खरसावां प्रखंड अंतर्गत बंदिराम स्कूल परिसर में आदिवासी कुड़मी समाज को बैठक धर्मेंद्र कुमार महतो की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कुड़माली भाषा साहित्य को लिपि पर विशेष चर्चा की गई। साथ ही बताया गया कि कुड़माली भाषा को लिपि समाज के लिए महत्व कोई मायनों में है। लिपि भाषा को स्थायी रूप देता है और साहित्य को संरक्षित करतीहै। इसके अलावा, लिपि भाषा को समझने और सीखने में भी मदद करती है
इस दौरान भाषा का संरक्षण साहित्य का संचय शिक्षा और जागरूकता संस्कृतिक का विकास आदि पर चर्चा किया गया। इसके अलावे सामाजिक एकता बनी रहे इस पर पूरा जोर रहेगा। इसमें कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल कराने, समाज के कला संस्कृति को संरक्षित करने, लोगों में आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक राजनीतिक चेतना का जागृत करने, सामाजिक कुरीतियों को दूर करने तथा दहेज प्रथा को समाप्त करने के मुद्दे पर विचार विमर्श किया जाएगा। वही समाज का सामाजिक आर्थिक और सामाजिक संस्कृतिक पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई। बैठक में मुख्य रूप से रामरतन महतो, राजकुमारमहतो, धर्मेंद्र कुमार महतो, चितरंजन महतो, दीपक कुमार महतो, रामविलास महतो, गौर चंद्र महतो, निरंजन कुमार महतो आदि उपस्थित थे। सरायकेला खरसावां संवाददाता सुशील कुमार।
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें