्र को संचालित कर छऊ कला को पुनर्जीवित करना उनका लक्ष्य है और इस परम लक्ष्य को लेकर आज वे मानभूम शैली नृत्य विशारदों के सामने उपस्थित हैं। उन्होंने सभी कलाकारों को संगठित होकर कला के उत्थान में लगने की अपील की। 



इस दौरान कलाकारों ने पूर्व की भांति सरायकेला और खरसावां के साथ मानभूम कला केंद्र के पुनः संचालन, कला केंद्र के कलाकारों का मानदेय में वृद्धि, कला केंद्र के लिए पोशाक एवं वाद्य यंत्र उपलब्ध कराने, कला केंद्र की मरम्मती सहित कई अन्य प्रस्ताव पारित किए। सरायकेला से आए प्रतिनिधि मंडल ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही एक टीम कला निर्देशक से मिलकर सभी बंद पड़े कल केंद्रों को शीघ्र प्रारंभ करने का प्रयास करेगा। बैठक की अध्यक्षता संगीत नाटक अकेडमी अवॉर्डी श्री बृजेंद्र पटनायक ने किया। समारोह को सरायकेला आर्टिस्ट एसोसिएशन के सचिव श्री सुदीप कुमार कवि, खरसावां छऊ के संचालक मो0 दिलदार ने भी संबोधित किया। इस दौरान वरिष्ठ वाद्य कलाकार संतोष कुमार कर, श्री परेश पारित, कार्तिक कुमार महतो, गुरु चंडी महतो, ललित महतो सहित कई गुरु और कलाकार उपस्थित थे।











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