देश में लगातार पांच दिनों से इंडिगो की उड़ानें देरी और रद्द होने के बाद स्थिति बिगड़ गई। इसे गंभीर चूक मानते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को कारण बताओ नोटिस भेजा है। DGCA ने कहा कि 24 घंटे में कारण बताएं कि नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई क्यों न की जाए। समय पर जवाब नहीं मिलने पर एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।
सरकार और एयरलाइन की बैठक में कड़ा रुख
लगातार बढ़ रही शिकायतों के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो के CEO के साथ लंबी बैठक की। इसमें फ्लाइट देरी, रद्दीकरण, यात्रियों की फंसी बुकिंग, रिफंड और एयरलाइन की जिम्मेदारियों पर चर्चा हुई। सरकार ने साफ कहा कि यात्रियों को तत्काल रिफंड दिया जाए और उड़ानें जल्द सामान्य की जाएं।
DGCA ने जांच समिति बनाई
उड़ानों में हुई गड़बड़ी को देखते हुए DGCA ने चार सदस्यीय जांच समिति बनाई है। यह समिति तकनीकी समस्या, स्टाफ की कमी, प्रबंधन की गलती या किसी और कारण को खोजेगी। समिति यह भी बताएगी कि ऐसी स्थिति दुबारा न हो, इसके लिए क्या कदम जरूरी हैं।
यात्रियों की परेशानी पर सरकार की चिंता
देश के कई हवाई अड्डों पर यात्रियों को रात भर रुकना पड़ा। कनेक्टिंग फ्लाइट छूटने से बच्चों और बुजुर्गों को भी बड़ी परेशानी हुई। सरकार ने एयरलाइन को निर्देश दिए कि यात्रियों को बिना देर किए रिफंड, होटल सुविधा और पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
एयरलाइन की दिन-प्रतिदिन की रिपोर्ट सरकार को
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल प्राथमिकता है कि उड़ान सेवाएं जल्द पटरी पर लौटें। प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद जिम्मेदारी तय की जाएगी। इंडिगो को रोज की स्थिति सरकार को लिखित रूप में देनी होगी।
देशभर के एयरपोर्ट पर हालात सामान्य
स्टाफ की कमी की वजह से इंडिगो ने इस सप्ताह कई उड़ानें रद्द की थीं। शुक्रवार को 1600 और शनिवार को 800 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द हो गईं, जिससे हजारों यात्री फंस गए। अब देश के लगभग सभी एयरपोर्ट पर चेक-इन और सुविधाएं सामान्य हो रही हैं।
मुंबई एयरपोर्ट की विशेष व्यवस्था
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने 25 ग्राउंडेड इंडिगो विमानों के लिए अतिरिक्त पार्किंग बनाई है। वहीं यात्रियों के लिए नई कुर्सियां, मुफ्त रिफ्रेशमेंट, अतिरिक्त कस्टमर सर्विस स्टाफ और 24 घंटे हेल्पडेस्क लगाई गई है। बैगेज लौटाने के लिए भी एक विशेष टीम बनाई गई है।




















