घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए एक बार फिर अपनी मजबूत स्थिति सिद्ध कर दी है। झामुमो उम्मीदवार सोमेश चंद्र सोरेन ने 1,04,794 वोट हासिल कर भाजपा उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन पर 38,524 वोटों की विशाल बढ़त बनाई। यह बढ़त सीट के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसे राजनीतिक हल्कों में ऐतिहासिक विजय बताया जा रहा है।
भाजपा के बाबूलाल सोरेन को 66,270 वोट, जबकि झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के रामदास मुर्मू को 11,542 वोट मिले। पूरे मुकाबले में झामुमो ने एकतरफा बढ़त बनाकर साबित किया कि घाटशिला में उसकी पकड़ पहले से कहीं अधिक मजबूत है।
यह उपचुनाव झामुमो के लिए सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि ऐतिहासिक सफलता है, क्योंकि यह परिणाम कठिन राजनीतिक परिस्थितियों और विपक्ष के लगातार हमलों के बीच आया है। इस जीत ने साफ कर दिया कि झामुमो का जनाधार न केवल सुरक्षित है, बल्कि पहले से ज्यादा मज़बूत हुआ है। सोमेश चंद्र सोरेन की इस ऐतिहासिक जीत ने पार्टी को राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा दी है।
घाटशिला आदिवासी बहुल इलाका है, जहां झामुमो की पकड़ दशकों से मजबूत रही है। लेकिन इस बार की जीत को विश्लेषक रिकॉर्ड-स्तरीय और ऐतिहासिक मान रहे हैं। बूथ स्तर पर मजबूत रणनीति, संगठन की जमीनी पकड़ और सोरेन परिवार की लोकप्रियता ने इस ऐतिहासिक फैसले को आकार दिया।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह जीत आने वाले विधानसभा चुनावों में झामुमो के लिए बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला परिणाम साबित होगी।
इस उपचुनाव में जनता ने स्थिरता, विकास और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित नेतृत्व के पक्ष में अपना ऐतिहासिक जनादेश दिया है। रोजगार, शिक्षा, सड़क, पेयजल और आदिवासी हितों पर किए गए कार्यों ने लोगों का विश्वास झामुमो के पक्ष में मजबूत किया। भारी अंतर से मिली जीत जनता के भरोसे की गवाही है।
मुख्य आंकड़े:
झामुमो के सोमेश चंद्र सोरेन: 1,04,794 वोट
भाजपा उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन: 66,270 वोट
जेएलकेएम उम्मीदवार रामदास मुर्मू: 11,542 वोट












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