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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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रविवार, 7 सितंबर 2025

राजगांगपुर: तेज रफ्तार ने ली दो पल्सर सवार की जान

ट्रेलर व पल्सर के बीच जोरदार टक्कर, राजगांगपुर रानीबंध के समीप सड़क दुर्घटना


राजगांगपुर। रानीबंध के समीप रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार से आ रही एक ट्रेलर और पल्सर बाइक के बीच हुई जोरदार टक्कर में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक सवार युवक तेज गति से सड़क पार कर रहे थे, तभी सामने से आ रहे ट्रेलर ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही राजगांगपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और कुछ समय के लिए सड़क जाम की स्थिति भी बनी।

पुलिस ने ट्रेलर चालक को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच जारी है।






चाईबासा । मुठभेड़ में 10 लाख के ईनामी जोनल कमांडर अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया।

10 लाख रुपए का इनामी जोनल कमांडर अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया। कोबरा जवानों ने मुठभेड़ में अपटन को मार गिराया।

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में रविवार सुबह सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह घटना गोइलकेरा थाना क्षेत्र के रेलापराल जंगल में घटी। मुठभेड़ में भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया। उस पर झारखंड सरकार ने 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

नक्सलियों की गोलीबारी का सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। दोनों ओर से चली गोलीबारी के बीच जवानों का दबाव बढ़ता देख कई नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। हालांकि मुठभेड़ में एक नक्सली मौके पर ही ढेर हो गया।

मुठभेड़ खत्म होने के बाद सुरक्षा बलों  ने इलाके में सघन सर्च अभियान चलाया। इस दौरान जवानों को एक नक्सली का शव मिला, जिसकी पहचान जोनल कमांडर अमित हांसदा के रूप में हुई। उसके पास से हथियार और कारतूस भी बरामद किए गए हैं। सुरक्षाबलों की मानें तो इस अभियान से इलाके में सक्रिय माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है।





गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा में हाथी हमले में मृतक के परिवार से मिले युवा समाजसेवी कुणाल महतो दी सांत्वना......

गुड़ाबांदा संवाददाता:-देबाशीष नायक

  गुड़ाबांदा:-गुड़ाबांदा प्रखंड के बालिजुड़ी ग्राम में विगत दिनों एक दुःखद घटना घटित हुई, जिसमें जंगली हाथी के हमले में स्वर्गीय सरोज कुमार पाल की दर्दनाक मृत्यु हो गई। इस सूचना से आहत युवा समाजसेवी कुणाल महतो ने शोकाकुल परिवार से मिलने का निर्णय लिया। *संवेदना और सहायता* श्री महतो ने परिवार से मिलकर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की और उन्हें आश्वस्त किया कि पूरा भाजपा परिवार और वे व्यक्तिगत रूप से हर संभव सहयोग के लिए सदैव साथ खड़े हैं। परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की गई और भविष्य में भी हर आवश्यक मदद का आश्वासन दिया गया। *समस्या का समाधान* ग्रामीणों ने बताया कि जंगली हाथियों के हमले से आए दिन कई लोगों की जान जा रही है और अंधेरे में खतरा और भी बढ़ जाता है। श्री महतो ने आश्वासन दिया कि वे शीघ्र ही वन विभाग के वरीय अधिकारियों से मिलकर इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। साथ ही, गांव के चौक-चौराहों पर एलईडी लाइट लगाने की मांग को प्राथमिकता से उठाया जाएगा, ताकि ऐसी अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। *भाजपा की एकजुटता* इस अवसर पर गुड़ाबांदा मंडल अध्यक्ष रवींद्रनाथ गांतात, सांसद प्रतिनिधि गौरव पुष्टि, बब्रुवाहन घोष, प्रखंड उप प्रमुख रतन लाल राउत, मंडल उपाध्यक्ष चांदराय हांसदा, आशीष कुमार घोष, मंडल मंत्री अखिलेश साव, सीमंत नायेक, राम रंजन घोष, देवाशीष करण, चण्डी सिट, पिनाकी सिट, चंदन सिट, तरुण महतो, अभिजित कुईला, शिव शंकर पात्र, विष्टु नायेक समेत अनेक भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर शोक संतप्त परिवार को संबल प्रदान किया और उन्हें इस कठिन समय में साथ देने का आश्वासन दिया।

