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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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शनिवार, 15 नवंबर 2025

झारखंड स्थापना के रजत समारोह का सफल आयोजन — जिले के 9 प्रखंडों के सभी ग्राम संगठनों (VO) में कार्यक्रम उत्साहपूर्वक सम्पन्न

झारखंड स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जिले के सभी 9 प्रखंडों के ग्राम संगठनों (Village Organizations – VO) में रजत जयंती समारोह का आयोजन village-level पर उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रमों का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के संगठनात्मक सशक्तिकरण, नेतृत्व विकास तथा सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना रहा।










राज्य स्तरीय टीम से श्री रौशन पारट पिंगुवा सहित JSLPS के जिला एवं प्रखंड स्तर के अधिकारियों एवं कर्मियों ने विभिन्न ग्राम संगठनों में भाग लेकर सखी मंडलों का उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ स्वयं सहायता समूह (SHG) एवं कैडर को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सभी ग्राम संगठनों में महिलाओं द्वारा संचालित विकास एवं आजीविका गतिविधियों की सराहना करते हुए उन्हें और सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया गया।

यह जिला-स्तरीय आयोजन महिला सशक्तिकरण, सामुदायिक विकास तथा आजीविका वृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण एवं प्रेरक पहल साबित हुआ।


बिहार: यह सुशासन की जीत है’बिहार चुनाव में NDA की प्रचंड जीत पर बोले पीएम मोदी

बिहार: बिहार चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने जोर देकर बोला है कि यह सुशासन की जीत है, विकास की जीत है। पीएम मोदी ने कहा कि सुशासन की जीत हुई है। विकास की जीत हुई है। जन-कल्याण की भावना की जीत हुई है। सामाजिक न्याय की जीत हुई है। बिहार के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार, जिन्होंने 2025 के विधानसभा चुनावों में एनडीए को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें जनता-जनार्दन की सेवा करने और बिहार के लिए नए संकल्प के साथ काम करने की शक्ति प्रदान करेगा।


प्रधानमंत्री ने आगे लिखा कि मैं एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अथक परिश्रम किया है। उन्होंने जनता के बीच जाकर हमारे विकास के एजेंडे को सामने रखा और विपक्ष के हर झूठ का मजबूती से जवाब दिया। मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं!

पीएम ने इसके बाद लिखा कि आने वाले समय में हम बिहार के विकास, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां की युवा शक्ति और नारी शक्ति को समृद्ध जीवन के लिए भरपूर अवसर मिले।

दिग्गज एक्ट्रेस कामिनी कौशल का 98 वर्ष की उम्र में निधन, कान फिल्म अवॉर्ड जीतने वाली पहली इंडियन एक्ट्रेस

मुंबई : बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस कामिनी कौशल का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है। बताया जाता है कि इस फिल्म ने पहले कान फिल्म समारोह में बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड जीता और पाल्मे डी'ओर पुरस्कार जीतने वाली एकमात्र भारतीय फिल्म बनी रहीl



चाईबासा में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर मंत्री दीपक बिरुआ ने प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

 चाईबासा धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती अवसर पर चाईबासा बस स्टैंड अवस्थित धरती आबा की प्रतिमा पर झारखंड सरकार के भू राजस्व सह परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने किया माल्यार्पण, इस अवसर पर उनके साथ  पश्चिम सिंहभूम जिले के उपायुक्त चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक अमित रेणु, उपविकास आयुक्त संदीप मीणा ने भी किया भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण



शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

Bahragora: बहरागोड़ा में दो मोटरसाइकिलों की टक्कर, दो की हालत गंभीर – ओडिशा रेफर.........

बहरागोड़ा संवाददाता:-BAPI 

बहरागोड़ा: बहरागोड़ा क्षेत्र के डोमजुड़ी पंचायत अंतर्गत एकताल गांव में शुक्रवार को दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में दो पुरुष, एक महिला और तीन साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गए।सूचना के अनुसार, बरहागाड़िया गांव निवासी सुकुमार मुंडा अपनी माता बैशाखी मुंडा के साथ एक दिशा में जा रहे थे। दूसरी ओर, ईंटामुड़ा गांव निवासी दीपांकर मुंडा अपनी तीन वर्षीय बेटी भाग्यलक्ष्मी मुंडा के साथ पश्चिम बंगाल की तरफ जा रहे थे। एकताल गांव के पास, दोनों बाइक चालकों ने कथित तौर पर संतुलन खो दिया, जिससे दोनों वाहन आमने-सामने टकरा गए।दुर्घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत मदद की। उन्होंने अपने निजी वाहनों का उपयोग कर सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बहरागोड़ा पहुंचाया।स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद, बाइक चालक दीपांकर मुंडा और सुकुमार मुंडा की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें ओडिशा के पीआरएम मेडिकल कॉलेज, बारीपदा रेफर कर दिया गया। बैशाखी मुंडा और भाग्यलक्ष्मी मुंडा का इलाज बहरागोड़ा में जारी है।

नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल के सभी शाखाओं में बाल दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

आज नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल की सभी शाखाओं — पोखरी, बिरसानगर, बारीडीह, आदित्यपुर, कदमा, परसूडीह, हल्दीपोखर और राखामाइंस — में बाल दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। पूरे दिन स्कूलों में बच्चों की खुशियों की गूंज, रंग-बिरंगी गतिविधियों और उल्लास का माहौल दिखाई दिया।




बच्चों के लिए विशेष ‘बाल मेला’ का आयोजन: दिन को और भी यादगार बनाने के लिए सभी शाखाओं में बाल मेला आयोजित किया गया, जिसमें बच्चों ने खुले मन से भाग लिया। मेले में—

खेल-कूद, स्वादिष्ट फूड स्टॉल, क्राफ्ट एवं आर्ट कॉर्नर, मजेदार प्रतियोगिताएँ, टैलेंट शो जैसी आकर्षक गतिविधियों ने बच्चों को भरपूर आनंद दिया।

मेले में बच्चों ने खिलखिलाते हुए अपने भीतर की रचनात्मकता और प्रतिभा को खुलकर प्रदर्शित किया। स्कूल परिसर बच्चों की हंसी, उत्साह और ऊर्जा से सराबोर दिखा।

दिन को बनाया गया बच्चों के नाम: नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल परिवार ने आज का दिन पूरी तरह बच्चों को समर्पित रखा। प्रत्येक शाखा में शिक्षकों ने बच्चों के लिए मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, कहानियाँ सुनाईं, खेल कराए और पूरे दिन बच्चों को प्रोत्साहित किया।

शिक्षकों ने कहा कि— “बच्चे ही हमारे भविष्य की आशा और समाज की शक्ति हैं। उनकी मुस्कान, उनकी जिज्ञासा और उनकी रचनात्मकता ही इस दिन को खास बनाती है।”

प्रबंधन की ओर से शुभकामनाएँ: स्कूल प्रबंधन ने सभी बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल का उद्देश्य बच्चों को ऐसे अवसर देना है, जिससे वे पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन, आत्मविश्वास, टीमवर्क और सामाजिक मूल्यों को भी सीख सकें।

प्रबंधन ने सभी शिक्षकों और अभिभावकों का भी धन्यवाद किया, जिनके सहयोग से सभी शाखाओं में यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा।

उत्साह और मुस्कान के साथ समापन: दिनभर के उत्सव ने बच्चों के चेहरे पर जो मुस्कान छोड़ी, वही कार्यक्रम की सबसे बड़ी सफलता रही। बच्चों ने बाल मेला और विभिन्न गतिविधियों का भरपूर आनंद लिया और अपने साथ ढेर सारी यादें लेकर घर लौटे।







घाटशिला उपचुनाव में झामुमो की ऐतिहासिक जीत, सोमेश चंद्र सोरेन ने भारी अंतर से बनाया रिकॉर्ड

घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए एक बार फिर अपनी मजबूत स्थिति सिद्ध कर दी है। झामुमो उम्मीदवार सोमेश चंद्र सोरेन ने 1,04,794 वोट हासिल कर भाजपा उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन पर 38,524 वोटों की विशाल बढ़त बनाई। यह बढ़त सीट के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसे राजनीतिक हल्कों में ऐतिहासिक विजय बताया जा रहा है।

भाजपा के बाबूलाल सोरेन को 66,270 वोट, जबकि झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के रामदास मुर्मू को 11,542 वोट मिले। पूरे मुकाबले में झामुमो ने एकतरफा बढ़त बनाकर साबित किया कि घाटशिला में उसकी पकड़ पहले से कहीं अधिक मजबूत है।

यह उपचुनाव झामुमो के लिए सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि ऐतिहासिक सफलता है, क्योंकि यह परिणाम कठिन राजनीतिक परिस्थितियों और विपक्ष के लगातार हमलों के बीच आया है। इस जीत ने साफ कर दिया कि झामुमो का जनाधार न केवल सुरक्षित है, बल्कि पहले से ज्यादा मज़बूत हुआ है। सोमेश चंद्र सोरेन की इस ऐतिहासिक जीत ने पार्टी को राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा दी है।


पार्टी नेताओं का मानना है कि जनता ने झामुमो की नीतियों, विकास कार्यों और आदिवासी हितों की सुरक्षा के प्रति सरकार के प्रयासों पर भरोसा जताया है। क्षेत्र के लोगों ने झामुमो को एक बार फिर ऐतिहासिक समर्थन देकर स्पष्ट संदेश दिया है.

