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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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गुरुवार, 31 जुलाई 2025

रूस में भयंकर भूकंप, सुनामी का अलर्ट

 

रूस के पूर्वी तट पर स्थित कामचटका प्रायद्वीप के पास बुधवार सुबह 8.7 तीव्रता का भूकंप आया। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप समुद्र में सुबह 8:25 बजे (स्थानीय समयानुसार) महसूस किया गया। इसके बाद रूस, जापान, गुआम, हवाई और अलास्का सहित कई देशों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।

सुनामी की लहरें उठीं, लोगों को ऊंचे स्थानों पर भेजा गया

भूकंप के बाद रूस के कुरील द्वीप और जापान के होक्काइडो में सुनामी की लहरें देखी गईं। जापान के नेमुरो शहर में करीब 30 सेंटीमीटर ऊंची लहर पहुंची। वहीं, रूस के सेवेरो-कुरीलस्क में भी लहरें आईं, लेकिन सभी लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों को ऊंचे स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में 8.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, अमेरिका से जापान तक सुनामी की चेतावनी जारी

कई इलाकों में तेज लहरों की आशंका

प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप के कुछ तटीय इलाकों में 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। रूस और इक्वाडोर के तटीय हिस्सों में इससे भी ऊंची लहरें आने की संभावना है।

कामचटका में अफरातफरी, बिजली और मोबाइल सेवा ठप

रूसी मीडिया के अनुसार, भूकंप के बाद कामचटका क्षेत्र के शहरों में लोग घबराकर सड़कों पर आ गए। कुछ लोग बिना जूते और कपड़ों के बाहर दिखे। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा, बिजली और मोबाइल सेवा बाधित हो गई। सखालिन द्वीप से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।

अमेरिका के कई तटीय राज्यों में भी अलर्ट

अलास्का के कई हिस्सों के अलावा कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन और हवाई के तटीय क्षेत्रों में भी सुनामी अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

पहले भी आए हैं बड़े भूकंप

इससे पहले जुलाई में भी कामचटका के पास समुद्र में कई भूकंप आए थे, जिनमें से सबसे बड़ा 7.4 तीव्रता का था। 1952 में इसी इलाके में 9.0 तीव्रता का भूकंप आ चुका है, जिससे भारी नुकसान हुआ था।

कब आती है सुनामी?

विशेषज्ञों के मुताबिक, जब भूकंप की तीव्रता 7.5 से ज्यादा होती है और उसका केंद्र समुद्र में होता है, तो सुनामी की आशंका बढ़ जाती है। 7.8 से ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप से स्थानीय स्तर पर भी बड़ी लहरें उठ सकती हैं।








स्वास्थ्य सेवा से जुड़े इन कर्मियों के लिए CM ने भोरे-भोर किया बड़ा ऐलान…,


पटना : CM नीतीश कुमार ने आज सुबह एक अहम घोषणा की है। उन्होंने आशा और ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। अब आशा कार्यकर्ताओं को हर महीने 1000 रुपये की जगह 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी। वहीं ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपये की जगह 600 रुपये मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने नवम्बर 2005 से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया है। ग्रामीण इलाकों में आशा और ममता कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही है। इसी योगदान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निर्णय से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।








राँची:1अगस्त से 7 अगस्त तक चलेगा झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र मॉनसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की संभावना

 

झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र 1 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो 7 अगस्त तक चलेगा. इस सत्र में सरकार और विपक्ष दोनों अपनी-अपनी रणनीति के साथ तैयार हैं. सत्र की अवधि छोटा होने के कारण समय प्रबंधन एक बड़ी चुनौती होगी.चार अगस्त को वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा.मॉनसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की संभावना है, जिसमें आदिवासी भूमि के गैरकानूनी हस्तांतरण को रोकने के लिए आदिवासी संरक्षण विधेयक, खनन गतिविधियों के कारण पर्यावरणीय क्षति को कम करने और स्थानीय समुदायों के लिए पुनर्वास नीतियों को मजबूत करने के लिए झारखंड खनन और पर्यावरण संरक्षण विधेयक, ग्राम पंचायतों को और सशक्त बनाने के लिए झारखंड पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, 2025 के साथ बढ़ते साइबर अपराधों को नियंत्रित करने के लिए झारखंड साइबर अपराध निवारण विधेयक पेश किए जा सकते हैं.मॉनसून सत्र के दौरान झारखंड विश्वविद्यालय विधेयक भी पेश हो सकता है. इस विधेयक के पारित होने के बाद, विश्वविद्यालयों में कुलपतियों और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा गठित आयोग के माध्यम से की जाएगी, जिससे राज्यपाल का सीधा हस्तक्षेप समाप्त हो जाएगा.विपक्षी दल ने सरकार पर जानबूझकर कम अवधि का सत्र बुलाने का आरोप लगाया है. वे सदन में सरकार से जवाब मांगेंगे और कई मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिनमें स्थानीय नीति और नियोजन नीति,भ्रष्टाचार,विधि व्यवस्था की लचर स्थिति, स्वास्थ्य व्यवस्था सहित आर्थिक मुद्दे और राज्य के विकास की गति सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं.सत्ता पक्ष भी अपनी उपलब्धियों को गिनाने और विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की तैयारी में है।








