बहरागोड़ा:- सांस्कृतिक एकता और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक विश्व आदिवासी दिवस (9 अगस्त) को लेकर सरना समिति, बहरागोड़ा की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के संस्थापक सह अध्यक्ष कृष्ण मुंडा ने की।
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि 9 अगस्त 2025 को विश्व आदिवासी दिवस को पूरे सम्मान, उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया जाएगा।
सांस्कृतिक चेतना और जनजागरण का होगा प्रतीक आयोजन
बैठक में तय किया गया कि यह आयोजन सिर्फ एक समारोह न होकर आदिवासी संस्कृति, परंपरा और सामाजिक चेतना का प्रतीक होगा। कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पारंपरिक नृत्य, लोक गीत, आदिवासी वेशभूषा प्रदर्शन और समाज की एकजुटता को दर्शाने वाले आयोजन शामिल रहेंगे।
संचालन समिति का हुआ गठन, जिम्मेदारियां तय
इस आयोजन को सफल बनाने हेतु एक संचालन समिति का गठन किया गया, जिसमें क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी सौंपी गई:
अध्यक्ष: कृष्ण मुंडा
उपाध्यक्ष: चंद्रमोहन हासदा
सचिव: रबी चांद मंडी
सह सचिव: राजेश मुर्मू
संगठन सचिव: पानसरी हांसदा
कार्यकारिणी में कई समाजसेवियों को दी गई जिम्मेदारी
कार्यकारिणी सदस्य के रूप में पीतांबर मुर्मू, बबलू मुंडा, किशुन हेंब्रम, लाल मोहन मुर्मू, बबलू टुडू, प्रेम मुर्मू, गुरुचरण सिंह, सुबोध मुंडा, सोमाय हेंब्रम, श्याम सोरेन, भीम हेंब्रम सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है।जनभागीदारी का आह्वान, आगामी बैठकों में तय होगी विस्तृत रूपरेखा
बैठक में सभी सदस्यों ने इस आयोजन को जनजागरण, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक पहचान के विस्तार का अवसर बताते हुए क्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की।
कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा और रूप सज्जा संबंधित निर्णय आगामी बैठकों में लिए जाएंगे।
सभी सदस्यों ने एकजुट होकर विश्व आदिवासी दिवस को स्मरणीय और ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया।
शुक्रवार, 25 जुलाई 2025
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