पिस्टल के लाइसेंस की समीक्षा करते हुए उसे निरस्त कर दिया गया*
*अपने पद और प्रभाव का उपयोग करते हुए बन्ना गुप्ता ने ग्लाक पिस्टल का लाइसेंस प्राप्त किया था*
रांची झारखंड सरकार में पूर्व मंत्री रहे कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता से सरकार ने अत्याधुनिक ग्लाक पिस्टल वापस मांग ली है। जानकारी के अनुसार, मंत्री पद पर रहते हुए बन्ना गुप्ता ने अपने पद और प्रभाव का उपयोग करते हुए इस पिस्टल का लाइसेंस प्राप्त किया था।ग्लाक पिस्टल आधुनिक और उच्च श्रेणी की फायरआर्म मानी जाती है, जिसका उपयोग आम तौर पर सुरक्षा एजेंसियों और विशेष परिस्थितियों में अधिकारियों को ही अनुमन्य होता है।
लेकिन बन्ना गुप्ता ने मंत्री रहते हुए इसका निजी लाइसेंस प्राप्त कर लिया था।विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद जब वह सरकार से बाहर हो गए और उनका मंत्री पद भी समाप्त हो गया, तो प्रशासन ने उनके पिस्टल के लाइसेंस की समीक्षा करते हुए उसे निरस्त कर दिया। इसके साथ ही उन्हें ग्लाक पिस्टल सरकार को वापस लौटाने के निर्देश जारी किए गए हैं।सूत्रों के मुताबिक, पुलिस और जिला प्रशासन ने इस संबंध में औपचारिक पत्र भी भेज दिया है। यदि तय समयसीमा में पिस्टल नहीं लौटाई गई, तो कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
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