देवघर :बाबा बैद्यनाथ धाम में अब तक 38.74 लाख श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण

 

देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों का जनसैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को तड़के सुबह 04:06 बजे से मंदिर का पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया। पूरा रूटलाइन और मंदिर परिसर बोल बम के जयकारों से गूंज उठा।श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा का जयघोष करते हुए जलार्पण कर रहे हैं।जिला प्रशासन के अनुसार, सावन मेला में अब तक कुल 38,74,899 श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण किया है।








कम मरीज देखने पर सदर के आठ डॉक्टरों को शोकॉज…

 

धनबाद: कम मरीज देखे जाने के मामले में सदर अस्पताल के आठ डॉक्टरों को शोकॉज किया गया है। डॉक्टरों को शोकॉज कर 48 घंटे में जवाब मांगा गया है। सिविल सर्जन ने जारी पत्र में कहा कि छह महीने के कार्यों का मूल्यांकन किया गया। बीते छह महीने में कई डॉक्टरों ने प्रतिदिन कम मरीज देखे हैं, जबकि मानक 75 मरीज प्रतिदिन का है। उक्त प्रदर्शन में सुधार के लिए योजना के प्रस्ताव के साथ या प्रदर्शन में सुधार होने तक अगले आदेश तक क्यों नहीं वेतन स्थगित रखा जाए। शोकॉज से डॉक्टरों में नाराजगी है। डॉक्टरों का कहना है कि हमलोग मरीज कहां से लाएंगे।

अस्पताल में जो मरीज आते हैं। उनका इलाज करते हैं। क्या हमलोग डे केयर एडमिशन व इंडोर एडमिशन कराने पर अपना फोकस करें। पूरी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं। मरीज नहीं आएग तो कहां से देखूंगा। कई डॉक्टरों का कहना है कि दबाव नहीं बनाया जाए। मरीज लाना उनका काम नहीं है। वे ड्यूटी पर समय पर आते हैं और जो भी मरीज होते हैं उनका इलाज करते हैं। कई डॉक्टरों ने स्पष्टीकरण का जवाब दिया है। इन डॉक्टरों को शोकॉज : डॉ मुकेश कुमार डीएमएफटी हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ पीपी पांडेय मेडिकल ऑफिसर डीएमएफटी, डॉ स्नेह केसरी दंत रोग विशेषज्ञ, डॉ मासूम आलम मेडिकल ऑफिसर डीएमएफटी, डॉ रूमा प्रसाद स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, डॉ हरेंद्र हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ अंजना स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ।








एक अगस्त से महंगा होगा जमीन-फ्लैट खरीदना…

 

धनबाद : बैंक मोड़, हीरापुर और सरायढेला जैसे इलाकों में अब जमीन व फ्लैट खरीदना और महंगा हो जायेगा. उपायुक्त आदित्य रंजन ने शहरी इलाकों की जमीन व फ्लैट की सरकारी दरों में अधिकतम 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी पर मुहर लगा दी है. यह नयी दरें एक अगस्त से प्रभावी होंगी और उसी दर पर रजिस्ट्री की जाएगी।

बैंक मोड़ इलाके में हुई सबसे ज्यादा बढ़ोतरी

धनबाद के सबसे महंगे इलाके बैंक मोड़ की जमीन की सरकारी दर अब 28.01 लाख रुपये प्रति डिसमिल हो गई है, जो पहले 25.46 लाख रुपये थी. व्यवसायिक दुकानों की कीमत भी 5092 रुपये से बढ़कर 5601.2 रुपये प्रति वर्गफुट हो गयी है. फ्लैट की कीमतें भी बढ़ी हैं और डिलक्स अपार्टमेंट की रजिस्ट्री अब 3113 रुपये प्रति वर्गफुट दर पर होगी।

