
शक्ति का दूसरा रूप है नारी | खुद में ही सशक्त होती है नारी।
मां,बेटी, बहु न जाने कितने है उसके किरदार,
हर मुश्किल परिस्थिति की वो है सफल हकदार।।

08 मार्च अंतराष्ट्रीय नारी दिवस के रूप में मनाया जाता है। नारी का जीवन न जाने कितनी ही मुश्किल परिस्थितियों से गुज़रकर साकार होता है। कभी खुद ही हर दर्द को अपने में समेटकर, प्रेम का संचार करती है, तो कभी खुद की चंडी का रूप बनकर दुष्टों का संहार करती हैं। अपनी ममता और स्नेह से अपने परिजनों का जीवन संवारती है।