श्रीनाथ विश्वविद्यालय में ‘नेशनल साइंटिफिक टेम्पर डे 2025’ के अवसर पर एक विशेष व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. एस. एन. सिंह के वेलकम स्पीच से हुई और उन्होंने छात्रों को तार्किक सोच अपनाने तथा प्रत्येक विषय को जिज्ञासु दृष्टिकोण से समझने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि और वक्ता श्री शैलेन्द्र अवस्थाना सेवानिवृत्त सहायक निदेशक गुणवत्ता आश्वासन वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार ने बुद्ध के उपदेशों की वैज्ञानिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और विवेकपूर्ण जीवन जीने का संदेश दिया।
कोल्हान विश्वविद्यालय से वनस्पति विज्ञान की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. किरण शुक्ला ने डार्विन के विकासवाद सिद्धांत को समझाया तथा समाज में प्रचलित अंधविश्वासों के उदाहरण प्रस्तुत किए। वहीं डॉ. कनय बारिक सहायक प्राध्यापक भौतिकी घाटशिला कॉलेज ने विज्ञान की ऐतिहासिक यात्रा और वैज्ञानिकों के योगदान का उल्लेख किया।
इसके अलावा श्रीनाथ विश्वविद्यालय स्थित गणित विभाग के हेड डॉ. तरुण कुमार महतो ने छात्रों से तार्किकता अपनाने और अधिक प्रश्न पूछने की आदत विकसित करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में स्कूल ऑफ फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. प्रशांत कुमार मोहापात्रा ने सभी को धन्यवाद देते कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया।
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