मूंछें बनी इस बॉलीवुड एक्टर की पहचान

पड़ोसन शराबी और आन जैसी फिल्मों में काम कर चुका एक अभिनेता जिसने अपने कॉमिक रोल्स से दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर दिया उन्हें इंडस्ट्री में लाने वाले अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) थे। 

एक काजी से अभिनेता बनने का सफर उन्होंने कैसे तय किया चलिए आपको इस बारे में बताते हैं।




जयपुर में बड़ा हादसा, 4 मंजिला इमारत गिरने से 2 लोगों की मौत और 5 घायल

जयपुर में एक दर्दनाक हादसे में 4 मंजिला हवेली गिरने से पिता और पुत्री की मौत हो गई जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। 

यह घटना सुभाष चौक इलाके में हुई। बचाव दल ने मलबे से लोगों को निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों में प्रभात और उनकी 6 वर्षीय बेटी पीहू शामिल हैं। प्रभात की पत्नी सुनीता की हालत गंभीर बनी हुई है।





Chandra Grahan 2025: पितृ पक्ष में ग्रहण का साया.....

झारखण्ड संवाददाता 

Grahan During Pitru Paksha: इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण से होगी तो वहीं इसका समापन सूर्य ग्रहण से. आइए जानते हैं कि ग्रहण के कारण पितृपक्ष के पहले और आखिरी दिन श्राद्ध कर सकते है या नहीं. Chandra Grahan 2025 During Pitru Paksha: 07 सितंबर को भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि से शुरू होने वाले पितृ पक्ष जो 21 सितम्बर अश्विन मास की अमावस्या तक चलता है. इन 15 दिनों में पितृ पृथ्वी पर आते हैं. इसलिए अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और उनके मोक्ष के लिए परिजन श्राद्ध पिंडदान, तर्पण और अर्पण करते हैं. इसके फलस्वरूप परिवारजन को खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है. श्राद्ध न करने की स्थिति में आत्मा को पूर्ण मुक्ति नहीं मिलती. पितृ पक्ष में पूजा-पाठ और स्मरण करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और उनकी आत्मा को शांति मिलती है. इसमें नियम और अनुशासन का पालन करने से इसका पूरा लाभ मिलता है. लेकिन इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण से होगी, जबकि इसका समापन सूर्य ग्रहण से होगा, यानी पितृ पक्ष के पहले दिन चंद्र ग्रहण लगेगा, जबकि आखिरी दिन सूर्य ग्रहण लगेगा. ऐसे में इसे लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है कि क्या ग्रहण के कारण पितृपक्ष के पहले और आखिरी दिन श्राद्ध कर सकते है या नहीं. क्योंकि ग्रहण के दौरान कई कार्य वर्जित माने जाते हैं. तो आईए जानते है.. आज लगेगा साल का आखरी चंद्र ग्रहण पितृ पक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण के साथ यानीसाल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण भारत में 7 सितंबर को रात 9ः57 तक से शुरू होकर 7 सितम्बर की रात 8 सितंबर को सुबह 1ः27 बजे तक चलेगा. इस दौरान चंद्रमा लाल या नारंगी रंग का दिखेगा, जिसकी वजह से इसे ब्लड मून भी कहा जाएगा. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और यह तब होता है, जब पृथ्वी की छाया पूरी तरह से चांद की सतह पर पड़ती है. इसी दिन से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी. इसका सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाएगा. ऐसे में दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से पहले श्राद्ध और तर्पण करना उचित होगा. सूतक काल में न करें ये काम ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तिया ज्यादा प्रभावी हो जाती है, इसलिए इस समय श्राद्ध कर्म करना अशुभमाना जाता है. अगर आप ग्रहण के दौरान श्राद्ध करने को लेकर चिंतित हैं, तो आप ग्रहण का सूतक काल समाप्त होने के बाद शुभ मुहूर्त में श्राद्ध कर्म कर सकते हैं. चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. सूतक काल से ग्रहण की समाप्ति तक कुछ कार्य वर्जित होते हैं. ऐसे में इस दौरान मंदिर न जाएं, ब्राह्मण को भोजन न कराएं और न हीं भोजन पकाया जाता है. ग्रहण खत्म होने के बाद ही पितरों के निमित्त दान दें. सूर्य ग्रहण का समय इसके बाद 21 सितम्बर 2025 सर्व पितृ अमावस्या पर लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल भी नहीं माना जाएगा. लिहाजा, इस दिन श्राद्ध और तर्पण करने में कोई परेशानी नहीं है. इसके अलावा ग्रहण के दिन दान और पुण्य भी करना चाहिए. पितृ पक्ष में यह समय होने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. ये सूर्य ग्रहण रात 11 बजे शुरू होकर 22 सितंबर को 3ः24 पर समाप्त होगा. सूतक काल से ग्रहण के खत्म होने तक गर्भवती घर से बाहर न निकले बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है. इस दिन डिलीवरी न कराएं तो बेहतर होगा. सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.
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जॉली एलएलबी 3 का धांसू ट्रेलर इस तारीख को होगा रिलीज

अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी 3 (Jolly LLB 3 Trailer) का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है। फिल्म में अक्षय कुमार और अरशद वारसी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के ट्रेलर की रिलीज डेट को लेकर मेकर्स ने बड़ा अपडेट दिया है। सौरभ शुक्ला ने बताया कि फिल्म का ट्रेलर किस दिन और कहां पर लॉन्च किया जाएगा।




दीपों की लौ से जगमगाई गयाजी, पितृपक्ष मेला शुरू

बिहार: गयाजी के विष्णुपद मंदिर परिसर में आज जब मंत्रोच्चार और दीप प्रज्ज्वलन हुआ, तो लगा मानो धरा ने आकाश से संवाद साध लिया हो। राजस्व मंत्री संजय सरावगी, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह और वन व पर्यावरण मंत्री सुनील सिंह ने मिलकर 16 दिवसीय पितृपक्ष मेला का शुभारंभ किया। केंद्रीय मंत्री सह गयाजी सांसद जीतन राम मांझी और दोनों डिप्टी CM सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा उद्घाटन में शामिल नहीं हो सके, परंतु मंच पर मौजूद मंत्रियों ने श्रद्धा का दीप प्रज्वलित कर आस्था को नया आयाम दिया। जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने स्वागत भाषण में साफ कहा, “यह मेला सिर्फ प्रशासन का नहीं, गयाजी की जनता का है। यहां आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु हमारे अतिथि हैं।”

श्रद्धालुओं के लिये सफाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य, आवासन और पेयजल का खास इंतेजाम किया गया है। घाटों पर सोलर चार्जर, पार्किंग और मेडिकल कैंप लगाये गये हैं। हर शाम लेजर लाइट साउंड शो होगा, जो गयाजी की महिमा को रोशन करेगा। राजस्व मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि “गयाजी वह धरती है जहां स्वर्ग का द्वार खुलता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पितृपक्ष मेला की सूरत ही बदल दी है। इस बार मेला आयोजन पर करोड़ों की राशि स्वीकृत की गई है। पैसे की कोई कमी नहीं होगी।” वहीं, पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह ने कहा कि “आज मेला विश्वविख्यात हो चुका है। 20 साल पहले जो स्थिति थी, उससे कहीं बेहतर प्रबंधन आज दिखता है। CM नीतीश कुमार ने राजकीय दर्जा देकर मेला को भव्यता दी है।” MLC आफाक अहमद खान ने कहा कि “गयाजी की परंपरा है कि हम पिंडदानियों का परिवार की तरह स्वागत करें। विष्णुपद क्षेत्र का विकास मुख्यमंत्री की प्राथमिकता है।” सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि “गंगा मैया का पवित्र जल अब सीधे गयाजी पहुंच रहा है। श्रद्धालु यहां आकर पिंडदान के साथ गंगाजल का आशीर्वाद भी पायेंगे।”