इन इलाकों में सीधा असर

धनबाद मौजा के वार्ड 30, 31, 32, 33, हीरापुर के वार्ड 26, 27 और सरायढेला के वार्ड 26, 27 में कीमतों में भारी इजाफा हुआ है. इन क्षेत्रों में पांच से दस प्रतिशत तक वृद्धि की गई है, वहीं कुछ मौजों में जहां अधिक संख्या में रजिस्ट्री होती है, वहां 10 से 20 फीसदी तक दरें बढ़ी हैं।

हर दो साल पर होती है समीक्षा

सरकारी प्रावधानों के तहत हर दो साल में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन की सरकारी दरों की समीक्षा की जाती है. 2023 में भी दरों में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई थी. इस बार भी उसी क्रम में रिवाइज दरें तय की गई हैं।

नयी दरों पर एक नजर (1 अगस्त से लागू) :

मौजा वार्ड आवासीय दर (रु./डिसमिल) व्यवसायिक दर (रु./डिसमिल)

धनबाद 32 11,67,188 28,01,200हीरापुर 26 8,93,420 21,43,208सरायढेला 22 4,26,349 10,23,242

फ्लैट की कीमतें भी बढ़ीं

बैंक मोड़, हीरापुर और सरायढेला के डिलक्स अपार्टमेंट्स की रजिस्ट्री अब 3113 रुपये प्रति वर्गफुट में होगी. वहीं इन इलाकों के मुख्य मार्ग पर स्थित व्यवसायिक फ्लैट की कीमत 5092 रुपये से बढ़कर 5602 रुपये प्रति वर्गफुट हो गई है।








"झारखंड आतंकी संगठनों की शरणस्थली बनता जा रहा : बाबूलाल मरांडी"

"मुख्यमंत्री सख्त कार्रवाई का निर्देश दें"

रांची  : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गुजरात एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) द्वारा हाल ही में बेंगलुरु के हेब्बल इलाके से गिरफ्तार की गई संदिग्ध महिला आतंकी शमा परवीन का झारखंड के कोडरमा जिले से सीधा संबंध सामने आना बेहद चिंताजनक है। एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि शमा अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट  जैसे खतरनाक आतंकी संगठन से जुड़ी थी और सोशल मीडिया के जरिए आतंकी विचारधारा का प्रचार कर रही थी।

कहा कि गौर करने वाली बात है कि शमा मूल रूप से कोडरमा की रहने वाली है और पिछले कुछ वर्षों में हैदराबाद होते हुए बेंगलुरु में अपने भाई के साथ रह रही थी। यह गिरफ्तारी झारखंड में पनप रहे आतंकी नेटवर्क की एक और कड़ी को उजागर करती है।कहा कि बीते वर्षों में रांची, जमशेदपुर, लोहरदगा, हजारीबाग जैसे जिलों से भी आतंकी गतिविधियों और संदिग्ध गिरफ़्तारियों की खबरें आती रही हैं। 

कहा कि  झारखंड धीरे-धीरे आतंकी संगठनों की शरणास्थली बनता जा रहा है। ऐसी घटनाएं पूरे राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। पुलिस को निर्देश देकर राज्य में फल फूल रहे सभी आतंकी नेटवर्क को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दें।








बुधवार, 30 जुलाई 2025

'सिंदूर तो उजड़ गया फिर ऑपरेशन का नाम सिंदूर क्यों'? जया बच्चन ने पूछ दिए सवाल

नयी दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है. बुधवार को भी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सवाल और जवाबों का सिलसिला जारी रहा. समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन ने भी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई सवाल किए. जया बच्चन ने कहा कि सरकार ने आतंकवाद खत्म करने का वादा किया था क्या हुआ.

सिंदूर नाम क्यों दिया गया? बोलीं जया बच्चन

जया बच्चन ने कहा, 'सर एक तो मैं आप लोगों को बधाई दूंगी कि आपने ऐसे लेखकों को रखा हुआ है जो बड़े-बड़े नाम देते हैं. ये नाम सिंदूर दिया क्यों? सिंदूर तो उजड़ गया लोगों का. जो मारे गए जिनकी पत्नियां रह गई. प्लीज. आप बोलिए.'

जया बच्चन ने कहा, 'सर एक तो मैं आप लोगों को बधाई दूंगी कि आपने ऐसे लेखकों को रखा हुआ है जो बड़े-बड़े नाम देते हैं. ये नाम सिंदूर दिया क्यों? सिंदूर तो उजड़ गया लोगों का. जो मारे गए जिनकी पत्नियां रह गई. प्लीज. आप बोलिए।'