घाटशिला आदिवासी बहुल इलाका है, जहां झामुमो की पकड़ दशकों से मजबूत रही है। लेकिन इस बार की जीत को विश्लेषक रिकॉर्ड-स्तरीय और ऐतिहासिक मान रहे हैं। बूथ स्तर पर मजबूत रणनीति, संगठन की जमीनी पकड़ और सोरेन परिवार की लोकप्रियता ने इस ऐतिहासिक फैसले को आकार दिया।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह जीत आने वाले विधानसभा चुनावों में झामुमो के लिए बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला परिणाम साबित होगी।

इस उपचुनाव में जनता ने स्थिरता, विकास और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित नेतृत्व के पक्ष में अपना ऐतिहासिक जनादेश दिया है। रोजगार, शिक्षा, सड़क, पेयजल और आदिवासी हितों पर किए गए कार्यों ने लोगों का विश्वास झामुमो के पक्ष में मजबूत किया। भारी अंतर से मिली जीत जनता के भरोसे की गवाही है।

मुख्य आंकड़े:

झामुमो के सोमेश चंद्र सोरेन: 1,04,794 वोट

भाजपा उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन: 66,270 वोट

जेएलकेएम उम्मीदवार रामदास मुर्मू: 11,542 वोट


बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत नरेंद्र मोदी जी व नीतीश कुमार जी की जनता को सपर्पित जनप्रिय नीतियों की जीत : डॉ. जटाशंकर पांडे

चांडिल : बिहार विधान सभा चुनाव 2025 एनडीए की प्रचंड बहुमत से जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने कहा कि बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत भारत के यश्वशी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व बिहार के यश्वशी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के जनप्रिय नीतियों का जीत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक सफर की कहानी एक असाधारण दस्तावेज है। 2001 से 2014 तक गुजरात में मुख्‍यमंत्री रहें और गुजरात को भाजपा का अजेय किला बना दिया। फिर केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा को 2014 में सत्‍ता दिलाई। केंद्र में मोदी जी का लगातार 11 वर्षों से राजनीतिक सफर जारी है। मोदी जी का मुख्‍यमंत्री और प्रधानमंत्री के कार्यकाल का जोड़ लिया जाए तो करीब 25 वर्ष से किसी न किसी तरह सत्‍ता का संचालन कर रहे हैं। यह इसलिए खास हो जाता है कि इंटरनेट के दौर में जब बहुत आसानी से बड़े से बड़े नेता को एंटी-इनकंबेंसी खा जाती है, मोदी अनूठे हैं जिन्‍हें प्रो-इनकंबेंसी का फायदा मिल रहा है। इसीलिए ग्‍लोबल लीडर्स के सर्वोच्‍च गुट में प्रधानमंत्री मोदी का मुकाम ऊपर है।



डॉ. पांडे ने कहा कि नवंबर 2005 में नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल की बिहार में पंद्रह साल पुरानी सत्ता को उखाड़ फेंकने में सफल हुए और मुख्यमंत्री के रूप में उनकी ताजपोशी हुई। सन् 2010 के बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों के आधार पर वे भारी बहुमत से अपने गठबंधन को जीत दिलाने में सफल रहे और पुन: मुख्यमंत्री बने। 2014 में उन्होनें अपनी पार्टी की संसदीय चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनके छठे कार्यकाल में बिहार जाति आधारित गणना 2023 की शुरुआत हुई।

झारखंड में निजी कॉलेजों की मनमानी फीस पर लगेगी लगाम, राज्यपाल ने बिल को दी मंजूरी

रांची :झारखंड में इंजीनियरिंग, मेडिकल और मैनेजमेंट जैसे कोर्स की पढ़ाई अब थोड़ी सस्ती और पारदर्शी हो सकती है। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने ऐसे पाठ्यक्रमों की फीस नियंत्रित करने के लिए विधानसभा से पारित 'झारखंड व्यावसायिक शिक्षण संस्थान (शुल्क विनियमन) विधेयक, 2025' को मंजूरी दे दी है।अब गजट नोटिफिकेशन के बाद यह कानून लागू हो जाएगा।



इस बिल को विधानसभा के पूरक मानसून सत्र में 25 अगस्त को ध्वनिमत से पारित किया गया था। इसके लागू होने के बाद राज्य के निजी व्यावसायिक कॉलेज अपनी मनमर्जी से फीस नहीं बढ़ा सकेंगे। अब फीस तय करने का जिम्मा एक 'शुल्क विनियमन समिति' के हाथों में होगा, जो हर कोर्स के लिए तय करेगी कि कौन-सा कॉलेज कितनी फीस ले सकता है।सदन में बिल पेश करते हुए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा था कि यह कदम छात्रों और अभिभावकों दोनों के हित में है। अब फीस तय करने में पारदर्शिता होगी और कोई भी संस्थान मनमानी नहीं कर सकेगा।