गयापाल पंडा समाज के अमरनाथ पंडा ने कहा कि “गयाजी की छवि आज देश-दुनिया में निखर रही है। सरकार ने रबर डैम से लेकर नये प्रारूप तक कई योजनाएं दी हैं। हम प्रशासन और सरकार का धन्यवाद करते हैं।” समारोह में पिंडदानियों को गंगाजल वितरित किया गया।






झारखंड-बंगाल के सपनों का संगम

राँची : कोलकाता की रौनक में एक खास लम्हा रहा। जब झारखंड के CM हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री एवं कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम आमने-सामने बैठे। 

ये सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि रिश्तों की वो डोर भी मजबूत हुई, जो दो पड़ोसी राज्यों की सरहद से आगे बढ़कर दिलों तक पहुंचती है। बातचीत में विकास और सौहार्द की झलक साफ थी, झारखंड की मिट्टी की खुशबू और कोलकाता की गलियों की पुरानी दोस्ती एक साथ महसूस हुई। यह मुलाकात मानो एक कहानी का नया अध्याय हो, जहां राजनीति की कठोरता नहीं, बल्कि अपनत्व की नरमाहट झलक रही थी। झारखंड और बंगाल की इस साझेदारी से आम लोगों को भी उम्मीद की किरण दिखी कि आने वाले दिनों में दोनों प्रदेशों की दोस्ती रिश्तों से आगे बढ़कर विकास की राह रोशन करेगी।









मशहूर जाकिर खान बोले, बात हाथ से निकल जाए उससे पहले…

भीड़ की तालियों के बीच, हर दिल में अपनी बातें पिघलाने वाला नाम — जाकिर खान। वो लड़का, जो माइक के सामने खड़ा होता था और लोग अपनी थकी ज़िंदगी का बोझ एक घंटे के लिए भूल जाया करते थे। लेकिन अब… जाकिर खुद थक गये हैं। शनिवार को उन्होंने इंस्टाग्राम पर कुछ शब्द लिखे — सीधे दिल से निकले हुये। कहा, “मैं एक साल से बीमार हूं… पर रुक नहीं पाया।” 10 साल से लगातार टूर, दिन में दो-दो शो, रातों की नींद उड़ी हुई और सुबह-सुबह की फ्लाइटें। ‘हर मिलने वाले को खुश करना था… लेकिन खुद से कब मिला था?’ — शायद यही सवाल अब ज़ाकिर से ज़ोर से पूछने

‘मन नहीं मान रहा, पर अब रुकना ज़रूरी है’

उन्होंने साफ कहा, “स्टेज से प्यार है, पर अब थोड़ा ब्रेक लेना पड़ेगा।” एक साल से जो थकावट जमा हो रही थी, वो अब जिस्म में दर्द बन गई है और मशहूर स्टैंडअप कॉमेडियन ज़ाकिर अपने अंदाज में बोले, “बात हाथ से निकल जाए उससे पहले संभालनी चाहिए।”

‘पापा यार’… आखिरी टूर?

अब वो जो नया टूर लेकर आ रहे हैं, उसका नाम है — “पापा यार”। इस टूर में शो कम होंगे, सीटें लिमिटेड होंगी और शायद… यही टूर रिकॉर्ड करके वो एक लंबा ब्रेक लेंगे। इंदौर के चाहने वालों के लिए थोड़ी मायूसी है, क्योंकि वहां शो नहीं होगा। लेकिन भोपाल बुला लिया है — “चलो भोपाल मिलते हैं” — यूं कहा, जैसे किसी पुराने यार को बुलाया हो।

टाइम्स स्क्वायर तक पहुंचा  

जाकिर सिर्फ शब्दों से खेलते नहीं — वो इतिहास भी रचते हैं। हाल ही में अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर पर उन्होंने हिंदी में स्टैंडअप परफॉर्म किया — और बन गये ऐसा करने वाले पहले हिंदी कॉमिक। स्टैंडिंग ओवेशन मिला — कई मिनटों तक।

वो अकेले थे, पर हिंदुस्तान की आवाज उनके साथ गूंज रही थी।






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