शुल्क निर्धारित करने वाली समिति में झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अनुशंसा पर एक अध्यक्ष नियुक्त होंगे। साथ में किसी विश्वविद्यालय के कुलपति, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और अलग-अलग कोर्स के विशेषज्ञ सदस्य होंगे। फीस तय करने से पहले समिति संस्थानों से उनके खर्च और सुविधाओं का ब्योरा मांगेगी और उसके बाद ही अंतिम फैसला लेगी।सुप्रीम कोर्ट पहले ही निर्देश दे चुका है कि राज्यों को निजी व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों की फीस नियंत्रण के लिए कानून बनाना चाहिए। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में यह व्यवस्था पहले से है। अब झारखंड में भी यह कानून धरातल पर उतरने को तैयार है।राज्य सरकार का दावा है कि इससे 'शिक्षा के नाम पर लूट' रुकेगी और छात्रों को राहत मिलेगी।

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय उत्सव के साथ बाल दिवस और झारखंड स्थापना दिवस मनाया गया

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय (एनएसयू) ने बाल दिवस और झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक गतिविधियों और विशेष फिल्म प्रदर्शन सहित तीन दिवसीय जीवंत उत्सव मनाया। विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक आयोजन समिति और विभिन्न विभागों के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, रचनात्मकता और झारखंड के गठन आंदोलन की भावना को उजागर करना था।







समारोह का औपचारिक उद्घाटन कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोआइज अशरफ और अन्य प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों द्वारा किया गया। इस तीन दिवसीय उत्सव कार्यक्रम के दौरान, विद्यार्थियों ने बच्चों के कल्याण, शिक्षा और झारखंड की सांस्कृतिक विरासत से संबंधित विषयों पर केंद्रित वाद-विवाद, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी और चित्रकला सहित कई प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

समारोह का एक विशेष आकर्षण बाल-संबंधी मुद्दों पर दो लघु फ़िल्मों और झारखंड निर्माण आंदोलन पर एक वृत्तचित्र लघु फ़िल्म का प्रदर्शन था। सभी फ़िल्मों की संकल्पना, फ़िल्मांकन और संपादन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों द्वारा किया गया है, जो दृश्य कथावाचन में उनकी उभरती प्रतिभा को प्रदर्शित करते हैं।

कार्यक्रम के अंतिम दिन आज समापन सह पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पुरस्कार वितरण समरोह में अपने उद्बोधन भाषण के दौरान, कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि ने कहा *बाल दिवस एक ऐसे वातावरण के निर्माण के लिए हमारी प्रतिबद्धता की याद दिलाता है जहाँ हर बच्चा बिना किसी बाधा के सपने देख सके, सीख सके और आगे बढ़ सके। इस अवसर को झारखंड स्थापना दिवस के साथ जोड़ना और भी सार्थक हो जाता है, क्योंकि हम अपने राज्य की पहचान, संस्कृति और आकांक्षाओं का जश्न मनाते हैं। मुझे गर्व है कि हमारे विद्यार्थियों ने ऐसे महत्वपूर्ण विषयों को व्यक्त करने के लिए फिल्म और कला जैसे रचनात्मक माध्यमों का उपयोग किया है। उनकी भागीदारी झारखंड और राष्ट्र दोनों के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाती है।

इस अवसर पर कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने कहा *यह उत्सव केवल प्रतियोगिताओं के बारे में नहीं है, बल्कि मूल्यों - ज़िम्मेदारी, जागरूकता और रचनात्मकता के बारे में भी है। झारखंड के गठन का सम्मान करते हुए, हम उन बच्चों का भी सम्मान करते हैं जो इसके भविष्य को आकार देंगे। हमारे विद्यार्थियों द्वारा दिखाया गया उत्साह सीखने और समुदाय निर्माण की उस सच्ची भावना को दर्शाता है जिसका एनएसयू प्रतीक है।

समारोह में शामिल संकाय सदस्यों ने की फिल्म प्रदर्शन की विशेष सराहना: संकाय और उपस्थित लोगों ने बाल सुरक्षा, शिक्षा असमानता और झारखंड राज्य आंदोलन के दौरान किए गए बलिदान जैसे संवेदनशील मुद्दों को संबोधित करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई फिल्मों की प्रशंसा की। ये प्रदर्शनियाँ शैक्षिक उपकरण और विद्यार्थियों के दृष्टिकोण की रचनात्मक अभिव्यक्ति दोनों के रूप में कार्य करती है।

तीन दिवसीय समारोह का समापन विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण और आयोजन समिति द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों किया प्रतिभा को प्रोत्साहित करने, सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने और भविष्य के लिए ज़िम्मेदार नागरिकों का पोषण करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।समारोह में विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और बड़ी मात्रा में विद्यार्थी उपस्थित रहे।




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